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#21 |
Member
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Posts: 84
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#22 | |
Special Member
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Posts: 2,316
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बात तो सही कही आपने ...
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#23 |
Exclusive Member
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इस सुत्र को आगे बढाने का जिम्मा क्योँ न प्रबंधन के सदस्य ले
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
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#24 |
Special Member
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मुझे तो लगता है की खालिद भाई आप ही इस काम को अच्छी तरह अंजाम दे सकते है
शुभस्य शीघ्रम
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
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#25 | |
Exclusive Member
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किन्तु मैँ मोबाईल नुमा झुनझुना से फोरम पर लागईन होता हुँ अतः संभव नहीँ हैँ
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
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#26 |
Special Member
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ये भी सही बात है
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घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
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#27 |
Exclusive Member
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तो फिर हमलोग आप के द्वारा सुत्र को अपडेट करने का इन्तेजार करे
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
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#28 |
Diligent Member
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आते ही इतना सही काम कर दिया! बहुत बहुत धन्यवाद,
सोमबीर सिंह सरोया , |
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#29 |
VIP Member
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
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#30 |
Special Member
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Location: Rajasthan
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छींटे और बौछार jai_bhardwaj जी द्वारा बनाया हुआ सूत्र कविताओं से सजा एक बहुत ही अच्छा सूत्र है !
यहाँ लाजवाब कविताएँ पेश की गयी हैं. हिन्दी कविता के प्रेमियो के लिए इस सूत्र में भी काफ़ी कुछ खास है!
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ज्ञान का घमंड सबसे बड़ी अज्ञानता है, एंव अपनी अज्ञानता की सीमा को जानना ही सच्चा ज्ञान है। Teach Guru Last edited by Teach Guru; 27-10-2013 at 10:21 PM. |
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