13-06-2012, 12:11 PM | #11 |
Administrator
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Re: यादें फोरम की.
१. करीब ९० प्रतिशत लोग फोटो देखने और अटैचमेंट डाउनलोड करने केलिए register करते हैं. २. अगर register करना easy है तो register कर लेते हैं फिर भूल जाते हैं. ३. कुछ लोग तो लडकियों की ID/profile पर पोस्ट करने के लिए भर register करते हैं. ४. एक अच्छा खासा प्रतिशत spam users का होता है.
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14-06-2012, 09:09 AM | #13 |
Administrator
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Re: यादें फोरम की.
अब to aisa hai की गूगल में भी MyHindiForum काफी फ़ैल गया hai.
एक example देता हूँ. आज सुबह सुबह मैंने सर्च किया russian stories in hindi मैं सोच रहा था की Foreign Literature in Hindi में कुछ पोस्टिंग करूंगा.. गूगल सर्च में MyHindiForum ही सबसे ऊपर निकला आप लोग भी देखिये..
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14-06-2012, 09:10 AM | #14 |
Administrator
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Re: यादें फोरम की.
दोस्तों इस सूत्र में मैं फोरम से जुडी हुई यादो के अलावा मैं फोरम से related कुछ दिलचस्ब बातें भी शेयर करूंगा.
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14-06-2012, 10:32 AM | #15 |
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Re: यादें फोरम की.
एक शानदार सूत्र का आग़ाज़ !!!
इतिहास सूत्र के बाद लगभग उसी स्तर के एक सम्बेदनसिल तथा रोचक सूत्र !! सरहायनिय सुरुआत के लिए आभार !!!
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"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!" Last edited by Kalyan Das; 14-06-2012 at 10:38 AM. |
14-06-2012, 11:07 AM | #16 |
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Re: यादें फोरम की.
आजकल इन्टरनेट पर हर भाषा में कई फोरम हैं.. हिंदी में सबसे पहले एक व्यस्क वेबसाइट ने फोरम लौंच किया था, अगर में गलत नहीं हूँ तो शायद २००९ में वो लौंच हुआ था. उसके बाद जब वो तकनिकी दिक्कतों के कारण बंद हुआ तो यह फोरम हिंदी में आ गया. फिर उसके बाद तो नए हिंदी फोरुम्स की बाढ़ ही आ गयी..
१. रवि चाचा का फोरम. २. गुल्लू जी का फोरम. ३. जलवा जी का फोरम. ४. अभय जी का फोरम. ५. tigerlove जी का फोरम. ऐसे पता नहीं कितने ही फोरम खुल गए.. और इससे सबसे ज्यादा नुक्सान हिंदी का हुआ. यह सभी सदस्य एक जगह योगदान देने के बजाय अलग अलग बट गए. और जहाँ तक मेरा ख्याल है कोई भी फोरम अभी अच्छा नहीं चल रहा है. सवाल यह है की आखिर क्यों खुल गए इतने फोरम? शायद कुछ लोग सोचते हो की इससे काफी कमाई होती हो. मैं सबकी बात नहीं कर रहा हूँ क्योकि बहुत से लोग जिन्होंने फोरम खोला है वो काफी धनी हैं और मुझे नहीं लगता उन्हें कोई पैसे का लालच होगा. फिर भी यह एक बड़ा misconception है, की फोरम से काफी कमाई होती है. हाँ अगर फोरम अंग्रेजी में है तो गूगल adsense से कमाई हो सकती है.. लेकिन वो भी इतनी की बस नास्ते पानी का खर्चा निकले, दोपहर और रात के भोजन के लिए कुछ और भी करना होगा.
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14-06-2012, 11:08 AM | #17 | |
Administrator
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Re: यादें फोरम की.
Quote:
धन्यवाद कल्याण जी..
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14-06-2012, 11:09 AM | #18 |
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Re: यादें फोरम की.
अभी आगे और भी मज़ा आएगा..
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14-06-2012, 11:10 AM | #19 |
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Re: यादें फोरम की.
दोस्तों मैं यहाँ और भी फोरुम्स के बारे में जिक्र करूंगा.. जो मुझे पता है वही लिखूंगा.. अगर मैं कहीं गलत हूँ तो मुझे सही कर दीजियेगा..
धन्यवाद अभिषेक
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14-06-2012, 11:51 AM | #20 | |
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Re: यादें फोरम की.
Quote:
हमारे दिल में भी इस बात का दर्द है, की सारे संगी साथी इधर उधर बिखर गए !!
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