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Old 18-04-2011, 03:42 PM   #51
Kumar Anil
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by ranveer View Post
मानव शरीर की बनावट वैसी नहीं है ये कहना उपयुक्त नहीं है /आधुनिक विकसित मानव के विकास के ५ लाख वर्ष के इतिहास में मात्र इधर के ५००० वर्षों में ही इसने ठीक से कृषि करना सिखा है /इसके पूर्व उनका आहार मुख्य रूप से मांस ही रहा है / और जहां तक मेरी जानकारी है आग के आविष्कार के पूर्व तो मांस को पकाकर भी नहीं खाया जाता था /अगर मनुष्य के पाचन तंत्र की बनावट वैसी नहीं होती तो इनका अस्तित्व ही नहीं होता /
बात तो एकदम तार्किक है । इस नज़रिये से सोचा ही नहीँ था । आपका यह तथ्यपरक दृष्टिकोण माँसाहारियोँ को अपना पक्ष मजबूत रखने मेँ सहायक सिद्ध होगा ।
__________________
दूसरोँ को ख़ुशी देकर अपने लिये ख़ुशी खरीद लो ।
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Old 20-04-2011, 09:10 AM   #52
Kalyan Das
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by ranveer View Post
पर डार्विन के सिद्धांत याद आती है तो सब भूल जाता हूँ और मजे से खाता हूँ /

ज़रा विस्तार से बताएं, रणवीर भाई !!
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!"
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Old 04-06-2011, 01:37 AM   #53
ndhebar
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

शाकाहारियों के लिए सुखद सूचना

एक अध्यन के अनुसार भारत में

पूर्णतः शाकाहारी आबादी( जो कभी अंडा मांस मछली नही खाते) – 50 प्रतिशत
पूर्णतः मांसाहारी आबादी (जिनको रोजाना ही मांस चाहिए) – 15 प्रतिशत
सप्ताह में एक दिन मांस खाने वाली आबादी – 10 प्रतिशत
शराब के साथ मांस का सेवन करने वालों की आबादी – 15 प्रतिशत
केवल किसी उत्सव या समारोह में मांस खाने वालों की आबादी – 5 प्रतिशत
अन्य अनिर्णीत ग्रुप जहाँ कोई खास वर्गीकरण नही है की आबादी – 5 प्रतिशत
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को
मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए
बिगड़ैल
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Old 19-12-2011, 12:47 PM   #54
सुज्ञ
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by abhisays View Post
मेरा नॉन veg खाने के प्रति बहुत ही प्रेम है, हफ्ते में करीब ४-५ दिन इस तरह का खाना खाता हूँ, क्या इससे लॉन्ग टर्म में कोई नुक्सान है, कृपया विस्तार से बताये.

धन्यवाद.

दूरगामी प्रभाव के अंतर्गत, आर्थराइटिस, गालब्लैडर की पथरी, अल्जाइमर्स, आंतो का केंसर, एन्जाईना, पाचन तंत्र खराबी आदि रोगों की सम्भावना शाकाहारी की तुलना में माँसाहारी को अधिक होती है।
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Old 19-12-2011, 12:50 PM   #55
सुज्ञ
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by khalid View Post
माँस खाने से प्रहेज
लेकिन
लेदर का सामान इस्तेमाल करने वाले को आपलोग क्या कहेगेँ
जैसे जुता बैल्ड घड़ी का पट्टा जैकेट पर्स इत्यादी

हिंसा की सम्भावनाएँ देखते हुए, चमडे का उपयोग भी न करना चाहिए
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Old 19-12-2011, 01:04 PM   #56
सुज्ञ
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by yuvraj View Post
शाकाहारी होने का सिर्फ ये मतलब नहीं है कि आप पशु-पक्षियों के प्रति दयाभाव रखते हैं,
बल्कि इसका मतलब ये भी है कि आप पेड़-पौधों के प्रति शत्रुभाव रखते हैं...


तब तो माँसाहारी का दोनों पशु-पक्षियों और पेड़-पौधों दोनो से शत्रुभाव है। क्योंकि बिना शाकाहार संयोजन के मांसाहारी मात्र मांस का आहार नहीं कर सकता। दोनों में में से किसी एक से परहेज रखना उस एक आहार की हिसा के प्रति सम्वेदनशीलता तो होगी ही। सर्वाहारी का तो पूरी सृ्ष्टि से ही शत्रुभाव है।
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Old 19-12-2011, 02:13 PM   #57
सुज्ञ
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by ranveer View Post
मेरी नजर में यदि नैतिकता (धार्मिक लोगों के लिए ) तथा पशु के लिए सहानुभूति वाली बात हटाकर सोचा जाए तो मांस से कोई वैसा नुक्सान नहीं है /

मांस खाने के फायदे में केवल प्रोटीन ही शामिल नहीं है इसके अतिरिक्त बिटामिन (बी ६),पोटेशियम ,फास्फोरस आदि भी प्राप्त होतें हैं

तार्किक बात तो यह है की वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार मानव शरीर के उचित पोषण के लिए एनिमल प्रोटीन आवश्यक है ( हालांकि दूध में भी ये मिलता है )
मानव शरीर की बनावट वैसी नहीं है ये कहना उपयुक्त नहीं है /आधुनिक विकसित मानव के विकास के ५ लाख वर्ष के इतिहास में मात्र इधर के ५००० वर्षों में ही इसने ठीक से कृषि करना सिखा है /इसके पूर्व उनका आहार मुख्य रूप से मांस ही रहा है / और जहां तक मेरी जानकारी है आग के आविष्कार के पूर्व तो मांस को पकाकर भी नहीं खाया जाता था /अगर मनुष्य के पाचन तंत्र की बनावट वैसी नहीं होती तो इनका अस्तित्व ही नहीं होता /

नैतिक रूप के कहें तो मै भी इसका समर्थन नहीं करता

पर डार्विन के सिद्धांत याद आती है तो सब भूल जाता हूँ और मजे से खाता हूँ /

अगर अहिंसा के प्रति नैतिकता और पशु जीवन के प्रति सहानुभूति को निकाल भी दिया जाय तब भी पोषण, आरोग्य और पर्यावरण के दृष्टिकोण से मांसाहार अनुचित है।

प्रोटीन वही उत्तम है जो हमारा शरीर स्वयं निर्मित करे, पशु- प्रटीन सेच्युरेटेड होता है, क्यों कि वह पूर्व ही पूर्णता पा चुका होता है। ऐसे प्रोटीन के मस्तिक्ष में जमा हो जाने की अधिक सम्भावनाएं होती है। जिस से अल्जाईमर्स नामक बिमारी की सम्भावनाएं प्रबल होती है।

नवीनत्तम शोध कहती है कि प्रागैतिहासिक मानव शाकाहारी भी था।

डार्विन का सिद्धांत तो विकासवाद का है, एक कोशिय जीव से पंचेन्द्रीय पशु और मानव तक का, उन के सिद्धांत से तो अधिक विकसित जीव को आहार बनाना प्रकृति का क्रूरत्तम शोषण है। विकसित का विनाश है। संसाधनों का दुरपयोग है। अगर इस बात को नज़रअंदाज़ किया जाता है तो यह आग मानव के पेरों तक पहुंचेगी।
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Old 19-12-2011, 02:16 PM   #58
सुज्ञ
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by ndhebar View Post
शाकाहारियों के लिए सुखद सूचना

एक अध्यन के अनुसार भारत में

पूर्णतः शाकाहारी आबादी( जो कभी अंडा मांस मछली नही खाते) – 50 प्रतिशत
पूर्णतः मांसाहारी आबादी (जिनको रोजाना ही मांस चाहिए) – 15 प्रतिशत
सप्ताह में एक दिन मांस खाने वाली आबादी – 10 प्रतिशत
शराब के साथ मांस का सेवन करने वालों की आबादी – 15 प्रतिशत
केवल किसी उत्सव या समारोह में मांस खाने वालों की आबादी – 5 प्रतिशत
अन्य अनिर्णीत ग्रुप जहाँ कोई खास वर्गीकरण नही है की आबादी – 5 प्रतिशत

यह शोध वास्तव में भारत के सन्दर्भ में विवेकशीलता की द्योतक है।

Last edited by सुज्ञ; 19-12-2011 at 03:17 PM.
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Old 19-12-2011, 04:27 PM   #59
सुज्ञ
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by सुज्ञ View Post
यह शोध वास्तव में भारत के सन्दर्भ में विवेकशीलता की द्योतक है।
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Originally Posted by sikandar_khan View Post
मांसाहार और शाकाहार किसी बहस का मुद्दा नहीं है
ना ही यह किसी धर्म विशेष की जागीर है
और ना ही यह मानने और मनवाने का विषय है|
कुल मिला कर इन्सान का जिस्म इस क़ाबिल है
कि वह सब्जियां भी खा सकता है
और माँस भी, तो जिसको जो अच्छा लगे खाए |
इससे न तो पर्यावरण प्रेमियों को ऐतराज़ होना चाहिए,
ना ही इससे जानवरों का अधिकार हनन होगा |
अगर आपको मासं पसंद है तो माँस खाईए और अगर आपको सब्जियां पसंद हों तो सब्जियां |
आप दोनों को खाने के लिए अनुकूल हैं|
क्यों पर्यावरण प्रेमियों को एतराज़ न होना चाहिए? क्या पर्यावरण के प्रति सभी का उत्तरदायित्व नहीं बनता?

दुनियाभर में शाकाहार को बढ़ावा देने वाली प्रतिष्ठित संस्था ‘पेटा’ की प्रवक्ता बेनजीर सुरैया ने कहा- "
लेकिन शाकाहार के पक्ष में यह बात सबसे महत्वपूर्ण साबित होती है कि इसके जरिये प्रकृति और पर्यावरण को नुकसान पहुंचने की बजाय लाभ होता है।"
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Old 17-03-2012, 09:07 PM   #60
sombirnaamdev
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Default Re: शाकाहार या मांसाहार?

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Originally Posted by guna View Post
यह वस्तुएं प्राकृतिक रूप से मरे हुए जानवरों के चमड़े की भी बन जाती हैं लेकिन भोजन में मांस मरे हुए जानवर का नहीं, मारे हुए जानवर का होता है
ye baat ek dum sahi or satik hai
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