My Hindi Forum

Go Back   My Hindi Forum > New India > Young World
Home Rules Facebook Register FAQ Community

Reply
 
Thread Tools Display Modes
Old 09-12-2010, 04:23 PM   #51
ndhebar
Special Member
 
ndhebar's Avatar
 
Join Date: Oct 2010
Location: Kerrville, Texas
Posts: 4,605
Rep Power: 50
ndhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond repute
Send a message via Yahoo to ndhebar
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा

Quote:
Originally Posted by kalyan View Post
दोस्ती के नाम पे दीवाने चले आते हैं !
शमा के पीछे परवाने चले आते हैं !!
तुम्हे याद न आये खैर, आना मेरी मौत पर !
उस दिन तो बेगाने भी चले आते हैं !!

बहुत खूब कही
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को
मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए
बिगड़ैल
ndhebar is offline   Reply With Quote
Old 09-12-2010, 06:08 PM   #52
Sikandar_Khan
VIP Member
 
Sikandar_Khan's Avatar
 
Join Date: Oct 2010
Location: kanpur-(up)
Posts: 14,034
Rep Power: 69
Sikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond repute
Send a message via Yahoo to Sikandar_Khan
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा

मेरा प्यार


टेक कर घुटने, झुका सिर, प्रेम का जो दान माँगे
हो किसी का प्यार लेकिन, प्यार वो मेरा नहीं है।

रख न पाया मान निज जो, प्यार वो कैसे करेगा?
हीनता से ग्रस्त है जो, दीनता ही दे सकेगा
द्वार पर तेरे खड़ा हूँ, स्नेह का लेकर निमंत्रण
एक चुटकी भीख को यह दीन का फेरा नहीं है
हो किसी का प्यार लेकिन, प्यार वो मेरा नहीं है

है विदित, होती रही है प्यार की उद्दाम धारा
बँध सके जो बंधनों से और ना निज कूल से
राह में अवरोध कोई सर उठाए
यह झुका दे, तोड़ दे, ढाये उखाड़े मूल से
है अगर यह प्यार तो आश्वस्त हूँ मैं
इस प्रभंजन ने प्रबल, यह मन मेरा घेरा नहीं है
हो किसी का प्यार लेकिन प्यार वो मेरा नहीं है

प्यार वो है ले बहे जो, मंद मंथर गति निरंतर
जी उठे स्पर्श पाकर हाँफती मरुभूमि बंजर
मान रखता, मान देता, मधुर मंगल रूप कोमल
प्यार का जो स्वप्न मेरा क्या वही तेरा नहीं है?
टेक कर घुटने, झुका सिर, प्रेम का जो दान माँगे
हो किसी का प्यार लेकिन , प्यार वो मेरा नहीं है।
__________________
Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..."

click me
Sikandar_Khan is offline   Reply With Quote
Old 09-12-2010, 07:11 PM   #53
Sikandar_Khan
VIP Member
 
Sikandar_Khan's Avatar
 
Join Date: Oct 2010
Location: kanpur-(up)
Posts: 14,034
Rep Power: 69
Sikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond reputeSikandar_Khan has a reputation beyond repute
Send a message via Yahoo to Sikandar_Khan
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा

आजकल बहुत बड़ी भ्रान्ति है
या कहूँ कि समाज में घोर अशान्ति है
क्योकि देह को ही माध्यम समझने
लगें है लोग प्यार की अभिव्यक्ति का
तन के बिना अधूरा ही मानते हैं प्रेम
व्यक्ति से व्यक्ति का
उनके अनुसार
जब तक तन नहीं होते एकाकार
प्रेम पा ही नहीं सकता गगन सा विस्तार
वे कहते हैं प्यार हैं जलन
प्यार हैं चुभन प्यार हैं मिलन
प्यार हैं बिछुड़न
प्यार है कामनाओं की पूर्ति
यानि शारीरिक इच्छाओं की आपूर्ति
पर हमारी मान्यता है भिन्न
भले ही लोग हो जाएं हमसे खिन्न
पर सच मानिए ऐसा प्रेम, प्रेम नहीं
ये है एक मानसिक विकार
या कामनाओं का ज्वार
तन हो ही नहीं सकता प्रेम का आधार
ये तो अन्तर्मन में बहता एक पावन झरना है
जिसे झर - झर – झर झरना है
अन्तर्रात्मा को संतृप्त करना है
ऐसे भी कह सकते है कि प्रेम
अन्तस्तल में बहती पावन नदी है
व्यर्थ ही भ्रमित इक्कीसवीं सदी है
इसलिए र ध न नहीं कोमल स्वर में गाइए
रे ध नि यानि प्यार की सरगम
__________________
Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..."

click me
Sikandar_Khan is offline   Reply With Quote
Old 09-12-2010, 08:40 PM   #54
ajaypathak
Member
 
ajaypathak's Avatar
 
Join Date: Jan 2010
Location: Indore, India
Posts: 70
Rep Power: 15
ajaypathak is on a distinguished road
Send a message via MSN to ajaypathak Send a message via Yahoo to ajaypathak
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा

जिसने जिस्म से प्यार किया उसने क्या खाक प्यार किया....वो चमड़े का सौदागर है जो जिस्म से प्यार करे.....
ajaypathak is offline   Reply With Quote
Old 11-12-2010, 10:11 AM   #55
Kalyan Das
Senior Member
 
Kalyan Das's Avatar
 
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 20
Kalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of light
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा

Quote:
Originally Posted by sikandar View Post

हो किसी का प्यार लेकिन, प्यार वो मेरा नहीं है।
वाह वाह !! बहुत खूब !!
सिकंदर भाई, मेरी ये सूत्र आपके प्रविष्टी के बिना अधूरी रह जाती !!
दिल से स्वागत है आपका !!
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!"
Kalyan Das is offline   Reply With Quote
Old 11-12-2010, 10:15 AM   #56
Kalyan Das
Senior Member
 
Kalyan Das's Avatar
 
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 20
Kalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of light
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा

Quote:
Originally Posted by sikandar View Post

उनके अनुसार
जब तक तन नहीं होते एकाकार
प्रेम पा ही नहीं सकता गगन सा विस्तार
प्यार है कामनाओं की पूर्ति
यानि शारीरिक इच्छाओं की आपूर्ति
साधू, साधू !!
अभूतपूर्व अभिव्यक्ति !!
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!"
Kalyan Das is offline   Reply With Quote
Old 11-12-2010, 12:52 PM   #57
Kalyan Das
Senior Member
 
Kalyan Das's Avatar
 
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 20
Kalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of light
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा



क्या कह गयी किसी की नज़र कुछ न पूछिए !
क्या कुछ हुआ है दिल पे असर कुछ न पूछिए !!

वो देखना किसीका कन्खिओं से बार बार !
वो बार बार उसका असर कुछ न पूछिए !!

रो रो के किस तरह से कटी रात क्या कहें ?
मर मर के जी है सहर कुछ न पूछिए !!

अक्सर ख्याल- ए -हुस्न में पहुंचे है मर के हम !
क्यों कर हुआ है तय- ए - सफ़र कुछ न पूछिए !!
Attached Images
This post has an attachment which you could see if you were registered. Registering is quick and easy
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!"
Kalyan Das is offline   Reply With Quote
Old 14-12-2010, 04:16 PM   #58
Kalyan Das
Senior Member
 
Kalyan Das's Avatar
 
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 20
Kalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of light
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा



हर तरफ खामोशी का साया है !!
ज़िन्दगी में प्यार किसने पाया है ??
हम यादों में झूमते हैं उसकी, और ज़माना कहता है........
“देखो आज फिर पीकर आया है ” !!!
Attached Images
This post has an attachment which you could see if you were registered. Registering is quick and easy
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!"
Kalyan Das is offline   Reply With Quote
Old 14-12-2010, 04:27 PM   #59
Kalyan Das
Senior Member
 
Kalyan Das's Avatar
 
Join Date: Nov 2010
Posts: 257
Rep Power: 20
Kalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of lightKalyan Das is a glorious beacon of light
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा



बेवफा वो न थे, बेवफा हम न थे !
वो हालात ही कुछ तब ऐसे थे !
इसलिए शायद साथ आज हम न थे !!
वो आज किसी और के हैं !
मैं आज किसी और का हूँ !
है सब कुछ मेरे आस पास जब भी,
तनहा सा महसूस करता भीड़ में अब भी !!
ये जानता वो कभी न मेरे हो सकते जब भी,
न जाने क्यों फिर भी उन्हें पाने की आस है अब भी !!
जितना उनके यादों से दूर जाना चाहता हूँ जब भी,
उन्हें उतना ही दिल के करीब पाता हूँ अब भी !!
मिलते हैं आज वोह कहीं जब भी,
दिल में एक दर्द सा उठता है तब भी !!
धुन्ड़ता हूँ हर शे में उनको अब भी,
रोना तो बहोत चाहा मगर आंसू न निकले तब भी........................!!!!!
Attached Images
This post has an attachment which you could see if you were registered. Registering is quick and easy
__________________
"खैरात में मिली हुई ख़ुशी मुझे अच्छी नहीं लगती,
मैं अपने दुखों में भी रहता हूँ नवाबों की तरह !!"
Kalyan Das is offline   Reply With Quote
Old 15-12-2010, 01:15 PM   #60
ndhebar
Special Member
 
ndhebar's Avatar
 
Join Date: Oct 2010
Location: Kerrville, Texas
Posts: 4,605
Rep Power: 50
ndhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond reputendhebar has a reputation beyond repute
Send a message via Yahoo to ndhebar
Default Re: प्रेम, प्रणय और धोखा

Quote:
Originally Posted by kalyan View Post
हम यादों में झूमते हैं उसकी, और ज़माना कहता है........
“देखो आज फिर पीकर आया है ” !!!

सुभान अल्लाह
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को
मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए
बिगड़ैल
ndhebar is offline   Reply With Quote
Reply

Bookmarks

Tags
cheating, conspiracy, dokha, hate, hindi forum, illusion, love, pranaya, prem, traitor


Posting Rules
You may not post new threads
You may not post replies
You may not post attachments
You may not edit your posts

BB code is On
Smilies are On
[IMG] code is On
HTML code is Off



All times are GMT +5. The time now is 12:34 AM.


Powered by: vBulletin
Copyright ©2000 - 2024, Jelsoft Enterprises Ltd.
MyHindiForum.com is not responsible for the views and opinion of the posters. The posters and only posters shall be liable for any copyright infringement.