18-09-2011, 02:19 PM | #26891 |
Special Member
Join Date: Oct 2010
Posts: 3,570
Rep Power: 43 |
Re: दोस्तों की "चौपाल".
|
18-09-2011, 02:20 PM | #26892 |
Special Member
|
Re: दोस्तों की "चौपाल".
पत्नी चालीसा – शादी करने से पहले याद कर लें
नमो नमः पत्नी महारानी, तुम्हरे महिमा कोई ना जानी। हमने समझा तुम अबला हो, पर तुम तो सबसे बड़ी बला हो। जिस दिन हाथ में बेलन आवे, उस दिन पति खूब चिल्लावे। सारे बेड पर पत्नि सोवे, पति बैठ फर्श पर रोवे। तुमसे ही घर मथुरा काशी, तुम्हरे बगैर सर्व सत्यानाशी। पत्नि-चालिसा जो नर गावे, सर्व सुख छोड़ परम दुख पावे। |
18-09-2011, 02:20 PM | #26893 | |
Administrator
|
Re: दोस्तों की "चौपाल".
Quote:
सागर जी किधर हैं..
__________________
अब माई हिंदी फोरम, फेसबुक पर भी है. https://www.facebook.com/hindiforum |
|
18-09-2011, 02:21 PM | #26894 |
Special Member
|
Re: दोस्तों की "चौपाल".
__________________
फोरम के नियम
ऑफलाइन में हिंदी लिखने के लिए मुझे डाउनलोड करें ! आजकल लोग रिश्तों को भूलते जा रहे हैं....! love is life |
18-09-2011, 02:22 PM | #26895 |
Special Member
|
Re: दोस्तों की "चौपाल".
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
18-09-2011, 02:22 PM | #26896 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: दोस्तों की "चौपाल".
राम राम निशांत भाई । कैसे मिजाज है आपके ? आप तो जैसे हमे भूल ही गये हो लगता है । कभी-कभी हम गरीबो की भी सुध ले लिया करे ।
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
18-09-2011, 02:23 PM | #26897 |
Special Member
|
Re: दोस्तों की "चौपाल".
|
18-09-2011, 02:23 PM | #26898 |
Exclusive Member
Join Date: Feb 2011
Posts: 5,528
Rep Power: 41 |
Re: दोस्तों की "चौपाल".
|
18-09-2011, 02:24 PM | #26899 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: मुम्बई
Posts: 1,999
Rep Power: 31 |
Re: दोस्तों की "चौपाल".
सभी मित्रो को मेरा सादर नमन । कैसे है आप सब ?
__________________
==========हारना मैने कभी सिखा नही और जीत कभी मेरी हुई नही ।==========
|
18-09-2011, 02:25 PM | #26900 | |
Special Member
|
Re: दोस्तों की "चौपाल".
Quote:
अगर हाँ, तो ठीक है अगर नहीं, तो इतना याद रखियेगा मित्र की कोई चालीसा वालिसा आपको इस देवी के प्रकोप से नहीं बचा सकता
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
|
Bookmarks |
Tags |
चौपाल, दोस्तों की चौपाल, हिन्दी फोरम, baatchit, chat, dost, dosto ki chaupaal, free, friends, gappe |
|
|