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Old 11-09-2011, 01:17 AM   #51
samir
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सरल अंक शास्त्र
संसार का प्रारम्भ अंक से ही हुआ है । इसलिए अंक का बड़ा महत्व है। अंक के बिना किसी भी कार्य का शुभारम्भ सम्भव नही है।
जो व्यक्ति अंको के रहस्य को जान लेता है, वो हमेशा सुखी जीवन बिताता है। ज्योतिष एवं अंक विज्ञानं में रूचि रखने वालो को ये पुस्तक अवश्य पसंद आयेगी।
Size: 700 kb



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Old 11-09-2011, 01:17 AM   #52
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जल द्वारा चिकित्सा
जल मनुष्य के लिए अमृत के समान है। अगर उचित विधि से प्रयोग किया जाए तो ये बहुत से रोगों को भी दूर करता है। जल के इन्ही रोगनाशक गुणों के बारे में प्रस्तुत है - जल द्वारा चिकित्सा ।

इस पुस्तक में जल के द्वारा बहुत से असाध्य रोगों का उपचार करने की विधि लिखी है। भाप स्नान, कटी स्नान आदि के बारे में भी विस्तार से बताया गया है। हर मनुष्य को ये पुस्तक पढनी चाहिए । अवश्य पढ़ें।

आकार: १० MB

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Old 11-09-2011, 01:17 AM   #53
samir
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अपना पानी, अपना जीवन - विज्ञान साहित्य
'अपना पानी अपना जीवन ' पुस्तक में पानी के बारे में अच्छी जानकारी दी गयी है। पुस्तक में बताया गया है कि जल-चक्र क्या है, जल को सुरक्षित कैसे रखें, पानी को साफ़ कैसे रखें, पानी से कौनसे रोग होते है, जल-प्रबंधन क्या है । इत्यादि जानकारियां इस पुस्तक में दी गयी है।
अवश्य पढ़ें।
फाइल का आकार: 2 Mb



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Old 11-09-2011, 01:17 AM   #54
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कपालकुंडला - उपन्यास (बंकिम चंद्र)




येउपन्यासबंकिमचंद्रकादूसराप्रकाशितउपन्यासथा।

जब एक बड़े जमींदार के लड़के ने एक तांत्रिक की लड़की से प्रेम विवाह किया तो समाज में एक तूफ़ान उठ खड़ा हुआ। दुनिया से दूर रहकर जंगल में पली और बड़ी हुई वो लड़की क्या समाज में अपनी जगह बना सकी ? पढिये मन को झकझोर देने वाला ये उपन्यास जिसने बंकिम चंद्र को रातों-रात प्रसिद्ध कर दिया.









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Old 11-09-2011, 01:18 AM   #55
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गाँव - उपन्यास (मुल्कराज आनंद)




गाँव - उपन्यास (मुल्कराज आनंद)

मुल्कराज आनंद देश-विदेश में प्रसिद्ध उपन्यासकार है। वे अंग्रेजी में लिखते है। 'The Village' उनका बहुचर्चित उपन्यास है। उसी का हिन्दी अनुवाद यहाँ प्रस्तुत किया गया है।





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Old 11-09-2011, 01:18 AM   #56
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मृणालिनी - उपन्यास (बंकिम चंद्र)




बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय बंगला के शीर्षस्थ उपन्यासकार हैं। उनकी लेखनी से बंगाल साहित्य तो समृद्ध हुआ ही है, हिन्दी भी उपकृत हुई है। उनकी लोकप्रियता का यह आलम है कि पिछले डेढ़ सौ सालों से उनके उपन्यास विभिन्न भाषाओं में अनूदित हो रहे हैं और कई-कई संस्करण प्रकाशित हो रहे हैं। उनके उपन्यासों में नारी की अन्तर्वेदना व उसकी शक्तिमत्ता बेहद प्रभावशाली ढंग से अभिव्यक्त हुई है। उनके उपन्यासों में नारी की गरिमा को नयी पहचान मिली है और भारतीय इतिहास को समझने की नयी दृष्टि।
वे ऐतिहासिक उपन्यास लिखने में सिद्धहस्त थे। वे भारत के एलेक्जेंडर ड्यूमा माने जाते हैं।

यह उपन्यास बंकिम चंद्र का एक प्रसिद्ध रोमांटिक उपन्यास है।

उपन्यास का एक अंश : मुझे कुलटा जो बता रहे हो सब झूठ है। हृषिकेश क्रोधित होकर बोले, ‘‘पापिनी ! मेरे अन्न से पेट पालती है और मुझे ही दुर्वचन सुनाती है। जा, मेरे घर से इसी समय निकल जा, माधवाचार्य की खुशी की खातिर मैं अपने घर में काली नागिन नहीं पाल सकता हूं।’’
मृणालिनी बोली, ‘‘तुम्हारी आज्ञा के अनुसार ही तुम कल सवेरे मेरा मुंह नहीं देख पाओगे।
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Old 11-09-2011, 01:18 AM   #57
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राजमोहन की स्त्री - हिंदी उपन्यास (बंकिम चंद्र)




बंकिमचंद्र चटर्जी की पहचान बांग्ला कवि, उपन्यासकार, लेखक और पत्रकार के रूप में है। उनकी प्रथम प्रकाशित रचना राजमोहन्स वाइफ थी। इसकी रचना अंग्रेजी में की गई थी। उनकी पहली प्रकाशित बांग्ला कृति 'दुर्गेशनंदिनी' मार्च १८६५ में छपी थी। यह एक रूमानी रचना है। उनकी अगली रचना का नाम कपालकुंडला (1866) है। इसे उनकी सबसे अधिक रूमानी रचनाओं में से एक माना जाता है। उन्होंने 1872 में मासिक पत्रिका बंगदर्शन का भी प्रकाशन किया। अपनी इस पत्रिका में उन्होंने विषवृक्ष (1873) उपन्यास का क्रमिक रूप से प्रकाशन किया। कृष्णकांतेर विल में चटर्जी ने अंग्रेजी शासकों पर तीखा व्यंग्य किया है।

राजमोहन की स्त्री बंकिम चंद्र का लिखा हुआ पहला उपन्यास था।
हालाँकि इसे बाद में छापा गया।

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Old 11-09-2011, 01:18 AM   #58
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दायरे - उपन्यास (गुरुदत्त)




महान लेखक गुरुदत्त का यह एक महान उपन्यास है। अवश्य पढ़ें।






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Old 11-09-2011, 01:19 AM   #59
samir
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विश्वासघात - उपन्यास (गुरुदत्त)




विश्वासघात गुरुदत्त का एक महान उपन्यास है।
युवावस्था से ही राजनीतिज्ञों से सम्पर्क, क्रान्तिकारियों से समीप का संबंध तथा इतिहास का गहन अध्ययन-इन सब की पृष्ठभूमि पर ‘‘सदा वत्सले मातृभूमे’’ श्रृंखला में चार राजनीतिक अत्यन्त रोमांचकारी एवं लोमहर्षक उपन्यास श्री गुरुदत्त ने हिन्दी जगत् को दिये है-
1.विश्वासघात
2.देश की हत्या
3.दासता के नये रूप
4. सदा वत्सले मातृभूमे !
समाचार पत्र, लेख, नेताओं के वक्तव्यों के आधार पर उपन्यास की रचना की गई है ! उपन्यासों के पात्र राजनीतिक नेता तथा घटनाएं वास्तविक हैं।

अवश्य पढ़ें।

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Old 11-09-2011, 01:19 AM   #60
samir
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देवांगना - उपन्यास (आचार्य चतुरसेन)



आचार्य चतुरसेन शास्त्री हिन्दी भाषा के एक महान उपन्यासकार थे । इनका अधिकतर लेखन ऐतिहासिक घटनाओं पर आधारित था । इनकी प्रमुख कृतियां सोमनाथ , वयं रक्षाम: और वैशाली की नगर वधू इत्यादि हैं ।

आचार्य चतुरसेन के उपन्यास रोचक एवं दिल को छूने वाले होते है।
देवांगना भी एक ऐसा ही उपन्यास है।





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किताब, पुस्तक, फ्री, मुफ्त, साहित्य


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