24-11-2010, 03:41 PM | #611 |
Diligent Member
Join Date: Jan 2010
Posts: 1,398
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
दूसरे दिन जवान सचमुच दुश्मन का एक टैंक लेकर आ गया, इस पर अधिकारी ने आश्चर्य में भरकर पूछा 'ये तुमने कैसे किया? 'इसमें कौन सी बड़ी बात है, जवान ने सरलता से कहा 'जब उन्हें आठ दिन की छुट्टी चाहिए होती है तो वे हमसे टैंक ले जाते हैं। |
24-11-2010, 03:41 PM | #612 |
Diligent Member
Join Date: Jan 2010
Posts: 1,398
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
मम्मी (राजू से) : बेटे, टिकट लगा कर चिट्ठी को लेटर बाक्स में डाल आए हो न?
राजू : मम्मी, टिकट खरीदने की जरूरत ही नहीं पड़ी। मम्मी : क्यों? राजू : क्योंकि लेटर बाक्स की ओर कोई देख नहीं रहा था इसलिए मैं ने बिना टिकट लगाए चिट्ठी उस में डाल दी। |
24-11-2010, 03:42 PM | #613 |
Diligent Member
Join Date: Jan 2010
Posts: 1,398
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
प्रेमिका से भेंट होने पर प्रेमी बोला - आज मैं अपने ड्राइवर की छुट्टी कर रहा हूं। उसने मुझे तीन बार मौत के मुंह में पहुंचा दिया।
छोड़ो प्यारे। प्रेमिका ने कहा - उसे एक मौका और दो बेचारा बीबी बच्चों वाला है। |
24-11-2010, 03:42 PM | #614 |
Diligent Member
Join Date: Jan 2010
Posts: 1,398
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक युवती ने अपनी शादीशुदा सहेली से पूछा ''क्या तुम्हारे पति अब भी तुम्हें काटते हैं?
''नहीं। सहेली ने कहां। ''क्यों? क्या वे अपनी पुरानी आदत भूल बैठे ? युवती ने पूछा। ''नहीं, बल्कि दांत खो बैठे हैं। सहेली ने जवाब दिया। |
24-11-2010, 03:43 PM | #615 |
Diligent Member
Join Date: Jan 2010
Posts: 1,398
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक पागलखाने के वार्डन ने रात में देखा कि एक पागल कुर्सी पर बैठा किताब पढ़ रहा था और उसका जोडीदार दूसरा पागल छत के साथ लटकते बिजली के बल्ब के करीब से तार को पकडे लटका हुआ था।
ये तुम्हारा साथी - उसने किताब पढ़ते पागल से पूछा - ऊपर क्यों टंगा हुआ है? किताब वाला बड़ी संजीदगी से बोला - अपने आप को बिजली का बल्ब समझ रहा है। और तुम इतनी तन्मयता से किताब पढ़ रहे हो। जी हां। कमाल है। इसे कहो नीचे उतरे। नहीं, नहीं। मैं ऐसा नहीं कह सकता। आप भी मत कहना। ये नीचे उतर आया तो मैं किताब कैसे पढूंगा। |
24-11-2010, 11:41 PM | #616 |
Diligent Member
Join Date: Oct 2010
Location: चांदनी चौक
Posts: 812
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
हा हा हा
मित्र अनजान जी, और राजू जी. आप दोनों नें इस सूत्र में योगदान करके समां बाँध दिया. मित्रों कृपया जारी रखो और यूँ ही गुदगुदाते रहो.
__________________
अच्छा वक्ता बनना है तो अच्छे श्रोता बनो, अच्छा लेखक बनना है तो अच्छे पाठक बनो, अच्छा गुरू बनना है तो अच्छे शिष्य बनो, अच्छा राजा बनना है तो अच्छा नागरिक बनो |
25-11-2010, 08:10 AM | #617 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: Patal Lok
Posts: 1,867
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक बेरोजगार युवक नौकरी के लिए एक कंपनी के मैनेजर के पास गया और बोला- 'सर आप मुझे महीने के एक लाख रुपए वेतन, एक फ्लैट, एक कार दे सकते हों तो मैं नौकरी के लिए तैयार हूँ।
मैनेजर बोला- 'मैं आपको दो लाख रुपए वेतन, दो कार, दो फ्लैट दूँगा। यह सुनकर युवक बोला- 'सर, आप मजाक तो नहीं कर रहे हैं? मैनेजर ने कहा- 'श्रीमानजी, शुरुआत तो आपने ही की थी। |
25-11-2010, 08:10 AM | #618 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: Patal Lok
Posts: 1,867
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक हत्यारे को मौत की सजा सुनाई गई। इलेक्ट्रिक चेयर पर बैठाकर बटन दबाने से पहले जल्लाद ने पूछा- 'भैया, तुम्हारी अंतिम इच्छा क्या है?
हत्यारे ने कहा- 'मेरी अंतिम इच्छा यही है कि बटन दबाने के बाद तुम मेरा हाथ पकड़ लेना, ताकि मैं छटपटाऊँ नहीं। |
25-11-2010, 08:11 AM | #619 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: Patal Lok
Posts: 1,867
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
एक शराबी एयरपोर्ट के बाहर खड़ा था, तभी एक वर्दीधारी युवक वहाँ से गुजरा। यह
देखते ही शराबी ने कहा- 'अरे एक टैक्सी ले आ यार। वर्दीधारी ने नाराज होते हुए कहा- 'दिखता नहीं, मैं पायलट हूँ, टैक्सी ड्राइवर नहीं। यह सुन शराबी ने कहा- 'तो नाराज क्यों होते हो यार, एक हवाई जहाज ही लाओ, उसी में चलते हैं। |
25-11-2010, 08:11 AM | #620 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: Patal Lok
Posts: 1,867
Rep Power: 17 |
Re: गुदगुदाते, चुटीले और मजेदार चुटकले
पत्र लिखते-लिखते पतिदेव रुक गए और चिंतित मुद्रा में इधर-उधर देखने लगे। पत्नी ने उन्हें चिंतित देखकर पूछा- 'आप अचानक ही चिंतित क्यों हो उठे?
'अभी-अभी वह मेरी जुबान पर था... गायब हो गया। पति ने बताया। 'परेशान क्यों होते हो, जरा फिर सोचिए, वापस आ जाएगा। पत्नी बोली। 'कैसे वापस आएगा, वह लिफाफे पर लगाने का टिकट था। पति ने अफसोस से कहा। |
Bookmarks |
Tags |
संता बंता, cool jokes, fun, funny hindi jokes, hindi jokes, hot jokes, indian jokes, jokes, santa banta, shayari |
|
|