31-10-2010, 10:15 PM | #32 | |
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शब्द हैँ ही नही लोगोँ की तो खुद पोँ निकल गयी ढूंढ़ते ढूंढ़ते
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Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..." click me
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01-11-2010, 12:50 AM | #33 |
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अपने निर्वस्त्र शरीर को महिलायें (बच्चियां नहीं) किनसे नहीं छुपा पाती हैं ?
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
01-11-2010, 12:53 AM | #34 |
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गयनाकोलोजिस्ट (स्त्री रोग विशेषग्य डॉक्टर ) से.
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अच्छा वक्ता बनना है तो अच्छे श्रोता बनो, अच्छा लेखक बनना है तो अच्छे पाठक बनो, अच्छा गुरू बनना है तो अच्छे शिष्य बनो, अच्छा राजा बनना है तो अच्छा नागरिक बनो |
01-11-2010, 01:04 AM | #35 |
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थोरा सा गरबर जवाब दो बीरबल जी /
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01-11-2010, 01:08 AM | #36 |
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आईने से या फिर अपने प्रेमी या शौहर से .
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01-11-2010, 01:19 AM | #37 |
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पचास नंबर मिल सके हैं इस उत्तर पर /
क्या शेष पचास नहीं चाहिए आपको ?
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01-11-2010, 09:02 AM | #38 |
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01-11-2010, 09:08 AM | #39 |
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01-11-2010, 09:58 AM | #40 |
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ऍसे कौन दो चीजेँ हैँ आदमेँ के
जिनमेँ एक अपना और एक दुसरे का अच्छा लगता हैँ |
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