![]() |
#1 |
अति विशिष्ट कवि
![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Jun 2011
Location: Vinay khand-2,Gomti Nagar,Lucknow.
Posts: 553
Rep Power: 36 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]() राग दरबारी सुनाना ही पड़ेगा . बी सियासत जब भी गुदगुदाएंगी ; भूल कर गम , मुस्कराना ही पड़ेगा . कुछ तवायफ हैं , ओ मुजरे भी जरुरी ; घूम - फिर कर एक को लाना पड़ेगा . बी सियासत की अदा के तीर खाकर ; आदतन हमको ही शर्माना पड़ेगा . हुक्मे ताज , दरबारी या मातमी ; बस इन्ही रागों को अपनाना पड़ेगा . पंचमी त्योहार है जब हम सभी का ; ढूध नागों को पिलाना ही पड़ेगा . रहनुमाओं की ख़ुशी के वास्ते ; जीभ को ताले में रख आना पड़ेगा . नव जवां बी जी को ये मालूम हो ; एक दिन उनको भी ढल जाना पड़ेगा . रचनाकार ~~ डॉ. राकेश श्रीवास्तव लखनऊ , इंडिया . शब्दार्थ ~ तख़्त = सत्ता , बी सियासत = सत्ता प्रमुख . |
![]() |
![]() |
![]() |
#2 |
Special Member
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: ♕★ ★ ★ ★ ★♕
Posts: 2,316
Rep Power: 27 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
बहुत ही सुन्दर ...
![]() ![]() ![]() ![]() क्या यह राजनीतिक व्यंग है !!! |
![]() |
![]() |
![]() |
#3 |
अति विशिष्ट कवि
![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Jun 2011
Location: Vinay khand-2,Gomti Nagar,Lucknow.
Posts: 553
Rep Power: 36 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
#4 |
Special Member
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
जन सामान्य तो हमेशा ही भेड़ रहा है जिसे गड़ेडीए जब जिधर चाहे हांक दें
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
![]() |
![]() |
![]() |
#5 |
Special Member
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: ♕★ ★ ★ ★ ★♕
Posts: 2,316
Rep Power: 27 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
@Dr. Rakesh Srivastava;सच कहा आपने…
![]() हम कर भी क्या सकते हैं जब समाज का मूलभूत ढाँचा ही वैसा हो। |
![]() |
![]() |
![]() |
#6 |
Banned
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: राँची, झारखण्ड
Posts: 3,682
Rep Power: 0 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
एक बार फिर शानदार प्रस्तुति........
|
![]() |
![]() |
![]() |
#7 |
Senior Member
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Dec 2010
Location: Dilli NCR
Posts: 1,210
Rep Power: 20 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() बहुत अच्छा लिखा है, राकेश जी. सचमुच सुन्दर पंक्तियाँ हैं.
__________________
क्योंकि हर एक फ्रेंड जरूरी होता है. ![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
#8 |
Senior Member
![]() ![]() ![]() Join Date: Feb 2011
Location: Rudrapur
Posts: 373
Rep Power: 17 ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
एक और शानदार कविता. बहुत ही सुन्दर.
![]() |
![]() |
![]() |
![]() |
#9 |
अति विशिष्ट कवि
![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Jun 2011
Location: Vinay khand-2,Gomti Nagar,Lucknow.
Posts: 553
Rep Power: 36 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
भुवन जी ,abhisays ji
को बहुत - बहुत धन्यवाद . Last edited by Dr. Rakesh Srivastava; 09-09-2011 at 12:26 AM. |
![]() |
![]() |
![]() |
Bookmarks |
|
|