05-11-2016, 02:27 AM | #1161 |
Junior Member
Join Date: Nov 2016
Posts: 3
Rep Power: 0 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
बड़ी आरज़ू थी मुलाकात की। (डा. बशीर बद्र) |
05-11-2016, 02:27 AM | #1162 |
Junior Member
Join Date: Nov 2016
Posts: 3
Rep Power: 0 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
|
05-11-2016, 07:48 PM | #1163 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
कबीरा खड़ा बजार में, लिये लुकाठी हाथ जो सर दे वे आपना, चले हमारे साथ
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
17-07-2017, 08:34 AM | #1164 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
हम अपनी कब्र-ए-मुक़र्रर में जा के लेट गये - मुनव्वर राणा
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
03-12-2018, 09:48 AM | #1165 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
ये मिट्टी का बदन भी तो यहीं पर छोड़ जाना है (स्वरचित)
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
05-12-2018, 12:23 PM | #1166 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
ऐसे हम तुझमें हुए गुम, कि ज़माने से गए (अज्ञात)
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
Bookmarks |
Tags |
अन्ताक्षरी, कविता, गजल, गीत, शायरी, शेर, antakshari |
|
|