13-06-2014, 08:54 AM | #11 |
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Re: शेखचिल्ली
एक बार कसबे के हाकिम ने शेखचिल्ली को एक काम सौंपा. इसके अनुसार शेखचिल्ली को कहा गया कि वह कसबे में स्थित सभी मकानों की गिनती करे और हिसाब लगा कर बताये कि वहां कुल कितने मकान हैं. इस काम के लिये फीस तय की गई आठ आना फी मकान. शेखचिल्ली ने चीन चार दिनों में मकानों की गिनती पूरी कर ली और इस बारे में हाकिम को सूचना दे दी. हाकिम उसके काम से बहुत खुश हुआ. उसने तयशुदा फीस का भुगतान शेखचिल्ली को कर दिया. जब शेखचिल्ली ने इस काम की चर्चा अपने एक घनिष्ट मित्र से की और काम की फीस के बारे में बताया, तो उसे बहुत बुरा लगा. उसने कहा, “काम को देखते हुये यह फीस बहुत कम है. फीस कम से कम दोगुनी तो होनी ही चाहिए थी.” इस पर शेखचिल्ली ने बड़ी सादगी से उत्तर दिया, “कोई बात नहीं. मैंने कौन से पूरे मकानों की गिनती बताई है. मैंने भी उसे पूरी गिनती का आधा ही बताया है.”
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शेख़चिल्ली, sheikh chilli |
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