15-03-2015, 11:47 PM | #131 |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 241 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
>>>> पवित्रा जी: ....... जब तक हमारी आत्मा सुकून में नहीं होगी तब तक हमें सुख मिल ही नहीं सकता। मैं नहीं कहती कि आप अपने शरीर के लिये कार्य करना बन्द कर दें , जरूर करें पर अपनी आत्मा की अनदेखी ना करें । क्योंकि आपकी आत्मा आपके व्यक्तित्व का सबसे मूल्यवान हिस्सा है , और इसलिये इसका सुकून में रहना बहुत जरूरी है। हर रोज कुछ समय जरूर निकालें ऐसे कार्यों के लिये जिन्हें करने में आपकी आत्मा को खुशी और सन्तुष्टि मिलती हो। हो सकता है आपका पेशा कुछ और हो और आप खुद को किसी और काम को करते वक्त खुश पाते हों । तो तलाश करें कि ऐसे कौन से कार्य हैं जो आपको खुशी देते हैं और उन कार्यों के लिये वक्त जरूर निकालें । रजत जी: मेरी दिव्यदृष्टि में तो "soul" की जगह कुत्ता दिखाई दे रहा है! कहीं आप एक कुत्ता पालने की बात तो नहीं कर रहीं? पवित्रा जी: "जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि".....अब समझदार को इशारा काफी ....आशा है आप समझदार होंगे...... >>>> रजत जी को मैं परामर्श देना चाहता हूँ की यदि उनके पास चर्चित विषय पर कोई स्तरीय सामग्री उपलब्ध नहीं है तो चर्चा को चुटकुलों में या लतीफेबाजी में भटकाने का प्रयास न करें. बेहतर होगा की वे इनसे परहेज़ रखें. लतीफ़ों को वह हास्य की किसी अन्य रचना में प्रयोग करें. दूसरी और सबसे महत्वपूर्ण बात की ओर आप सब लोगों का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूँ, वह यह कि सम्मानित महिला सदस्यों के साथ चर्चा करते समय शालीनता बनाये रखी जाये. उनके प्रति किसी प्रकार की अभद्रता को स्वीकार नहीं किया जाएगा. यह सभी सदस्यों का कर्तव्य है कि वे अन्य सदस्यों और विशेष रूप से महिला सदस्यों से मर्यादित व्यवहार करें. धन्यवाद.
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
15-03-2015, 11:53 PM | #132 | |
Moderator
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 31 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
Quote:
आपका बहुत बहुत धन्यवाद रजनीश जी .....मैं भी इन्तजार में ही थी कि किसी और की तरफ से भी कुछ पहल हो , अन्यथा मुझे भी फिर समान स्तर पर उतर कर जवाब देना होता ..... मेरी कही बात के लिये मैं भी क्षमा प्रार्थी हूँ पर आशा है मुझे मेरी गलती पर माफ किया जायेगा....... और रजत जी भी कुछ सुधार करेंगे अपने व्यवहार में......
__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice Last edited by Pavitra; 16-03-2015 at 03:35 PM. |
|
16-03-2015, 01:20 AM | #133 | ||
Diligent Member
Join Date: May 2014
Location: east africa
Posts: 1,288
Rep Power: 65 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
Quote:
Quote:
मेरा कहना है की आप आपने दिमाग को बेकार की बातें लिखने के लिए जितना दौड़iते हो उतना यदि अच्छी अच्छी बातों के लिए दौड़ोगे तो आपकी मेहनत व्यर्थ न जाएगी हमारे पाठकों को उनके अमूल्य समय की कीमत मिलेगी . रजनीश जी को धन्यवाद देना चाहूंगी की महिला सम्मान का उन्होंने इतना ख्याल रखा है और अपने इस हिंदी फोरम की और महिला लेखकों की गरिमा को बनाएं रखने की,gujarish की है लेखकों से . |
||
17-03-2015, 02:29 PM | #134 |
Moderator
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 31 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
Everybody is gifted but some people never open their packages भगवान ने हम सभी को बहुत सी खूबियों से नवाजा है, हम सभी के पास कुछ ना कुछ विशेष गुण होता है । कुछ लोग अपने उस गुण को पहचान लेते हैं और उसे तराश लेते हैं और कुछ लोग ताउम्र अज्ञान रहते हैं अपनी खूबियों से। ये जीवन हमें इसलिये ही मिला है कि हम इसे समझें , खुद को जानें और एक बेहतर व्यक्तित्व की तलाश कर उसे तराशें ।
__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice |
19-04-2015, 12:02 AM | #135 |
Moderator
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 31 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
अच्छाई की महक हम अक्सर ऐसे लोगों से मिलते हैं जो अपनी तारीफ करते हुए थकते नहीं हैं । वो कितने अच्छे हैं या कितने गुणी हैं ये वे लोग खुद ही बखानते रहते हैं । शायद वे लोग हमें नहीं ,खुद को ही ये विश्वास दिला रहे होते हैं कि वे अच्छे हैं । अच्छाई इत्र की तरह होती है । अच्छाई की अपनी ही महक है जो आप चाहें या ना चाहें आप से दूसरों तक और दूसरों से आप तक पहुँच ही जाती है। इसलिये यदि आप अच्छे हैं तो ये आपको बताने की जरूरत नहीं है , आपकी अच्छाई लोगों तक अपने आप ही पहुँचेगी , और अगर आप बार बार अपनी अच्छाई बता कर खुद को विश्वास दिलाना चाहते हैं कि आप अच्छे हैं तो ये हमेशा ध्यान रखें कि वास्तविकता ज्यादा दिन तक छुपी नहीं रह सकती । आप कुछ समय तक वो होने का नाटक कर सकते हैं जो आप नहींं हैं लेकिन अपनी असलियत हम ज्यादा दिन तक नहीं छुपा सकते ।
__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice |
19-04-2015, 07:11 PM | #136 | |
Moderator
Join Date: Aug 2012
Posts: 1,810
Rep Power: 38 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
Quote:
वैसे आज-कल सेल्फ मार्केटींग का ज़माना है। लोग अपने गुण खुद ही गाते फिरते है...चाहे वह ओफिस हो, चौपाल हो या फेसबुक हो। मज़े की बात तो यह है की ओर (दुसरे) लोगों को भी यह पता होता है की वास्तविकता क्या है...लेकिन गुणगान करनेवाले बेशर्मी पर उतर आए है।
__________________
|
|
20-04-2015, 11:12 PM | #137 | |
Moderator
Join Date: Sep 2014
Location: UP
Posts: 623
Rep Power: 31 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
Quote:
आपका बहुत बहुत शुक्रिया ...... यही तो खास बात है कि सामने वाले को भी असलियत पता होती है पर फिर भी आत्ममुग्ध लोग अपनी तारीफ करते नहीं थकते .....
__________________
It's Nice to be Important but It's more Important to be Nice |
|
23-04-2015, 02:35 PM | #138 | |
Diligent Member
Join Date: May 2014
Location: east africa
Posts: 1,288
Rep Power: 65 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
Quote:
सबसे पहले आपको बहुत बहुत धन्यवाद पवित्रा जी की आपने इतना सही विषय यहाँ रखा है और इसपर हम सब अपने अपने विचार प्रकट कर सकेंगे ... कई लोग स्वाभाव की वजह से खुद की तारीफों के पुल बांधते हैं तो कई लोग खुद को सबके बिच में अपना स्थान बनाने के लिए एइसा करते हैं और कई लोग सिर्फ और सिर्फ किसी को निचा दिखाने के लिए खुद को महान जताते हैं .... और.. कुछ समय के लिए सच में लोगो के लिए वो महान बन भी जाते है तारीफ भी मिलती है उन्हें समाज से . और कई बार बिना वजह किसी को निचा भी दिखा देते हैं एइसे लोग किन्तु जैसे की हमेशा से कहा गया है अंत में जीत सत्य की ही होती है, और अछे की ही जीत होती है और एइसे समय में झूटे दिखावेदार लोगो की पोल खुल ही जाती है और वो और ज्यदा लोगो की नजरो से गिर जाते हैं .इससे तो अच्छा ये होता है की आप जो हो वो ही रहो झूठ का सहारा लेकर खुद की तारीफ और महानता बताने का कोई अर्थ नहीं क्यूंकि एक न एक दिन सच तो सामने आना ही है दीप जी ने कहा आजकल खुद की तारीफ करके लोग सेल्फ मार्केटिंग करते हैं किन्तु ज्यदातर देखा गया है एइसे लोग हमेशा मजाक के पात्र बन जाते हैं लोग भले सामने कुछ न कहे पीछे से उनका मजाक ही बनता है . |
|
23-04-2015, 09:29 PM | #139 |
Moderator
Join Date: Aug 2012
Posts: 1,810
Rep Power: 38 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
आपकी बात सही है पुष्पा जी। पर मज़ाक भी कितनी बार उडाया जा सकता है? उनको भी पता ही है कि मेरा मज़ाक उडाया जाएगा। लेकिन उनकी प्रायोरिटी सेल्फ मार्केटींग होती है...ना की उनका स्वाभिमान।
__________________
|
23-04-2015, 09:43 PM | #140 | |
Diligent Member
Join Date: May 2014
Location: east africa
Posts: 1,288
Rep Power: 65 |
Re: ज़िन्दगी गुलज़ार है
Quote:
जब स्वाभिमान ही खो दिया तो बाकि क्या रह गया ? दीप जी,.. इन्सान की प्रायोरिटी उसका स्वाभिमान है न,.. ना की सेल्फ मार्केटिंग ..और यदि आपमें गुण हैं तो वो छुपे तो रहेंगे ही नहीं सब को पता चल ही जाता है की कौन कैसा इंसान है फिर एईसी सेल्फ मार्केटिंग कौन से काम की ? Last edited by soni pushpa; 23-04-2015 at 09:45 PM. |
|
Bookmarks |
Tags |
happiness, life, motivation |
|
|