24-06-2014, 12:46 AM | #511 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
मैं रास्ते का दिया हूँ कोई जलाए तो दरों को हमने तो दीवार कर दिया लेकिन बिछड़ने वाला किसी रोज़ लौट आये, तो (आलम खुर्शीद)
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
24-06-2014, 11:59 AM | #512 | |
Exclusive Member
Join Date: Jul 2013
Location: Pune (Maharashtra)
Posts: 9,467
Rep Power: 117 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
मंजिल पर पहुँचकर जो आराम नहीं करते......... _________________________ -आरिफ बीकानेरी
__________________
*** Dr.Shri Vijay Ji *** ऑनलाईन या ऑफलाइन हिंदी में लिखने के लिए क्लिक करे: .........: सूत्र पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे :......... Disclaimer:All these my post have been collected from the internet and none is my own property. By chance,any of this is copyright, please feel free to contact me for its removal from the thread. |
|
24-06-2014, 11:53 PM | #513 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
सारी बारिश बीत गयी पर घर में न आई सीलन तक या रब मुझको ग़म की दौलत देनी है तो इतनी दे शहरे-ग़ज़ल में चर्चे हों और देख के रो दें दुश्मन तक (बद्र वास्ती)
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
25-06-2014, 12:07 AM | #514 | |
Exclusive Member
Join Date: Jul 2013
Location: Pune (Maharashtra)
Posts: 9,467
Rep Power: 117 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
और मंजिल की कशिश रहनुमा होती है.......
__________________
*** Dr.Shri Vijay Ji *** ऑनलाईन या ऑफलाइन हिंदी में लिखने के लिए क्लिक करे: .........: सूत्र पर अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दे :......... Disclaimer:All these my post have been collected from the internet and none is my own property. By chance,any of this is copyright, please feel free to contact me for its removal from the thread. |
|
28-06-2014, 01:45 PM | #515 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
दे कर किश्तों में खुशियाँ यहाँ सोना खरीदेगा (रजनीश मंगा)
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
28-06-2014, 07:12 PM | #516 | |
VIP Member
Join Date: Nov 2012
Location: MP INDIA
Posts: 42,448
Rep Power: 144 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
गूँजते रहते हैं तनहाई में भी दीवार ओ दर क्या सदा उस ने मुझे दी थी के घर में रह गई
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
|
29-06-2014, 12:12 AM | #517 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
कोई मुझसे भी बड़ा हो जैसे कोई तहरीर मुकम्मल न हुई मुझसे हर लफ्ज़ ख़फ़ा हो जैसे (अमीर कज़लबाश)
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
29-06-2014, 08:05 AM | #518 | |
VIP Member
Join Date: Nov 2012
Location: MP INDIA
Posts: 42,448
Rep Power: 144 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
सबसे दिलचस्प घड़ी पहले मिलन की होती फिर तो दोहराव है बाकी की मुलाक़ातों में नीरज
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
|
29-06-2014, 09:27 PM | #519 | |
Super Moderator
Join Date: Aug 2012
Location: Faridabad, Haryana, India
Posts: 13,293
Rep Power: 242 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
मै बिक गया था, बाद में बेसर्फ़ जान कर दुनिया मेरी दुकान पे, .... लौटा गयी मुझे (कैसर-उल-जाफ़री)
__________________
आ नो भद्रा: क्रतवो यन्तु विश्वतः (ऋग्वेद) (Let noble thoughts come to us from every side) |
|
01-07-2014, 06:01 PM | #520 | |
VIP Member
Join Date: Nov 2012
Location: MP INDIA
Posts: 42,448
Rep Power: 144 |
Re: अन्ताक्षरी खेले याददास्त बढायें...........
Quote:
झूट,सच,जीत, हार की बातें छोडिये, दास्तान लम्बी है बी. आर.'विप्लवी'
__________________
मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
|
Bookmarks |
Tags |
अन्ताक्षरी, कविता, गजल, गीत, शायरी, शेर, antakshari |
|
|