21-06-2011, 07:23 PM | #21 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
डीयू के अधिकतर कॉलेजों में सबसे ज्यादा सीटें कॉमर्स संकाय में भरी हैं। साउथ कैंपस से लेकर नार्थ कैंपस, यहां तक आउट ऑफ कैंपस के कॉलेजों में भी कामर्स का जलवा है।
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
21-06-2011, 07:23 PM | #22 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
वोकेशनल कोर्स: करियर की उड़ान
अगर आपको किसी नामचीन कॉलेज में दाखिला नहीं मिलता है तो भी परेशान न हों। सामान्य कॉलेज से पढ़ाई के साथ वोकेशनल कोर्स और अच्छे संस्थान से समर ट्रेनिंग आपके करियर को किक दे सकते हैं।
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22-06-2011, 08:07 AM | #23 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
बढिया सूत्र ............................
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22-06-2011, 05:31 PM | #24 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
ट्रेंड प्रोफेशनल टीचर्स
B.Ed, BTC, TET, UGC विशेषज्ञों के अनुसार वर्तमान में शिक्षा से संबंधित क्षेत्र ही विकास को पटरी पर ला सकता है। यही कारण है कि आनेवाले समय में इस सेक्टर में नौकरी की धूम रहने की संभावनाएं जताई जा रही है। जाहिर है कि इसके लिए बहुत अधिक संख्या में ट्रेंड प्रोफेशनलों की जरूरत पडेगी। इस सेक्टर की महत्ता को समझते हुए सरकार अब भारत को एजुकेशन हब बनाने का सपना देख रही है। इसी के तहत आने वाले वर्षो में नए आईआईटी, आईआईएम सरीखे इंस्टीटयूट अस्तित्व में होंगे, जिनके चलते इस सेक्टर में बडे पैमाने पर लोगों को नौकरियां मिल सकती हैं। इस क्षेत्र में इंट्री का सबसे प्रमुख रास्ता बी-एड माना जाता है, सर्वाधिक पॉपुलर कोर्साे में से एक बीएड कोर्स में ग्रेजुएट छात्रों को प्रवेश परीक्षा के आधार पर एडमिशन मिलते हैं। शेष कोर्सो में भी इसी तरह की प्रवेश-प्रक्रिया अपनाई जाती है। यहां बढे अवसरों को इस बात से समझा जा सकता है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने ग्यारहवीं पंचवर्षीय योजना में 735 नए विश्वविद्यालय खोलने का प्रस्ताव सरकार के समक्ष रखा है। फिलहाल देश में लगभग 390 यूनिवर्सिटीज हैं। इतनी बडी संख्या में यूनिवर्सिटीज के खुलने से देश में लगभग तीन लाख शिक्षकों के नए पद सृजित होने की संभावना है। जिसके चलते इस क्ष्ेात्र में संभावनाओं का दायरा वृहत हो चला है। क्रेज सिविल सेवा का
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22-06-2011, 05:32 PM | #25 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
प्रतिष्ठित सेवाओं में अधिकारी
ias/csat, pcs सिविल सेवा का क्रेज आज भी युवाओं के सिर चढकर बोल रहा है। परीक्षा के क्रेज के चलते इस क्षेत्र में होने वाले छोटे से छोटे परिवर्तन भी चर्चा का विषय बन जाते हैं। इसके क्रेज का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि संघ लोक सेवा आयोग द्वारा हर साल आयोजित की जाने वाली इस परीक्षा में भाग लेने वाले उम्मीदवारों की संख्या लाखों में होती है, जिसमें फाइनल सेलेक्शन कुछ सौ का ही होता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा, भारतीय पुलिस सेवा, भारतीय विदेश सेवा और अन्य केंद्रीय सेवाओं में भर्ती के लिए सिविल सेवा परीक्षा का संचालन यूपीएससी द्वारा किया जाता है। इसके तहत उम्मीदवारों को तीन चरणों (प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार) से होकर गुजरना पडता है। इस वर्ष सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा के स्थान पर सी-सैट होगा। इस टेस्ट के तहत उम्मीदवारों को अब पहले कह तरह वैकल्पिक विषयों में से एक का चुनाव नहीं करना होगा। बल्कि इसके स्थान पर सभी छात्रों के लिए सामान्य अध्ययन के अलावा एप्टीट्यूड टेस्ट का एक जैसा ही पेपर होगा। जिसमें पास होने पर ही आप मुख्य परीक्षा में भाग लेने की पात्रता हासिल कर सकेंगे। इसके बाद इंटरव्यू का आखिरी व्यूह पार कर आप देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवाओं में अधिकारी बनने का गौरव हासिल कर सकते हैं। बैंकिंग में बम्पर वैकेंसीज
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22-06-2011, 05:32 PM | #26 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
फिक्स करें कॅरियर
PO / CLERK / Specialist officer बैंकिंग सेक्टर में इन दिनों बंपर वैकेंशीज निकल रही है। यदि आपने गवर्नमेंट सेक्टर में ही जाने का लक्ष्य बनाया है तो उसके लिए बिल्कुल उचित समय है। बैंकिंग सेक्टर 2011 में युवाओं के लिए नौकरी के ढेरों अवसर लेकर आ रहा है। देश के नेशनलाइज्ड बैंकों में आनेवाले समय में लगभग 80 हजार नौकरियां प्रोबेशनरी ऑफिसर और क्लर्क पोस्ट के लिए निकलने वाली हैं। यही वजह है कि शहर के युवा एमबीए और इंजीनियरिंग के बाद अब नौकरी की तैयारी करने लगे हैं। इधर कुछ वर्षो से सभी राष्ट्रीयकृत बैंक अपना व्यवसाय छोटे-छोटे गांवों तक पहुंचा रहे हैं। जिसके अलग अलग स्तर पर बैंक एम्पलाईज काम करते हैं। बैंक में सभी पदों के लिए अलग-अलग योग्यता है, लेकिन सामान्यत: क्लर्क ग्रेड के लिए न्यूनतम बारहवीं और पीओ या अधिकारी वर्ग के लिए स्नातक या संबंधित डिग्री या डिप्लोमा की अवश्य मांग की जाती है। कुछ पदों के लिए अनुभव भी जरूरी होते हैं। कंप्यूटर और मार्केटिंग का अच्छा ज्ञान इस फील्ड में आपका बडा प्लस प्वांइट साबित हो सकता है। परंपरागत पेशा
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22-06-2011, 05:33 PM | #27 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
कॅरियर का सही जजमेंट
llb, clat, llm लॉ कोर्स का नाम लेने से सीधे काला कोट पहने वकीलों की छवि आंखों के सामने आ जाती है। आज से कुछ वर्ष पहले तक लॉ करने वाले अधिकांश स्टूडेंट्स के सामने अदालतों में मुकदमों की पैरवी करना ही इकलौता विकल्प होता था। लेकिन आज इस क्षेत्र में कई नए अवसर जन्म ले चुके हैं। इस क्षेत्र में इंट्री का सबसे जाना पहचाना नाम एलएलबी परीक्षा होती है। जिसमें हिस्सा लेने की न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएट है। यहां लॉ डिग्री होल्डर्स, पीसीएसजे जैसे परीक्षा पास कर लॉ एडमिनस्ट्रेशन का हिस्सा बन सक ते हैं। यहां से शुारू कर इनके पास हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट तक में उच्च न्यायिक पदों पर पहुंचने का विकल्प होता है। इस फील्ड में अनुभवी एडवोकेट, सरकारी विभागों और निजी, सरकारी कंपनियों के लिए लीगल कंसल्टेंट काम कर रहे हैं। एजुकेशन और रिसर्च से जुडे रहने के इच्छुक युवा एलएलएम और पीएचडी करने के बाद टीचिंग के प्रोफेशन में भी जा सकते हैं। इसके अलावा भी ये लोग बडी बडी देसी, विदेशी और मल्टीनेशनल कंपनियां मे लीगल एक्सपर्ट के तौर पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं। बढते मर्जर, डी-मर्जर, अधिग्रहण, डिस्प्यूट्स जैसी गतिविधियों के चलते देशी विदेशी कंपनियां मोटे पैकेज पर प्रतिभाशाली लॉ ग्रेजुएट्स को नियुक्त करने लगी हैं। इतना ही नहीं सरकारी क्षेत्र में भी बैंक हों या दूसरे सार्वजनिक उपक्रम हों, सभी जगह ऐसे लोगों को कानूनी सलाहकार के तौर पर जगह दी जा रही है।
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22-06-2011, 05:33 PM | #28 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
कॅरियर की मंजिल
rrb,scra, iti रेलवे देश में सरकारी नौकरी प्रदान करने वाला सबसे बडा संस्थान है। इसक ी विशालता का अंदाजा इस बात से ही लगा सकते हैं कि कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक फैले इसके विशाल नेटवर्क से होकर प्रति वर्ष करोडों लोग यात्रा करते हैं तो वहीं अरबों का रैवन्यू,माल ढुलाई के तौर पर इसे मिलता है। जाहिर सी बात है इतने बडे संगठन को संचालित करने के लिए हजारों नहीं लाखों की संख्या में योग्य टेक्नीशियनों, इंजीनियरों, विशेषज्ञों की जरूरत होगी। जिनको पूरा करने के लिए रेलवे, टेक्निकल व नॉन टेक्निकल स्ट्रीम में भर्ती के लिए समय-समय पर परीक्षाओं का आयोजन करता है। रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड के तहत आयोजित होने वाले इन परीक्षाओं के प्रति युवाओं में खासा क्रेज रहता है। इसके अलग-अलग स्तर की परीक्षाओं में हिस्सा लेने के लिए रेलवे, न्यूनतम 12 वीं, ग्रेजुएशन, इंजीनियरिंग कोर्स की मंाग करता है। दरअसल यह क्षेत्र इतना बडा है कि यहां हर स्तर पर काम करने के लिए अलग-अलग स्ट्रीम के कर्मचारियों व अधिकारियों की आवश्यकता पडती है। जिनमें इंजीनियरिंग ग्रेजुएट से लेकर फूड ऑफीसर्स, सेक्योरेटी, मैनेजमेंट, कंप्यूटर क्षेत्र के प्रतिभाशाली युवाओं की मांग सबसे ज्यादा है। इंजीनयरिंग में भी मैकेनिकल व इलेक्ट्रानिक्स, कंप्यूटर, कैंडीडेट्स के लिए मौके दूसरों से ज्यादा है।
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22-06-2011, 05:34 PM | #29 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
जीना तो ऐसे जीना
nda,cds, ncc सेना में विभिन्न पदों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता भी अलग-अलग मांगी जाती है। फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथमेटिक्स विषयों के साथ अगर आपने 10+2 की परीक्षा कम से कम 70 फीसदी अंकों से पास की है, तो आप टेक्निकल एंट्री के लिए आवेदन कर सकते हैं। परमानेंट या शॉर्ट सर्विस कमीशन्ड ऑफिसर्स के तौर पर भी आपके पास आर्मी ज्वाइन करने का विकल्प होता है। जहां तक महिलाओं की बात है इस क्षेत्र में उनकी इंट्री के नए नए रास्ते तैयार हुए हैं। अब तो नर्सिग व मेडिकल सेवाओं के साथ, महिलाएं सीधे सीमाओं की निगरानी भी कर रही हैं। आर्मी सर्विस कोर, ऑर्डिनेंस कोर, एजुकेशन कोर, जेएजी, सिग्नल्स कोर में भी महिलाओं की हिस्सेदारी बढी है। समुद्री सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम नेवी का होता है। जहां युवाओं के पास एसएससी या फिर टैक्निकल पदों पर जाने के अवसर होते हैं। इसमें उन लोगों को नियुक्ति दी जाती है जो बेहतरीन तकनीकी क्षमताओं के साथ बदलती परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सकें। आज यह नौकरी बडी संख्या में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। डिफे ंस की एक और मजबूत कडी, भारतीय वायुसेना आज युवाओं के लिए अवसरों का नया ठिकाना साबित हो रही है। यहां टेक्निकल, नॉन टक्निकल पदों के लिए समय-समय पर भर्तियां होती रहती हैं। वहीं फाइटर पायलट बनने के इच्छुक युवाओं को एसएससी के जरिए अपने सपने को पूरा करने का अवसर मिलता है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि यदि युवा सरकारी नौकरी करना चाहते हैं और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन मेहनत करते हैं, तो कोई कारण नहीं कि सफलता न मिल सके।
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22-06-2011, 05:34 PM | #30 |
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Re: एजुकेशन जानकारी
जीना तो ऐसे जीना
nda,cds, ncc सेना में विभिन्न पदों के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता भी अलग-अलग मांगी जाती है। फिजिक्स, केमिस्ट्री व मैथमेटिक्स विषयों के साथ अगर आपने 10+2 की परीक्षा कम से कम 70 फीसदी अंकों से पास की है, तो आप टेक्निकल एंट्री के लिए आवेदन कर सकते हैं। परमानेंट या शॉर्ट सर्विस कमीशन्ड ऑफिसर्स के तौर पर भी आपके पास आर्मी ज्वाइन करने का विकल्प होता है। जहां तक महिलाओं की बात है इस क्षेत्र में उनकी इंट्री के नए नए रास्ते तैयार हुए हैं। अब तो नर्सिग व मेडिकल सेवाओं के साथ, महिलाएं सीधे सीमाओं की निगरानी भी कर रही हैं। आर्मी सर्विस कोर, ऑर्डिनेंस कोर, एजुकेशन कोर, जेएजी, सिग्नल्स कोर में भी महिलाओं की हिस्सेदारी बढी है। समुद्री सीमा की सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम नेवी का होता है। जहां युवाओं के पास एसएससी या फिर टैक्निकल पदों पर जाने के अवसर होते हैं। इसमें उन लोगों को नियुक्ति दी जाती है जो बेहतरीन तकनीकी क्षमताओं के साथ बदलती परिस्थितियों से सामंजस्य बिठा सकें। आज यह नौकरी बडी संख्या में युवाओं को अपनी ओर आकर्षित कर रही है। डिफे ंस की एक और मजबूत कडी, भारतीय वायुसेना आज युवाओं के लिए अवसरों का नया ठिकाना साबित हो रही है। यहां टेक्निकल, नॉन टक्निकल पदों के लिए समय-समय पर भर्तियां होती रहती हैं। वहीं फाइटर पायलट बनने के इच्छुक युवाओं को एसएससी के जरिए अपने सपने को पूरा करने का अवसर मिलता है। इस प्रकार कहा जा सकता है कि यदि युवा सरकारी नौकरी करना चाहते हैं और लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कठिन मेहनत करते हैं, तो कोई कारण नहीं कि सफलता न मिल सके।
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