04-04-2011, 02:21 PM | #11 |
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Re: !! नवरात्र : कन्या पूजन !!
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04-04-2011, 02:21 PM | #12 |
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Re: !! नवरात्र : कन्या पूजन !!
सातवाँ दिन माँ सरस्वती के आह्वान का होता है। अत: इस दिन कन्याओं को शिक्षण सामग्री दी जानी चाहिए। आजकल बाजार में विभिन्न प्रकार के पेन, पेंसिल, कॉपी, ड्रॉईंग बुक्स, कंपास, वाटर बॉटल, लंच बॉक्स उपलब्ध है।
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04-04-2011, 02:22 PM | #13 |
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Re: !! नवरात्र : कन्या पूजन !!
आठवाँ दिन नवरात्रि का सबसे पवित्र दिन माना जाता है। इस दिन अगर कन्या का अपने हाथों से श्रृंगार किया जाए तो देवी विशेष आशीर्वाद देती है। इस दिन कन्या के दूध से पैर पूजने चाहिए। पैरों पर अक्षत, फूल और कुंकुम लगाना चाहिए। इस दिन कन्या को भोजन कराना चाहिए और यथासामर्थ्य कोई भी भेंट देनी चाहिए। हर दिन कन्या-पूजन में दक्षिणा अवश्य दें।
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04-04-2011, 02:22 PM | #14 |
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Re: !! नवरात्र : कन्या पूजन !!
नौवे यानी नवदुर्गा के अंतिम दिन खीर,ग्वारफली की सब्जी और दूध में गूँथी पूरियाँ कन्या को खिलानी चाहिए। उसके पैरों में महावर और हाथों में मेहँदी लगाने से देवी पूजा संपूर्ण होती है। अगर आपने घर पर हवन का आयोजन किया है तो उनके नन्हे हाथों से उसमें समिधा अवश्य डलवाएँ। उसे इलायची और पान का सेवन कराएँ।
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04-04-2011, 02:22 PM | #15 |
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Re: !! नवरात्र : कन्या पूजन !!
इस परंपरा के पीछे मान्यता है कि देवी जब अपने लोक जाती है तो उसे घर की कन्या की तरह ही बिदा किया जाना चाहिए। अगर सामर्थ्य हो तो नौवें दिन लाल चुनर कन्याओं को भेंट में दें। उन्हें दुर्गा चालीसा की छोटी पुस्तकें भेंट करें। गरबा के डाँडिए और चनिया-चोली भी दिए जा सकते हैं।
बालिकाओं से घर में गरबे करवाने से भी देवी प्रसन्न होती है। उनके हाथ में अक्षत यानी अखंडित चावल देकर पूरे घर में उछालने के लिए कहें। बाद में उन्हें नई झाड़ू से बुहार कर गमले में या पक्षियों को डाल दें। इन सारी रीतियों के अनुसार पूजन करने से देवी प्रसन्न होकर वर्ष भर के लिए सुख, समृद्धि, यश, वैभव, कीर्ति और सौभाग्य का वरदान देती है।
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हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है कृपया हिंदी में लेखन व् वार्तालाप करे ! हिंदी लिखने के लिए मुझे क्लिक करें! Last edited by Hamsafar+; 04-04-2011 at 02:30 PM. |
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