07-01-2015, 04:35 PM | #11 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
मुझे लगता है मुझे याद कर माँ मुस्कुराई . मैं घर से निकला सिर पर बड़ी सख्त धूप थी ; तभी दुआ माँ की घटा बन कर घिर आई . मुझे अहसास हुआ माँ ने मुझे याद किया ; मुझे यकीन हुआ जब मुझे हिचकी आई . मेरे कानों में अनायास ही बजने लगी शहनाई ; मेरी तस्वीर देख माँ थी शायद गुनगुनाई . मिली जब कामयाबी तेज हवा छू कर निकली ; मेरी माँ की तरफ से पीठ मेरी थपथपाई . मैं जाती जब भी माथा टेकने मंदिरों में ; मुझे भगवान में देती है मेरी माँ दिखाई .
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:36 PM | #12 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:42 PM | #13 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:42 PM | #14 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:44 PM | #15 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:45 PM | #16 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
लखनऊ| मां, कितना मीठा, कितना अपना, कितना गहरा और कितना खूबसूरत शब्द है। समूची पृथ्वी पर बस यही एक पावन रिश्ता है जिसमें कोई कपट नहीं होता। कोई प्रदूषण नहीं होता। इस एक रिश्ते में निहित है छलछलाता ममता का सागर। शीतल और सुगंधित बयार का कोमल अहसास। इस रिश्*ते की गुदगुदाती गोद में ऐसी अव्यक्त अनुभूति छुपी है जैसे हरी, ठंडी व कोमल दूब की बगिया में सोए हों। अब चाहे वह मनुष्य हो या फिर कोई जानवर | इस तस्वीर को देखकर आप कुछ चक्कर में जरूर पड़ गए होंगे कि आखिर यह माजरा क्या है। आपको बता दें कि इस कुतिया का गाय के बछड़े से कोई तालमेल नहीं है फिर भी यह गाय के बछड़े को दूध पिला रही है| दरअसल हुआ यूँ कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से सटे मोहनलाल गंज क्षेत्र में एक गाय ने एक बछड़े को जन्म दिया था, जन्म देने के कुछ ही घंटों बाद गाय ने दम तोड़ दिया| उधर इस कुतिया ने कई पिल्लों को जन्म दिया था, पता नहीं भगवान् कि क्या मर्जी थी तो इस कुतिया के एक भी बच्चे नहीं बचे| अब इसे माँ की ममता कहें या फिर कुछ और इस कुतिया ने अपने बच्चों की तरह इस बछड़े को दूध पिला रही है|
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:46 PM | #17 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:47 PM | #18 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:54 PM | #19 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
07-01-2015, 04:56 PM | #20 |
Special Member
Join Date: Dec 2011
Location: किसी के दिल में
Posts: 3,781
Rep Power: 33 |
Re: मां
देवी मैया का आदेश
जो भक्त अपने माता-पिता को दाने दाने को तरसाते हैं और मेरे दरबार में आकर पूरे आडम्बर के साथ चढ़ावा चढ़ाते हैं! ऐसे भक्त कान खोल कर सुन ले उनका चढ़ावा केवल और केवल ढोंगी पाखंडियों की तोंद बढ़ाने के काम आता है! मुझे उनके चढ़ावे से कोई लेना देना नहीं। अगर पुण्य ही कमाना है तो अपने माता पिता की सुध ले!
__________________
************************************ मेरी चित्रशाला : दिल दोस्ती प्यार ....या ... . तुमने मजबूर किया हम मजबूर हो गये ,... तुम बेवफा निकले हम मशहूर हो गये .. एक " तुम " और एक मोहब्बत तेरी, बस इन दो लफ़्ज़ों में " दुनिया " मेरी.. ************************************* |
Bookmarks |
Tags |
माँ, माता है अनमोल, mother |
|
|