My Hindi Forum

Go Back   My Hindi Forum > Hindi Forum > Blogs
Home Rules Facebook Register FAQ Community

Reply
 
Thread Tools Display Modes
Old 26-01-2015, 06:21 PM   #111
Rajat Vynar
Diligent Member
 
Rajat Vynar's Avatar
 
Join Date: Sep 2014
Posts: 1,056
Rep Power: 30
Rajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant future
Talking Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

Quote:
Originally Posted by Pavitra View Post
आज हम कितने भयभीत हो चुके हैं , इतने भयभीत कि किसी का छोटा सा सन्देश भी हमें मजबूर कर देता है ऐसे काम करने के लिये जिसके बारे में हमें अच्छे से पता है कि ये मूर्खतापूर्ण है। ऐसा हो ही नहीं सकता फिर भी भय इतना होता है मन में कि हम अपने विवेक को उपेक्षित कर देते हैं ।

से सन्देशों से डरता कौन है, पवित्रा जी? मैं तो विस्मित रह जाता हूँ ऐसे सन्देश पढ़कर और सोचने लगता हूँ इस पर कविता लिखूँ, लघुकथा लिखूँ या बच्चों की कहानी? या फिर पुरानी लिखी बच्चों की कहानी में संशोधन कर दूँ। लेकिन लेखनकला की कसौटी पर कसने से पता चलता है कि ऐसे संदेश कोशिश करने पर भी कहीं फिट नहीं होते।
__________________
WRITERS are UNACKNOWLEDGED LEGISLATORS of the SOCIETY!
First information: https://twitter.com/rajatvynar
https://rajatvynar.wordpress.com/
Rajat Vynar is offline   Reply With Quote
Old 29-01-2015, 12:32 PM   #112
Rajat Vynar
Diligent Member
 
Rajat Vynar's Avatar
 
Join Date: Sep 2014
Posts: 1,056
Rep Power: 30
Rajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant future
Talking Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

Quote:
Originally Posted by pavitra View Post
first deserve then desire

इन्सान की अनन्त इच्छाएँ होती हैं । हर इन्सान जीवन में सब कुछ पा लेना चाहता है , बहुत अमीर होना चाहता है , असल में सबसे अमीर होना चाहता है.
हमारी इच्छा तो बहुत छोटी सी है, पवित्रा जी. बस यही देश के किसी चौराहे पर अपना स्टैचू खड़ा हो!
__________________
WRITERS are UNACKNOWLEDGED LEGISLATORS of the SOCIETY!
First information: https://twitter.com/rajatvynar
https://rajatvynar.wordpress.com/
Rajat Vynar is offline   Reply With Quote
Old 30-01-2015, 03:08 PM   #113
Pavitra
Moderator
 
Pavitra's Avatar
 
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 32
Pavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond repute
Default Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

Quote:
Originally Posted by rajat vynar View Post
हमारी इच्छा तो बहुत छोटी सी है, पवित्रा जी. बस यही देश के किसी चौराहे पर अपना स्टैचू खड़ा हो!
आपकी इच्छा अवश्य पूरी हो .......तथास्तु ।
__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice
Pavitra is offline   Reply With Quote
Old 04-02-2015, 01:46 AM   #114
Pavitra
Moderator
 
Pavitra's Avatar
 
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 32
Pavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond repute
Default Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

एक दिन मैंने जलते हुए "दीये" को देखा तो मन में विचार आया कि ये दीया कितना उदार है खुद जल कर दूसरों को रौशनी दे रहा है । फिर अचानक मेरा ध्यान गया और पाया कि कितनी गलत हूँ मैं , मैं जिस दीये की प्रशँसा कर रही हूँ वास्तव में वो सही हकदार नहीं है इस प्रशँसा का , क्योंकि असल में दीया तो जलता ही नहीं है । जलती तो "बाती" है । और इस छोटे से अवलोकन से मुझे अहसास हुआ कि कितनी निस्स्वार्थ है ये बाती जो खुद जल रही है किसी और के लिये । आज हम सभी नाम , शोहरत पाना चाहते हैं....प्रेम की बडी बडी बातें करते हैं पर क्या हम प्रेम में ये कर सकते हैं जो बाती करती है अपने दीये के लिये.... ये बाती , ये खुद जल रही है और नाम किसका हो रहा है - नाम हो रहा है "दीये" का......कोई नहीं कहता कि बाती जल रही है , कोई बाती के त्याग को नहीं तवज्जो देता , सब कहते हैं कि दीया जल रहा है , पर फिर भी बाती बिना किसी नाम की इच्छा के , बिना किसी पहचान की इच्छा के अपनी जिन्दगी तक त्याग देती है ।

यही है प्रेम .....वास्तविक प्रेम .....जहाँ हम बिना कुछ प्राप्ति की इच्छा के, अपने प्रिय के लिये अपना सब कुछ त्यागने की हिम्मत रखते हैं। बाती अपने दीये के लिये अपना जीवन त्यागती है , अपना अहं(नाम) त्यागती है , अपनी पहचान त्यागती है , खुद अपना अस्तित्व खो कर उस दीये का मान बढाती है । बिना बाती के दीये का कोइ मोल नहीं होता , उसका कोइ महत्व ही नहीं है बाती के बिना । और इसके बदले बाती कुछ भी नहीं चहती , अपने इस छोटे से जीवन काल में बाती सिर्फ दीये के लिये जीती है और उसी के आगोश में मरती है ।
__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice

Last edited by Pavitra; 04-02-2015 at 01:49 AM.
Pavitra is offline   Reply With Quote
Old 04-02-2015, 10:23 AM   #115
rajnish manga
Super Moderator
 
rajnish manga's Avatar
 
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242
rajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond reputerajnish manga has a reputation beyond repute
Default Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

मिटटी, बर्तन या बोतल में रखे हुए तेल अथवा रुई की बटी हुयी बाती का इतिहास व संस्कृति कुछ और होती है एवम् एक दूसरे को आत्मसात करने के बाद उनकी संस्कृति कुछ और मुखर हो जाती है. दिये का ज़िक्र करते ही हमारे मन में जो तस्वीर उभर कर आती है वह तेल तथा बाती से युक्त होती है. दिवाली पर हम बाजार से दिये ले कर आते हैं उनका तब तक कोई मूल्य नहीं होता जब तक नेह और बाती उसमे न डाले जायें और उसे प्रज्ज्वलित न किया जाये. प्रकाशित होना व प्रकाश देना ही दिये की संस्कृति है, उद्देश्य है. दिये और तेल के बिना मिटटी का दिया ठूंठ के समान है जिसकी कोई कीमत नहीं. अतः यह कहना उपयुक्त नहीं है की नाम दिये का होता है और जलना बाती को पड़ता है जिसका कोई नाम भी नहीं लेता. दिया है तो बाती है, बाती है तो दिया है.

यही मनुष्य के शरीर के साथ होता है. पंचतत्व के साथ आत्मा का मिलन होने पर शरीर काम करता है जिसे हम अलग अलग नाम दे देते हैं. शरीर स्वयं में कुछ नहीं हैं. स्थूल शरीर तो एक माध्यम भर है मिटटी के एक दिए की तरह.
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद)
(Let noble thoughts come to us from every side)
rajnish manga is offline   Reply With Quote
Old 04-02-2015, 12:24 PM   #116
Rajat Vynar
Diligent Member
 
Rajat Vynar's Avatar
 
Join Date: Sep 2014
Posts: 1,056
Rep Power: 30
Rajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant futureRajat Vynar has a brilliant future
Talking Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

Quote:
Originally Posted by pavitra View Post
आपकी इच्छा अवश्य पूरी हो .......तथास्तु ।
ब आप कह रही हैं तो सच ही होगा.
__________________
WRITERS are UNACKNOWLEDGED LEGISLATORS of the SOCIETY!
First information: https://twitter.com/rajatvynar
https://rajatvynar.wordpress.com/
Rajat Vynar is offline   Reply With Quote
Old 04-02-2015, 03:18 PM   #117
Pavitra
Moderator
 
Pavitra's Avatar
 
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 32
Pavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond repute
Default Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

खुद को कर बुलन्द

जिन्दगी में परेशानियाँ बता कर नहीं आती। कब जाने क्या होने वाला हो हमारे साथ , कोई नहीं जानता । ये हमारे ऊपर निर्भर करता है कि हम उन परेशानियों को अपने ऊपर हावी होने दें या खुद परेशानियों पर काबू पा लें ।

दुनिया में दो तरह के लोग होते हैं एक वो जो परेशानी आने पर शिकायत करते हैं, कमजोर हो जाते हैं और दूसरे वो जो परेशानी आने पर भी अपने हौसले से उन पर विजय पा लेते हैं । ऐसी ही एक कहानी बिल्कुल एक आम इन्सान की , जिसकी सोच और हौसला उसे खास बना देता है -


__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice
Pavitra is offline   Reply With Quote
Old 04-02-2015, 05:53 PM   #118
soni pushpa
Diligent Member
 
Join Date: May 2014
Location: east africa
Posts: 1,288
Rep Power: 66
soni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond reputesoni pushpa has a reputation beyond repute
Default Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

दिए और बाती को लेकर आपने बहुत अच्छी चर्चा यहाँ रखी है धन्यवाद .... सही है की बाती बिन दिया नही जल सकता पर बाती भी बिना दिए के नही जल सकती याने दोनों एकदूजे के पूरक है एक नही तो दूजा अधुरा है जैसे मानव जीवन है हर जगह हम देख सकते हैं प्रेम और पैसा , , दिया और बाटी अँधेरा, उजाला याने की इन सब चीजो की अ पनी अपनी जगह अलग ही महत्ता है...

प्रेम है पैसा नही तो भी जिन्दा रहेगा keise इंसान /. दिन रात उजाला रहा सूर्य चमकते रहा तो लोग आराम कुब करेंगे और लगातार रात रही तो मानव सूर्य की रौशनी के बिना keise जियेगा बस यही है दिए और बाती का राजकी दोनों एकदूजे के लिए बने है
soni pushpa is offline   Reply With Quote
Old 04-02-2015, 10:13 PM   #119
Pavitra
Moderator
 
Pavitra's Avatar
 
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 32
Pavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond repute
Default Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

Quote:
Originally Posted by soni pushpa View Post
दिए और बाती को लेकर आपने बहुत अच्छी चर्चा यहाँ रखी है धन्यवाद ....

बस यही है दिए और बाती का राजकी दोनों एकदूजे के लिए बने है
बहुत बहुत शुक्रिया सोनी पुष्पा जी यहाँ विचार रखने के लिये.......
__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice
Pavitra is offline   Reply With Quote
Old 20-02-2015, 03:48 PM   #120
Pavitra
Moderator
 
Pavitra's Avatar
 
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 32
Pavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond reputePavitra has a reputation beyond repute
Default Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है

हम अक्सर दुनिया को दो भागों में बाँट देते हैं - अच्छी और बुरी ।
पर क्या वास्तव में ये उचित है? शायद नहीं ।
आपको बहुत से ऐसे लोग मिल जायेंगे जो किसी से भी मिलते ही उसके प्रति धारणा बना लेते हैं - यह व्यक्ति अच्छा है या यह व्यक्ति बुरा है । लोगों की इस आदत को उचित नहीं कहा जा सकता , क्योंकि अच्छे से अच्छे व्यक्ति में भी कुछ ना कुछ बुराई तो अवश्य ही होती है । और बुरे से बुरे व्यक्ति में भी कुछ अच्छाई जरूर मिल जायेगी । जो व्यक्ति आपके साथ अच्छा है जरूरी नहीं कि वो सभी के साथ अच्छा हो , और जिसने आपके साथ बुरा व्यवहार किया वो व्यक्ति सभी के लिये बुरा है ऐसा भी नहीं होता ।

पर हमारी आदत बन चुकी है कि हम, लोगों को दो shades में बाँट देते हैं - Black and white .....पर असल में पूरी दुनिया Grey color के लोगों से भरी हुई है.....जैसे Grey color के विभिन्न shades होते हैं , उसी तरह यहाँ लोगों के भी विभिन्न shades होते हैं | जिसके व्यक्तित्व में white color यानि अच्छाई ज्यादा और Black color यानि बुराई कम होती है वो Light grey color ......और जिसमें black color ज्यादा और white color कम होता है वो Dark Grey color का व्यक्ति होता है ।





इसलिये लोगों को black या white की श्रेणी में ना रखते हुए , समझें कि कोई भी व्यक्ति सिर्फ अच्छा या सिर्फ बुरा नहीं हो सकता । हर व्यक्ति में दोनों तरह के गुण होते हैं , हाँ मात्रा में अन्तर जरूर होता है -किसी में ज्यादा अच्छाई और कम बुराई होगी तो किसी में कम अच्छाई और ज्यादा बुराई । पर हर व्यक्ति में दोनों तरह के रंग होते हैं ।

दूसरों में सदा गुण देखें क्योंकि दूसरों के जिस गुण पर आप ध्यान देते हैं , वो धीरे-धीरे आप में आने लगता है।
__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice
Pavitra is offline   Reply With Quote
Reply

Bookmarks

Tags
happiness, life, motivation


Posting Rules
You may not post new threads
You may not post replies
You may not post attachments
You may not edit your posts

BB code is On
Smilies are On
[IMG] code is On
HTML code is Off



All times are GMT +5. The time now is 06:41 AM.


Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.