11-05-2011, 06:13 PM | #22341 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
11-05-2011, 06:15 PM | #22342 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
अरे भाई, जब ओसामा मारा गया था उसी दिन.... बेचारे बड़े गिल्टी फील कर रहे थे, कह रहे थे इसे अब कौन अपने यहा रखेगा? फिर ओसामा के भाई ओबामा (दोनों बचपन मे कुम्भ के मेले मे खो गए थे) से बातचीत करके उसे समुद्र देवता के हवाले कर दिया, तब से बड़े विचलित हो गए यमराज जी।
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11-05-2011, 06:15 PM | #22343 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
आपको नहीं पता
अरे रांची के बगल में ही तो एक जगह है कांके और वहां की सबसे मशहूर जगह पर गेट के बाहर भजिये बेचता है ये परेश रावल
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
11-05-2011, 06:16 PM | #22344 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
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11-05-2011, 06:18 PM | #22345 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
क्या सचमुच ?????????????????
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
11-05-2011, 06:19 PM | #22346 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
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11-05-2011, 06:22 PM | #22347 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
बिल्कुल सही बात
मुझे लगता है की अभी मुझे एक कप चाय की सख्त जरूरत है Friends time for a tea break
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
11-05-2011, 06:24 PM | #22348 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
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11-05-2011, 06:28 PM | #22349 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
बिल्कुल ठिक फरमाया आपने
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
11-05-2011, 06:28 PM | #22350 |
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Re: दोस्तों की "चौपाल".
पतली गली से निकालने वालो, मत भूलो कि अब तुम सब मोटे हो चुके हो, निकल नहीं पाओगे, इसीलिए शराफत को साथ लेकर चौपाल पर विराजो।
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