10-03-2012, 09:08 PM | #41 |
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Re: Jokes in Haryanavi
किसी नै पूछ लिया ` भाई कुक्कर जले?` रलदू बोल्ला: घरआली मायके जा री थी , स्टेशन छोड्न गया था! ख़ुशी के मारे ट्रेन का इंजिन चूम लिया… फत्तू : मैं ईसा के करू के तेरे ब्याह कै बाद मैं तेरी घरआली नै सिनेमा दीखान लै जाऊ अर्र तू गुस्सा भी ना हो रलदू : मेरा ब्याह अपनी बहन तै करा दे |
10-03-2012, 09:10 PM | #42 |
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Re: Jokes in Haryanavi
Haryanvi Jokes
एक बै रोडवेज की बस सड़क पर कै जावै थी। ड्राइवर नै देख्या एक बुढ़िया एक बालक ने गोद लियाँ भाजी आवै सै । ड्राइवर ने सोची कि बुढ़िया कितै जाती होगी……? ड्राइवर ने बस रोक ली…..बुढ़िया आई……ड्राइवर ने पूछया ताई कित जावैगी…..? ताई न्यू बोली…….रै ड्राइवर.... मैं कितै ना जाती………एक बै यो आपनी बस का होर्न बजा दे…..यो बालक रोवे सै…….यो रोवण तै थम जावैगा !! |
10-03-2012, 09:10 PM | #43 |
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Re: Jokes in Haryanavi
एक बै दो तेज से बूढ़े हरयाणा रोडवेज की बस में बैठ लिये । कंडक्टर आया
एक धोरै, अर बोल्या - "हां ताऊ, टिकट?" बूढ़ा पईसे बचावण के चक्कर में था, बोल्या - "ओ मेरे यार कंडक्टर, न्यूँ सोच लिये अक गाम की छोरी फेट-गी थी" । कंडक्टर भी शरीफ था, मान-ग्या बेचारा । फिर कंडक्टर नै दूसरा ताऊ टोक लिया - "ताऊ, टिकट" । दूसरा ताऊ पहले वाले का भी उस्ताद लिकड़ा, बोल्या - "ओ मेरे यार कंडक्टर, छोडै ना, न्यूँ सोच लिये अक छोरी गैल बटेऊ भी था" !! |
10-03-2012, 09:11 PM | #44 |
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Re: Jokes in Haryanavi
एक बै…..एक गादडी के पाछे दो कुत्ते लागरे थे। वा भाज कै एक दूसरे गादड के बिल में बड गई। गादड बडा मसखरा था। वो आपणी बहू तै बोल्या…..पुछिये बहू नै…..क्यूं तंग पा री सै..?
गादडी बोल्ली…….म्हारै छोरी के बटेऊ आरे सैं……अर आजै ले जाण की जिद कररे सैं। गादड छो में भर कै बोल्या…..मैं देखूं सूं उन्हें जा कै। अकड में गादड ने बिल तै मुंह बाहर काढा तै दोनूं कुत्तां नै उसके दोनूं कान पकड लिये। गादड झटका मार कै उलटा ए बिल में बडग्या। पर कान कुत्तां के मुंह में ही रह गये। भीतर दूसरी गादडी ने गादड की बहू तै कहा, पूछिये री…….मेरे पितसरे के कानां कै के होग्या….? गीदड बोल्या………बटेऊ तै घणें ऊंत सैं। वैं छोरी के धोखें में मन्नै ए ट्राली में गेर के ले जावैं थे। बडी मुश्किल तै पिंडा छुड़ा कै आया सूं…!! |
10-03-2012, 09:11 PM | #45 |
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Re: Jokes in Haryanavi
बुधवार, 15 अक्तूबर 2008
एक बै की बात...... एक बै की बात प्यारे भाईयों और मेरी भाभियों या लगभग साच्ची बात सै इसमैं एक पहेली बी सै बूझण आलै नै जरमनी के दो लट्ठ इनाम मैं मिलेंगें उन दिनों ताऊ की नाई की दुकान थी एक दिन ताऊ मजे मैं अपने गाहक के बाल बणा रहया था तो एक आदमी आया अर बोल्या ताऊ कितने नंबर सै अर अंदाजा बता दे कितनी देर लगेगी ताऊ बोल्या भाई घंटा लगेगा आदमी चला गया अगले दिन ताऊ फेर मजे मैं अपने गाहक के बाल बणा रहया था तो वही आदमी फेर आया अर बोल्या ताऊ कितने नंबर सै अर अंदाजा बता दे कितनी देर लगेगी ताऊ बोल्या भाई पौणा घंटा लगेगा आदमी चला गया अगले दिन ताऊ फेर मजे मैं अपने गाहक के बाल बणा रहया था तो वही आदमी फेर आया अर बोल्या ताऊ कितने नंबर सै अर अंदाजा बता दे कितनी देर लगेगी ताऊ बोल्या भाई आधा घंटा लगेगा आदमी चला गया अगले दिन ताऊ फेर मजे मैं अपने गाहक के बाल बणा रहया था तो वही आदमी फेर आया अर बोल्या ताऊ कितने नंबर सै अर अंदाजा बता दे कितनी देर लगेगी ताऊ बोल्या भाई पंदरा मिनट लगेगी आदमी चला गया ताऊ नै सोच्चभ यू गाहक रोज आवै अर टाइम बूझ कै चल्या जावै बेठता कोनी के बात सै कोई रास्सा लाग्गै ताऊ नै फौरन अपना छोरा बुलाया अर बोल्या रै छोरे इस आदमी नै देख कै आ अक यू मेरे तै टैम पूछ कै कित जावै सै छोरा पीछै गया वापस आया अर उसनै जो ताऊ तै बताया सुण कै ताऊ के होस उड़गे क्योंकि उसनै बताया अक यो आदमी जो रोज टेम पूछण आवै था टेम पूछ कै सीधा ताऊ के घरां जावै था अंदाजा ला कै बताऒ वो आदमी कौण था मिलेंगें जरमन के दो लट्ठ --योगेन्द्र मौदगिल |
10-03-2012, 09:14 PM | #46 |
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Re: Jokes in Haryanavi
एक बै की बात...
माई डीयर भाईयों अर डियरेस्ट भाभियों, जै राम जी की.... आज मैं ताऊ की एक नई कथा आप लोगां नै बताण लाग रह्या सूं... एक बै की बात... ताऊ एक लांबे सफर मैं रेल मैं बेठ्या जावै था उसनै थोड़ी नींद सी आण लागी तो सबतै ऊपरली बर्थ पै जा कै पड़ग्या बर्थ पै जैसे ही थौड़ा सा मूधा होया तो उसका ध्यान नीचे बेट्ठे एक नवविवाहित जोड़े पै पड्गया बस फेर के था ताऊ की नींद छूमंतर देखण लागग्या उन दोनों नै वे दोनों छोरा-छोरी कबूतर-कबूतरी की ढाल किलोल कररे थे अर ताऊ ऊप्पर पड्या ताई नै याद कर रह्या था अचानक गाड़ी म्हं झटका सा लाग्या छोरी बोली उई मां मरगी छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो कंधा दुक्खै छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के कंधे का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..? लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या ताऊ हैरान.... अचानक गाड़ी म्हं फेर झटका सा लाग्या छोरी बोली उई मां मरगी छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो गोड्डा दुक्खै छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के गोड्डे का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..? लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या ताऊ हैरान.... अचानक गाड़ी म्हं फेर झटका सा लाग्या छोरी बोली उई मां मरगी छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो गाल दुक्खै छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के गाल का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..? लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या ताऊ हैरान... अचानक गाड़ी म्हं फेर झटका सा लाग्या छोरी बोली उई मां मरगी छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो कान दुक्खै छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के कान का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..? लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या ताऊ हैरान..... अचानक गाड़ी म्हं फेर झटका सा लाग्या छोरी बोली उई मां मरगी छोरा एकदम बोल्या के होग्या मेरी जान कुछ मनै बी तो बता छोरी बोली झटका लाग ग्या मेरा तो बाजू दुक्खै छोरा बोल्या चिंता ना करै इबी ठीक कर द्यूं सर उस छोरे नै बड़े प्यार तै अपनी लुगाई के बाजू का चुंबन लिया अर बोल्या ईब बता दर्द होरा के..? लुगाई मुस्कुरा कै बोली ना ना इब्तो ठीक होग्या ताऊ हैरान.... पर इबकै ताऊ तै रह्या कोनी गया... ऊप्पर पड्या-पड्या बोल्या रै छोरे...... मेरै बवासीर होरी सै उसका बी इलाज कर दे गा के......? |
10-03-2012, 09:22 PM | #47 |
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Re: Jokes in Haryanavi
माँ (दस साल के बेटे से) - बेटा, तुम तो पढ़ने में बड़े होशियार हो फिर ट्यूशन वाले को रखने की क्या जरूरत है ?
बेटा (मासूमियत से) – माँ , तुम भी तो घर का काम करने में होशियार हो… फिर काम वाली बाई को रखने की क्या जरूरत है …? |
13-03-2012, 11:05 PM | #48 |
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Re: Jokes in Haryanavi
पाछे नै लटक ले !!
फत्तू सवारी ढोवण खातिर नया-नया टैंपू ल्याया था । उसनै दिन-रात टैंपू ए टैंपू दीखण लाग-गे । एक रात वो सोता-सोता बोलण लाग-ग्या : आ ज्याओ भाई आ ज्याओ, टैंपू चाल्लै सै, तावळे आ-ज्याओ । फेर या-ए बात वो जोर-जोर तैं बोलण लाग-ग्या, तै या बात सुण कै उसकी बहू बोली: "के बात हो-गी जी, आज न्यूं क्यूकर बोलो सो?" फत्तू नींद मैं बोल्या : कित जावैगी बेबे ? या सारी बात फत्तू का बाबू भी सुणन लाग रहया था, वो बोल्या : अरै मेरा सुसरा, के बोलै सै बहू नै ? फत्तू नींद में-ऐं बोल्या: "ताऊ, तू तै पाछे नै लटक ले" !! |
13-03-2012, 11:05 PM | #49 |
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Re: Jokes in Haryanavi
दो बूढे
एक बै रोहतक बस स्टेंड पै दो बुड्डे खड़े , दोनों के दोनों कती बहरे , एक बोल्या दुसरे नै -- अरे महम जा गा के . दुसरे नै जवाब दिया -- ना महम जाऊंगा भाई . पहलम आला फेर बोल्या -- अच्छा मने सोची महम जाता होगा भाई तू |
13-03-2012, 11:07 PM | #50 |
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Re: Jokes in Haryanavi
ताऊ की यात्रा
ताऊ बैठा हरियाणा रोड्वेस् की बस मै सफ़र करे था. रोहतक ते जावे था भिवानी. कलनौर आते ही टी.टी आ गया टिकट चेक करण. ताऊ धोरे जा के बोल्या , ला ताऊ टिकट दिखा. ताऊ ने अपणा झोला खोल्या , लत्ता के बीच मै ते एक प्लास्टिक् की थैली काढी, ऊस्के माह् ताऊ ने रोटी बान्ध रखी थी. रोटी के बीच ताऊ ने धर राख्या धडी पक्का चूर्मा. ताऊ ने धीरे धीरे चूर्मे मे हाथ घुमा के टिकट काढि अर टी.टी कान्नी बढा दी. टी.टी ने टिकट का हाल देख्या, कती ए चीकणी पडी थी. छो मे आ के बोल्या , अह रे ताऊ यो भी किम्मे धरण की जगह सै? सारी टिकट भुन्डी ढाल चिकणी कर दी, इस्मे के देखू मै? ताऊ लाहप्सी सा मुह बना के बोल्या , के करू बेटा बुड्डा आदमी सू , टिकट् कद्दे खू न जा, इसे खातिर घ्हणी सम्भाल् के धर रखी थी. टी.टी बोल्या, चूर्मे ते सेफ जगह् कौणी थी? न्यू कह् के टी. टी आगे चला गया. ऊसी ताऊ धोरे एक दूसरा ताऊ भी बैठ्या था, वा न्यू बोल्या अह रे बावली बूच, चूर्मा भी कोई टिकट धरण् कि जगह् से ? तू भी बुढापे मै कती बावला हो गया. ताऊ शैड् देनी सी बोल्या, ”’इसा बावला भी ना सू, 2 साल ते इसी टिकट पे सफ़र कर रहया सू” |
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