18-06-2015, 09:14 AM | #191 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
swami vivekanand कोई शख्स कितना ही महान क्यों न हो, आँखें मूँद कर उसके पीछे पीछे न चलो. अगर भगवान् की ऐसी ही मंशा होती तो वह हर प्राणी को आँख, नाक, कान, मुँह, दिमाग़ आदि क्यों देता? हर काम को तीन अवस्थाओं से गुज़ारना पड़ता है- उपहास, विरोध और स्वीकृति. ऐसी बेकार की बातों और उनकी चर्चा से दूर रहें, जिनकी कोई उपयोगिता ही नहीं है.
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18-06-2015, 09:17 AM | #192 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
स्वामी विवेकानंद के विचार
swami vivekanand गंभीरता के साथ बच्चों जैसी सरलता को मिलाओ. सबके साथ मेल से रहो. अहंकार के सब भाव छोड़ दो और साम्प्रदायिक विचारों को मन में न लाओ. बेकार के विवादों से बचो. याद रखो जब तक तुम्हारे हृदय में उत्साह और गुरु और भगवान् में विश्वास है, तब तक तुम्हें कोई नहीं दबा सकता. यही दुनिया है. अगर तुम किसी का भला करो, तो लोग उसको कोई अहमियत नहीं देंगे. लेकिन ज्योंही तुम उस काम को बंद कर दोगे, वे फ़ौरन तुम्हें बदमाश साबित करने पर जुट जायेंगे.
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18-06-2015, 09:20 AM | #193 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
स्वामी विवेकानंद के विचार
swami vivekanand पवित्रता, धैर्य और कोशिश के द्वारा सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं. इसमें कोई संदेह नहीं कि सभी महान कामों को पूरा होने में वक़्त तो लगता है. जब तक जीना, तब तक सीखना. अनुभव सब से बड़ा शिक्षक है. उठो, जागो और तब तक रुको नहीं, जब तक मंजिल प्राप्त न हो जाये.
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18-06-2015, 09:23 AM | #194 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
श्री श्री रवि शंकर के सुभाषित बोल
shri shri ravishankar जागो और देखो कि जीवन बहुत छोटा है. यही अनुभव आपके जीवन में गतिशीलता ला देगा. गलती को बस गलती की तरह देखिये. उसकी या अपनी गलती के तौर पर नहीं. अपनी गलती के तौर पर देखोगे तो अपराधबोध होगा और उसकी गलती के तौर पर देखोगे तो उस पर क्रोध आएगा.
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20-06-2015, 09:07 AM | #195 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
असली योग्यता-प्रमाणपत्र
रूस के प्रसिद्ध लेखक लियो टॉलस्टॉय को एक बार अपना काम-काज देखने के लिए एक आदमी की ज़रुरत पड़ी। इस बारे में उन्होंने अपने कुछ मित्रों से भी कह दिया कि यदि उनकी जानकारी में कोई ऐसा व्यक्ति हो तो उसे भेजें। कुछ दिनों बाद एक मित्र ने किसी को उनके पास भेजा। वह काफी पढ़ा लिखा था और उसके पास कई प्रकार के सर्टिफिकेट और डिग्रियां थीं। वह व्यक्ति टॉलस्टॉय से मिला, लेकिन तमाम डिग्रियां होने के बावजूद टॉलस्टॉय ने उसे नौकरी पर नहीं रखा , बल्कि एक अन्य व्यक्ति जिसके पास ऐसी कोई डिग्री नहीं थी उसका चयन कर लिया…. क्या मैं इसकी वजह जान सकता हूँ ?” टॉलस्टॉय ने बताया , “मित्र, जिस व्यक्ति का मैंने चयन किया है उसके पास तो अमूल्य प्रमाणपत्र हैं, उसने मेरे कमरे में आने के पूर्व मेरी अनुमति मांगी। दरवाजे पर रखे गए डोरमैट पर जूते साफ करके रूम में प्रवेश किया। उसके कपड़े साधारण, लेकिन साफसुथरे थे। मैंने उससे जो प्रश्न किये उसके उसने बिना घुमाए-फिराए संक्षिप्त उत्तर दिए, और अंत में मुलाकात पूरी होने पर वह मेरी इज़ाज़त लेकर नम्रतापूर्वक वापस चला गया। उसने कोई खुशामद नहीं की, ना किसी की सिफारिस लाया, अधिक पढ़ा-लिखा ना होने के बावजूद उसे अपनी काबिलियत पर विश्वास था, इतने सारे प्रमाणपत्र बहुत कम लोगों के पास होते है। और तुमने जिसे व्यक्ति को भेजा था उसके पास इनमे से कोई भी प्रमाणपत्र नहीं था , वह सीधा ही कमरे में चला आया, बिना आज्ञा कुर्सी पर बैठ गया, और अपनी काबिलियत की जगह तुमसे जान-पहचान के बारे में बताने लगा….. तुम्ही बताओं, उसकी इन डिग्रियों की क्या कीमत है ?” मित्र टॉलस्टॉय की बात समझ गया, वह भी असल प्रमाणपत्रों की महत्ता जान चुका था।
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08-07-2015, 10:24 AM | #196 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के सुभाषित बोल
ज़िन्दगी महानताओं से बनी होनी चाहिए न की उन वर्षों से जिनकी गिनती कर कर के कोई जीता है. एक महान शख्स किसी मशहूर शख्स से इन मायनों में अलग होता है कि वह महानता का चोला उतार कर लोगों की सेवा करने को हमेशा तैयार रहता है. मुझे वह धर्म पसंद है जो लोगों को आज़ादी, बराबरी और भाईचारे की बात सिखाता हो. छुआछूत ने दलितों, हिन्दुओं का ही नहीं बल्कि देश का भी बहुत नुक्सान किया है.
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08-07-2015, 10:27 AM | #197 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के सुभाषित बोल
इस दुनिया में आत्म सम्मान के साथ जीना सीखो. हमेशा इस बात को तवज्जो दो कि तुम इस दुनिया में कुछ कर गुजरने के लिए आये हो. एक बूँद जब पानी में मिल जाती है तो अपनी पहचान खो देती है. लेकिन इंसानों के साथ यह बात नहीं होती. एक अदद इंसान समाज में जा कर अपनी पहचान खोता नहीं बल्कि अपनी भूमिका को पहचानता है. जैसे लोग अमर नहीं होते वैसे ही उनके विचार हमेशा के लिए प्रासंगिक नहीं रह जाते. विचारों को भी अपने समय के अनुसार बदलना होता है. ठीक उसी तरह जैसे किसी पौधे को भी समय समय पर खाद पानी की ज़रूरत होती है.
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21-07-2015, 11:11 PM | #198 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
राम मनोहर लोहिया के सुभाषित बोल
समाजवादी नेता और स्वतंत्रता सेनानी डॉ राम मनोहर लोहिया सभी स्त्रियाँ सुंदर होती हैं. कुछ दूसरों की तुलना में अधिक सुंदर हो सकती हैं. जो स्त्री प्यार करती है और प्यार पाती है, वह तारों भरे आसमान की तरह सुंदरता बिखेरती है. फिर चाहे वह गोरी हो या काली. लोकतंत्र में सत्याग्रह व सविनय अवज्ञा को अनुचित मानने का मतलब होगा भक्त प्रहलाद, चार्वाक, सुकरात और गाँधी जैसे सत्याग्रहियों की परंपरा को नकारना.
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23-07-2015, 09:53 AM | #199 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
सिगमंड फ्रायड के विचार
हम लोग उतने ही नैतिक हैं जितना हम सोच पाते हैं और उतने अनैतिक, जितने की हम कल्पना तक नहीं कर पाते. जो लोग अपने विश्वासों के मुताबिक़ ज़िन्दगी नहीं जी पाते, वो अपने सामने आने वाली चीजों पर भी यकीन नहीं कर पाते. प्यार करो और अपने काम में मन लगाओ. इसके सिवा बाकी बातों में कुछ नहीं रखा.
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23-07-2015, 10:07 AM | #200 |
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Re: प्रसिद्ध व्यक्तियों के सुभाषित बोल
पाइथागोरस के सुभाषित बोल
इंसानी ज़िन्दगी रूपी इस थिएटर में दर्शक बनने का हक़ सिर्फ देवी देवताओं को ही है. जब तक मनुष्य अपने से छोटे और कमज़ोर जीवों को नष्ट करना बंद नहीं करेगा, तब तक वह सेहत और शांति का अनुभव नहीं कर सकता. जब कोई काम मजबूरी में किया जाता है तो वह मुश्किल लगने लगता है. 'हाँ' और 'ना' दुनिया के सबसे पुराने और सबसे छोटे शब्द हैं किंतु इनका इस्तेमाल करने से पहले बहुत सोच विचार करने की जरुरत है.
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) Last edited by rajnish manga; 23-07-2015 at 10:12 AM. |
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