18-01-2011, 05:16 PM | #2721 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
प्रेमी (प्रेमिका से)- भाग तेरा भाई आ रहा है! प्रेमिका (प्रेमी से)- मेरी मां भी तुम्हें बहुत पसंद करती हैं! प्रेमी (प्रेमिका से)- तुम फिक्र मत करो मैं शादी सिर्फ तुमसे ही करूंगा!
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
18-01-2011, 05:17 PM | #2722 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक बार एक चोर ने अपनी मंगेतर को सोने का सेट दिया।
मंगेतर ने खुश होकर पूछा इस सेट की कीमत क्या है? चोर ने जवाब दिया.. तीन साल कैद...!!!
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18-01-2011, 05:33 PM | #2723 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
प्रेमी (प्रेमिका से)- तुम शादी के बाद अपने लिये नया घर तो नहीं मांगोगी?
प्रेमिका (प्रेमी से)- नहीं मैं ऐसी लड़की नहीं हूं तुम अपनी मां को अलग घर दिला देना!
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18-01-2011, 05:34 PM | #2724 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक आदमी बड़ा दुखी था।
एक दोस्त ने उससे पूछा- क्यों टेंशन में हो? आदमी- यार मैंने एक दोस्त को दो लाख रुपये उधार दिये थे, प्लास्टिक सर्जरी कराने के लिए। अब साले को पहचान ही नहीं पा रहा हूं।
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18-01-2011, 05:47 PM | #2725 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक रेस्टारेंट के मैनेजर से एक ग्राहक ने शिकायत की तुम्हारे यहाँ के नौकर बड़े बदतमीज हैं बार बार आवाज देकर बुलाने पर भी नहीं आते हैं .
रेस्टारेंट के मैनेजर ने ग्राहक से खेद प्रगट करते हुए नौकरों को उसके सामने इन शब्दों में कुछ इस तरह से फटकार लगे - गधे पाजी नामाकूल साहब कब से कुत्ते की तरह भौक रहे हैं और तू है की सुनता नहीं . अगर यही हाल सर्विस का रहा तो कौन उल्लू का पट्ठा यहाँ दोबारा आयेगा .
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18-01-2011, 05:48 PM | #2726 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
प्रेमिका - क्या तुम मुझसे प्रेम करते हो ?
प्रेमी - इसमें क्या संदेह है . प्रेमिका - तो क्या तुम मेरे लिए मर भी सकते हो ? प्रेमी - नहीं प्रिये मेरा अमर प्रेम है.
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18-01-2011, 05:49 PM | #2727 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
बच्चा अपने दोस्त से बोलाः कल मेरे घर लडका पैदा होगा !
दोस्तः वाह, क्या बात कर रहे हो, पर तुम्हे कैसे पता की लडका ही पैदा होगा । बच्चा बोलाः अरे साफ है, पिछली दफा मेरी मम्मी को पेट दर्द हुआ था और उसके अगले दिन मेरी मम्मी को लडकी पैदा हुई । इस बार मेरे पापा को पेटदर्द हो रहा है, तो बात साफ है कि लडका ही पैदा होगा
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18-01-2011, 05:50 PM | #2728 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
दी की पचीसवीं सालगिरह पर गोनू राय ने एक बड़ी पार्टी रखी थी। शहर भर में मशहूर था कि गोनू राय और उनकी पत्नी में बहुत प्यार है। आमंत्रित लोगों ने इसका राज पूछा तो राय साहब बोले ,
‘ शादी के दिन ही हम दोनों ने फैसला कर लिया था कि जिंदगी के सारे बड़े फैसले मेरी पत्नी करेगी। जैसे कहां घर लेना है , बच्चे कितने होंगे , वे कौन से स्कूल में पढ़ेंगे , घर में क्या खाना बनेगा वगैरह… … और छोटे-छोटे फैसले मैं करूंगा , जैसे इराक युद्ध के लिए कौन जिम्मेदार है , भारत को परमाणु संधि करनी चाहिए या नहीं , पाकिस्तान में इमरजेंसी लगाना कहां तक जायज है , पेट्रोल की कीमत बढ़नी चाहिए या नहीं वगैरह। ‘
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18-01-2011, 05:51 PM | #2729 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक औरत कम पढ़ी-लिखी थी। उसे पता नहीं था कि पूर्णविराम कहां लगाना है। इसलिए लिखने के दौरान वह कहीं भी पूर्णविराम लगा देती थी। उसके पति बाहर रहते थे। एक दिन उसने अपने पति को चिट्ठी लिखी, जो कुछ यूं थी-
मेरे जीवनसाथी मेरा प्रणाम आपके चरणों में। आपने अभी तक चिट्ठी नहीं लिखी मेरी सहेली को। नौकरी मिल गई है हमारी गाय ने। बछड़ा दिया है दादा जी ने। शराब शुरू कर दी मैंने। तुमको बहुत खत लिखे पर तुम नहीं आए कुत्ते के बच्चे। भेडि़या खा गई दो महीने का राशन। छुट्टी पर आते हुए ले आना एक खूबसूरत औरत। और इस वक्त वही गाना गा रही है हमारी बकरी। बेच दी गई है तुम्हारी मां। तुमको याद कर रही है एक पड़ोसन। हमें बहुत तंग करती है तुम्हारी बहन। सिरदर्द से लेटी है तुम्हारी पत्नी।
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18-01-2011, 05:52 PM | #2730 |
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Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
आप जीत चुके हैं 50 लाख अब एक करोड़ एक जवाब की दूरी पर?
... और एक करोड़ का सवाल अब आपकी स्क्रीन पर...क्या आपने मंदिर से नये जूते चोरी करना छोड़ दिया? ए- हां बी- नही
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