19-05-2012, 08:24 PM | #11 |
Senior Member
Join Date: Nov 2010
Location: KANPUR
Posts: 555
Rep Power: 24 |
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
__________________
रोते-रोते हँसना सीखो ....! खुद हँसों औरों को भी हँसाओ, गम को जिन्दगी से दूर भगाओ,क्यों की हँसना ही जिन्दगी है |Read Forum Rules./Do not Spam./Respect Other members.
|
23-08-2012, 02:36 PM | #12 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 183 |
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
यूनानी कविता
बिना तुम्हारे कबूतर -निकेफ़ोरास व्रेताकास बिना तुम्हारे कबूतरों ने पाया नहीं होता जल बिना तुम्हारे ईश्वर ने आलोकित नहीं किए होते अपने फ़व्वारे सेब का वृक्ष अपने फूल बिखेर देता है बहती हवा में अपने कोट में आकाश से तुम लाती हो जल गेहूं की चमक और तुम्हारे ऊपर लटका है गौरैयों से बना एक चन्द्रमा
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
31-10-2012, 10:15 AM | #13 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 183 |
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
इराकी कविता
स्त्री का दिल -लतीफ़ हेलमेट स्त्री का दिल इकलौता ऐसा मुल्क है जहां मैं दाख़िल हो सकता हूं बग़ैर किसी पासपोर्ट के कोई पुलिसवाला नहीं मांगता मेरा पहचान-कार्ड न ही लेता है तलाशी उलट-पुलट कर मेरे सूटकेस की जिसमें ठूंस - ठूंस कर भरी गई हैं ग़ैरक़ानूनी ख़ुशियां प्रतिबन्धित कविताएं और रसीली तकलीफ़ें स्त्री का दिल इकलौता ऐसा मुल्क है जो ज़खीरे नहीं बनाता मारक-हथियारों के न ही झोंकता है अपने लोगों को लड़ने के लिए ख़ुद की छेड़ी लडाइयां
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
31-10-2012, 11:41 AM | #14 |
Special Member
|
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
अतिश्रेष्ठ सूत्र..... विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताओँ के संकलन एकत्रित किये गए हैँ .......!
__________________
फोरम के नियम
ऑफलाइन में हिंदी लिखने के लिए मुझे डाउनलोड करें ! आजकल लोग रिश्तों को भूलते जा रहे हैं....! love is life |
31-10-2012, 12:45 PM | #15 |
Administrator
|
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
मंच के सबसे अच्छे सूत्रों में से एक।
__________________
अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
29-01-2013, 06:51 AM | #16 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 183 |
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
हंगारी कविता
प्रेम -रेनर मरिया रिल्के अनजाने परों पर आसीन मैं स्वप्न के अंतिम सिरे पर वहाँ मेरी खिड़की है रात्रि की शुरूआत जहां से होती है और वहाँ दूर तक मेरा जीवन फैला हुआ है वे सभी तथ्य मुझे घेरे हुए हैं जिनके बारे में मैं सोचना चाहती हूं तल्ख घने और निशब्द पारदर्शी क्रिस्टल की तरह आर पार चमकते हुए मेरे अंदर स्थित शून्य को लगातार सितारों ने भरा है मेरा हृदय इतना विस्तृत इतना कामना खचित कि वह मानो उसे विदा देने की अनुमति मांगता है मेरा भाग्य मानो वही अनलिखा जिसे मैंने चाहना शुरू किया अनचीता और अनजाना जैसे कि इस अछोर अपरास्त विस्तृत चरागाह के बीचोंबीच मैं सुगंधों भरी सांसों के आगे-पीछे झूलती हुई इस भय मिश्रित आह्वान को मेरी इस पुकार को किसी न किसी तक पहुंचना चाहिये जिसे साथ साथ बदा है किसी अच्छाई के बीच लुप्त हो जाना और बस।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
03-02-2013, 07:10 PM | #17 |
Exclusive Member
Join Date: Oct 2010
Location: ययावर
Posts: 8,512
Rep Power: 100 |
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
फिलिस्तानी प्रेमी का प्रेमगान तेरी आँखें कि उतरता कोई नश्तर दिल में दर्द महसूस करूँ, या कि फि़दा हो जाऊँ तेज़ झोंकों में हूँ फा़नूस इनका रात को चीर दे और दर्द को गहरा कर दे ऐसे पेवस्त करो आँखों को सीने में मेरे तेरी आँखों से मिले ज़ख्म यूँ चमकें जैसे आज के घोर अँधेरों में रोशनी की किरण कल के ख्वाबों को भी रोशन कर दे और मेरी रूह पे भी छा जाए। और जिस दम मेरी नज़रों से मिले तेरी नज़र यह भी न याद रहे कि हम कभी साथ भी थे, एक ही थी राहगुज़र
__________________
तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 Last edited by jai_bhardwaj; 03-02-2013 at 07:16 PM. |
03-02-2013, 07:14 PM | #18 |
Exclusive Member
Join Date: Oct 2010
Location: ययावर
Posts: 8,512
Rep Power: 100 |
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
एक और फिलिस्तानी प्रेम गीत तेरे अल्फ़ाज़ मेरा नग़मा थे मेरे होठों पे वह उभरे थे तरन्नुम बनकर लेकिन अफसोस कि मौसम बदले खुशनुमा रंगों पे एक बर्फ की चारद फैली यूँ उड़े लफ्ज तेरे जैसे परिंदा कोई अजनबी रास्तों में खो जाए फिर तेरा साथ छूटा ख्वाब के आइने भी टूट गए दर्द के तूफाँ में हम डूब गए ख्वाब के टुकड़ों की झंकार लिए ऐ जानेजाँ! तेरे लिए हम तड़पते ही रहे
__________________
तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
03-02-2013, 11:21 PM | #19 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: विश्व की श्रेष्ठ प्रेम कविताएं
Quote:
आत्म मिलन / अमृता प्रीतम / मेरी सेज हाज़िर है - परन्तु जूतों और कमीज के समान तू अपना बदन भी उतार दे! वहां मूढ़े पर रख दे! कोई ख़ास बात नहीं – यह अपने अपने देस का रिवाज है. |
|
Bookmarks |
Tags |
literature, love, love poems |
|
|