07-02-2012, 02:11 PM | #3161 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
मेरठ ! एक राजनीतिज्ञ द्वारा सरेआम हुए अपमान का बदला लेने के लिए यहां एक सिपाही खाकी वर्दी उतारकर चुनाव मैदान में आने के लिए उतावला है। हालांकि, उच्च अधिकारी कहते हैं कि अभी तक उन्हें उसका इस्तीफा नहीं मिला है। मेरठ पुलिस के सिपाही चहन सिंह ने बताया कि उसने अपना इस्तीफा विधिवत रूप से पुलिस प्रशासन को सौंप दिया है। 57 साल का चहन अपनी अगली योजना के बारे में जानकारी देते हुए बतलाता है कि समय रहते यदि इसका इस्तीफा स्वीकार हो जाता है तो वह मेरठ जिले की सरधना सीट से रालोद के उम्मीदवार हाजी याकूब कुरैशी को हराने के लिए चुनाव में खड़ा होगा। गौरतलब है कि यह वही चहन सिंह है जिसको पिछले साल संत रविदास जयंती के दिन यानी 17 फरवरी को हापुड़ चौराहे के पास तत्कालीन बसपा विधायक हाजी याकूब कुरैशी ने कथित रूप से सरेआम थप्पड़ जड़ दिया था। चहन सिंह को अफसोस इस बात का भी है कि विभागीय अफसरों ने भी उसे मांगने पर भी न्याय नहीं दिया । मजबूरन उसे न्यायालय का शरण लेनी पड़ी । चहन सिंह के अनुसार वर्तमान में मामला इलाहाबाद हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इधर, मेरठ के डीआईजी प्रेम प्रकाश ने बताया कि अभी तक उन्हें सिपाही चहन सिंह का इस्तीफा नहीं मिला है। मिलने पर ही अगली कार्रवाई होगी। डीआईजी ने यह भी कहा कि बिना इस्तीफा दिए यदि चहन सिंह चुनाव लड़ा, तो उसके खिलाफ विभागीय आवश्यक कार्रवाई की जायेगी।
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07-02-2012, 02:13 PM | #3162 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
राहुल गांधी को अभी राजनीति में काफी कुछ सीखना है : भाजपा
कानपुर ! भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता राजीव प्रताण रूढी ने कहा कि कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी को अभी राजनीति में बहुत कुछ सीखने की जरूरत है, हालांकि उन्हें राजनीति में इतना समय हो चुका है कि अब तक उन्हें सबकुछ सीख जाना चाहिये था । रूढी से पूछा गया कि क्या वह यह कहना चाहते है कि राहुल अभी राजनीति में परिपक्व नहीं हुये है तो उन्होंने कहा कि मैं यह नही कह रहा हूं कि वह अभी परिपक्व नहीं हुए लेकिन उनकी बातों और सभाओं से तो अभी यही लगता है कि उनके अभी सीखने का दौर चल रहा है और यह सीखने का दौर शायद अभी काफी दिन तक चले। हालांकि उन्हें राजनीति में इतना समय हो चुका है कि अब तक उन्हें सबकुछ सीख जाना चाहिये था। भारतीय जनता पार्टी के नेता राजीव प्रताप रूढी ने बनारस में राहुल के संवाददाता सम्मेलन में उनके द्वारा उठाये गये सवालों का सिलसिलेवार जवाब दिया और उनकी जमकर खिंचाई की। उन्होंने कहा कि ‘‘राहुल कहते हैं कि वह उत्तर प्रदेश को विकास के माडल के रूप में पेश करना चाहते है और यहां बदलाव लाना चाहते हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि वह कांग्रेस शासित किस प्रदेश को माडल के रूप में प्रस्तुत कर उत्तर प्रदेश का विकास करना चाहते हैं, क्या वह आंध्र प्रदेश का माडल पेश करना चाहते हैं, जहां तेलंगाना की आग सुलग रही है, क्या वह दिल्ली को माडल के रूप में पेश करना चाहते हैं, जो घोटालो का प्रदेश बन गया है, क्या वह हरियाणा का माडल पेश करना चाहते हैं, जहां कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है।’’
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07-02-2012, 02:15 PM | #3163 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
उत्तर प्रदेश को बनाएंगे ‘माडल प्रदेश’ : प्रियंका
अमेठी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका वाड्रा ने प्रदेश की राजनीति में जवाबदेही के अभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि जनता ने कांग्रेस को सत्ता सौंपी तो इस सूबे को ‘माडल प्रदेश’ बनाया जाएगा। प्रियंका ने अमेठी से कांग्रेस प्रत्याशी अमिता सिंह के पक्ष में आयोजित जनसभा में कहा कि मैं उत्तर प्रदेश में पिछले 22 सालों से आ रही हंू और महसूस करती हूं कि प्रदेश की राजनीति में जवाबदेही नाम की कोई चीज नहीं है। नेताओं और राजनीति में सेवा तथा विकास करने का भाव कहीं भी नहीं झलकता। उन्होंने उत्तर प्रदेश की जनता से बदलाव लाने की अपील करते हुए कहा कि अगर कांग्रेस को मौका मिला तो उत्तर प्रदेश को माडल प्रदेश बनाया जाएगा। प्रियंका ने कहा कि प्रदेश में पिछले 22 साल से धर्म और जाति की राजनीति होती रही, इससे विकास कार्य तो ठप हुआ ही साथ-साथ भ्रष्टाचार भी तेजी से बढ़ा। उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में जो भी गैर कांग्रेसी सरकारें रहीं, उन्होंने खासकर अमेठी के साथ सौतेला व्यवहार किया और स्थानीय सांसद राहुल गांधी या उससे पहले सोनिया गांधी ने जिन विकास योजनाओं को शुरू करना चाहा उनमें राज्य सरकारों ने बाधा उत्पन्न की गई। प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पिछड़ेपन के लिए गुजरे 22 साल में सत्ता में रही सरकारें ही नहीं, बल्कि जनता भी जिम्मेदार है, क्योंकि ऐसी सरकारों को जनता ने ही वोट देकर सत्ता सौंपी थी।
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07-02-2012, 02:16 PM | #3164 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
असंवैधानिक नीतियों, फैसलों को निरस्त कर सकती हैं अदालतें : न्यायमूर्ति गांगुली
नई दिल्ली। 2 जी स्पेक्ट्रम मामले में 122 लाइसेंसों को रद्द करने के शीर्ष अदालत के फैसले को न्यायिक अधिकारों से परे बताने सम्बंधी आलोचना को दरकिनार करते हुए न्यायमूर्ति ए.के. गांगुली ने कहा है कि अदालतें उन नीतिगत फैसलों की निश्चित रूप से जांच-पड़ताल कर सकती हैं और उन्हें रद्द कर सकती हैं, जो असंवैधानिक हैं। न्यायमूर्ति गांगुली शीर्ष अदालत की दो सदस्यीय पीठ में शामिल थे, जिसने 2 जी स्पेक्ट्रम के 122 लाइसेंसों को हाल ही में रद्द कर दिया। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान के तहत न्यायिक समीक्षा इसका एक बुनियादी लक्षण है और इस तरह की न्यायिक समीक्षा करते हुए अदालत कार्यपालिका के उन नीतिगत फैसलों की निश्चित रूप से पड़ताल कर सकती हैं और उन्हें निरस्त कर सकती हैं जो असंवैधानिक हैं। गत गुरुवार को ही सेवानिवृत्त हुए न्यायमूर्ति गांगुली ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष और जाने-माने वकील सोमनाथ चटर्जी की टिप्पणी पर यह प्रतिक्रिया दी। चटर्जी ने कहा था कि अदालतें कार्यपालिका की नीतियों और फैसलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकतीं भले ही उनमें व्यापक जनहित की बात हो। न्यायमूर्ति गांगुली ने कोलकाता के एक अखबार में प्रकाशित अपने लेख में कहा कि चटर्जी का यह बयान वाकई चौंकाने वाला है कि अदालत व्यापक जनहित में भी कार्यपालिका की नीतियों और फैसलों में हस्तक्षेप नहीं कर सकती और ऐसा करके अदालत खुद को संविधान से ऊपर मानती हैं। न्यायमूर्ति ने लिखा है कि किसी निर्णय की आलोचना का अधिकार एक तरह से संविधान के तहत प्रदत्त बोलने की स्वतंत्रता का हिस्सा है। कई बार आलोचना का आधार रोचक हो जाता है। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी द्वारा 2 जी मामले में फैसले की आलोचना भी उतनी ही रोचक है। चटर्जी के प्रति सम्मान जताते हुए न्यायमूर्ति गांगुली ने कहा कि पीठ की ओर से वह पूर्व लोकसभा अध्यक्ष को विश्वास दिला सकते हैं कि यह फैसला कार्यपालिका के अधिकारों को प्रभावित करने की कामना से नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि अदालत ने फैसला देते हुए स्पष्ट रूप से अपनी जिम्मेदारी निभाई। संविधान के तहत अदालत का यह सबसे सामान्य काम है और इस तरह की जिम्मेदारियां निभाते हुए अदालत संविधान से ऊपर नहीं, बल्कि उसके अनुरूप काम करती है। 1970 के दशक में हड़ताल पर गए अनेक कर्मचारियों को निकालने के रेलवे प्रशासन के कुछ फैसलों को याद करते हुए न्यायमूर्ति गांगुली ने लिखा है कि सोमनाथ चटर्जी ने कर्मचारियों की ओर से कलकत्ता उच्च न्यायालय में उन फैसलों को चुनौती दी थी। उन्होंने लिखा कि कनिष्ठ वकील के रूप में मैंने भी अन्य विद्वान वकीलों के साथ उस समय सहायता की। मुझे विश्वास है कि चटर्जी को याद होगा कि अदालत ने हस्तक्षेप किया था और नीतिगत फैसलों के रूप में दिए गए कार्यपालिका के अनेक आदेशों को उलट दिया गया और कर्मचारी फिर से नौकरियों पर लौट गए।
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07-02-2012, 02:17 PM | #3165 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
ईवीएम में ‘मतदान नहीं’ के विकल्प पर प्रस्ताव सरकार के पास विचाराधीन
मुंबई। निर्वाचन आयोग ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में ‘इनमें से कोई नहीं’ के विकल्प संबंधी प्रस्ताव अब भी सरकार के पास विचाराधीन है। बंबई उच्च न्यायालय के समक्ष दाखिल एक हलफनामे में केंद्रीय निर्वाचन आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग ने यह जानकारी दी। हलफनामे में कहा गया है कि ‘मतदान नहीं’ का विकल्प महाराष्ट्र के नगरपालिका और जिला परिषद के चुनावों के दौरान ईवीएम में जोड़ पाना संभव नहीं होगा। न्यायामूर्ति डी डी सिन्हा की अध्यक्षता वाली खंडपीठ एक जनहित याचिका पर सुनवाई कर रही थी। यह याचिका ठाणे के डॉक्टर महेश बेदेकर ने दाखिल की थी। उन्होंने ईवीएम में ‘मतदान नहीं’ का विकल्प शामिल करने की मांग की है। हलफनामे में निर्वाचन आयोग ने कहा कि उसने ईवीएम में ‘इनमें से कोई नहीं’ का विकल्प शामिल करने पर विचार किया था, लेकिन ऐसे प्रावधान के लिए कानून में संशोधन की जरूरत होगी। आयोग की ओर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी देवाशीष चक्रवर्ती ने हलफनामे में कहा कि निर्वाचन आयोग ने इस संदर्भ में केंद्रीय कानून मंत्रालय और भारत सरकार को दो पत्र लिखे ताकि कानून में संशोधन किया जा सके, लेकिन अब तक कोई जवाब नहीं आया है। हलफनामे में कहा गया है कि जब तक कानून में संशोधन नहीं होता, ईवीएम में ‘इनमें से कोई नहीं’ विकल्प शामिल करना संभव नहीं है। बेदेकर की याचिका में कहा गया है कि अगर कोई मतदाता किसी भी उम्मीदवार को वोट नहीं करना चाहता है तो वर्तमान प्रणाली में उसे अलग से फॉर्म भरना पड़ता है और मतदाता का नाम रजिस्टर में दर्ज किया जाता है। उच्च न्यायालय ने चुनाव आयोग से आठ फरवरी को जवाबी हलफनामा दायर करने को कहा है।
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07-02-2012, 02:17 PM | #3166 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
2 जी मामला : अदालत ने फौजदारी कार्यवाही खत्म करने से संबंधित चंदोलिया की याचिका खारिज की
नयी दिल्ली ! दिल्ली उच्च न्यायालय ने पूर्व दूरसंचार मंत्री ए. राजा के निजी सचिव रहे आर. के. चंदोलिया की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें 2 जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले में उन्होंने अपने खिलाफ फौजदारी कार्यवाही को खत्म करने की मांग की थी। उन्होंने इस आधार पर अपने खिलाफ फौजदारी कार्यवाही को खत्म करने की मांग की थी कि उनके खिलाफ अभियोग चलाने के लिए सीबीआई ने ‘अवैध तरीके’ से अनुमति हासिल की। न्यायमूर्ति एम एल मेहता ने चंदोलिया की याचिका को खारिज करते हुए कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया याचिकाकर्ता के खिलाफ पुख्ता सबूत हैं और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की धारा 19 के तहत विवेक का इस्तेमाल करने के बाद अनुमति देने वाले प्राधिकार ने अनुमति दी है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मौजूदा याचिका में सुनवाई के लायक कुछ नहीं है, इसलिए इसे खारिज किया जाता है।’’ चंदोलिया की उस दलील को अदालत ने खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि जांच एजेंसी ने सीआरपीसी के तहत कोई अनुमति नहीं हासिल की थी। अदालत ने कहा, ‘‘मेरी राय है कि मौजूदा मामले में सीआरपीसी की धारा 197 के तहत किसी अनुमति की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि याचिकाकर्ता का कथित कृत्य उसके आधिकारिक कर्तव्यों के दायरे में नहीं आता है।’’
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07-02-2012, 02:20 PM | #3167 |
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प्रियंका मेंढक हैं तो उनका भाई होने के नाते मैं भी मेंढक हूं : राहुल
वाराणसी। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने यहां कहा कि अगर प्रियंका गांधी मेंढक हैं तो वे भी मेंढक हैं क्योंकि आखिर वे उनके भाई हैं। उनकी बहन प्रियंका गांधी को बरसाती मेंढक बताये जाने से जुड़े एक सवाल पर मुस्कुराते हुए राहुल ने कहा, ‘‘अगर प्रियंका बरसाती मेंढक हैं तो मैं भी मेंढक हूं, क्योंकि मैं उनका भाई हूं।’’ राहुल के इतना कहते ही वहां जोरदार ठहाका लगा और कांग्रेस नेता ने उनसे सवाल पूछने वालों के मुंह बंद कर दिये। बसपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य ने कांग्रेस की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी को चुनाव में बरसाती मेंढक कहा था और कल जब प्रियंका से इस बारे में पूछा गया था तो उन्होंने बिना लाग लपेट के साफ माना था कि उन्हें तो बरसाती मेंढक कहा जा सकता है क्योंकि वह सिर्फ चुनाव के समय चुनाव संचालन के लिये वहां (अमेठी-रायबरेली) आती हैं लेकिन उनके भाई राहुल के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता क्योंकि वह लगातार उत्तर प्रदेश में काम कर रहे हैं। यूपी का विभाजन काफी जटिल काम उत्तर प्रदेश के विभाजन के मुद्दे पर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ऐसे फैसले लेना काफी जटिल काम है, क्योंकि यह करोड़ों लोगों के भविष्य का सवाल होता है। राहुल ने कहा कि मायावती ने बिना सोचे-समझे विधानसभा में दो मिनट में राज्य विभाजन का प्रस्ताव पारित करा दिया। भारत में विशेषज्ञ लोग हैं जो इस मामले को देख समझ सकते हैं। मैं समझता हूं कि ऐसे गहरे मामले में विशेषज्ञों की राय लेना जरूरी है। राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश को 100 प्रतिशत बदला जा सकता है। यह परिकल्पना छह महीने पहले नहीं थी, लेकिन अब उनका दृढ़ विश्वास है कि यह प्रदेश बदल सकता है। विकास के लिए सब लोगों को शामिल करना पड़ता है, जनता की आवाज सुननी पड़ती है। राहुल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के नेता जनता की आवाज की इज्जत नहीं करते, जबकि कांग्रेस ऐसा करती है।
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07-02-2012, 02:21 PM | #3168 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
‘एजेंट विनोद’ की बनेगी श्रृंखला ?
मुंबई। बालीवुड अभिेनता सैफ अली खान की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘एजेंट विनोद’ भले ही अभी रिलीज नहीं हुई हो लेकिन इस कलाकार का कहना है कि वह इस फिल्म की श्रृंखला बनाने की योजना बना रहे हैं। ‘एजेंट विनोद’ के निर्माता सैफ हैं और वह इस फिल्म में अपनी प्रेमिका करीना कपूर के साथ अभिनय कर रहे हैं। अगर ‘एजेंट विनोद’ बाक्स आफिस पर हिट रहती है, तो सैफ ‘जेम्स बांड’ श्रृंखला की तरह इस फिल्म की भी श्रृंखला बनाएंगे। इस बारे में पूछे जाने पर सैफ ने कहा कि ऐसी आशा करते हैं, अगर फिल्म अच्छा प्रदर्शन करती है और दर्शक इसे पसंद करते हैं। अगर यह फिल्म लोकप्रिय होती है तो हम इसकी श्रृंखला बनाने के बारे में सोचेंगे। फिल्म ‘एजेंट विनोद’ 23 मार्च को बड़े पर्दे पर उतरेगी।
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07-02-2012, 02:33 PM | #3169 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
इंडिगो पुरस्कार के बाद शैडो की नजर बॉलीवुड पर
नई दिल्ली। इंडिगो संगीत पुरस्कार समारोह में चार पुरस्कार पाने के बाद इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक बैंड ‘शैडो’ की निगाहें अब बॉलीवुड पर लगी हैं। दक्षिण एशिया के पहले और सबसे बड़े संगीत पुरस्कार समारोह इंडिगो-2012 में इस दो सदस्यीय बैंड को सर्वश्रेष्ठ इलेक्ट्रॉनिक बैंड, एशियन चैंपियन आॅफ द इयर, सर्वश्रेष्ठ पॉप सांग और सर्वश्रेष्ठ फ्रिकिंग एक्ट का पुरस्कार मिला। बैंड के सदस्य और खेल कार्यक्रमों के प्रस्तोता विनीत मल्होत्रा ने कहा कि इस जीत से भारत के सभी इलेक्ट्रॉनिक बैंड्स को प्रोत्साहन मिलेगा और हमें आशा है कि हमारी जीत भारत में अन्य बैंड को प्रेरित करेगी। ‘उलझा सा रहता हूं’ और ‘चेज द सन’ जैसे गाने बनाने वाले इस बैंड की निगाहें अब बॉलीवुड पर हैं।
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07-02-2012, 02:45 PM | #3170 |
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Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
पहली बार प्रदर्शित की गईं मंडारिन भाषा में अनुवादित रवीन्द्रनाथ ठाकुर की कृतियां
कोलकाता। हाल ही में संपन्न हुए कोलकाता पुस्तक मेला में पहली बार चीन पवेलियन में रवीन्द्रनाथ ठाकुर की सभी कृतियों का मंडारिन भाषा का अनुवाद प्रदर्शित किया गया। चीन सरकार ने वर्ष 1924 में ठाकुर की चीन यात्रा के तुरंत बाद उनकी सभी कृतियों का मंडारिन भाषा में अनुवाद कराया था। पवेलियन के प्रवक्ता मदन सराफ ने बताया कि ठाकुर की चीन यात्रा के बाद उनकी ख्याति पूरे देश में बहुत तेजी से फैली, जिसे देखते हुए तत्कालीन सरकार ने उनकी सभी कृतियों का 24 खंडों में अनुवाद कराया। सराफ ने बताया कि पुस्तकों को केवल प्रदर्शन के लिए रखा गया था। दुख की बात है कि उन्हें बेचने की अनुमति नहीं थी। इन्हें वर्ष 2013 के पुस्तक मेला के बाद से बेचा जाएगा।
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