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#21 |
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![]() इन्हें देख लोग घबरा गये ऊपर से आवाज़ आई ये कैसी बिदाई है लोगो ने कहा महबूब की डोली देखने यार की अर्थी आई है
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तोडना टूटे दिलों का बुरा होता है जिसका कोई नहीं उस का तो खुदा होता है |
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#22 | |
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हर जख्मी जिगर को ये अपना सा लगेगा वाह क्या सून्दर मन की बात को अश्को में भर के प्रस्तुत किया आप ने सूत्र पर चार चाँद लगा दिया आते रहें और दर्द से सराबोर कर दें ताकि जो भी पढ़े बेवफा न बने
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तोडना टूटे दिलों का बुरा होता है जिसका कोई नहीं उस का तो खुदा होता है |
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#23 |
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तुम बिन ज़िन्दगी में वीरानी सी छाई है
शाम भी तेरी यादों का सैलाब लेकर आई है आज भी महरूम हूँ तेरे प्यार से तुमसे दिल लगाने की सजा क्या खूब मैंने पाई है ये मेरी खता है की तुझको अपना खुदा बना बैठा फितरत में तो तेरी आज भी बेवफाई है फिर भी दुआ है मेरी हर ख़ुशी मिले तुझको किस्मत में तो अपनी बस तन्हाई है
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तोडना टूटे दिलों का बुरा होता है जिसका कोई नहीं उस का तो खुदा होता है |
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#24 |
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जवाब नहीँ छोटे इसके एक एक शब्द का
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दोस्ती करना तो ऐसे करना जैसे इबादत करना वर्ना बेकार हैँ रिश्तोँ का तिजारत करना |
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#25 | |
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प्रेम अच्छा है किन्तु उसमें जान वां देने की बातें भली नहीं है | एक व्यक्ति के ऊपर मात्र उसका ही नहीं उसके माँ,बाप,भाई, बहन, दोस्तों, अध्यापकों सबका अधिकार होता है और एक व्यक्ति के लिए उन सबको जीवन भर का दुःख और संताप देना किसी भी प्रकार से अच्छा नहीं इससे अच्छा तो जा के दुसरे को ठोक ![]() ![]() |
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#26 |
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![]() दर्दे मरीज करहाता रहा करहाता रहा
देखने वाले कहते रहे कि धीरज कीजे ये जो हमदर्दी है नाटक है दिखावा है सिर्फ अपना बोझ अपने ही कंधो पे उठाया कीजे प्यार का नाम है बस नाम है इस दुनिया में प्यार व्यापार नही जो सोच समझ कर कीजे वफ़ा के नाम पे अब कुछ नही होता हासिल बेवफाई ना करे कोई तो फिर क्या कीजे बाद मरने के भी क्या बोझ किसी पे बनना अपनी लाश अपने ही कन्धो पे उठा भी लीजे सिवा सलाह के यहाँ किसने किसी को क्या दिया मदद के वास्ते झोली ना फैलाया कीजे Last edited by malethia; 02-12-2010 at 04:29 PM. |
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#27 |
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दील की क्या आवाज है कोई क्या जाने मन से जो आवाज निकले उसे कोई क्या सुने आँखों से जो आशु निकले उसे कोई क्या पोछे जब जख्म देने वाले ही अपने हो तो दूसरों पे इल्जाम क्यो दे दे !
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#28 |
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दिल से आवाज निकली है कोई सुन न ले
आखो से आज आशु निकली है देखना कही गिर न जाये कितने दिनों बाद एक दिल फेक आशिक से पाला पड़ा है , ये भी कही हमें भूल न जाये ! ![]() |
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#29 | |
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is sahar men har saksh paresan sa kyon hai
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तोडना टूटे दिलों का बुरा होता है जिसका कोई नहीं उस का तो खुदा होता है |
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#30 |
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