24-09-2011, 05:41 AM | #371 |
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Re: समाचार
800 किलोमीटर का दायरा : नासा का यह सैटलाइट छह टन वजन का है। यह 20 साल पुराना है और इसके कुछ ही घंटों बाद पृथ्वी से टकराने की आशंका है। अपर एटमोस्फियर रिसर्च सैटेलाइट (यूएआरएस) नाम का यह सैटलाइट छह साल पहले ही डेड हो चुका था। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, 75 करोड़ डॉलर के इस सैटलाइट के पृथ्वी पर पहुंचने से पहले 26 बड़े टुकड़ों में टूटने की संभावना है। इसका मलबा 800 किलोमीटर के इलाके में बिखर सकता है। तीस साल में सबसे बड़ा : यूएआरएस नासा के स्काईलैब के बाद तीन दशकों में गिरने वाला अमेरिका का सबसे बड़ा सैटलाइट है। स्काईलैब पश्चिम ऑस्ट्रेलिया में 1979 में नष्ट हुआ था। हालांकि नासा का कहना है कि इस समय यूएआरएस के क्रैश होने की जगह के बारे में एकदम सही डिटेल बताना जल्दबाजी होगा, लेकिन हम इस पर नजर रखे हुए हैं और आपको सूचना दी जाएगी।
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
24-09-2011, 05:43 AM | #372 |
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Re: समाचार
इस्लामाबाद।। अमेरिका के इस आरोप से पाकिस्तान नाराज है कि आईएसआई अफगानिस्तान में आतंकवादी संगठनों के जरिये एक तरह की जंग छेड़े हुए है। पाकिस्तान ने कहा है कि ऐसे कॉमेंट न किए जाएं, वरना अमेरिका अपना रणनीतिक साझेदार खो देगा। पाकिस्तान के पीएम यूसुफ रजा गिलानी ने कहा कि उन्हें गलतफहमियों को दूर करने के लिए संपर्क बढ़ाने चाहिए।
गिलानी से पहले पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भी एक बयान में अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उसने पाकिस्तान पर अफगानिस्तान में हिंसा कराने के आरोप लगाना जारी रखा तो वह अपना एक सहयोगी खो सकता है। न्यू यॉर्क में मौजूद खार ने कहा कि हमने यह बात अमेरिका से कह दी है। खार ने एक न्यूज चैनल से कहा कि अमेरिका सुपरपावर है और हम नहीं हैं। सो यह रिश्ता पूरी तरह बराबरी का नहीं, लेकिन आजादी में हम बराबरी पर हैं। पाकिस्तान की आजादी का सम्मान किया जाना चाहिए। पाकिस्तान के आर्मी चीफ ने भी कहा है कि अमेरिकी कॉमेंट तथ्यों से परे हैं। चीन ने कहा है कि अमेरिका को पाकिस्तान की आजादी का खयाल रखना चाहिए। चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता से जब मुलेन के बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने आतंकवाद के खिलाफ दुनिया भर की लड़ाई में अहम कुर्बानी दी है। हम उम्मीद करते हैं कि उससे जुड़े देश उसकी आजादी का सम्मान करेंगे।
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24-09-2011, 05:45 AM | #373 |
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Re: समाचार
नई दिल्ली।। दक्षिण चीन सागर में भारतीय तेल कंपनी की मौजूदगी को लेकर ऐतराज के बाद चीन ने भारत के साथ रिश्तों को सकारात्मक मोड़ देने के संकेत दिए हैं। जहां चीन अगले हफ्ते भारत के साथ व्यापार असंतुलन की शिकायत दूर करने के लिए पहली सामरिक-आर्थिक वार्ता की मेजबानी कर रहा है, वहीं उसके पीएम वन च्या पाओ ने भारत से रिश्तों को सामरिक महत्व का बताया है और कहा है कि रिश्ते नाजुक मोड़ पर हैं।
यहां राजनयिक सूत्रों के मुताबिक, सामरिक-आर्थिक वार्ता के दौरान दक्षिण चीन सागर में भारतीय तेल दोहन गतिविधियों का मसला भी उठेगा। इस दौरान भारत सफाई देगा कि दक्षिण चीन सागर में भारतीय तेल कंपनी ओएनजीसी-विदेश की निवेश योजना दक्षिण चीन सागर के तटीय देशों के बीच किसी विवाद से प्रभावित नहीं है। दक्षिण चीन सागर विवाद के बाद दोनों देशों के बीच यह पहली उच्च स्तरीय बातचीत होगी। दूसरी ओर पेइचिंग में भारतीय युवा दल को संबोधित करने जिस तरह चीन के पीएम वन च्या पाओ ने प्रोटोकॉल तोड़ा और एक राजस्थानी युवक की पारंपरिक टोपी पहनने में हिचक नहीं दिखाई इसे लेकर यहां राजनयिक हलकों में सुखद आश्चर्य हुआ है। प्रधानमंत्री वन के भारत के साथ रिश्तों को सामरिक गहराई देने के सांकेतिक इशारे के बाद यहां उम्मीद की जा रही है कि 26-27 सितंबर को पेइचिंग में सामरिक आर्थिक वार्ता फलदायक रहेगी। इस वार्ता को हरी झंडी दे कर चीन ने संकेत भी दिया है कि वह भारत के साथ विवादों को दरकिनार रख कर रिश्तों को गहराई देने की प्रक्रिया भी जारी रखेगा। प्रधानमंत्री वन ने भारतीय युवकों से कहा कि दोनों देशों के युवक भारत चीन रिश्तों के सामरिक महत्व को समझेंगे और इसे दोस्ताना राह पर आगे बढ़ाएंगे। भारत से पांच सौ युवकों का एक विशाल दल चीन के दौरे पर है। भारत ने भी चीन से इसी तरह के युवा दल को भारत आमंत्रित किया है। भारत और चीन के बीच सामरिक-आर्थिक वार्ता शुरू करने का प्रस्ताव पिछले साल दिसंबर में प्रधानमंत्री वन च्या पाओ ने ही रखा था। इस बातचीत के लिए उच्च स्तरीय भारतीय दल की अगुवाई योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया करेंगे, जब कि चीन की ओर से वहां के राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग के चैयरमैन चांग फिंग करेंगे। सामरिक-आर्थिक वार्ता में भारत इस शिकायत को मुख्य तौर पर दूर करने का आग्रह करेगा कि चीन की तरफ झुके हुए द्विपक्षीय व्यापार को संतुलन प्रदान करने के लिए चीन भारतीय उत्पादों के लिए अपना बाजार और खोले। दोनों का लक्ष्य है कि 2015 तक द्विपक्षीय व्यापार 100 अरब डॉलर तक पहुंच जाए। इस वार्ता के पहले भारत ने चीन के बैंक को भारत में कर्ज देने की छूट देकर सकारात्मक माहौल बनाने की कोशिश की है, ताकि चीनी उपकरणों का आयात करने में भारतीय कंपनियों को वित्तीय परेशानी नहीं हो। इससे चीनी औद्योगिक मशीनरी के भारत निर्यात को बढ़ावा मिलेगा। भारत चीन से यह अपेक्षा कर रहा है कि अपने दवा बाजार को भारतीय दवा उत्पादों के लिए खोले और भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनियों को बेहतर मौका दे।
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24-09-2011, 05:49 AM | #374 |
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Re: समाचार
अमरीकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने घोषणा की है कि उसने एक ऐसे ग्रह को खोज निकाला है जिसकी कक्षा में एक नही बल्कि दो सूर्य हैं.
नासा की शक्तिशाली दूरबीन कैप्लर से देखे गए अंतरिक्ष के अविश्वसनीय दृश्य और इस ग्रह की तुलना हॉलीवुड की उस काल्पनिक फ़िल्म स्टार वॉर के टैटूइन ग्रह से की जा सकती है, लेकिन इस ग्रह पर जीवन की संभावना नहीं दिखती. इससे जुड़ी और सामग्रियाँ * चंद्रमा के गुरुत्वाकर्षण का अध्ययन * 'मंगल ग्रह पर बहते पानी की तस्वीरें' * नासा: भव्य अंतरिक्ष यान को हरी झंडी इसका नाम कैप्लर -16 बी रखा गया है. माना जा रहा है कि ये ग्रह भी शनि की तरह ही ठंडी गैसों से बना है. "कैप्लर की ये खोज वाक़ई आश्चर्यजनक और शानदार है. सबसे ज़्यादा चौंकाने वाली चीज़ ये है कि एक ऐसा ग्रह भी मौजूद है जिसकी कक्षा में दो चमकीले तारे हैं. " ऐलन बौस,कार्निगी इंस्टीट्यूट फॉर साइंस ये नया ग्रह पृथ्वी से लगभग 200 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है. दो सूर्यास्त हांलाकि इस तरह के संकेत इससे पहले भी मिल चुके हैं कि ग्रहों के दो सू्र्य एक ही कक्षा में हो सकते हैं, पर इस नई खोज से इसकी पुष्टि पहली बार हुई है. इसका मतलब ये हुआ कि कैप्लर -16 बी पर जब दिन ख़त्म होता है तो वहाँ पर दो सूर्यास्त होते हैं. कैप्लर -16 बी के दोनों सूर्य पृथ्वी के सूर्य की तुलना में काफ़ी छोटे हैं. पहले का द्रव्यमान पृथ्वी के सूर्य के द्रव्यमान का 69 फ़ीसदी और 20 फ़ीसदी है. इनका तापमान शून्य से सौ से डेढ़ सौ फारहेनाइट कम यानि माइनस 73 से 101 डिग्री सेल्सियस के आस-पास है. इस ग्रह की कक्षा में दोनो सूर्य हर 229 दिन के बाद 65 मील की दूरी पर होते हैं. कैप्लर टेलिस्कोप को 2009 में लगाया गया था ताकि ये पृथ्वी जैसे ग्रहों की आकाश गंगा के दृश्यों को कैद किया जा सके.
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24-09-2011, 09:30 AM | #375 |
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Re: समाचार
अच्छी जानकारी हे दोस्त
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जो सत्य विषय हैं वे तो सबमें एक से हैं झगड़ा झूठे विषयों में होता है। -------------------------------------------------------------------------- जिनके घर शीशो के होते हे वो दूसरों के घर पर पत्थर फेकने से पहले क्यू नहीं सोचते की उनके घर पर भी कोई फेक सकता हे -------------------------------------------- Gaurav Soni
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24-09-2011, 02:02 PM | #376 |
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Re: समाचार
आईआईटी कानपुर में गुरूवार को पिछले छह साल में छात्र की आत्महत्या के नौवें मामले के बाद आईआईटी प्रशासन एक बार फिर छात्रावास में रहने वाले छात्र छात्राओं के रात बारह बजे से सुबह छह बजे तक इन्टरनेट प्रयोग पर रोक लगाने पर विचार कर रहा है.
वैसे संस्थान में प्रत्येक वर्ष आत्महत्या के मामलों के बाद अधिकारी बयान देते हैं कि छात्र इन्टरनेट ज्यादा इस्तेमाल करने से मानसिक तनाव में रहते है इसीलिये उनके रात के इंटरनेट इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी जानी चाहिए. 22 सितंबर को छात्रावास में रहने वाले बीटेक प्रथम वर्ष के छात्र महताब के आत्महत्या करने के बाद एक बार फिर संस्थान के अधिकारी इस कवायद में जुट गये हैं. आईआईटी के रजिस्ट्रार संजीव कशालकर ने कहा कि आईआईटी के छात्र छात्राओं को मानसिक तनाव से बचाने के लिये संस्थान रात बारह बजे से सुबह छह बजे तक इंटनेट पर रोक लगाने पर विचार कर रहा है. हालांकि उन्होंने कहा कि इस बाबत प्रस्ताव छात्रसंघ के समक्ष रखा जाएगा फिर इसे डीन स्टूडेंट वेलफेयर के पास भेजा जायेगा. सबकी सहमति मिलने पर ही इसे लागू किया जायेगा. रजिस्ट्रार से पूछा गया कि ऐसे प्रस्ताव पहले भी लाए गए लेकिन अभी तक अमल क्यों नहीं हुआ. इस पर उन्होंने कहा कि संस्थान में लोकतांत्रिक प्रक्रिया (डेमोक्रेसी) है इसलिये सबकी सहमति जरूरी होती है. महताब मामले की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि वह इंटरनेट पर काफी समय बिताता था इसलिये इस बार इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार होगा. कशालकर ने बताया कि पूरा आईआईटी परिसर वाई फाई इंटरनेट सुविधा से लैस है और अक्सर छात्रावासों में छात्र देर रात तक इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं. सुबह जब वह क्लास में आते हैं या परीक्षा देने जाते हैं तो वह तरोताजा नहीं होते जिससे उनका मन न तो पढ़ाई में लगता है और न ही परीक्षा में. वे धीरे धीरे मानसिक तनाव का शिकार हो जाते हैं. रजिस्ट्रार ने कहा कि आईआईटी में पांच हजार छात्र छात्रायें पढ़ते है इसलिये प्रत्येक छात्र के कमरे में जा कर यह पता लगाना संभव नहीं है कि कौन छात्र सोया है या और कौन नहीं. इसलिये प्रशासन देर रात तक इंटरनेट के इस्तेमाल पर रोक का आदेश जारी करने पर विचार कर रहा है. उन्होंने कहा कि जुलाई माह में आईआईटी का नया सत्र शुरू हुआ तो प्रशासन ने अभिभावकों को सलाह दी थी कि वह प्रथम वर्ष के छात्र छात्राओं को कम से कम अभी लैपटाप खरीद कर न दें. रजिस्ट्रार कहते है कि अभी नये छात्रों को लैपटाप की कोई खास जरूरत नहीं है. जहां तक इन्टरनेट पर काम का सवाल है तो संस्थान में कंप्यूटर सेंटर है, लाइब्रेरी और सभी विभागों में भी इन्टरनेट और वाई फाई सिस्टम उपलब्ध है। छात्र छात्रायें वहां जाकर काम कर सकते हैं. लेकिन संस्थान की इस राय पर भी अमल नही हुआ और अनेक नये छात्र छात्राओं के पास लैपटाप है. आईआईटी के सूत्र बताते है कि बहुत से छात्र सुबह चार बजे तक अपने लैपटाप पर इंटरनेट में काम करते रहते है और उसके बाद मात्र दो से तीन घंटे की नींद लेकर कक्षाओं में या परीक्षा देने पहुंच जाते है. नींद न पूरी होने के कारण वह तनाव में रहते हैं और पर्चा बिगड़ने तथा नंबर कम आने पर अक्सर आत्महत्या जैसा आत्मघाती कदम उठाते हैं. रजिस्ट्रार कहते है कि छात्र छात्राओं के लिये काउंसलिंग की व्यवस्था भी संस्थान में की गयी है ताकि अगर उन्हें कोई समस्या हो तो वह आकर उस बारे में बातचीत करें. योग केन्द्र, खेलकूद का मैदान और अन्य मंनोरजन के साधन भी हैं जहां जाकर छात्र अपना मन बहला सकते हैं. गौरतलब है कि आईआईटी में पिछले छह सालांे में नौ छात्र छात्रायें मानसिक तनाव के कारण आत्महत्या कर चुके हैं.
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