13-12-2010, 10:56 AM | #11 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
अब कभी लड़का उसे इशारा करते हुए बताता अच्छी लग रहीँ हो वो हल्के से मुस्कुराते हुई चली जाती थी अब उसके सभी दोस्त बात करने के लिए कहते थे लेकिन लड़का सोचता था अगर कहाँ तो बुरामान कर रास्ता बदल गई तो देखने से भी रहजाउँगा और वो टाल जाता फिर कभी बोलकर
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
13-12-2010, 12:15 PM | #12 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
कुछ बहुत अच्छी बातेँ भी हुई जो वो लडका कभी भुल नहीँ सकता
बरसात के दिन सुरु हो चुका था उस दिन सुबह से आँसमान मेँ बादल थे और हल्की हल्की छीटेँ भी परने लगे जब वो वहाँ पहुचाँ तो बारिश तेज होने लगी आज लड़के का कोई भी दोस्त नहीँ आया लड़का अकेला इंतेजार करने लगा भीग तो गया था पुरा बारिश का पानी रोड के उपर जाम हो गया था पुरी तरह से लडका फिर भी इंतेजार करने लगा एक उसके जानने वाले ने उसे बताया यहाँ क्या कर रहे हो वो दुसरे रास्ते जा चुकी हैँ
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13-12-2010, 12:38 PM | #13 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
जहां तक मेरा वास्ता गाँव से पड़ा है
यदि इतनी बात आगे बढ़ जाती है तो गाँव में दोनों की बातें बनाना भी शुरू हो जाती हैं और लड़की पर प्रतिबन्ध लगते देर नहीं लगती है |
13-12-2010, 12:53 PM | #14 | |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
Quote:
सवा सौलहआना सही हैँ यह शहर की कहानी हैँ
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13-12-2010, 12:55 PM | #15 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
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13-12-2010, 01:13 PM | #16 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
सत्यवचन बंधु .................?
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13-12-2010, 01:21 PM | #17 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
तो कहानी को आगे बढाया जाये ......
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13-12-2010, 02:39 PM | #18 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
बिल्कुल दादा
वह लडका उस दिन बगैर देखे हुए वापिस आगया लेकिन उस दिन बहुत परेशान रहा अगले दिन मौसम कुछ अच्छा था लड़का उस दिन दोस्तोँ से अलग हटकर खडा हो गया जब वो लड़की उसके आगे से गुजरने लगी तो लड़का थोडा हिम्मत करके दुर से बोला मैँ किसी का इंतेजार करता रहा बारिश मेँ भीग कर लेकिन कुछलोगोँ को एहशाश ही नहीँ उस दिन के बाद जितने भी दिन बरसात का मौसम रहा वो लड़की उधर से गुजरती रही फिर भी वो लड़का उसे कुछ कह नहीँ पाया उसके दोस्त उसे बहुत समझाया अब बोल दो लेकिन लड़का उसकी भोली और मासुम सा चेहरा देखकर कुछ कह नहीँ पाया
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13-12-2010, 03:05 PM | #19 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
क्योँ अगर नाराज हो गई तो जब भी कभी बात करने के लिए सोचता उसका हिम्मत जवाब दे जाता और दिल बहुत जोर जोर से धडकने लगता
और सोचता अगर कहीँ थप्पड मार दिया तो बेइज्जती हो जाएगी मुहल्ले मेँ यहीँ सोचकर वो चुप रहता था
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13-12-2010, 03:32 PM | #20 |
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Re: ॰ अधुरी कहानी ॰
एक दिन उसका कोई और दोस्त उसे मिलने आया उसे लेकर उसी तरफ निकल आया और बातेँ करने लगा जब साढे पाँच बजे थे तो आगे वाली गली से गुजरते हुए किसी का दुपट्टा लहराया लड़का बोला अपने दोस्त से अरे यार तुझे एक लड़की के बारे मेँ बताया था लगता वही लड़की सामने गली से गई हैँ चल तुझे दिखाता हुँ
दोनो जल्दी से गली से गुजरते हुए मेन रोड तक पहुँच गया तो देखता हैँ वहीँ लड़की थी आज तक लड़के को उसके आने का पता था जाने के बारे मेँ पहली बार देखा था लड़की आगे आगे दोनो लड़के पिछे पिछे चलने लगा और उस के मोहल्ला और घर तक देख आया उस दिन के बाद वो लड़की छुट्टी के टाईम भी उसी रास्ते से गुजरने लगी
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