27-07-2013, 10:35 AM | #141 |
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Re: प्रेरक प्रसंग
आज ही देखा। आने वाले दिनों में, एक एक करके सभी पिछ्ले पोस्टों को पढ़ेंगे। धन्यवाद |
27-07-2013, 11:27 AM | #142 | |
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Re: प्रेरक प्रसंग
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31-07-2013, 11:03 PM | #143 |
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Re: प्रेरक प्रसंग
अतिउत्तम सूत्र हैं,सूत्रधार को हार्दिक धन्यवाद :
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09-08-2013, 09:06 PM | #144 |
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Re: प्रेरक प्रसंग
एक नवविवाहित जोड़ा शादी के बाद रहने के लिए शहर में आया !
वहां उन्होंने एक कमरा लिया और नए पड़ोसियों के साथ रहने लगे, एक सुबह महिला ने देखा कि उनकी पड़ोसन ने कपड़े धोकर बाहर सुखाने के लिए डाले है! उसने कपड़ों की तरफ देखा और अपने पति से कहा- लगता है इसे कपड़े साफ करना नही आते..!! देखो कितने गंदे टंगे हैं, इन्हें कपड़े धोने के लिए कोई अच्छे साबुन इस्तेमाल करना चाहिए... उसके पति ने भी देखा और उस वक्त चुप ही रहा...! इसके बाद लगातार दो तीन सप्ताह तक ....वह महिला उसी प्रकार अपने पड़ोसी के बारे में बोलती रही! फिर एक महीने बाद एक सुबह जब महिला ने देखा तो हैरानी...!!! के साथ अपने पति से कहने लगी, देखो लगता है -अब इसे कपड़े धोने भी आ गए है, मुझे हैरानी है कि इसे ये सब किसने सिखाया होगा....? उसके पति ने कहा- किसी ने सिखाया नही मेडम ..आज सुबह मैंने जल्दी उठकर कमरे की खिड़कियां साफ की है! बहुत धुल जमी थी.....अक्सर हमे दूसरों में ही कमी नजर आती है! |
09-08-2013, 09:18 PM | #145 |
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Re: प्रेरक प्रसंग
अपने दिलो-दिमाग में जमे हए जाले जब तक साफ़ नहीं किये जायेंगे, हमें दूसरों में ही दोष नज़र आयेंगे.
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10-08-2013, 12:26 PM | #146 | |
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Re: प्रेरक प्रसंग
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एक दम सही हें, मानव स्वभाव ही दूसरों के दोषों को देखना, हम बिना आयने के जो घूमते, फिर स्व की और कैसे देखे......................................... ..
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13-08-2013, 07:24 PM | #147 |
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Re: प्रेरक प्रसंग
वृद्ध रहित भूमि
एक बार एक देश में यह निर्णय लिया गया कि वृद्ध किसी काम के नहीं होते, अकसर बीमार रहते हैं, और वे अपनी उम्र जी चुके होते हैं अतः उन्हें मृत्यु दे दी जानी चाहिए। देश का राजा भी जवान था तो उसने यह आदेश देने में देरी नहीं की कि पचास वर्ष से ऊपर के उम्र के लोगों को खत्म कर दिया जाए। और इस तरह से सभी अनुभवी, बुद्धिमान बड़े बूढ़ों से वह देश खाली हो गया. उनमें एक जवान व्यक्ति था जो अपने पिता से बेहद प्रेम करता था। उसने अपने पिता को अपने घर के एक अंधेरे कोने में छुपा लिया और उसे बचा लिया। कुछ साल के बाद उस देश में भीषण अकाल पड़ा और जनता दाने दाने को मोहताज हो गई। बर्फ के पिघलने का समय आ गया था, परंतु देश में बुआई के लिए एक दाना भी नहीं था. सभी परेशान थे। अपने बच्चे की परेशानी देख कर उस वृद्ध ने, जिसे बचा लिया गया था, अपने बच्चे से कहा कि वो सड़क के किनारे किनारे दोनों तरफ जहाँ तक बन पड़े हल चला ले। उस युवक ने बहुतों को इस काम के लिए कहा, परंतु किसी ने सुना, किसी ने नहीं. उसने स्वयं जितना बन पड़ा, सड़क के दोनों ओर हल चला दिए। थोड़े ही दिनों में बर्फ पिघली और सड़क के किनारे किनारे जहाँ जहाँ हल चलाया गया था, अनाज के पौधे उग आए। लोगों में यह बात चर्चा का विषय बन गई, बात राजा तक पहुँची. राजा ने उस युवक को बुलाया और पूछा कि ये आइडिया उसे आखिर आया कहाँ से? युवक ने सच्ची बात बता दी। राजा ने उस वृद्ध को तलब किया कि उसे यह कैसे विचार आया कि सड़क के किनारे हल चलाने से अनाज के पौधे उग आएंगे। उस वृद्ध ने जवाब दिया कि जब लोग अपने खेतों से अनाज घर को ले जाते हैं तो बहुत सारे बीच सड़कों के किनारे गिर जाते हैं. उन्हीं का अंकुरण हुआ है। राजा प्रभावित हुआ और उसे अपने किए पर पछतावा हुआ. राजा ने अब आदेश जारी किया कि आगे से वृद्धों को ससम्मान देश में पनाह दी जाती रहेगी। कहावत है – वृद्धस्य वचनम् ग्राह्यं आपात्काले ह्युपस्थिते। जिसका अर्थ है – विपदा के समय बुजुर्गों का कहा मानना चाहिए.. |
13-08-2013, 07:32 PM | #148 |
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Re: प्रेरक प्रसंग
सुन्दर अतिसुन्दर......................................... ....
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13-08-2013, 08:16 PM | #149 |
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Re: प्रेरक प्रसंग
एक पढ़ा-लिखा दंभी व्यक्ति नाव में सवार हुआ।
वह घमंड से भरकर नाविक से पूछने लगा..."क्या तुमने व्याकरण पढ़ा है, नाविक" ?? नाविक बोला, ‘‘नहीं।’’ दंभी व्यक्ति ने कहा... ‘‘अफसोस है कि तुमने अपनी आधी उम्र यों ही गँवा दी!’’ थोड़ी देर में उसने फिर नाविक से पूछा, “तुमने इतिहास व भूगोल पढ़ा?” नाविक ने फिर सिर हिलाते हुए ‘नहीं’ कहा। दंभी ने कहा... “फिर तो तुम्हारा पूरा जीवन ही बेकार गया।“ मांझी को बड़ा क्रोध आया... लेकिन उस समय वह कुछ नहीं बोला। दैवयोग से वायु के प्रचंड झोंकों ने नाव को भंवर में डाल दिया। नाविक ने ऊंचे स्वर में उस व्यक्ति से पूछा... ‘‘महाराज, आपको तैरना भी आता है कि नहीं?’’ सवारी ने कहा... ‘‘नहीं, मुझे तैरना नही आता।’’ “फिर तो आपको अपने इतिहास, भूगोल को सहायता के लिए बुलाना होगा वरना आपकी सारी उम्र बरबाद होने वाली है क्योंकि नाव अब भंवर में डूबने वाली है।’’ ........... यह कहकर नाविक नदी में कूद तैरता हुआ किनारे की ओर बढ़ गया। सीख: मनुष्य को किसी एक विद्या या कला में दक्ष हो जाने पर गर्व नहीं करना चाहिए। |
13-08-2013, 08:18 PM | #150 |
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Re: प्रेरक प्रसंग
बेहतरीन........................................... ..................
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