23-09-2011, 01:27 AM | #11 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
पत्नी शांतिपूर्ण और सच्ची गृहिणी हैं ! जिस घर में महमानोका आदर और सत्कार होता हो ! ईश्वर का सिमरन पूजन होता हो ! जिस घर में महमानोको खड़े हो कर बैठने कहा जाता हो ! इसीप्रकार के घर में सदा दिव्य सुख की अनुभूति होती हैं !!!!!
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
23-09-2011, 01:28 AM | #12 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
फुलोमें खुशबु; तिल में तेल; दूध में घी; और गन्ने में गुड अन्दर ही छुपे होते हैं वोह बहार से नहीं दीखते लेकिन उनको हम स्वीकार करते हैं ...... बस वैसे ही मानव शरीर में ' आत्मा ' होता हैं फिर भी हम उसको श्रधापूर्वक क्यूँ नहीं स्वीकार करते ????
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
23-09-2011, 01:29 AM | #13 |
Administrator
|
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
नमन जी, एक और शानदार सूत्र आग़ाज़ करने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद.
__________________
अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
23-09-2011, 01:31 AM | #14 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
घुवर रात को नहीं देख पाता तो सूरज का क्या फायदा ?
कर्द के शाखाओपर फुल नहीं आते तो वसंत का क्या फायदा ? चातक के मुहमें वर्षा की एक बूंद भी नहीं पड़ती तो उसमें बादल का क्या दोष ??? भाई विधाताने नियति के हमारे लिये कुछ दियाही नहीं तो रोनेसे क्या फायदा ???? वही होगा जो विधाता चाहेगा .... दुनियाकी कोईभी शक्ति नियति को बदल नहीं सकती ..... इसी सच्चाई को स्वीकार कर के हम अगर जीवन जीए तो ही सुखको प्राप्त हो सकते हैं !!!! सुख को अनुभव कारने हेतु अलग कार्य कारन भी हो सकते हैं !!!
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
23-09-2011, 01:31 AM | #15 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
जो कार्य बड़े हथियार से नहीं किये जा सकते वोह कार्य आदमीकी प्रकृति परखकर करवाए जा सकते हैं ! जैसे की अहंकारी के साथ हात जोड़ कर ..... मुर्ख से साथ उसको जैसी इच्छा हो वैसा बर्ताव कनकी छुट देकर ..... विद्वानके सम्मुख सच बोलके उसको खुश रखकर कार्य करवाया जा सकता हैं !
इससे अपना कार्य भी होता रहता हैं साथ ही लड़ाई - झगडा से भी बचा जा सकता हैं !!!
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
23-09-2011, 01:32 AM | #16 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
किसी को भी कमजोर नहीं समजना चाहिए ! हर एक के पास कुछ न कुछ शक्ति होती ही हैं ! कभी उसकी शक्ति हमें हैरान कर सकती हैं !
साथ ही जैसा गाल वैसी थप्पड़ याद रखना चाहिए !!!!
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
23-09-2011, 01:33 AM | #17 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
उच्च कुल में जन्म मनुष्य अगर संस्कार, शील, से युक्त न हो तो वोह सुगंध के बिना फुल जैसा हैं !!!
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
23-09-2011, 01:51 AM | #18 |
Special Member
Join Date: Oct 2010
Posts: 3,570
Rep Power: 43 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
एक कुशल राजनीतिज्ञ चाणक्य और उनके द्वारा अपनाई गयी विशेष नीतियों के उल्लेख पर नमन जी के एक और शानदार सूत्र के लिए बधाई
|
23-09-2011, 01:32 PM | #19 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
असंतुष्ट रहनेवाला पंडित कभी गुणवान नहीं होता !
संतोषसे कार्य करनेवाला राजा उसके राज्यकी प्रगति कभी नहीं कर सकता ! लज्जा विना पत्नी कभी गुणवान नहीं हो सकती; वेश्या लज्जायुक्त कभी भी नहीं होती ! तात्पर्य यही हैं की किसा गुण किसीके लिए अच्छा तो किसी के लिए बुरा भी होता हैं !!!!!
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
23-09-2011, 01:33 PM | #20 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: चाणक्य नीति के कुछ सूत्र
विद्यार्थी; नौकर; भूखा इंसान; राजा; खजांची; चौकीदार; और बुद्दिमान इसमे से कोई भी " सो " जाए तो तुरंत ही उनको जगा देना चाहिए !!!
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
Bookmarks |
Tags |
नीति, सूत्र, ्चाणक्य |
|
|