14-06-2012, 10:47 AM | #10491 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
जयपुर। भीषण गर्मी के कारण बिजली की बढती मांग से राजस्थान में बिजली संकट उत्पन्न हो गया है। हालांकि बिजली की तमाम किल्लतों के बावजूद भी सरकार ने पड़ोसी राज्यों के मुकाबले यहां की बिजली आपूर्ति बेहतर होने का दावा किया है। अधिकारिक सूत्रों के अनुसार प्रदेश में बिजली संकट से निपटने के लिए शहरी इलाकों में तीन घंटे बिजली कटौती की जा रही है जबकि बड़ी औद्योगिक इकाइयों को रात के समय बिजली नहीं दी जा रही है। उन्होंने बताया कि तीन चार दिन से तापमान में अप्रत्याशित बढोतरी एवं क्षेत्रीय ग्रिडों में उत्पादन इकाइयों से समुचित बिजली प्राप्त नहीं होने के कारण बिजली संकट के हालात बन गये है। सूत्रों के अनुसार बिजली की मांग व आपूर्ति में बढ रहे अंतर के कारण ग्रिड की फ्रीक्वेंसी पिछले तीन दिनों से सबसे कम स्तर 48.8 हटर््ज पर आ जाने से राजस्थान की बिजली आपूर्ति में व्यवधान पैदा हुआ है। उन्होंने बताया कि राजस्थान की बिजली आपूर्ति उत्तरी ग्रिड से होती है, जिससे देश के उत्तरी, पश्चिमी व पूर्वी राज्यों में स्थापित विद्युत संयंत्रों का उत्पादन भी ग्रिड से जुड़ा होने के कारण कम बिजली मिल रही है। सूत्रों का कहना है कि उत्तरी क्षेत्र के उत्पादन संयंत्रों से इस समय 7,532 मेगावाट की कमी बनी हुई है। पूर्वी, पश्चिमी, उत्तर पूर्वी क्षेत्रीय ग्रिडों में कोलाघाट 1,000 मेगावाट व छत्तीसगढ में 250 मेगावाट सहित एन.टी.पी.सी की कुछ इकाइयां बंद है या कोयले की कमी के कारण उनमें कम उत्पादन किया जाा रहा है। सूत्रों के अनुसार सिंगरौली 200 मेगावाट, औरया 120 मेगावाट, उंचाहार 210 मेगावाट, छबडा 500 मेगावाट, के.टी.पी.एस 320 मेगावाट सूरतगढ 250 मेगावाट की इकाइयां बंद होने के कारण भी यह स्थिति बनी है। उन्होंने कहा कि राजस्थान और गुजरात में जून में सामान्यत पवन उर्जा से 2500 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता था, वह भी इन दिनों हवा की धीमी रफतार के कारण 200 मेगावाट पर आ गया है। सूत्रों के अनुसार पनविद्युत उत्पादन योजनाओं में पानी की आवक कम हो जाने के कारण गत वर्षो के मुकाबले इस वर्ष लगभग 500 मेगावाट कम बिजली मिल रही है। राज्य को इन ग्रिड से करीब 12000 की कमी आने से ग्रिड की फिक्वेंसी में जबरदस्त गिरावट आई है। सूत्रों ने बताया कि सामान्यत मांग के मुकाबले आपूर्ति कम होने पर ग्रिड से आवंटित बिजली से अधिक बिजली लेकर राज्य में विद्युत आपूर्ति की जाती है, लेकिन मौजूदा समय ग्रिड की फिक्वेंसी में अप्रत्याशित कमी के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय प्रदेश में 1500 लाख यूनिट प्रतिदिन की मांग के मुकाबले राज्य के स्रोतों से 1,150 लाख यूनिट ही बिजली प्रतिदिन मिल पा रही है एवं शेष अंतर की पूर्ति के लिए महंगी दरों पर बिजली खरीदने के लिए राज्य सरकार ने 200 करोड रुपये की सहायता राशि बिजली वितरण निगमों को उपलब्ध करायी है। उन्होंने कहा कि मात्र बीस से साठ लाख यूनिट बिजली ही निविदाओं द्वारा खरीदी जा रही है। राज्य को आवंटित बिजली से अधिक बिजली नहीं मिलने के कारण प्रदेश में बिजली का संकट उत्पन्न हुआ है। ऐसे में प्रदेश में 230 से 330 लाख बिजली यूनिट प्रतिदिन की कमी बनी हुई है। सूत्रों ने कहा कि इस संकट से निपटने के लिए राज्य की बडी औधोगिक इकाइयों को कल शाम से बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है और शहरी क्षेत्रों में तीन घंटे तक बिजली कटौती की जा रही है। सूत्रों ने दावा किया कि छबडा, धौलपुर व उंचाहार सहित तीन इकाइयों से एक दो दिन में विद्युत उत्पादन शुरू होने व पवन उर्जा से पुन: सामान्य विद्युत प्राप्त होने पर विद्युत कटौती में राहत दी जा सकेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में बिजली संकट के बावजूद घोषित समय भी बिजली कटौती को छोडकर शेष समय निर्बाध रूप से बिजली दी जा रही है, जबकि हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, दिल्ली समेत पड़ोसी राज्यों में बिजली आपूर्ति व्यवस्था चरमराई हुई है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 10:48 AM | #10492 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
पोलियो टीकाकरण दलों के खिलाफ पाक मौलवी ने दी जेहाद की धमकी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के एक मौलवी ने पोलियो टीकारण को गैर इस्लामिक करार देते हुए पोलियो टीकाकरण अभियान में शामिल दलों के खिलाफ जेहाद छेड़ने की धमकी दी। यह धमकी ऐसे समय में आयी है जब विश्व स्वास्थ्य संगठन ने देश में पोलियो के नये मामले सामने आने पर चिंता व्यक्त किया है। मुजफ्फरगढ जिले के मौलवी इब्राहिम चिश्ती ने मुजफ्फरगढ के खानपुर बग्गा शेर इलाके के सबसे बड़े मस्जिद में जाकर कहा कि पोलियो के खिलाफ अभियान गैर इस्लामिक है और पोलियो की बूंदें जहरीली एवं इस्लाम के खिलाफ हैं। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की खबर के अनुसार चिश्ती ने पोलियो टीकाकरण दल के आने की जानकारी मिलने के बाद यह धमकी दी और परिवारों से अपने अभियान में सहयोग करने के लिए कहा। उसने कहा कि अगर टीकाकरण दल अपने अभियान को लेकर दृढ रहेगा तो इसके खिलाफ जेहाद एक मात्र विकल्प होगा। इसके परिणामस्वरूप पोलियो दल टीकाकरण किए बिना मुजफ्फरगढ शहर लौट गया और उसने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पुलिस जांच का आदेश दिया गया और मौलवी के इलाके में छापेमारी की गयी। हालांकि मौलवी भागने में सफल रहा। स्थानीय लोगों ने कहा कि मौलवी ने उनसे कहा कि पोलियो अभियान पश्चिमी देशों की पाकिस्तानी आबादी को नपुंसक बनाने की साजिश है। पुलिस की छापेमारी के बाद टीकाकरण दल दोबारा इलाके में लौट आया। अभी तक देश में इस साल कम से कम 21 पोलियो के मामले सामने आए हैं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 10:48 AM | #10493 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
अवतार सिंह का अमेरिका में रहना था गैर कानूनी : अमेरिका
वाशिंगटन। अपने दो बच्चों और बीवी की हत्या के बाद आत्महत्या करने वाले पूर्व सैन्य अधिकारी अवतार सिंह के अमेरिका में रहने को अमेरिका ने गैर कानूनी करार दिया है। संघीस अप्रवासन अधिकारियों के मुताबिक अवतार सिंह के खिलाफ देश निकाला का मामला चल रहा था और वह अमेरिका में गैर कानूनी रूप से रह रहा था। कैलिफोर्निया में अमेरिकी अप्रवासन और सीमा शुल्क प्रर्वतन (आईसीई) के प्रवक्ता लोरी हैले ने बताया, ‘‘अवतार सिंह को आईसीई होमलैंड सिक्योरिटी इंवेस्टिगेशन्स (एचएसआई) द्वारा अमेरिका में गैरकानूनी रूप से रहने के कारण जुलाई 2007 में गिरफ्तार किया गया था और उसके बाद उन्हें हटाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई थी। अवतार की मौत के समय भी एचएसआई की जांच चल रही थी।’’ हालांकि हैले ने यह नहीं बताया कि अमेरिकी अधिकारी भारत में अवतार सिंह पर चल रहे आपराधिक मामलों के बारे में जानते थे कि नहीं। बीती 9 जून को सिंह ने कैलीफोर्निया के सेलमा में अपनी पत्नी और दो बच्चों को मारने के बाद खुद को मार लिया था। उसने अपने 17 वर्षीय बेटे पर भी गोली चलाई थी, जिसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है। 47 वर्षीय सिंह प्रसिद्ध कश्मीरी वकील जलील अंद्राबी की हत्या के मामले में वांछित था। ऐसे आरोप हैं कि अंद्राबी को मेजर अवतार सिंह के नेतृत्व में पकड़ा गया था । इसके बाद अंद्राबी का शव मार्च 1996 में झेलम नदी में तैरता मिला था। अवतार सिंह के खिलाफ हिरासत में अंद्राबी की मौत का मामला श्रीनगर की एक अदालत में चल रहा है। इस मामले में उच्च न्यायालय ने हत्या का मामला दर्ज करने के आदेश जारी किए थे। पत्रकार जहीद रफीक ने आज ‘द क्रिश्चियन साइंस रिपोर्टर’ में एक लेख लिखकर बताया कि उन्होंने सिंह को पिछले साल सेलमा में पहचान लिया था। सेलमा में सिंह अपनी ट्रकों की कंपनी चलाते थे। रफीक लिखते हैं, ‘‘मैं इस आदमी का साक्षात्कार लेना चाहता था, जो अपने देश में एक मानवाधिकार कार्यकर्ता की हत्या के मामले में न्यायिक जांच में दोषी ठहराए जाने पर बदनाम हो।’’ लगभग दो महीने पहले ही सिंह ने सलेमा प्रांत की पुलिस को शिकायत की थी कि मीडिया उन्हें अकेला नहीं छोड़ रहा है। इसपर रफीक ने लिखा है-‘मैं ही वह रिपोर्टर था।’
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 10:49 AM | #10494 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
अब अमेरिकी सैनिकों के थैलों में होगा छोटा ड्रोन
वाशिंगटन। अमेरिकी सुरक्षा बल अब बेहद छोटे ड्रोन की तैनाती की तैयारी कर रहे हैं, जो सैनिकों के थैले में ही फिट हो जाएगा। इन ड्रोन का वजन छह पाउंड से भी कम होगा, लेकिन इनमें विस्फोटक फिट होगा और ये अपने निशाने पर अचूक वार कर सकेंगे। पेंटागन ने इन ड्रोन विमानों की तैनाती की इजाजत दी है। इस छोटे ड्रोन को ‘स्विचब्लेड’ नाम दिया गया है। समाचार पत्र ‘लॉस एंजिलिस टाइम्स’ के मुताबिक अफगानिस्तान, पाकिस्तान और दूसरे युद्धग्रस्त क्षेत्रों में हमलों के दौरान जानमाल के भारी नुकसान के कारण पेंटागन स्विचब्लेड की तैनाती को प्राथिमिकता देता रहा है। पेंटागन की कोशिश यह है कि इन छोटे ड्रोन के जरिए जानमाल के नुकसान को कम किया जा सकेगा। इसी मकसद से इन विमानों की तैनाती करने की तैयारी की जा रही है। करीब एक दर्जन स्विचब्लेड का परीक्षण पिछले साल अफगानिस्तान में किया गया था। अमेरिकी सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि यहां की सेना 10 करोड़ डॉलर मूल्य स्विचब्लेड खरीदने पर विचार कर रही है। वायुसेना और मरीन कॉर्प ने भी इसकी तकनीकी में दिलचस्पी दिखाई है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 10:50 AM | #10495 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
हुसैन की पेंटिंग सहित 50 कलाकृतियां नहीं बिकी
नई दिल्ली। भारतीय चित्रकार सैय्द हैदर रजा, मकबूल फिदा हुसैन और फ्रांसिस न्यूटन सूजा की तीन महत्वपूर्ण चित्रकृतियों समेत करीब 50 कलाकृतियां को लंदन में नीलामी हाउस सोथबी द्वारा की गयी एक नीलामी में खरीदार नहीं मिले। शुक्रवार को हुई नीलमी में आधुनिक और समकाली दक्षिण एशियाई कलाकरों की 88 कृतियों नीलाम करने के लिए रखा गया था जिसमें से 51 कलाकृतियों को ग्राहक नहीं मिल पाए। बिकी कलाकृतियों से कुल 5,46,800 पाउंड की आमदनी हुई। सोथबी द्वारा बिक्री के लिए रखी गई कलाकृतियों में रजा की 1971 की ‘ला फोर्ज’, हुसैन की ‘इस्लाम’ और सूजा की ‘वूमेन विथ मिरर एंड फ्लावर्स’ के ग्राहक नहीं मिले। सोथबी की लेयला डेबेलगे ने कहा, ‘मैं इस बात की पुष्टि कर सकती हूं कि ये (तीन) कलाकृतियां नहीं बिक सकीं। लेकिन बिक्री से पूर्व इन चित्रों के प्रति लोगों ने काफी उत्सुकता दिखाई थी।’
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 10:50 AM | #10496 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
मापी गई लंबाई से चीन की ग्रेटवाल 2.4 गुना ज्यादा
बीजिंग। चीन की ग्रेटवाल 2,200 साल पहले बनाई गई थी, लेकिन आज भी यह एक रहस्य बनी हुई है। अब तक इस दीवार की लंबाई 8,851.8 किलोमीटर बताई जाती रही है, लेकिन एक नए अध्ययन की माने तो यह इससे 2.4 गुना ज्यादा लंबी हो सकती है। कई नामचीन वास्तुकारों ने ग्रेटवाल से जुड़े 43,721 ढांचों का पता लगाया है और उनका कहना है कि इस दीवार की कुल लंबाई 21,196.18 किलोमीटर हो सकती है। यह नया सर्वेक्षण चीन के ‘स्टेट एडमिनिस्ट्रेशन आॅफ कल्चरल हेरीटेज’ की ओर से प्रकाशित किया गया है। ग्रेटवाल के संरक्षण के लिए बनाए गए गैर सरकारी संगठन ‘चाइना ग्रेटवाल सोसायटी’ के कार्यालय निदेशक यान जियामिन ने कहा, ‘पहले अनुमान लगाया गया था कि यह ग्रेटवाल मिंग वंश (1368-1644) के दौरान बनाई गई थी, लेकिन नए अध्ययन के मुताबिक दीवार कई वंशों के शासनकाल के दौरान निर्मित की गई थी।’ यह दुनिया के सबसे बड़ा मानव निर्मित ढांचा है और इसके निर्माण का बड़ा श्रेय किन वंश (221-206 ईसापूर्व) के पहले सम्राट किन शी हुआंग को दिया जाता है। नए सर्वेक्षण में कहा गया है कि दीवार का निर्माण कार्य सात सौ ईसापूर्व ही आरंभ कर दिया गया था। ग्रेटवाल से जुड़े सबसे प्राचीन ढांचे का पता शादोंग प्रांत और हेनान प्रांत में लगाया गया है। यान ने कहा, ‘हजारों साल बीत जाने के कारण कुछ ढांचे गायब हो गये थे और हम नहीं जानते थे कि इन इलाकों में यह दीवार कहां हुआ करती थी। सड़कों और कई निर्माण कार्यो के कारण दीवार के अंश को खत्म कर दिया गया था।’ उन्होंने कहा, ‘अब हम ग्रेटवाल की स्थिति के बारे जान गए हैं और सरकार इसकी सुरक्षा के लिए कदम उठा सकती है।’
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 10:51 AM | #10497 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने मांगा रियाज के संवाददाता सम्मेलन का रिकॉर्ड
मुख्य न्यायाधीश के बेटे का मामला इस्लामाबाद। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को भ्रष्टाचार के मामले में एक रीयल एस्टेट कारोबारी द्वारा मुख्य न्यायाधीश इफ्तिखार चौधरी के खिलाफ लगाए गए आरोपों पर संज्ञान लेते हुए व्यवसायी के संवाददाता सम्मेलन का रिकॉर्ड मांगा। भ्रष्टाचार के इस मामले में शीर्ष न्यायाधीश के बेटे का नाम आ रहा है। बहरिया रीयल एस्टेट कंपनी के संस्थापक मलिक रियाज हुसैन ने मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया था कि मुख्य न्यायाधीश घोटाले में अपने बेटे के संलिप्त होने की बात को छह महीने से जानते थे, लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की। उसने आरोप लगाया था कि मुख्य न्यायाधीश का बेटा अरसालान इफ्तिखार न्यायपालिका को किसी ‘डॉन’ की तरह चला रहा था। सुप्रीम कोर्ट के सभी न्यायाधीश कारोबारी के आरोपों पर चर्चा करने के लिए बुधवार सुबह मुख्य न्यायाधीश के कक्ष में एकत्र हुए। अंतत:, पंजीयक फकीर हसन को संवाददाता सम्मेलन का रिकॉर्ड हासिल करने का निर्देश दिया गया। न्यायाधीशों की बैठक के चलते शीर्ष अदालत में मामलों की सुनवाई एक घंटे के विलम्ब से शुरू हो पाई। टेलीविजन चैनलों ने अपने सूत्रों के हवाले से कहा कि न्यायाधीशों ने सुप्रीम कोर्ट और मुख्य न्यायाधीश के खिलाफ कारोबारी द्वारा लगाए गए आरोपों पर चर्चा की । अधिकारियों ने बताया कि मुख्य न्यायाधीश के बेटे और अन्य मामलों से सम्बंधित मुद्दों पर सुप्रीम कोर्ट के सभी न्यायाधीशों की 15 जून को एक बैठक होगी। संवाददाता सम्मेलन में हुसैन ने तर्क दिया था कि उसने कोई रिश्वत नहीं दी, बल्कि मुख्य न्यायाधीश के बेटे को भुगतान करने के लिए उसे ‘ब्लैकमेल’ किया गया। अदालत में अपनी पेशी के वक्त हुसैन ने बयान में कहा कि उसके रिश्तेदारों ने मुख्य न्यायाधीश के बेटे को 34.25 करोड़ रुपए का भुगतान किया। मुख्य न्यायाधीश ने पिछले हफ्ते अपने बेटे के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई शुरू की थी, लेकिन वह कानूनी विशेषज्ञों और राजनीतिक दलों की आलोचना के चलते मामले से अलग हो गए थे। वर्तमान में मामले की सुनवाई दो न्यायाधीशों जावेद ख्वाजा और खिलजी आरिफ हुसैन की पीठ कर रही है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 11:08 AM | #10498 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
विकास लक्ष्यों के लिए बाहरी वातावरण तैयार कर रहा भारत : कृष्णा
वाशिंगटन। भारतीय उद्योग जगत को लेकर अमेरिकी कारोबारी समुदाय को भरोसा दिलाने की कोशिश में विदेश मंत्री एस एम कृष्णा ने यहां कहा कि भारत अपने राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के लिए बाहरी वातावरण तैयार करना चाह रहा है। विदेश मंत्री ने यूएस इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) में अपने सम्बोधन में कहा कि हम अपने राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के लिए उद्देश्यपूर्ण तरीके से बाहरी वातावरण तैयार करना चाह रहे हैं। हमारे पड़ोस में बहुत कुछ बदल रहा है। कृष्णा ने कहा कि हम व्यापार सम्बंधों में नए प्रतिमानों के लिए पाकिस्तान के साथ काम कर रहे हैं। अफगानिस्ताान में हम निवेश, विकास में भागीदारी और क्षेत्रीय एकीकरण के जरिए काबुल को सहयोग दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि जून के आखिर में हम दिल्ली में निवेशकों का एक सम्मेलन आयोजित करेंगे। उम्मीद है कि आप अमेरिकी कारोबारी इसमें जरूर शामिल होंगे। विदेश मंत्री ने कहा कि भारत व्यापार में वृद्धि, सहयोग में वृद्धि और संपर्क में वृद्धि के माध्यम से साझा समृद्धि के रिश्ते चाह रहा है। विदेश मंत्री ने कहा कि म्यामां के साथ भारत फिर से स्वाभाविक आर्थिक भागीदारी स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। साथ ही वह दक्षिण -पूर्व एशिया में ऐसे रिश्ते चाहता है जिनके साथ नई दिल्ली की सुदृढ़ और परिपक्व आर्थिक वचनबद्धता हो। उन्होंने कहा कि हम मजबूत आर्थिक सम्बंध तैयार कर रहे हैं और चीन के साथ परिष्कृत बाजार तक पहुंच चाहते हैं। पश्चिम एशिया में हमारा निर्यात यहां से हो रहे आयात की तुलना में तेजी से बढ़ा है। कृष्णा ने कहा कि मध्य एशिया से गैस दक्षिण एशिया लाने की कल्पना हकीकत में बदल रही है, लेकिन इस क्षेत्र के साथ हमारा जुड़ाव हाइड्रोकार्बन के अलावा भी होगा। अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने पिछले साल चेन्नई में पहली बार, नए रेशम मार्ग (न्यू सिल्क रूट) की अपनी अवधारणा से दक्षिण और मध्य एशिया के आर्थिक एकीकरण की बात कही थी और तब से वह इस पर जोर भी दे रही हैं। कृष्णा ने कहा कि आॅस्ट्रेलिया से अफ्रीका तक हमारा कारोबार खनिज और ऊर्जा के नए स्रोत तलाश रहा है लेकिन हम खुद को खास तौर पर अफ्रीका में उद्योग, अवसंरचना और मानव संसाधन के विकास में भागीदार के तौर पर देखते हैं। कृष्णा ने कहा कि उत्तरी अमेरिका गैस के एक महत्वपूर्ण स्रोत के तौर पर उभरा है और विश्व बाजार में तेल के संदर्भ में उसमें व्यापक संभावना है। हमें उम्मीद है कि अमेरिका सरकार भारत को गैस के आयात की अनुमति देने में उदार रुख रखेगी। उन्होंने कहा कि यह हमारी आपसी सहमति के आर्थिक एवं ऊर्जा सुरक्षा के हितों में होगा। हम व्यापार और आर्थिक व्यवस्था का नया तानाबाना तैयार कर रहे हैं जो जापान से कनाडा तक होगा। विदेश मंत्री ने कहा कि एक दशक पहले नजदीकी, विश्वास और भरोसे के अभाव में अमेरिकी उद्योग उसकी रक्षा जरूरतों के लिए असंभव लगने वाला एक सहयोगी था। कृष्णा ने कहा कि अब बीते चार साल में अमेरिकी कंपनियों के साथ नौ अरब अमेरिकी डॉलर के रक्षा अनुबंध हैं। हम इन सम्बंधों का आगे विस्तार चाहते हैं। इसका दायरा बढ़ कर प्रौद्योगिकी हस्तांतरण से ले कर संयुक्त अनुसंधान, विकास और उत्पादन तक होना चाहिए।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 11:10 AM | #10499 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
होल्लांद की मौजूदा और पूर्व जीवनसाथियों में छिड़ा वाकयुद्ध
पेरिस। विवाह के बंधन में नहीं बंधने का ऐलान करने वाले फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रैंकोइस होल्लांद के लिए उस समय नई मुश्किल खड़ी हो गई, जब उनकी मौजूदा जीवनसाथी वलेरी त्रिएरवेइलर ने संसदीय चुनाव में उनकी पूर्व जीवनसाथी सेगोलीन होयाल के विरोधी का समर्थन करने का ऐलान कर दिया। वलेरी ने माइक्रो ब्लागिंग वेबसाइट ट्विटर पर ओलिवियेर फ्लोर्नी नामक सोशलिस्ट पार्टी के ही एक नेता का समर्थन किया। वलेरी ने अपने टवीट् संदेश में फ्लोर्नी को दिल की बात सुनने की सलाह दी। वलेरी ने इसके अलावा फ्लोर्नी की तारीफों के पुल बांधते हुए कहा कि उन्होंने ला रोशेल संसदीय क्षेत्र की जनता के बीच वर्षों तक काम किया है और इसलिए उन्हें चुनाव में खडे होने का पूरा हक है। धुर दक्षिणपंथी नेता मैरीन ल पेन ने होल्लांद की दोनों जीवनसाथियों के बीच छिड़े इस वाकयुद्ध पर चुटकी लेते हुए कहा कि मैडम वलेरी देश के राष्ट्रपति और अपने प्रेमी की पूर्व जीवनसाथी से बदला ले रही हैं, कितनी बुरी बात है। होल्लांद और होयाल विवाह के पारंपरिक बंधन में नहीं बंधे थे लेकिन उनके चार बच्चे हैं। यह जोड़ा तीन दशकों तक साथ रहने के बाद वर्ष 2007 में अलग हो गया था जिसके बाद होल्लांद वलेरी के करीब आए थे। वलेरी एक टेलीविजन चैनल में पत्रकार हैं। होल्लांद वलेरी से भी विवाह नहीं करने की बात स्पष्ट कर चुके हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी और उनकी महिला मित्र कार्ला ब्रूनी के ऐसे ही मामले ने खूब तूल पकड़ा था, जिसके बाद सरकोजी को ब्रूनी से विवाह करना पड़ा था।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
14-06-2012, 11:13 AM | #10500 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
भारत को परिवार नियोजन कार्यक्रमों पर नए सिरे से काम करने की जरूरत : विशेषज्ञ
नई दिल्ली। लंदन में अगले महीने परिवार नियोजन पर होने वाले शिखर सम्मेलन से पहले सिविल सोसाइटी विशेषज्ञों ने कहा कि भारत को अलग-अलग लक्ष्य समूहों को ध्यान में रखते हुए अपने परिवार नियोजन कार्यक्रमों पर दोबारा काम करने और गर्भनिरोधक उपायों की उपलब्धता को बढ़ाने की जरूरत है। फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन आफ इंडिया के तत्वाधान में देश भर में हुए व्यापक विचार-विमर्श के बाद परिवार नियोेजन के लिए सही नीति की जरूरत पर बल दिया गया। भारत में हर साल 1.80 करोड़ जनसंख्या बढ़ जाती है और आंकड़ों में अंतरराज्यीय बदलाव देखने को मिलते हैं। इन्हें देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने की जरूरत है। तेरह राज्यों में हुए विचार-विमर्श में सिविल सोसाइटी समूहों के लगभग 448 प्रतिनिधियों और 167 सरकारी अधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने भाग लिया। इन लोगों ने गर्भनिरोधक उपायों के कई विकल्प उपलब्ध कराने पर बल दिया। विचार-विमर्श के बाद सिविल सोसाइटी संगठनों ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि कंडोम, मौखिक गर्भ निरोधकों और अंतगर्भाशयी उपकरणों जैसे विकल्पों की जगह योजनाओं में नसबंदी एवं पारंपरिक महिला बांध्यकरण पर बल दिया जाता है। समूहों ने ‘उपयुक्त कार्यक्रमों’ की जरूरत पर बल दिया जिससे बड़ी आबादी की प्रजनन सम्बंधी जरूरतों को पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रमों की जरूरतों को देखते हुए सरकार, दानदाताओं और निजी क्षेत्र से अभूतपूर्व राजनीतिक प्रतिबद्धता और संसाधनों की जरूरत होगी। अगले महीने लंदन में होने वाले शिखर सम्मेलन में इन सलाहों से भारत को इस मुद्दे पर अपनी नीति तय करने में मदद मिलेगी। इन अनुशंसाओं में युवाओं को परिवार नियोजन सम्बंधी संसाधन उपलब्ध कराना, कई विकल्पों के साथ इनकी उपलब्धता बढ़ाना, परिवार नियोजन का एकीकरण, मातृ शिशु स्वास्थ्य (एमसीएच) एवं एचआईवी और लिंग एवं अधिकारों के परिपेक्ष्य से परिवार नियोजन शामिल हैं। फैमिली प्लानिंग एसोसिएशन आॅफ इंडिया के महासचिव विश्वनाथ कोलीवाड़ ने कहा कि इन सलाहों के माध्यम से हम अपनी आवाज को वैश्विक सम्मेलन तक पहुंचाना चाहते हैं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
Bookmarks |
Tags |
current affairs, current news, hindi news, indian news, latest news, local news, online news, taza khabar |
|
|