05-03-2024, 01:35 PM | #1 |
Diligent Member
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चाय और सिगरेट
■■■■■■■ सेवा में स्कूल का, खुला हुआ था गेट। पर बच्चे पीते मिले, चाय और सिगरेट। चाय और सिगरेट, धुँआ भी छोड़ रहे थे। सपनों को अय्याश, नशे में तोड़ रहे थे। गए नशे में डूब, चखेंगे कैसे मेवा। हे कलयुग के बाप, करो तुम इनकी सेवा।। कुण्डलिया- आकाश महेशपुरी दिनांक- 02/03/2024 ■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274309 मो- 9919080399 Last edited by आकाश महेशपुरी; 07-03-2024 at 02:10 PM. |
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