24-11-2017, 11:32 PM | #271 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
अगाथा क्रिस्टी / Agatha Christie (Writer of Detective Novels) Writer of the longest running Play 'The Mouse Trap' (The Play was first staged on 25 November 1952)
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आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
26-11-2017, 04:10 PM | #272 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (26 November)
डॉ वर्गीज़ कुरियन / Dr. Verghese Kurien Father of White Revolution In India
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26-11-2017, 04:16 PM | #273 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (26 November)
डॉ वर्गीज़ कुरियन / Dr. Verghese Kurien (26 नवम्बर 1921 - 9 सितंबर 2012) भारत को दूध की कमी से जूझने वाले देश से दुनिया का सर्वाधिक दूध उत्पादक देश बनाने वाले ‘श्वेत क्रांति’ के जनक डॉ वर्गीज़ कुरियन ने देश में सहकारी दुग्ध उद्योग के मॉडल की आधारशिला रखी थी। वर्गीज कुरियन का जन्म केरल के कोझिकोड में 26 नवंबर 1921 को हुआ था। वर्गीस ने लोयोला कॉलेज से 1940 में स्नातक करने के बाद चेन्नई के गिंडी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। जमशेदपुर स्थित टिस्को में कुछ समय काम करने के बाद कुरियन को डेयरी इंजीनियरिंग में अध्ययन करने के लिए भारत सरकार की ओर से छात्रवृत्ति दी गई। बेंगलुरु के इंपीरियल इंस्टीट्यूट ऑफ एनिमल हजबेंड्री एंड डेयरिंग में विशेष प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद कुरियन अमेरिका गए जहां उन्होंने मिशीगन स्टेट यूनिवर्सिटी से 1948 में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में अपनी मास्टर डिग्री हासिल की, जिसमें डेयरी इंजीनियरिंग भी एक विषय था।
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26-11-2017, 04:20 PM | #274 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (26 November)
डॉ वर्गीज़ कुरियन / Dr. Verghese Kurien वर्गीज कुरियन ने गुजरात के आंणद में एक छोटे से गैराज से अमूल की शुरुआत की। कुरियन का सपना था देश को दुग्ध उत्पादन में आत्मनिर्भर करने के साथ ही किसानों की दशा सुधारना। उन्होंने त्रिभुवन भाई पटेल के साथ मिलकर खेड़ा जिला सहकारी समिति शुरू की। उस समय डेयरी उद्योग पर निजी लोगों का कब्जा था। उन्होंने ज्ञान और प्रबंधन पर आधारित संस्थाओं का विकास किया। अमूल की सफलता से अभिभूत होकर तत्कालीन प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री ने अमूल मॉडल को अन्य स्थानों पर फैलाने के लिए राष्ट्रीय दुग्ध विकास बोर्ड (एनडीडीबी) का गठन किया और उन्हें बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया। एनडीडीबी ने 1970 में ‘ऑपरेशन फ्लड’ की शुरुआत की जिससे भारत दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बन गया। कुरियन ने 1965 से 1998 तक 33 साल एनडीडीबी के अध्यक्ष के तौर पर सेवाएं दीं। साठ के दशक में भारत में दूध की खपत जहां दो करोड़ टन थी वहीं 2011 में यह 12.2 करोड़ टन पहुंच गई। कुरियन को भारत सरकार पद्म विभूषण से सम्मानित किया था। उन्हें सामुदायिक नेतृत्व के लिए रैमन मैग्सेसे पुरस्कार, कार्नेगी वटलर विश्व शांति पुरस्कार और अमेरिका के इंटरनेशनल पर्सन ऑफ द ईयर सम्मान से भी नवाजा गया।
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30-11-2017, 06:16 PM | #275 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (28 November)
महात्मा ज्योतिबा फुले / Mahatma Jyotiba Phule जन्म: 11 अप्रॅल, 1827 ई. - मृत्यु: 28 नवम्बर, 1890 ई महात्मा ज्योतिबा फुले (ज्योतिराव गोविंदराव फुले) को 19वी. सदी का प्रमुख समाज सेवक माना जाता है. उन्होंने भारतीय समाज में फैली अनेक कुरूतियों को दूर करने के लिए सतत संघर्ष किया. अछुतोद्वार, नारी-शिक्षा, विधवा – विवाह और किसानो के हित के लिए ज्योतिबा ने उल्लेखनीय कार्य किया है. उनका जन्म 11 अप्रैल 1827 को सतारा महाराष्ट्, में हुआ था. उनका परिवार बेहद गरीब था और जीवन-यापन के लिए बाग़-बगीचों में माली का काम करता था. ज्योतिबा जब मात्र एक वर्ष के थे तभी उनकी माता का निधन हो गया था. ज्योतिबा का लालन – पालन सगुनाबाई नामक एक दाई ने किया. सगुनाबाई ने ही उन्हें माँ की ममता और दुलार दिया. 7 वर्ष की आयु में ज्योतिबा को गांव के स्कूल में पढ़ने भेजा गया. जातिगत भेद-भाव के कारण उन्हें विद्यालय छोड़ना पड़ा. बाद में वे कुछ प्रभावशाली व्यक्तियों की मदद से फिर स्कूल गए और स्कूल में सदा प्रथम आते रहे. धर्म पर टीका – टिप्पणी सुनने पर उनके अन्दर जिज्ञासा हुई कि हिन्दू धर्म में इतनी विषमता क्यों है? जाति-भेद और वर्ण व्यवस्था क्या है? वह अपने मित्र सदाशिव बल्लाल गोंडवे के साथ समाज, धर्म और देश के बारे में चिंतन किया करते.
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30-11-2017, 07:15 PM | #276 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (29 November)
जे.आर.डी. टाटा / JRD Tata Born: 29 July 1904 Died: 29 November 1993 Bharat Ratna Shri JRD Tata: Industrialist, Pilot & Aviation Expert, Philanthropist and Founder of Many Institutions In India
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30-11-2017, 07:35 PM | #277 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (30 November)
इन्दर कुमार गुजराल / Inder Kumar Gujral Born: 4 December 1919 / Died: 30 November 2012 भारत के भूतपूर्व प्रधानमंत्री
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30-11-2017, 08:18 PM | #278 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (30 November)
विंस्टन चर्चिल / Winston Churchill द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री, लेखक तथा पत्रकार
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01-12-2017, 08:21 AM | #279 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (1 December)
काका कालेलकर / Kaka Kalelkar Freedom Fighter, Gandhian Thinker, Educationist, Journalist
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01-12-2017, 09:20 AM | #280 |
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Re: और आज की हमारी शख्सियत हैं
और आज की हमारी शख्सियत हैं (1 December)
विजय लक्ष्मी पंडित / Vijaya Lakshmi Pandit Freedom Fighter, Politician, Diplomat & Writer गांधीजी से प्रभावित होकर उन्होंने भी आज़ादी के लिए आंदोलनों में भाग लेना आरम्भ कर दिया। वह हर आन्दोलन में आगे रहतीं, जेल जातीं, रिहा होतीं और फिर आन्दोलन में जुट जातीं। ब्रिटिश राज के दौरान किसी कैबिनेट पद पर रहने वाली प्रथम महिला विजयलक्ष्मी पंडित ही थीं। 1937 में उनका निर्वाचन यूनाइटेड प्रॉविंसेज के विधानमंडल में हुआ तथा उन्हें स्थानीय स्वप्रशासन एवं जन-स्वास्थ्य विभाग में मंत्री बनाया गया। पहले वे 1939 तक तथा बाद में 1946 से 1947 तक इस पद पर रहीं। भारत की स्वतंत्रता के पश्चात् वे राजनयिक सेवाओं का हिस्सा बनीं तथा उन्होंने विश्व के अनेक देशों में भारत के राजनयिक के पद पर कार्य किया। 1946 से 1968 के मध्य उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भारतीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व भी किया। इस दौरान 1953 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र महासभा का अध्यक्ष चुना गया और वे इस पद पर आसीन होने वाली विश्व की प्रथम महिला बनीं। 1962 से 1964 तक वे महाराष्ट्र के राज्यपाल के पद रहीं। 1979 में उन्हें संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग में भारत का प्रतिनिधि नियुक्त किया गया। द इवॉल्यूशन ऑफ इंडिया (1958) एवं 'द स्कोप ऑफ हैप्पीनेस-ए-पर्सनल मेमोएर' उनकी प्रमुख पुस्तकें हैं।
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