28-06-2012, 10:55 PM | #11111 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
मृत सागर (जॉर्डन)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का कहना है कि सीरिया में हो रहे संघर्ष पर सप्ताह के अंत में जिनेवा में होने जा रही अंतर्राष्ट्रीय बैठक में ईरान को भी बुलाया जाना चाहिए। बहरहाल, अमेरिका ने रूस के इस प्रस्ताव को तत्काल खारिज कर दिया। पुतिन ने मृत सागर के किनारे जॉर्डन के शाह अब्दुल्ला द्वितीय के साथ बातचीत के दौरान कहा कि सीरियाई संकट को लेकर विवाद सुलझाने के लिए बेहतर होगा कि ईरान को भी इसमें शामिल किया जाए। यदि ईरान को नजरअंदाज किया जाता है तो किसी भी हाल में यह मामले को और भी जटिल बना सकता है। जॉर्डन की अपनी एक दिवसीय यात्रा के दौरान पुतिन ने ईरान के सहयोग पर जोर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सीरिया के जितने ज्यादा पड़ोसी देश मामला सुलझाने में शामिल होंगे, यह प्रक्रिया उतनी ही अच्छी होगी। इसलिए बेहतर है कि इनके समर्थन को सुरक्षित कर लिया जाए। अमेरिका ने हालांकि सीरिया मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय बैठक में हिस्सा लेने के लिए उत्सुकता जताई है, लेकिन उसने रूस द्वारा ईरान के इस सम्मेलन में भाग लेने की बात को खारिज कर दिय। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने वाशिंगटन में कहा कि हम एक-दूसरे के करीब हैं, लेकिन हमने अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया है। रूस के विदेश मंत्री सर्जेई लावरोव ने इससे पहले कहा था कि जिनेवा में शनिवार को होने जा रही बैठक में ईरान को जरूर बुलाया जाना चाहिए।
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28-06-2012, 10:56 PM | #11112 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
पाकिस्तान में तालिबान विरोधी मिलीशिया के चार सदस्य मारे गए
इस्लामाबाद। पश्चिमोत्तर पाकिस्तान में उग्रवादियों ने एक तालिबान विरोधी मिलीशिया के प्रमुख और उसके तीन सहयोगियों को मार गिराया। कुछ ही दिन पहले मिलीशिया प्रमुख पेशावर के पास आत्मघाती हमले में बच गया था। पुलिस ने कहा कि मिलीशिया प्रमुख मोहम्मद फहीम खान और उसके सहयोगियों के शव बुधवार को पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के पेशावर शहर के बाहरी इलाके में मिले और उन्हें मारने की सही तारीख नहीं पता चली है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि चारों को अगवा किया गया और मार दिया गया। उनके शव एक कार में मिले हैं। खान दर्रा आदम खेल कबायली इलाके के पास बड़ाभेर में पाकिस्तानी तालिबान से संघर्ष के लिए एक मिलीशिया या ‘लश्कर’ की अगुवाई कर रहा था। वह तालिबान द्वारा किए गए आत्मघाती हमलों समेत कम से कम चार हमलों में बच चुका था। 12 जून को वह पेशावर के पास उसकी कार पर हुए आत्मघाती हमले में बाल-बाल बचा। इस हमले में दो पुलिसकर्मी मारे गए। खान और उसके सहयोगियों को मारने की जिम्मेदारी किसी संगठन ने नहीं ली है। पुलिस और खान के रिश्तेदारों ने तालिबान को घटना के लिए जिम्मेदार ठहराया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि खान और उसके सहयोगियों को कहीं और मारा गया तथा उनके शवों को एक वाहन में पेशावर लाया गया। टीवी पर जारी तस्वीरों में पुलिस को कार से शव निकालते दिखाया गया। खान के कुछ रिश्तेदार और मिलीशिया के सदस्य मौके पर पहुंचे और उन्होंने इंतकाम लेने की कसम खाई। इलाके के मेयर रह चुके खान ने पेशावर से 15 किलोमीटर दूर बाजिद खेल कस्बे में तालिबान से संघर्ष के लिए संगठन बनाया था। इलाके में तालिबान के हमलों में बढ़ोतरी के बाद मिलीशिया बनाया गया।
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28-06-2012, 10:57 PM | #11113 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
त्रिनिडाड का फैजाबाद बन सकता है भारत के फैजाबाद का जुड़वां
नई दिल्ली। भारत से हजारों किलोमीटर दूर सुदूर कैरिबियायी देश त्रिनिडाड व टोबेगो में भी एक फैजाबाद.बसा है। अब इस फैजाबाद को भारत के फैजाबाद (अयोध्या) के जुड़वां शहर का दर्जा दिए जाने का प्रस्ताव रखा गया है। त्रिनिडाड व टोबेगो के फैजाबाद को बसाया 1850 के बाद उत्तर भारत के बिहार तथा उत्तर प्रदेश से गए प्रवासी भारतीयों ने। गुजर-बसर के लिए उन्हें अपनी मिट्टी तो छोड़नी पड़ी, लेकिन नए अजनबी देश में उन्होंने सेंट पैट्रिक द्वीप में स्थित अपने ठिकाने का नाम फैजाबाद रखा, ताकि वतन की सौंधी मिट्टी की खुशबू को वे परदेश में अपनी सांसों में हमेशा बसाकर रख सकें। भारत में त्रिनिडाड व टोबेगो के उच्चायुक्त चंद्रदत्त सिंह स्वयं त्रिनिडाड व टोबेगो के इसी फैजाबाद के रहने वाले हैं। सिंह ने बताया कि उनके जन्म प्रमाण पत्र पर भी फैजाबाद लिखा हुआ है। सिंह ने बताया कि उनके पुरखे अयोध्या फैजाबाद के रहने वाले थे। यही वजह थी कि उनके पुरखे तथा भारत से आए उन जैसे लोगों ने वहां अपना फैजाबाद बसा लिया। सिंह को भी फैजाबाद में अपने वंश वृक्ष के अपने सगे संबंधियों की तलाश है। उन्होंने बताया जल्द ही वे फैजाबाद जाएंगे। उनके पास अपने पुरखों के नाम पतों के बारे में प्रामाणिक दस्तावेज हैं। वह चाहते हैं कि अपने वंश वृक्ष की पूरी छानबीन कर वह तथ्यों का पता लगाएं। सिंह ने कहा कि इन दोनों फैजाबाद को जुड़वां शहर के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। सिंह के पुरखे अयोध्या से त्रिनिडाड व टोबेगो गए जहाज फतह अल रजाक पर पहले भारतीयों के जत्थे में शामिल थे। 30 मई 1945 को यह जहाज इन भारतीयों को लेकर त्रिनिडाड पहुंचा। डरते सहमते एक अजनबी देश के बंदरगाह पर उतरे इन भारतीयों ने वहां अपनी मेहनत के बूते एक सुनहरी इबारत लिखी। आज त्रिनिडाड में भारतीय मूल के लोगों की संख्या 42 प्रतिशत है। सिंह ने बताया कि उनकी मां बिहार की है, लेकिन उनके पुरखों के गांव का नाम पता उनकी मां को मालूम नहीं चल पाया है। गौरतलब है कि त्रिनिडाड की पहली महिला प्रधानमंत्री कमला प्रसाद बिसेसर भी भारतीय मूल की हैं तथा भारत को उन्होंने दादी मां का दर्जा दिया है। उन्होंने भी पिछले दिनों काफी शोध के बाद अपने पुरखों के गांव तथा अपने वंश वृक्ष को खोज निकाला। उनके पुरखे बिहार में बक्सर के भेलपुर गांव के थे, जो रोजी रोटी की तलाश में 18 जुलाई 1889 को त्रिनिडाड के लिए रवाना हुए और आज उस कुल की बेटी त्रिनिडाड की ताकतवर प्रधानमंत्री है। सिंह ने भारत व त्रिनिडाड की सांस्कृतिक विरासत को महान बताते हुए कहा कि हरियाणा सरकार के सूरजकुंड मेले के साथ भी त्रिनिडाड को सहयोगी देश बनने के बारे में विचार हो रहा है। इस बारे में दोनों के बीच उच्चस्तरीय विचार-विमर्श चल रहा है। उन्होंने कहा सांस्कृतिक क्षेत्र के साथ-साथ दोनों देशों के बीच अन्य क्षेत्रों विशेष तौर पर आर्थिक सम्बंधों के प्रगाढ़ होने की काफी संभावनाएं हैं।
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28-06-2012, 10:58 PM | #11114 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
हथियार बरामदगी मामले में हमजा के खिलाफ वारंट जारी
मुंबई। विशेष मकोका अदालत ने वर्ष 2006 में औरंगाबाद में पकड़े गए हथियारों के मामले में लश्क-ए-तैयबा के संदिग्ध आतंकवादी सैयद जबीउद्दीन उर्फ अबू हमजा के खिलाफ पेशी वारंट जारी किया है। विशेष महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण कानून अदालत ने महाराष्ट्र एटीएस की एक याचिका पर कल यह पेशी वारंट जारी किया। एटीएस हथियार बरामदी मामले में उसकी पेशी चाहती है। यह वारंट लेकर एटीएस अब दिल्ली की एक अदालत जाएगी, ताकि हमजा की हिरासत प्राप्त की जा सके। हथियार पकड़े जाने के इस मामले में महाराष्ट्र एटीएस ने आठ मई, 2006 को चंदवाड-मनमाड राजमार्ग पर एक टाटा सूमो और एक इंडिका कार का पीछा किया था। एटीएस ने तीन संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया था और इन गाड़ियों से 30 किलोग्राम आरडीएक्स, 10 एके-47 राइफल और 3200 गोलियां बरामद हुई थी। एटीएस के मुताबिक इंडिका कार कथित रूप से हमजा चला रहा था और उसे पीछा करने के दौरान नहीं पकड़ा जा सका था। बाद में इंडिका कार को औरंगाबाद में बरामद किया था और उससे हथियारों का जखीरा बरामद किया गया था।
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28-06-2012, 10:58 PM | #11115 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
पाक के साथ मुद्दों को निपटाने में बहुत धैर्य की जरूरत : कृष्णा
नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच विदेश सचिव स्तर की बातचीत से पहले भारत ने कहा है कि पाकिस्तान के साथ मुद्दों को निपटाने में बहुत धैर्य और दृढ़ता की जरूरत है। विदेश मंत्री एस. एम. कृष्णा ने कहा कि पाकिस्तान के साथ रिश्तों में सुधार के लिए भारत उत्सुक है और दूसरी ओर से भी गंभीर प्रयास होने चाहिए ,जिसका आतंकवाद से निपटने में रवैया ‘सामने वाले को देखकर फैसला करने वाला’ (सलेक्टिव) रहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में कई ऐसे तत्व हैं जो अल्पकालिक और दीर्घकालिक उद्देश्यों की प्राप्ति के साधन के तौर पर आतंकवाद का इस्तेमाल करते हैं और इस बारे में किसी नतीजे पर पहुंचना जल्दबाजी होगी कि विश्वास में कमी घटी है या नहीं, जिस पर कि लगातार निगरानी की जरूरत है। पाकिस्तान के साथ मुद्दों को निपटाते समय हमें सतर्क रहना होगा। हमें बहुत धैर्य तथा दृढ़ता दिखानी होगी। यहां चार और पांच जुलाई को विदेश सचिवों के बीच होने वाली बातचीत का जिक्र करते हुए कृष्णा ने स्पष्ट किया कि बैठक में आतंकवाद के मुद्दे पर ध्यान दिया जाएगा। जब भी द्विपक्षीय बैठक होती है हमने हमेशा आतंकवाद और आतंक से जुड़े मुद्दों पर ध्यान दिया है। हम पाकिस्तान पर आतंकवाद के खिलाफ जंग में खुलकर सामने आने के लिए जोर दे रहे हैं।
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28-06-2012, 10:59 PM | #11116 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
सरबजीत को मैं खुद भारत लेकर आने वाला था : अवैस शेख
जालंधर। पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत की रिहाई पर मंगलवार शाम से शुरू हुए नाटकीय घटनाक्रम के बीच सरबजीत के वकील अवैस शेख का कहना है कि सरबजीत की रिहाई तय थी और वह खुद उन्हें लेकर भारत आने वाले थे। शेख ने फेसबुक के जरिए कहा था कि सरबजीत की रिहाई पक्की है। तारीख अभी तय नहीं हुई है, लेकिन अगले तीन-चार दिन में सरबजीत को लेकर मैं खुद भारत आ रहा हूं। उन्होंने कहा कि मैं इससे काफी उत्साहित हूं और सरबजीत से जुड़े इस पूरे घटनाक्रम पर किताब लिखूंगा। सरबजीत मामले में ताजा घटनाक्रम के बाद शेख ने बुधवार सुबह लिखा कि ‘पाकिस्तान ने इस मामले में नाटकीय मोड़ लिया है, अब सरबजीत सिंह नहीं, सुरजीत सिंह रिहा किए जा रहे हैं। इस यू टर्न से पाकिस्तान का नाम बदनाम होगा। यह पाकिस्तान का गैर जिम्मेदाराना रवैया है, जो सरबजीत सिंह के परिवार, भारतीय जनमानस की भावना और दुनिया भर के लोगों के साथ क्रूर मजाक है। इससे गलत संदेश गया है और इससे दुनिया भर में पाकिस्तान का नाम खराब होगा।
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28-06-2012, 10:59 PM | #11117 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
भारत ने फिर किया सरबजीत को रिहा करने का अनुरोध
नई दिल्ली। पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय कैदी सरबजीत को छोड़ने का भारत ने एक बार फिर अनुरोध किया है। विदेश मंत्री एस. एस. कृष्णा ने कहा कि मैंने पाकिस्तान की जेल से सुरजीत सिंह की जल्दी ही रिहाई की खबरें देखी हैं। मैं फैसले का स्वागत करता हूं और सरबजीत सिंह को रिहा करने के लिए पाकिस्तान के राष्ट्रपति से नए सिरे से अनुरोध करता हूं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने कई मौकों पर बार-बार पाकिस्तान से सरबजीत के मामले में सहानुभूतिपूर्ण और मानवीय रुख अख्तियार करने को कहा है। मैं पाकिस्तान की सरकार से उन सभी भारतीय नागरिकों को भी रिहा करने की अपील करता हूं, जिन्होंने अपनी कैद की सजा पूरी कर ली है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी चैनलों ने मंगलवार को काफी देर तक सरबजीत की रिहाई से जुड़ी खबरें चलाई थीं, लेकिन बाद में आधी रात को पाक ने अचानक राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने कहा कि इस तरह के किसी फैसले से राष्ट्रपति का कोई सम्बंध नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि कुछ भ्रम है। पहली बात यह है कि यह माफी देने का मामला नहीं है। सबसे अहम बात यह कि यह व्यक्ति सरबजीत सिंह नहीं, बल्कि सुरजीत सिंह बल्दियत सुचा सिंह है। उसकी सजा को 1989 में तत्कालीन प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो की सलाह पर राष्ट्रपति गुलाम इसहाक खान ने तब्दील किया था। सुरजीत सिंह फिलहाल लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद है। वह बीते 30 साल से पाकिस्तान में कैद है। सरबजीत (49) भी लाहौर स्थित कोट लखपत जेल में बंद है। उसे 1990 में पंजाब प्रांत में विस्फोट करने में शामिल रहने के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी और वह बीते दो दशक से पाकिस्तान की जेल में बंद है।
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28-06-2012, 11:00 PM | #11118 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
जारी रखेंगे रिहाई के लिए प्रयास
अमृतसर। पाकिस्तान द्वारा सरबजीत सिंह की रिहाई के ऐलान और फिर इससे मुकर जाने को ‘क्रूर मजाक’ बताते हुए सरबजीत के परिवार ने कहा है कि वह उनकी रिहाई के प्रयास जारी रखेंगे। सरबजीत सिंह के पंजाब के भिखीविंड गांव में कल रात खुशी का माहौल था, जब पाकिस्तान सरकार ने सरबजीत की जल्द रिहाई का ऐलान किया, लेकिन कुछ ही घंटे बाद सरबजीत सिंह का पूरा परिवार यह जानकर सकते में आ गया कि पाकिस्तान ने सरबजीत सिंह की बजाय सुरजीत सिंह को छोड़ने का फैसला किया है। कल देर रात जहां खुशियों का माहौल था, आज सुबह वहां फिर सन्नाटा पसर गया। आंखों में आंसू लिए सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा कि हमारे लिए यह विश्वास करना मुश्किल है कि सरबजीत सिंह को रिहा नहीं किया जा रहा, यह परिवार के लिए एक क्रूर मजाक है, जिनकी भावनाएं बुरी तरह आह्त हुई हैं। हालांकि दलबीर ने कहा कि वह अपना संघर्ष जारी रखेंगी। उन्होंने कहा कि वह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांगे्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी से मिलेंगी और पाकिस्तान सरकार के साथ इस मसले पर बात करने को कहेंगी। सरबजीत सिंह की पत्नी सुखप्रीत कौर ने कहा कि मेरे पति को छोड़ दिया जाना चाहिए, क्योंकि उनका परिवार बहुत दुख झेल चुका है और अब उसमें और दुख झेलने की ताकत नहीं बची। सरबजीत सिंह की पुत्री पूनम ने कहा कि अगर पाकिस्तान ने गलती से यह ऐलान कर दिया था कि वह उनके पिता को छोड़ रही है तो अब उसे एक और गलती करनी चाहिए और उसके पिता की रिहाई का ऐलान कर देना चाहिए। इस बीच जालंधर में सरबजीत सिंह की दूसरी बेटी स्वपनदीप ने कहा कि पाक सरकार का यह निर्णय हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाला है। एक बार हमें खुशियां देकर उन्होंने हमसे यह छीन लिया है। उन्होंने कहा ऐसा लगता है कि पाकिस्तान सरकार ने किसी दबाव में अपना फैसला बदला है।
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28-06-2012, 11:01 PM | #11119 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
राष्ट्रपति पद के अजीबो-गरीब उम्मीदवार
अब तक 30 से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अब तक 30 से अधिक उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इनमें कुछ अजीबो-गरीब उम्मीदवार भी हैं। कोई आटो चालक है तो कोई बाबा किस्म के हैं। राजधानी के 70 वर्षीय व्यापारी गिनीज रिशी ने बुधवार को नामांकन पत्र दाखिल किया, जिनके नाम 22 गिनीज बुक आफ वर्ल्ड रिकार्ड में है। उनका मूल नाम हर प्रकाश रिशी है, जिन्होंने गिनीज बुक से अनुमति लेकर अपना नाम गिनीज रिशी रख लिया है। वह अपना लिंग परिवर्तन कराकर अन्ना हजारे से शादी भी करना चाहते हैं। रिशी ने 15 जुलाई 2009 से अपने शरीर पर टैंटू गोदवाना शुरू किया है और अब तक पूरे शरीर पर 185 देशों के मानचित्र तथा 366 झंडे का टैंटू भी गुदवाया है, जो एक विश्व रिकार्ड है। उन्होंने अपने माथे पर तिरंगा का टैटू गुदवाया है। इसके अलावा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और गिनीज बुक आफ रिकार्ड के अध्यक्ष जिम पैटीसन की तस्वीर भी गुदवा रखी है। उन्होंने अपने शरीर पर अंग्रेजी, हिंदी, जर्मन, रूसी, ग्रीक, हिबू तथा इटालियन भाषा में 3985 अक्षर भी गुदवा रखे हैं। रिशी का कहना है कि वह विदेशों से कालाधन, लाने भ्रष्टाचार मिटाने के लिए राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ना चाहते हैं। उनका कहना है कि वह जानते हैं कि उनका नामांकन पत्र 2 जुलाई को रद्द हो जाएगा, पर वह अपनी बात मीडिया के जरिए पहुंचाने के लिए यह चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह अभी हाल ही में वैष्णों देवी की यात्रा कर लौटे हैं, जहां वह उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रणव मुखर्जी और राहुल गांधी के नाम 999-999 रुपए का दान देकर भी आए हैं। रिशी की एक ही तमन्ना है कि राहुल गांधी किसी तरह देश के प्रधानमंत्री बनें। रिशी ने अपने तमाम गिनीज बुक रिकार्ड की एक सीडी भी बनवा रखी है और उनसे मिलने वाले व्यक्ति को अपनी सीडी का उपहार जरूर देते हैं।
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28-06-2012, 11:02 PM | #11120 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
बच्चों के एचआईवी संक्रमित होने के मामले में सीबीआई जांच का आदेश
अहमदाबाद। जूनागढ़ के सरकारी अस्पताल में पिछले साल कथित तौर पर खून चढ़ाने के दौरान थैलेसेमिया के 23 बच्चों को एचआईवी का संक्रमण होने के मामले में गुजरात उच्च न्यायालय ने बुधवार को सीबीआई जांच का आदेश दिया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश भास्कर भट्टाचार्य और न्यायमूर्ति जे.बी. परदीवाला ने एक वकील की जनहित याचिका पर जांच का आदेश दिया। याचिका में मामले में सीबीआई से जांच कराने का अनुरोध किया था। अदालत ने सीबीआई को एक महीने के भीतर स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। इस मामले में सीबीआई की प्रगति रिपोर्ट मिलमने के बाद ही अगली सुनवाई होगी। जूनागढ़ के सिविल अस्पताल में पिछले साल थैलेसेमिया से पीड़ित 23 बच्चे खून चढ़ाए जाने के बाद एचआईवी संक्रमण का शिकार पाए गए थे। बच्चों के अभिभावकों का आरोप है कि इस आपराधिक लापरवाही के लिए अस्पताल के डॉक्टर और सिविल अस्पताल से संबद्ध सर्वोदय ब्लड बैंक के अधिकारी जिम्मेदार हैं। एचआईवी संक्रमण का शिकार हुए 23 बच्चों में से दो की मौत हो गई। स्थानीय पुलिस द्वारा इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करने से इन्कार करने पर बच्चों के माता-पिता ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उच्च न्यायालय ने उनकी याचिका पर मामले में प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया और कहा कि मामले की भारतीय पुलिस सेवा के किसी अधिकारी से जांच कराने का आदेश दिया था। इस बीच, उच्च न्यायालय के वकील गिरीश दास ने भी सारे मामले में सीबीआई जांच की मांग करते हुए जनहित याचिका दाखिल की।
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