02-02-2011, 10:17 AM | #51 | |
Special Member
|
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
Quote:
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
|
18-04-2011, 09:57 AM | #52 |
Member
Join Date: Mar 2011
Location: बनारस
Posts: 23
Rep Power: 0 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
मुझे दुःख इस बात का होता है की आधे अधूरे ज्ञान के आधार पर कुछ लोग अपने देश की बुराई करने में गर्व महसूस करतें हैं
बुराई करना बहुत आसान है पर यदि उन्ही हाथों में सता दे दी जाए तो उनकी हवा निकल जायेगी ये मै गारंटी से कह सकता हूँ ....ये सता चलाना इतना आसान नहीं है वो भी आदर्श सिद्धांतो पर ...नेतागन भी इंसान की तरह ही सोचतें है परन्तु क्या उस स्तिथि को कोई समझा सकता है जहां पर आपको ये कहा जाए की सभी को आप खुश करके दिखा दीजिये . आप किसी सिस्टम से , किसी नियम से , किसी विचार से असहमत हो सकतें हैं ...लेकिन तब मुर्खता करने लगतें हैं जब उसे गाली देने लगतें हैं मै अपने देश पर गर्व करता हूँ इस आधार पर नहीं की मैंने बहुत चीजें पढ़ या समझ रखीं हैं केवल इसीलिए की मुझे अपने देश से भावनात्मक रूप से लगाव है और मै इसकी उस तरह बुराई नहीं कर सकता जैसे कुछ लोग करतें हैं |
07-05-2011, 03:24 AM | #53 |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 204
Rep Power: 16 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
भारत पर गर्व या शर्म????????? भारत क्या है? कोन है? देश तो देशवासियों से मिलकर ही बनता है! देशवासियों के बिना देश का क्या वजूद! तो जो लोग ये बोल रहे हैं कि गर्व नहीं है या शर्म आती है, इसका मतलब तो उन्हें खुद पर शर्म आती है या गर्व नहीं है! देश की बुराई करके खुद को गोरवान्वित महसूस करने वाले यदि नागरिक हों तो देश का विकास थोडा धीमा तो होगा ही! यही बात पाकिस्तान या अफगानिस्तान में बोल्दी होती तो टाइपिंग ख़तम होने से पहले ही खेल ख़त्म हुआ समझो!
उस आजादी पर गर्व करो जिसका नाजायज फायदा उठाया जा रहा है आज भारत देश में! उन वीरों पर गर्व करो जो मर गए देश को आजाद करवाने के लिए, ये जाने बिना कि आने वाले समय में ऐसे लोग भी पैदा होंगे जो देश को बुरा भला बताने में गर्व महसूस करेनेगे! सच तो ये है कि भारत पर गर्व वाक्य ही गलत है! हम या आप कोन होते हैं ये कहने वाले कि इस देश में ये अच्छाई है तो इसलिए इस देश पर गर्व है! आप खुद के भारतीय होने पर गर्व करो! न की भारत पर! और अगर इतना ही बुरा लगता है तो या तो बदल दो हालात को या छोड़ दो! |
07-05-2011, 03:25 AM | #54 |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 204
Rep Power: 16 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
देश के अन्दर हो रहे गलत कामों के बारे में बात करो या लिखो! देश पर नहीं!
दिग्विजय मत बनो! |
07-05-2011, 04:55 AM | #55 | ||
Special Member
Join Date: Nov 2010
Posts: 1,519
Rep Power: 21 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
Quote:
Quote:
|
||
07-05-2011, 05:46 AM | #56 | |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 204
Rep Power: 16 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
Quote:
क्या आप किसी देश के बारे में बता सकते हैं जहाँ भारतीयों को कम वेतन मिलता है, सिर्फ इसलिए कि वो भारतीय हैं या बाहर के हैं?मैं नहीं मानता! भारतीय या एशिया के लोगों को यूरोप और अमेरिका में मेहनती के रूप में देखा जाता है!यदि भारतीय डॉक्टर वापिस आ जायें तो अमेरिका और यूरोप में डॉक्टर्स की कमी पड़ जाएगी! नस्लीय हमलों के लिए विदेशों को दोष नहीं दिया जा सकता,जबकि देश के अन्दर भी उत्तर भारतीय और दक्षिण भारतीय के नाम पर झगडे हो रहे हैं! आपसे स्पस्टीकरण नहीं चाहिए!कुछ देशवासियों को बुरा बोला जा सकता है, लेकिन देश को बुरा बोलना गलत सन्देश देता है! वो भी तब जबकि आपका सन्देश पूरी दुनिया में कहीं भी कोई भी पढ़ सकता है! आप कुछ भी बोलिए लेकिन कृपया देश को बुरा मत बोलिए! |
|
07-05-2011, 12:46 PM | #57 | |
Diligent Member
Join Date: Nov 2010
Location: बिहार
Posts: 760
Rep Power: 17 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
Quote:
वाह वाह भारत भाई आप सच मुच में वर्तमान भारत के मनोज कुमार है/ मैं आपकी बात से सहमत हूँ/ देश तो देशवासियों से बनाता है/ i proud to be an indian. अब हमारे देश में दिग्विजय जैसे नेता जो सहीदों का अपमान और आतंकवादियों का सम्मान करने की बात करें तो इसमें देश की क्या गलती है/ भाई देश में सभी को अपना विचार रखने का अधिकार है तो इस अधिकार के नाते देश की बजाओ कौन माई का लाल रोकेगा/ Last edited by prashant; 07-05-2011 at 12:49 PM. |
|
07-05-2011, 08:12 PM | #58 | ||
Special Member
Join Date: Nov 2010
Posts: 1,519
Rep Power: 21 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
Quote:
आपने कहा देशवासियों की बुराई करो, मैंने कहता हूँ देश क्या है ??? कोई मुझे बतायेगा की आखिर देश है क्या? देश जमीन का कोई टुकड़ा नहीं होता, यदि है तो इस हिसाब से रामायण का भारत हमारे भारत से अलग है | देश की वैधानिक परिभाषा के अनुसार चार तत्वों का होना देश के अस्तित्व की प्राथमिक ज़रूरत है; १-जनसँख्या(देशवासी) २-भूमि(निश्चित भूमि) 3-संप्रभुता(अधिकार जो आर्थिक, वैधानिक और संवैधानिक रूप से सर्वोच्च हो) ४-राज्य(शासन करने वाली संस्था) संप्रभुता एक गुण है अतः वो ना अच्छा है ना बुरा है किन्तु यदि अन्य तीन में से दो अनिवार्य तत्व दूषित हैं तो क्या कहूँ ??? ये मेरी मनगढ़ंत परिभाषा नहीं है, ये ugc की अनुमोदित परिभाषा है जिसे pg और phd में प्रयोग करते हैं | आप चेक कर लें | यदि आपको इस पर विश्वास नहीं तो बताइये किसे देश कहेंगे आप? मेरे कहने का अर्थ पहले दिन से ये था की देश कोई एक व्यक्ति नहीं है जिसकी हम बुराई कर सकते हैं, देश के दो अनिवार्य तत्व हमसे मिल कर बनते हैं और यदि आप कहते हैं देशवासी बुरे हैं तो आप खुद ही देश की बुराई कर रहे हैं | रही बात जमीन की तो कभी सिक्किम की तरफ जा कर देखिएगा... शाम के चार बजे के बाद वहाँ बाहरी लोग(जो लोग पूर्वोत्तर के निवासी नहीं लगते) जा भी नहीं सकते | जबकि वह हिस्सा भी हमारे नक़्शे के अनुसार देश है | Quote:
अमेरिका और यूरोप में भी हम सस्ते श्रम के रूप में उपलब्ध हैं | यदि भारतीय डॉक्टर वापस आ जाएँ तो यकीनन वापस आ जाएँ तो शायद वहाँ डॉक्टरों की कमी हो जाए, लेकिन चाहे प्रलय आ जाये वो वहाँ से नहीं टरेंगे | अभी आस्ट्रेलिया में कितने पिटे, कौन वापस आ गया? सिर्फ भारत का होने के कारण पिट रहे हैं फिर भी नहीं वापस आ रहे | आपको पता है वो फीलिंग जब आप किसी दुसरे देश में अपने पासपोर्ट के साथ पासपोर्ट कंट्रोल की लाइन में खड़े हों और आपको यूरोपीय देश के पासपोर्ट होल्डर से कम तरजीह मिले??? उस वक़्त समझ में आता है कि विकासशील होने का अर्थ क्या होता है! मुझे पता है और मुझे ये बात कचोटती है इसलिए चाहे जितने छोटे स्तर पर हो लेकिन मैं वन्दे मातरम करूँगा, सिर्फ कहूँगा नहीं | खुशफहमी से अच्छी वास्तविक कठोरता है | यदि मैं किसी अंतर्राष्ट्रीय मंच पर हूँ तो अवश्य ही ऐसा नहीं कहूँगा किन्तु मैं समझता हूँ की मैं यहाँ अपने भाइयों, अपने दोस्तों के बीच में हूँ और मेरा कहने का उद्देश्य उस अंतरात्मा को झकझोरना था जो यह मानती तो है कि देश महान था और अब गर्त में जा रहा है किन्तु करने के नाम पर सिर्फ 'वन्दे मातरम्' ही करती है | वन्दे मातरम् सिर्फ कहने की लाइन नहीं है, इसे जीने का मकसद बनाना पड़ेगा, मरने का जरिया बनाना पड़ेगा तब जा के वो गौरव मिलेगा जिसका ख्वाब देखना चाहते हैं | Last edited by amit_tiwari; 08-05-2011 at 01:28 AM. |
||
08-05-2011, 02:01 AM | #59 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Posts: 1,519
Rep Power: 21 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
शायद आप लोगों ने इस वीडियो को देखा हो.. किन्तु ना देखा हो तो...
मेरी पहली प्रविष्टि का उद्देश्य यही था की देशप्रेम सिर्फ कहने की चीज़ नहीं होती, इसे जिया भी जा सकता है | एक रोमांचित करने वाली घटना मुझे याद है, कुछ २ साल पहले छब्बीस जनवरी का फंक्शन शूट करने के लिए एक दोस्त के साथ फतेहगढ़ की जेल में गया था | एक चैनल का प्रोग्राम था और मैं कैमरा ओपरेटर के तौर पर गया था | सुबह ६ बजे सभी कैदी झंडारोहण की तैयारी में लगे थे | मेरे दोस्त ने हँसते हुए कह दिया की जरुर सभी को जबरदस्ती उठाया गया होगा इस सबके लिए | और पास से गुजर रहे एक कैदी ने बड़ी सरलता से उत्तर दिया "साहब आप तो पढ़े लिखे लगते हैं, कैदी और आतंकवादी में अंतर समझते होंगे" मैंने उस दिन समझा किई कैसे ये देश इतने साल से टिका है, क्यूँ किसी ने लिखा की कुछ बात है की हस्ती मिटती नहीं हमारी, सदियों रहा है दुश्मन दौरे जहां हमारा | मैं इतिहास का छात्र हूँ लेकिन भविष्य देखना चाहता हूँ | ये समय कठिन है, दुनिया की इकोनोमी ढह रही है और ऐसे बदलते संतुलन में यदि अपनी पहचान बनानी या कम से कम बचानी भी है तो उसके लिए अब वन्दे मातरम को जीना पड़ेगा... यकीन मानिए समय बहुत ज्यादा संवेदनशील है |हम सिर्फ कह कर काम नहीं चला सकते, अब हमें ही निकल कर आगे आना होगा और करना पड़ेगा.... कल से नहीं आज से.. अभी से | मत देखिये किसी नेता का मुंह, मत इन्तेजार कीजिये किसी अद्भुत शक्ति के अवतार का | अपने मोहल्ले, कालोनी में जैसे चिट फंड कमिटी डालते हैं वैसे लड़कों के, युवकों की टोलियाँ बनाइये, दस दस रुपैये का फोरम भर कर पूछिये अपने प्रशासन से की हर साल क्षेत्र के विकास को मिलने वाले सांसद के ५ पांच करोड़ और विधायक के १ करोड़ का क्या हुआ? कहाँ लगा वो रूपया ??? मजबूर कीजिए उन्हें उत्तर देने पर | कोई नहीं करता तो खुद अकेले ही करिए, सिर्फ एक आसान सा १० रुपैये का फॉर्म भरना है और पूछिये मत की किसने और किया | एक अन्ना हजारे से कुछ नहीं होगा, यहाँ हर गली रावण हैं, हमें हर छत पर एक हनुमान चाहिए | शायद तब हम ज्यादा जोर से कह सकेंगे वन्दे मातरम् | ये मैं सिर्फ आपके लिए नहीं कह रहा, ये सभी से अपील है | यदि भ्रष्टाचार है तो चलो सामने लाते हैं, फोरम में अपने शहर के लोग देखिये उनसे सहयोग लीजिये वरना आप अकेले ही शुरू करिए, आस पास वाले साथ देंगे खुद ही | सिर्फ प्लान मत बनाइये, सिर्फ सोचने से सिर्फ असफलता ही मिलती है | सिर्फ कहिये मत वन्दे मातरम्, इसे जीते हैं चलो | रही बात अमित तिवारी के देश की बुराई करने की.... मेरी इतनी औकात ही नहीं... जिस देश को गोरी, गजनी नहीं लूट पाए, जिसे देख कर मुगलों का दिल यही लग गया, जिसे उगते सूरज वाले अँगरेज़ नहीं झुका पाए उसे कुछ कहने की मेरी औकात ही नहीं | पहले दिन भी मेरा उद्देश्य झकझोरना था जो शायद इतने समय के बाद ही सही लेकिन हो गया | लेकिन... ऊपर की विनती कायम है, चलो जीते हैं वन्दे मातरम् | इस वन्दे मातरम् को सिर्फ कहने के लिए भगत सिंह, लाला लाजपत राय और ना जाने कितने अनजान गुमनाम शहीदों ने अपना खून बहाया | इसके हर हर्फ़ में उनके खून के कतरे हैं | इतने पाकीज़ा शब्द को कहने से पहले हमें खुद को उसके लायक बनाना होगा | हमें कमाना होगा ये अधिकार | सोच लेते हैं की हम वन्दे मातरम् तभी कहेंगे अब जब हम खुद को इस पाकीज़ा लफ्ज़ के लायक बना लेंगे | Last edited by amit_tiwari; 08-05-2011 at 02:13 AM. |
08-05-2011, 02:50 AM | #60 | |
Member
Join Date: May 2011
Posts: 204
Rep Power: 16 |
Re: क्या आपको भारत पर गर्व है?
Quote:
ओहो अब समझा! गल्फ देशों को आधार मानकर आपने यहाँ एक लेख लिख डाला भारत के लोगों की सच्चाई पर! वाह जनाब! गल्फ के देशों में जाने वाले भारतीय उनकी तरह है, जैसे बिहार के मेहनती लोग उत्तर भारत में आते हैं! कम वेतन पाते हैं! (इस पर कमेन्ट न करें, धन्यवाद) एशियाई देशों में ऐसा ही होता है! यदि कोई बात कि है आपने तो पुरे संसार के संधर्ब में कीजिये! यूरोपीय और अमरीकी जगहों पर म्हणत करने वालों को पैसा ज्यादा मिलता है! हो सकता है कि एक मैनेजेर की तनख्वाह उसी बेंक के सफाई कर्मचारी से कम हो! शायद आप नहीं जानते कि आस्ट्रेलिया संसार के सबसे ठन्डे लोगों का एक देश है!आस्ट्रेलिया के लोग सबसे भले और प्यार करने वाले लोगों में से एक हैं! आस्ट्रेलिया में रहने वाले सभी भारतियों से यदि आप पूछो तो वो भी यही कहेंगे कि अगर ऐसे कोई पिटता है तो अपनी कमी में पिटता है! बाहर जाकर उस देश के लोगों कि इज्ज़त भी करनी चाहिए! और फिर कुछ ग्रुप यदि भारतियों को पसंद नहीं भी करते तो उसमे पुरे आस्ट्रेलिया देश का कोई कसूर नहीं है! यदि व्यक्ति इस लायक है कि अपनी बात को पेश कर सके तो इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि भारत का है या अमेरिका का! दुसरे देशों में नस्लवाद एक बहुत संवेदनशील मुद्दा है! (गल्फ की बात नहीं कर रहा!) यदि इस बारे में शिकायत भी कर दी जाये तो चाहे कितना ही बड़ा आदमी क्यूँ न हो, घुटने नीचे रखवा सकते हैं उसके! यदि कमी खुद में हो तो दूसरों को दोष नहीं दिया करते! एक ज्ञान से भरे इंसान की हर जगह इज्ज़त है! (कृपया गल्फ का उदाहरण न दें!) और यदि गल्फ के देशों में भी भारतियों को विकासशील या पिच्च्दा हुआ माना जाता है तो दया आती है उनपर जो वहां बसे हुए हैं! इसमें भारत कि कोई कमी नहीं, कमी उन लोगों कि है जो ऐसी जगह रह रहे हैं, आवाज उठाने से डरते हैं! डरपोक और कायर आदमी का काल कभी नहीं कटता! पैसे के लिए जीवन में कष्ट सहना भरता ही नहीं अपितु लगभग सभी देशों के नागरिकों के जीवन में शुमार है! बात भारत कि कि जाये तो ऐसे उदाहरण दें जो सिर्फ इसी देश में होते हैं! अमेरिका और यूरोप में पढ़े लिखे लोगों की कद्र है! फर्क नहीं पड़ता कि वो किसी भी देश का हो! |
|
Bookmarks |
|
|