07-06-2023, 09:38 AM | #1 |
Diligent Member
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मुझे चित-चोर कहती है
■■■■■■■■■■ मुझे धड़कन कभी वो धड़कनों का शोर कहती है कि तुमसे ही मुहब्बत की बँधी यह डोर कहती है नजर उससे मिली क्या इत्तिफ़ाक़न एक दिन यारों न जाने क्यों तभी से वो मुझे चित-चोर कहती है मुक्तक- आकाश महेशपुरी दिनांक- 06/06/2023 ■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274309 मो- 9919080399 Last edited by आकाश महेशपुरी; 08-06-2023 at 03:25 PM. |
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