My Hindi Forum

Go Back   My Hindi Forum > New India > Religious Forum
Home Rules Facebook Register FAQ Community

Reply
 
Thread Tools Display Modes
Old 13-12-2017, 04:16 PM   #1
soni pushpa
Diligent Member
 
Join Date: May 2014
Location: east africa
Posts: 1,288
Rep Power: 66
soni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond repute
Default sanskar

आपके बच्चों के पास अच्छी वुद्धि है बस इसी बात से संतोष मत कर लेना, उसे वुद्धि के साथ-साथ अच्छे संस्कारों से अवश्य सिंचित करियेगा। बच्चों को सिखाओ नहीं करके दिखाओ, इससे वो जल्दी सीख जाते हैं। बच्चे वो नहीं करते जो आप कहते हैं, बच्चे वो करते हैं जो आप करते हैं। चाहकर भी आप अपने बच्चों से अपने पैर नहीं छुआ सकते इसके लिए पहले आपको स्वयं अपने माता-पिता के पैर प्रतिदिन छूने होंगे।
जो बात जीभ से कही जाती है उसका प्रभाव ज्यादा नहीं होता, जो बात जीवन से करके दी जाती है उसका ज्यादा प्रभाव होता है। अच्छी बातें केवल चर्चा का विषय नहीं हों वो चर्या ( आचरण ) का विषय जरूर बनें। आप चिल्लाओगे तो बच्चे भी चिल्लाना सीख जायेंगे।
अपने बच्चों को जीविका निर्वहन की ही शिक्षा मत देना, अच्छा जीवन जीने की भी शिक्षा देना। एक श्रेष्ठ बालक का निर्माण मंदिर बनाने जैसा ही है।
soni pushpa is offline   Reply With Quote
Old 14-12-2017, 04:12 PM   #2
rajnish manga
Super Moderator
 
rajnish manga's Avatar
 
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242
rajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond repute
Default Re: sanskar

Quote:
Originally Posted by soni pushpa View Post
....बच्चों को सिखाओ नहीं करके दिखाओ, इससे वो जल्दी सीख जाते हैं। ....चाहकर भी आप अपने बच्चों से अपने पैर नहीं छुआ सकते इसके लिए पहले आपको स्वयं अपने माता-पिता के पैर प्रतिदिन छूने होंगे।

....अपने बच्चों को जीविका निर्वहन की ही शिक्षा मत देना, अच्छा जीवन जीने की भी शिक्षा देना। एक श्रेष्ठ बालक का निर्माण मंदिर बनाने जैसा ही है।
बहुत सुंदर .... वाह .... वाह .... इस छोटे से आलेख के ज़रिये आपने एक महत्वपूर्ण विषय की ओर हम सबका ध्यान आकर्षित किया है. आपने सत्य कहा कि बच्चे कहने से कोई बात इतनी नहीं सीखते जितना वह अपने बड़ों का आचरण देख कर सीखते हैं. बाल मनोविज्ञान के अनुसार बच्चों को सिखाने का यह एक सफल व आजमाया हुआ तरीका है. बहुत दिनों बाद आपका आलेख पढने को मिला. आपका बहुत बहुत धन्यवाद, बहन पुष्पा जी.
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
rajnish manga is offline   Reply With Quote
Old 15-12-2017, 04:04 PM   #3
soni pushpa
Diligent Member
 
Join Date: May 2014
Location: east africa
Posts: 1,288
Rep Power: 66
soni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond repute
Default Re: sanskar

[QUOTE=rajnish manga;562472]बहुत सुंदर .... वाह .... वाह .... इस छोटे से आलेख के ज़रिये आपने एक महत्वपूर्ण विषय की ओर हम सबका ध्यान आकर्षित किया है. आपने सत्य कहा कि बच्चे कहने से कोई बात इतनी नहीं सीखते जितना वह अपने बड़ों का आचरण देख कर सीखते हैं. बाल मनोविज्ञान के अनुसार बच्चों को सिखाने का यह एक सफल व आजमाया हुआ तरीका है. बहुत दिनों बाद आपका आलेख पढने को मिला. आपका बहुत बहुत धन्यवाद, बहन पुष्पा जी.[/QUOTE
भाई बहुत बहुत धन्यवाद-- इस छोटे से आलेख को आपने पसंद किया और इतने सुन्दर शब्दों से सराहना की ..
माफ़ी चाहती हूँ भाई आपसे और अपने पाठकों से बहुत दिन हो गए कुछ लिख नहीं पाई थी किन्ही कारण से। .
soni pushpa is offline   Reply With Quote
Reply

Bookmarks


Posting Rules
You may not post new threads
You may not post replies
You may not post attachments
You may not edit your posts

BB code is On
Smilies are On
[IMG] code is On
HTML code is Off



All times are GMT +5. The time now is 03:58 PM.


Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.