01-09-2013, 06:03 PM | #181 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
स्नान के बाद पूजा अर्चना
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
01-09-2013, 06:04 PM | #182 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
स्नान के बाद गंगा तट पर तिलक
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01-09-2013, 06:06 PM | #183 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
तटवर्ती परकोटे से गंगा का दृश्य
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01-09-2013, 06:06 PM | #184 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
एक मौलाना प्रतिदिन गंगातट पर आकर कबूतरों का दाना खिलाते हैं। आज भी वह यही कर रहे हैं।
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01-09-2013, 06:07 PM | #185 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
कबूतरों को दाना खिलाकर वे गंगाजल का स्पर्श और गंगाजल पान करते हैं और वापस घर चले जाते हैं।
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01-09-2013, 06:08 PM | #186 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
तट पर बना तुलसी वृक्ष जो कि अब हमारी आस्था के तले दब चुका है
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01-09-2013, 06:08 PM | #187 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
शिव की नगरी वाराणसी और शिव जी की सवारी नंदी
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01-09-2013, 06:10 PM | #188 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
एक सुबह - छह दृश्य १
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01-09-2013, 06:11 PM | #189 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
एक सुबह - छह दृश्य २
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01-09-2013, 06:11 PM | #190 |
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Re: वाराणसी (बनारस) दर्शन
एक सुबह - छह दृश्य ३
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