![]() |
#15091 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]() रामेश्वरम। श्रीलंकाई नौसेनाकर्मियों ने उस समय तमिलनाडु के मछुआरों पर कथित रूप से पथराव किया और उनके मछली पकड़ने वाले जाल छीन लिए जब वे कच्चातीवू के पास मछली पकड़ रहे थे। रामेश्वरम से शनिवार रात मछुआरे करीब 600 नावों में मछली पकड़ने के लिए कच्चातीवू के पास अलग-अलग स्थानों की ओर निकले थे। इस दौरान श्रीलंकाई नौसैनिकों ने उन्हें वापस लौटने की चेतावनी दी। कच्चातीवू द्वीप को भारत ने वर्ष 1970 के दशक में श्रीलंका को सौंप दिया था। अधिकारियों ने बताया कि श्रीलंकाई नौसैनिकों की ओर से चेतावनी के बाद मछुआरों को वहां से निकलने में कुछ समय लगा क्योंकि उन्होंने वहां पर लंगर डाल दिए थे। इस बीच श्रीलंकाई नौसैनिकों ने उनके मछली पकड़ने के जाल छीन लिए और नावों पर पथराव किया। इस पथराव में एक नाव क्षतिग्रस्त हो गई। इस घटना मेंं कोई भी घायल नहीं हुआ। संयोग से मछुआरों ने हाल में डीजल मूल्यवृद्धि के विरोध में हड़ताल के बाद शनिवार को ही मछली पकड़ने की अपनी गतिविधियां दोबारा शुरू की थीं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15092 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
टैटलर मैगजीन के कवरब्वॉय बनेंगे युवराज हैरी
लंदन। लास वेगास में ‘निर्वस्त्र तस्वीरों’ की वजह से चर्चा में आए युवराज हैरी अब टैटलर मैगजीन के कवरब्वॉय बनने जा रहे हैं। इससे पहले पत्रिका ने 1992 में अपने कवर पृष्ठ पर युवराज चार्ल्स को जगह दी थी। फिलहाल 28 साल के हैरी अफगानिस्तान में ‘ब्लूज एंड रॉयल्स’ रेजीमेंट में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। टैटलर में हैरी इसी रेजीमेंट की पोशाक में नजर आएंगे। ब्रिटिश पत्रिका ने अपने नवंबर के अंक के छह पन्ने अपाचे हेलीकॉप्टर के पायलट हैरी को दिए हैं, जो इस माह के शुरू में हेलमंद प्रांत में फिर से तैनात किए गए हैं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15093 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
रक्षा मंत्रालय ने हेलीकॉप्टरों के लिए तटरक्षक की योजना को रद्द किया
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने 16 हल्के हेलीकॉप्टर खरीदने की तटरक्षक की योजना को रद्द कर दिया है, जिसके चलते अब इसे समुद्री क्षेत्र में निगरानी की अपनी क्षमता बढ़ाने की योजना पर अमल करने के लिए इंतजार करना होगा। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) और यूरोपियन यूरोकॉप्टर नाम की दो कंपनियां ही इस सौदे की दौड़ में शामिल थीं। एचएएल ने ‘ध्रुव’ और यूरोपियन यूरोकॉप्टर ने अपने दो इंजन वाले पैंथर एमबी की पेशकश की थी। यह सौदा 1000 करोड़ रुपए से अधिक का होने की उम्मीद थी। यह निविदा पिछले साल जुलाई में जारी की गई थी। रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि इस निविदा को रक्षा मंत्रालय ने उस वक्त रद्द कर दिया, जब उसने पाया कि यूरोकॉप्टर की ओर से पेश किया गया हेलीकॉप्टर जरूरतों के अनुरूप नहीं है। उन्होंने बताया कि इसके चलते इस दौड़ में सिर्फ धु्रव ही बच गया, लेकिन मंत्रालय इस पर आगे नहीं बढ़ सकता था क्योंकि मंत्रालय एकल विक्रेता निविदाओं की इजाजत नहीं देता। यह खरीद तटरक्षक की उन कोशिशों का हिस्सा थी, जिसके तहत वह आतंकवाद से निपटने, समुद्री रास्तों से आने वाले अन्य खतरों और 26/11 जैसे किसी हमले को रोकने के लिए अपनी क्षमताओं को बढ़ाना चाहता है। बहरहाल, तटरक्षक अब 2013 की प्रथम तिमाही में एक नई निविदा जारी करने की योजना बना रहा है। गौरतलब है कि मुंबई हमलों के बाद सरकार ने तटरक्षक की हवाई निगरानी क्षमताओं को बढ़ाने के लिए कई प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15094 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
सीवीसी को ‘कोलगेट’ में कई ताजा शिकायतें मिलीं
नई दिल्ली। केन्द्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के समक्ष कोयला ब्लॉक आवंटन में हुई कथित अनियमितताओं के मामले में भंड़ाफोड़ करने वालों (व्हिसल ब्लोअर) और आम नागरिकों की ओर से कई ताजा शिकायतें आई हैं। इनमें से कुछ को सीबीआई के साथ साझा किया गया है। सीवीसी से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हाल के दिनों में कई शिकायतें मिली हैं और इनमें कुछ सरकारी अधिकारियों और निजी कंपनियों पर आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया है। सूत्रों के अनुसार इन शिकायतों में कुछ के साथ सरकारी दस्तावेज भी भेजे गए हैं और दावा किया गया है कि कोयला ब्लॉक आवंटन की प्रक्रिया में अनियमितताएं बरती गर्इं। सीवीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि आयोग को कुछ शिकायतें मिली हैं और इन पर गौर किया जा रहा है। इनमें से कुछ को सीबीआई के साथ साझा किया गया है। जांच के दौरान सीबीआई इन दावों की पड़ताल करेगी। कोयला मामले की जांच में सीबीआई अब तक निजी कंपनियों और अनजान सरकारी अधिकारियों के खिलाफ सात प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है। सीवीसी ने मई में 2006 से 2009 के दौरान निजी कंपनियों को कोयला खदानों के आवंटन में कथित अनियमितता के मामले की जांच का काम सीबीआई को सौंप दिया था। इस मामले में जांच की अनुशंसा भाजपा नेता प्रकाश जावडेकर और हंसराज अहीर की शिकायतें मिलने के बाद की गई। इन्होंने आरोप लगाया था कि आवंटन में ‘पहले आओ-पहले पाओ’ की नीति अपनाई गई थी जिससे कुछ निजी कंपनियों को लाभ पहुंचा। कथित कोयला घोटाले में सीबीआई की ओर से तीसरी शुरुआती जांच बीते 28 सितंबर को शुरू की गई थी। सीबीआई 1993 के बाद और राजग सरकार के दौरान हुए आवंटनों के मामलों की भी जांच कर रही है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15095 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
गंदगी से भरपूर है राजनीति : हजारे
नई दिल्ली। प्रख्यात समाजसेवी अन्ना हजारे ने राजनीति में प्रवेश नहीं करने के अपने पुराने रुख को फिर दोहराते हुए कहा कि यह क्षेत्र गंदगी से भरपूर है। उन्होंने राजनीतिक विकल्प के बारे में जो सवाल उठाए थे, उनके बारे में अरविन्द केजरीवाल गुट की ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया है। हजारे रविवार सुबह ही राजधानी पहुंचे जहां उन्हें गैर राजनीतिक भ्रष्टाचार निरोध आंदोलन के आगे के कदम के बारे में कार्यकर्ताओं के साथ विचार विमर्श करना था। उन्होंने कहा कि राजनीति पवित्र नहीं है और गंदगी से भरपूर है, किन्तु आंदोलन का मार्ग पवित्र है। बुजुर्ग गांधीवादी ने दावा किया कि राजनीति से नहीं, बल्कि बड़े आंदोलन के जरिए देश को भविष्य मिलेगा। उन्होंने पार्टी बनाने के समर्थक समूह से कहा था कि राजनीति का मार्ग सही दिशा नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने कोई विकल्प नहीं दिया। जब मुझे यह बताया गया कि कोई विकल्प देना होगा, तो मैंने कहा कि यह एक अच्छा विचार है लेकिन मैंने उनसे कहा कि वे मेरे पांच-छह सवालों के जवाब दें, लेकिन मुझे कोई जवाब नहीं मिला। वह विकल्प से जुड़े सवालों के बारे में चर्चा कर रहे थे। इनमें नए राजनीतिक दल के लिए सदस्यों के चयन, धन कहां से आएगा, चुनाव के लिए उम्मीदवारों का चयन कैसे किया जाएगा, जैसे सवाल शामिल थे। हजारे ने दो ही दिन पहले एक ब्लॉग में कहा था कि भ्रष्टाचार निरोधक समूह में अपनी अंदरूनी राजनीति के कारण फूट पड़ी, सरकार के प्रयासों के कारण नहीं। उन्होंने कहा कि यदि मुझे चुनाव में उतरना होता तो यह काम मैं बहुत पहले ही कर लेता। मैंने पंचायत चुनाव भी नहीं लड़े। मैं जब विकल्प की बात कर रहा हूं तो मैं राजनीतिक विकल्प की बात नहीं कर रहा। राजनीति सही दिशा नहीं है। यदि राजनीति हमें उज्ज्वल भविष्य दे पाती तो एक समय सोने की चिड़िया कहलाने वाले देश को कभी सोना गिरवी नहीं रखवाना पड़ता। इस देश को राजनीति से सही भविष्य नहीं मिल सकता। केजरीवाल के साथ रास्ते अलग होने के बाद से हजारे पहली बार दिल्ली आए हैं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15096 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
पृथ्वी के नजदीक से गुजरेगा चंद्रमा से 15 गुना ज्यादा चमकीला धूमकेतु
लंदन। चंद्रमा से 15 गुना ज्यादा चमकीला धूमकेतु अगले साल पृथ्वी के नजदीक से गुजरेगा और उसे दिन में देखा जा सकेगा। इसोन नामक यह धूमकेतु सौर मंडल की आंतरिक प्रणाली से नवंबर और दिसंबर, 2013 के बीच उत्तरी गोलार्द्ध से गुजरेगा तथा यह सूर्य की ओर जाएगा। रूस के खगोलविदों ने अंतर्राष्ट्रीय वैज्ञानिक आप्टिकल नेटवर्क टेलीस्कोप का इस्तेमाल कर इस धूमकेतु का पता लगाया। यह सूर्य की सतह से बीस लाख मील दूर से गुजरेगा। यह धूमकेतु इस समय बृृहस्पति के नजदीक है और पृथ्वी की तरफ बढ़ रहा है। यह धूमकेतु चंद्रमा से ज्यादा चमकीला है और दिन में देखा जा सकेगा।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15097 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
आईटीबीपी पर विशेष डाक टिकट जारी करेगी सरकार
नई दिल्ली। भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर आज एक स्मारक डाक टिकट जारी किया जाएगा। इस डाक टिकट का डिजाइन डाक विभाग ने तैयार किया है। इसमें आईटीबीपी के तीन सशस्त्र कमांडो चित्रित होंगे और पृष्ठभूमि में स्वर्ण जयंती का चिह्न होगा। केंद्रीय संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री सचिन पायलट यहां आईटीबीपी मुख्यालय में इस डाक टिकट को जारी करेंगे। गौरतलब है कि चीनी आक्रमण के बाद चीन से लगी 3,488 किलोमीटर लंबी सीमा पर चौकसी के लिए 1962 में आईटीबीपी की स्थापना की गई थी। इस बल में 50,000 कर्मी हैं जिन्हें बर्फ से ढंकी सीमाओं की चौकसी के साथ-साथ माओवादियों के खिलाफ अभियान सहित आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है। आईटीबीपी के कर्मी ‘हिमवीर’ के नाम से पुकारे जाते हैं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15098 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
मानसून को समझने के लिए समुद्र तल की खुदाई करेंगे वैज्ञानिक
नई दिल्ली। मानसून को बेहतर ढंग से समझने के मकसद से वैज्ञानिक अरब सागर की तलहटी में एक गहरा गड्ढा खोदेंगे जिससे समुद्र तल के नमूने एकत्र किए जाएंगे और इसकी मदद से हजारों सालों के दौरान हुए जलवायु परिवर्तन के बारे में समझ को विकसित किया जा सकेगा। वैज्ञानिकों ने मुंबई तट से 400 समुद्री मील दक्षिण पूर्व में स्थित लक्ष्मी बेसिन से समुद्री तल के नमूने लेने की योजना का खाका तैयार किया है। भू विज्ञान मंत्रालय में सचिव शैलेश नायक ने कहा कि हम समुद्री तल की खुदाई के लिए एक या दो वैज्ञानिक पोतों की सेवा लेने के लिए बातचीत कर रहे हैं। खुदाई करीब तीन किलोमीटर गहराई तक की जाएगी और फिर नमूने एकत्र किए जाएंगे। पोत मिल जाने के बाद वैज्ञानिक समुद्री तल की खुदाई शुरू करेंगे। नमूने एकत्र करने में तीन महीने का समय लगेगा। इस कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य हजारों साल के मानसून के पूरे इतिहास का फिर से निर्माण करना और हिमालय की उत्पत्ति का अध्ययन करना है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15099 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
अनुशासनात्मक कार्रवाई में हस्तक्षेप करने की गुंजाइश सीमित : उच्च न्यायालय
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कहा है कि राज्य द्वारा अपने कर्मचारियों के खिलाफ की जाने वाली प्रशासनिक एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई की न्यायिक जांच की सीमित गुंजाइश है, बशर्ते कि उन्होंंने अनुचित प्रक्रियागत कार्रवाई नहीं की हो। उच्च न्यायालय ने कहा कि रिट क्षेत्राधिकार में उच्च न्यायालय के पास प्रशासनिक कार्रवाई में हस्तक्षेप करने के लिए सीमित गुंजाइश होती है। न्यायमूर्ति प्रदीप नंदराजोग और न्यायमूर्ति मनमोहन सिंह ने कहा कि अदालत इन मामलों में तब तक हस्तक्षेप नहीं कर सकती, जब तक कि राज्य के किसी फैसले के अवैध, अविवेकी और प्रक्रियात्मक तौर पर अनुचित होने के आरोप न लगे हों। अदालत ने सीआईएसएफ के एक कांस्टेबल द्वारा अपने एक सहकर्मी पर हमला करने के मामले में उसे मिली सजा में हस्तक्षेप करने से इन्कार करते हुए कहा कि साक्ष्य अधिनियम के तकनीकी नियम और उसमें परिभाषित तथ्य या साक्ष्य के सबूत अनुशासनात्मक कार्यवाही पर लागू नहीं होते हैं। गौरतलब है कि 1987 में कांस्टेबल के रूप में सुरेन्दर मथुरा में तैनात था। उसने नौ दिसंबर 2005 को शराब के नशे में एक अन्य कांस्टेबल पूरन चंद पर हमला कर दिया था। इसके चलते सुरेन्दर के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उसके वेतन में कुछ समय के लिए कटौती करने का आदेश दिया गया था।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
#15100 |
Super Moderator
![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() ![]() |
![]()
ताजमहल-कुतुब मीनार का घर बैठे मिलेगा टिकट
नई दिल्ली। कुतुब मीनार और ताजमहल जैसे विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल जाने वाले दर्शकों को अब टिकट लेने के लिए लाइन में खडे होने की जरूरत नहीं पडेगी, बल्कि यह उन्हें घर पर ही उपलब्ध हो जाएगा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण दर्शकों को इंटरनेट और मोबाइल के जरिए टिकट उपलब्ध कराने के अपने प्रस्ताव के तहत प्रयोग के रूप में 1 अक्टूबर से कुतुब मीनार देखने वालों को इलेक्ट्रिॉनिक टिकट उपलब्ध कराना शुरू करेगा। यह प्रयोग सफल रहा तो इसे देशभर के पर्यटक स्थलों पर लागू किया जाएगा। यह प्रयोग एक महीने तक चलेगा। इसके तहत ई टिकट कुतुब मीनार के बाहर बने काउंटर से जारी किए जाएंगे। इसमें किसी तरह की परेशानी नहीं आई तो यह व्यवस्था भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के तहत आने वाले 116 स्मारकों में लागू की जाएगी जिनमें ताजमहल, कुतुब मीनार और लाल किला जैसे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल शामिल हैं। इसके लागू हो जाने के बाद दर्शक कहीं से भी इंटरनेट और मोबाइल के जरिए इन स्मारकों में प्रवेश का टिकट हासिल कर सकेंगे। दर्शकों को टिकट के लिए लाइन में खडे होने की परेशानी से बचाने के लिए इस प्रणाली का डिजाइन नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्मार्ट गवर्नमेंट द्वारा तैयार किया गया है, जिसका कुतुब मीनार पर एक माह तक परीक्षण किया जाएगा और उसके परिणामों के आधार पर इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। इस प्रणाली के लागू होने से राजस्व वसूली का बेहतर लेखांकन अ*ैर दर्शकों के बारे में सही आंकड़े एकत्र करने में मदद मिलेगी। अगले एक माह तक कुतुब मीनार में सिर्फ ई टिकट के जरिए ही प्रवेश दिया जाएगा। दर्शकों की संख्या के लिहाज से ताजमहल के बाद कुतुब मीनार दूसरा सबसे बड़ा स्मारक है इसीलिए इसे ई टिकट बिक्री प्रणाली के परीक्षण के लिए चुना गया है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
![]() |
![]() |
![]() |
Bookmarks |
Tags |
current affairs, current news, hindi news, indian news, latest news, local news, online news, taza khabar |
|
|