23-01-2011, 10:32 AM | #11 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
अगले पांच सालों में मैंने एक कंपनी... NeXT और एक दूसरी कंपनी Pixar स्टार्ट की और इसी दौरान मेरी मुलाक़ात एक बहुत ही अद्भूत महिला से हुई, जो आगे चलकर मेरी पत्नी बनी. Pixar ने दुनिया की पहली कंप्यूटर animated मूवी , “ Toy Story” बनायीं, और इस वक्त यह दुनिया का सबसे सफल animation स्टूडियो है. Apple ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए NeXT को खरीद लिया और मैं Apple में वापस चला गया. आज Apple, NeXT द्वारा विकशित की गयी तकनीक प्रयोग करती है....अब Lorene और मेरा एक सुन्दर सा परिवार है. मैं बिलकुल विश्वास के साथ कह सकता हूँ की अगर मुझे Apple से नहीं निकाला गया होता तो मेरे साथ ये सब-कुछ नहीं होता. ये एक कड़वी दवा थी ...पर शायद मरीज़ को इसकी ज़रूरत थी. कभी-कभी जिंदगी आपको इसी तरह ठोकर मारती है. अपना विश्वाश मत खोइए. मैं यकीन के साथ कह सकता हूँ कि मैं सिर्फ इसलिए आगे बढ़ता गया क्योंकि मैं अपने काम से प्यार करता था... |
23-01-2011, 10:34 AM | #12 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
आप वास्तव में क्या करना पसंद करते हैं यह आपको जानना होगा, जितना अपने जीवन के लक्ष्य को दूंदना ज़रूरी है, उतना ही उस काम को ढूँढना ज़रूरी जिसे आप सच-मुच पसंद करते हों आपका काम आपकी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा होगा, और सही में संतुष्ट होने का एक ही तरीका है की
आप वो करें जिसे आप सच-मुच एक बड़ा काम समझते हों...और बड़ा काम करने का एक ही तरीका है की आप वो करें जो करने में आप को मज़ा आता हो. यदि आपको अभी तक वो काम नहीं मिला है तो आप रूकिये मत..उसे खोजते रहिये. जैसा कि दिल से जुडी हर चीज में होता है...वो जब आपको मिलेगा तब आपको पता चल जायेगा...और जैसा की किसी अच्छी सम्बन्ध में होता है वो समय के साथ-साथ और अच्छा होता जायेगा ....इसलिए खोजते रहिये...रूकिये मत |
23-01-2011, 10:36 AM | #13 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
मेरी तीसरी कहानी मृत्यु के बारे में है. जब मैं 17 साल का था तो मैंने एक जगह पढ़ा था, जो कुछ इस तरह था, “ यदि आप हर रोज ऐसे जिए जैसे की ये आपकी जिंदगी का आखिरी दिन है ..तो आप किसी न किसी दिन सही साबित हो जायेंगे.” इसने मेरे दिमाग पे एक जगह बना दी, और तबसे...पिछले ३३ सालों से , मैंने हर सुबह उठ कर शीशे में देखा है और खुद से एक सवाल किया है , “ अगर ये मेरी जिंदगी का आखिरी दिन होता तो क्या मैं आज वो करता जो मैं करने वाला हूँ?” और जब भी लगातार कई दिनों तक जवाब “नहीं” होता है , मैं समझ जाता हूँ की कुछ बदलने की ज़रूरत है. इस बात को याद रखना की मैं बहत जल्द मर जाऊँगा मुझे अपनी जीवन के बड़े निर्णय लेने में सबसे ज्यादा मददगार होता है , क्योंकि जब एक बार मृत्यु के बारे में सोचता हूँ तब सारी आशाएं, सारा घमंड, असफल होने का डर सब कुछ गायब हो जाता है और सिर्फ वही बचता है जो वाकई ज़रूरी है.इस बात को याद करना की एक दिन मरना है...किसी चीज को खोने के डर को दूर करने का सबसे अच्छा तरीका है.
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23-01-2011, 10:38 AM | #14 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
आप पहले से ही नंगे हैं.ऐसा कोई कारण नहीं है की आप अपने दिल की ना सुने. .करीब एक साल पहले पता चला की मुझे कैंसर है. सुबह 7:30 बजे मेरा स्कैन हुआ, जिसमे साफ़-साफ़ दिख रहा था की मेरे pancreas में tumour है. मुझे तो पता भी नहीं था की pancreas क्या होता है. Doctor ने लगभग यकीन के साथ बताया की मुझे एक ऐसा कैंसर है जिसका इलाज़ संभव नहीं है..और अब मैं बस ३ से ६ महीने का मेहमान हूँ. डॉक्टर ने सलाह दी की मैं घर जाऊं और अपनी सारी चीजें व्यवस्थित कर लूं, जिसका असल में मतलब होता है कि , “आप मरने की तैयरी कर लीजिए.” इसका मतलब कि आप कोशिश करिये कि आप अपने बच्चों से जो बातें अगले दस साल में करते , वो अगले कुछ ही महीनों में कर लीजिए. इसका ये मतलब होता है कि आप सब-कुछ सुव्यवस्थित कर लीजिए की आपके बाद आपके परिवार को कम से कम परेशानी हो.इसका ये मतलब होता है की आप सबको अलविदा कर दीजिए.
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23-01-2011, 10:39 AM | #15 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
मैंने इस परिक्षण के साथ पूरा दिन बिता दिया फिर शाम को मेरी biopsy हुई जहाँ मेरे मेरे गले के रास्ते, पेट से होते हुए मेरी intestine में एक endoscope डाला गया और एक सुई से टुय्मर से कुछ cells निकाले गए. मैं तो बेहोश था , पर मेरी पत्नी, जो वहाँ मौजूद थी उसने बताया की जब डॉक्टर ने मिक्रोस्कोप से मेरे cells देखे तो वह रो पड़ा...दरअसल cells देखकर डॉक्टर समझ गया की मुझे एक बहुत ही दुर्लभ प्रकार का pancreatic cancer है जो सर्जेरी से ठीक हो सकता है. मेरी सर्जेरी हुई और सौभाग्य से अब मैं ठीक हूँ.
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23-01-2011, 10:41 AM | #16 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
मौत के इतना करीब मैं इससे पहले कभी नहीं पहुंचा , और उम्मीद करता हूँ की अगले कुछ दशकों तक पहुँचूं भी नहीं. ये सब देखने के बाद मैं ओर भी विश्वाश के साथ कह सकता हूँ की death एक useful but intellectual concept है.कोई मरना नहीं चाहता है, यहाँ तक की जो लोग स्वर्ग जाना चाहते हैं वो भी...फिर भी मौत वो मजिल है जिसे हम सब share करते हैं.आज तक इससे कोई बचा नहीं है. और ऐसा ही होना चाहिए क्योंकि शायद मौत ही इस जिंदगी का सबसे बड़ा आविष्कार है. ये जिंदगी को बदलती है, पुराने को हटा कर नए का रास्ता खोलती है. और इस समय नए आप हैं. पर ज्यादा नहीं... कुछ ही दिनों में आप भी पुराने हो जायेंगे और रस्ते से साफ़ हो जायेंगे. इतना dramatic होने के लिए माफ़ी चाहता हूँ पर ये सच है.आपका समय सीमित है, इसलिए इसे किसी और की जिंदगी जी कर व्यर्थ मत कीजिये. बेकार की सोच में मत फंसिए,अपनी जिंदगी को दूसरों के हिसाब से मत चलाइए. औरों के विचारों के शोर में अपनी अंदर की आवाज़ को, अपने intuition को मत डूबने दीजिए. वे पहले से ही जानते हैं की तुम सच में क्या बनना चाहते हो. बाकि सब गौड़ है. |
23-01-2011, 10:43 AM | #17 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
जब मैं छोटा था तब एक अद्भुत प्रकाशन, “The Whole Earth Catalogue” हुआ करता था, जो मेरी पीढ़ी में bible की तरह था. इसे स्टुअर्ट ब्रांड नाम के एक व्यक्ति, जो यहाँ ... MelonPark से ज्यादा दूर नहीं रहता था, और उसने इसे अपना कवि वाला स्पर्श दे के बड़ा ही जीवंत बना दिया था. ये साठ के दशक की बात है, जब कंप्यूटर नहीं हुआ करता था.
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23-01-2011, 10:45 AM | #18 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
पूरी सूचि टंकण मशीन, क़ैंची और पोलारिड कैमरा की मदद से बनाया जाता था. वो कुछ-कुछ ऐसा था मानो गूगल को एक खिताब के रूप में कर दिया गया हो....वो भी गूगल के आने के ३५ साल पहले. वह एक आदर्श था, अच्छे चीजों और महान विचारों से भरा हुआ था. स्टुअर्ट और उनकी टीम ने “The Whole Earth Catalogue” के कई संस्करण निकाले और अंत में एक अंतिम संस्करण निकाला. ये सत्तर के दशक का मध्य था और तब मैं आपके जितना था. अंतिम संस्करण के पिछले कवर पर प्रातः काल का किसी गाँव की सड़क का द्दृश्य था...वो कुछ ऐसी सड़क थी जिसपे यदि आप रोमांच पसंद करते हों तो किसी से लिफ्ट माँगना चाहेंगे. और उस तस्वीर के नीचे लिखा था, “Stay Hungry, Stay Foolish”.. ये उनका आखिरी सन्देश था जब उन्होंने अलविदा किया..., “Stay Hungry, Stay Foolish” और मैंने अपने लिए हमेशा यही तमन्ना की है, और अब जब आप लोग यहाँ से पास होकर निकल रहे हैं तो मैं आपके लिए भी यही आरज़ू करता हूँ , stay hungry, stay foolish. आप सभी का बहुत बहुत धन्यवाद. |
23-01-2011, 10:47 AM | #19 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
The End
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23-01-2011, 07:10 PM | #20 |
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Re: स्टीव ज़ोब्स की तीन कहानियाँ
यह एक एतिहासिक स्पीच था. शेयर करने के लिया धन्यवाद्. इसका विडियो भी उपलब्ध है.
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