28-06-2014, 10:23 AM | #111 |
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Re: शायरी में मुहावरे
भावार्थ: आराम और सुख की नींद सोना उदाहरण: फिर जुलेखा न ... नींद भर सोई जब से युसूफ को ख्व़ाब में देखा (शायर: ख्वाजा मोहम्मद खां ‘ताहिर’)
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
04-07-2014, 08:13 AM | #112 |
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Re: शायरी में मुहावरे
मुहावरा > नज़रों से गिरा देना
भावार्थ: बेइज्ज़त करना उदाहरण: ज्यों अश्क़ तू नज़रों से क्योंकर न गिरा देवे आँखों में तेरी प्यारे ... हर वक़्त खटकता हूँ (शायर: कोशकार स्वयं)
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04-07-2014, 08:15 AM | #113 |
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Re: शायरी में मुहावरे
मुहावरा > वह आँखें न रहनी
भावार्थ: व्यवहार में बदलाव आ जाना उदाहरण: अब कुछ हमारे हाल पे तुमको नज़र नहीं यानी तुम्हारी हम से ..वो आँखें नहीं रहीं (शायर: अज्ञात)
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14-07-2014, 11:13 AM | #114 |
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Re: शायरी में मुहावरे
मुहावरा > हवा लगना
भावार्थ: स्वभाव में परिवर्तन आ जाना उदाहरण: फिरती है तेरे साथ नसीमो - सबा लगी तुझ को भी बाग़े-दह्र की गुलरु हवा लगी शब्दार्थ: नसीमो – सबा = शीतल पवन / बाग़े-दह्र = संसार रूपी उपवन / गुलरू = फूलों जैसे चेहरे वाला अर्थात प्रेमी या प्रेमिका (शायर: हिदायत)
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14-07-2014, 11:16 AM | #115 |
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Re: शायरी में मुहावरे
मुहावरा > हवा फिरनी
भावार्थ: समय बदल जाना (अच्छे से बुरा या बुरे से अच्छा वक़्त आना) उदाहरण: 1. आने की उसके लेके खबर अब सबा फिरी खुश हो दिला कि आज हमारी हवा फिरी (शायर: कोशकार स्वयं) 2. शब मेहरबानी थी वो कुछ, अब सुब्ह से यह जोर है कल की हवा कुछ और थी, और आज की कुछ और है (शायर: जाफ़र अली हसरत)
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14-07-2014, 01:01 PM | #116 |
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Re: शायरी में मुहावरे
इन सभी शायरो को मुहावरों की कितनी समज थी की इतने सुंदर ढंग से मुहावरों को अपनी शायरियों में पिरोकर यह अनमोल माला तयार की इनकी तारीफ के लिए सभी अल्फाज बौने लगते हें.........
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14-07-2014, 04:45 PM | #117 |
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Re: शायरी में मुहावरे
बहूत अच्छी जानकारी और साथ में शायरी अंदाज ,वाह क्या बात है
एक पन्थ दो काज
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17-07-2014, 12:18 AM | #118 | ||
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Re: शायरी में मुहावरे
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22-07-2014, 12:26 AM | #119 |
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Re: शायरी में मुहावरे
मुहावरा > हाथ पत्थर तले दबना
भावार्थ: ऐसा स्वार्थ जो किसी आदेश के पालन करने पर विवश कर दे. उदाहरण: दिल को तुझसे संगदिल ले लूँ तो दिखलाऊं मज़ा दब रहा है हाथ अभी ...... मेरा ये पत्थर के तले (शायर: कोशकार स्वयं)
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22-07-2014, 12:28 AM | #120 |
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Re: शायरी में मुहावरे
मुहावरा > यारी कुट करना
भावार्थ: दोस्ती तोड़ देना (छोटे बच्चों की बोलचाल में प्रयोग) उदाहरण: ली चुपके से जबकि मैंने उसके चुटकी बोला कि पड़े जान पे तेरी पुटकी फिर दांत तले खुटक के नाखून, ये कहा चल आज से मैंने तुझसे....यारी कुट की (शायर: मीर सोज़)
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