05-10-2011, 05:35 PM | #131 |
Special Member
|
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
दर्द सीने में सिसकता रहा है रात भर, यादों का सिलसिला चलता रहा है रात भर, एक बार फिर से माफ़ कर दूं उसकी बेवफाई को, यही इल्तजा दिल मुझसे करता रहा है रात भर |
__________________
फोरम के नियम
ऑफलाइन में हिंदी लिखने के लिए मुझे डाउनलोड करें ! आजकल लोग रिश्तों को भूलते जा रहे हैं....! love is life |
05-10-2011, 05:41 PM | #132 |
Exclusive Member
|
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
बहुत बढ़िया भावना जी
__________________
दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
05-10-2011, 05:45 PM | #133 |
Special Member
|
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
__________________
फोरम के नियम
ऑफलाइन में हिंदी लिखने के लिए मुझे डाउनलोड करें ! आजकल लोग रिश्तों को भूलते जा रहे हैं....! love is life |
08-10-2011, 06:43 PM | #134 |
Senior Member
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 19 |
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
"डूब जाता हूँ उनकी आँखों में,
गहरी झील है उनकी आँखें ! बह जाता हूँ उनकी आँखों में, बहती नदिया हैं उनकी आँखें !! खो जाता हूँ उनकी आँखों में, अतह सागर है उनकी आँखें !!! जल जाता हूँ उनकी आँखों में, ज्वाला मुखी है उनकी आँखें !!!! भीग जाता हूँ उनकी आँखों में, काली घटा है उनकी आँखें !!!!! क्या से क्या हो जाता हूँ उनकी आँखों में कैसी और क्या बला है उनकी आँखें ..............................!!!!!!!"
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
08-10-2011, 06:54 PM | #135 | |
Special Member
Join Date: Oct 2010
Posts: 3,570
Rep Power: 42 |
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
Quote:
|
|
08-10-2011, 06:59 PM | #136 | |
Banned
Join Date: Nov 2010
Location: राँची, झारखण्ड
Posts: 3,682
Rep Power: 0 |
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
Quote:
कभी-कभी आते हो। आते ही छा जाते हो। मुझे एक बताओ ... आप रोज क्यों नहीं आते हो। |
|
08-10-2011, 07:07 PM | #137 | |
Senior Member
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 19 |
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
Quote:
अर्ज़ किया है ......... "वो हमें कहते हैं की बदल गए हो तुम , रंग तूटे पत्तो का अक्सर बदल ही जाता है !! "
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
|
08-10-2011, 07:20 PM | #139 | |
Senior Member
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 19 |
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
Quote:
जिसे भी देखा उसे रोता हुआ ही पाया, मुझे तो ये मोहब्बत किसी फकीर की बद्दुआ लगती है ...!!!
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" |
|
08-10-2011, 07:48 PM | #140 |
Senior Member
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 19 |
Re: प्रेम, प्रणय और धोखा
"ग़ज़लों में तेरे इश्क का चर्चा न करेंगे, हम तुझ को यूँ सर -ए -आम रुसवा न करेंगे ! क्यों हम तुम पे उठायें संग -ए -मलामत की फ़सीलें ?? बेहतर है तेरे शहर में हम आया न करेंगे !! यह चाँद, यह तारे, यह हसीं रात का आलम, मंसूब तेरे नाम से क्या क्या न करेंगे !! वीरान हो कसर -ए -तमन्ना के दरीचे, आबाद कभी प्यार की अब दुनिया न करेंगे !! हर चीज़ की बोह्तात में नुकसान बहुत है, शिद्दत से किसी शख्स को चाहा न करेंगे ...........!!!!"
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" Last edited by Kalyan Das; 08-10-2011 at 07:51 PM. |
Bookmarks |
Tags |
cheating, conspiracy, dokha, hate, hindi forum, illusion, love, pranaya, prem, traitor |
|
|