03-04-2011, 05:09 PM | #801 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
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04-04-2011, 01:42 PM | #802 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
अभिषेक जी
आपके द्वारा डाले गए चित्र बहुत ही अच्छे हैं अच्छा होता अगर इनको "इस सूत्र" पर डाला जाता या फिर इन दोनों पर
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04-04-2011, 06:50 PM | #803 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
विश्व कप सेमीफाइनल में शिकस्त के बाद अपने बयान से भारतीय प्रशंसकों का दिल जीतने के कुछ दिन बाद पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान शाहिद अफरीदी ने कहा है कि भारतीय पाकिस्तानियों की तरह बड़े दिलवाले नहीं हैं।
अफरीदी ने बेहद नकारात्मक रवैये के लिए भारतीय मीडिया को भी लताड़ा और कहा कि पाकिस्तान मीडिया अपने भारतीय समकक्ष से सौ गुना बेहतर है। शमा समाचार चैनल में एक टाक शो के दौरान दोनों देशों के बीच संबंधों के बारे में पूछने पर पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि अगर मुझे सच कहना है तो मेरे नजरिये में उनका (भारतीयों का) दिल कभी मुस्लिमों और पाकिस्तानियों की तरह नहीं हो सकता। मुझे नहीं लगता कि उनके पास बड़े और साफ दिल हो सकते हैं जो अल्लाह ने हमें दिए हैं। उन्होंने कहा कि उनके (भारतीयों) साथ रहना या उनके साथ दीर्घकालीन रिश्ते बनाना हमारे लिए काफी मुश्किल चीज है। बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकलेगा। देखिए कि पिछले 60 बरस में कितनी बार हमारी दोस्ती हुई और उसके बाद कितनी बार चीजें बिगड़ गई। अफरीदी के इन बयानों के दौरान चैनल के स्टूडियों के मौजूद दर्शकों ने खूब तालियां बजाई। पाकिस्तानी कप्तान ने कहा कि हम एक दूसरे के साथ लड़ना नहीं चाहते लेकिन तीसरा देश सभी को पता है कि यह कौन है। हमारे रिश्तों को खराब करने की कोशिश कर रहा है। (यह देश) पाकिस्तान का फायदा उठा रहा है और भारत का भी फायदा उठाना चाहता है। मैं इसकी तह में नहीं जाना चाहता लेकिन ये लोग हमें एक साथ नहीं आने देंगे। मोहाली में 30 मार्च को भारत के खिलाफ सेमीफाइनल के दौरान भारतीय मीडिया में कवरेज के बारे में पूछने पर अफरीदी ने कहा कि भारतीय मीडिया का रवैया और विचार काफी नकारात्मक हैं। लोग शायद इसे पसंद नहीं करें, लेकिन मुझे लगता है कि हमारे और भारत के बीच रिश्ते बिगाड़ने में मीडिया की भूमिका काफी गंदी है। उन्होंने कहा कि हमारे जिस मीडिया की लोग आलोचना करते हैं वह उनके मीडिया से सौ गुना बेहतर है। भारत ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराया था। इस मैच को देखने के लिए स्टेडियम में दोनों देशों के प्रधानमंत्री भी मौजूद थे। अफरीदी ने पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक और भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर की भी आलोचना की। मलिक ने मैच फिक्सिंग में शामिल नहीं होने के लिए पाकिस्तानी टीम को चेताया था जबकि गंभीर ने विश्व कप फाइनल जीत को 2008 मुंबई हमले के पीड़ितों को समर्पित करने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि ये रहमान मलिक और गौतम गंभीर दोनों के बहुत ही बेवकूफाना बयान थे। मुझे गौतम से यह उम्मीद नहीं थी। यह सब राजनीति है, आप इस बारे में क्या जानते हैं कि मुंबई हमले किसने किए। मुंबई में आतंकी हमले पाकिस्तान स्थित लश्कर ए तैयबा ने किया थे जिसमें 166 लोग मारे गए थे।
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
04-04-2011, 06:52 PM | #804 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
चैम्पियन बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने सोमवार को साफ तौर पर कहा कि उनका निकट भविष्य में एक दिवसीय क्रिकेट को अलविदा कहने का कोई इरादा नहीं है और वह अब अपने खेल का पहले से भी ज्यादा मजा ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत के लिए खेलने की इच्छा और जुनून उनके भीतर अभी भी है।
तेंदुलकर ने कहा कि संन्यास के बारे में उन्होंने सोचा भी नहीं है और वह सभी को बताकर यह ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने संन्यास के बारे में सोचा नहीं है। यदि मैं कभी इसके बारे में सोचूंगा तो इसमें छिपाने की बात है। मैं सभी को खुलकर बताऊंगा। फिलहाल मैं खेल का मजा ले रहा हूं। उन्होंने कहा कि क्रिकेट का जुनून मेरे भीतर अभी भी है। खेल के लिए प्यार जिंदा है। कैरियर इतना लंबा होने के कारण कोई बदलाव नहीं आने वाला। अब तो मुझे खेलने में और भी मजा आ रहा है। यह बेहतरीन पल है और मैं इनका मजा लेना चाहता हूं। यह पूछने पर कि पांच साल बाद वह खुद को कहां देखते हैं तो तेंदुलकर ने कहा कि पता नहीं लेकिन मैं तब भी सचिन तेंदुलकर ही रहूंगा। मुझे नहीं लगता कि मैं अगला विश्व कप खेलूंगा लेकिन अभी तो खेलने में मजा आ रहा है और मैं वह मजा लेना चाहता हूं। यह पूछने पर कि मौजूदा और अतीत की टीमों में क्या फर्क है तो उन्होंने कहा कि इस टीम में कई मैच विनर हैं जो अपने दम पर मैच जिता सकते हैं। टीम काफी संतुलित है
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04-04-2011, 06:54 PM | #805 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी जिस वर्ल्ड कप ट्रॉफी से अपने हाथ नहीं हटा पा रहे हैं , वह असल में ड्यूप्लिकेट ( यानी नकली ) है और असली तो अब भी कस्टम विभाग के पास है। आईसीसी ने टीम इंडिया और भारतीय स्वाभिमान के साथ बड़ा धोखा किया है। हालांकि , आईसीसी के वर्ल्ड कप कॉर्डिनेटर धीरज मल्होत्रा ने इससे इनकार किया है कि टीम इंडिया को जो ट्रॉफी दी गई है वह नकली है। उन्होंने कहा कि यह असली है।
आईसीसी वर्ल्ड कप ट्रॉफी की शुरुआत 1999 से हुई। यह ट्रॉफी 40 सालों के लिए बनाई गई थी। आईसीसी हर बार विजेता टीम को असली ट्रॉफी देती है। बाद में वह असली ट्रॉफी अपने पास मंगवा लेती है और उसकी ड्यूप्लिकेट विजेता टीम को अपने पास रखने को हमेशा के लिए दे दी जाती है। आईसीसी ने 2007 और 2011 में विजेता टीमों को नकली ट्रॉफी दी। इसके पहले 2003 और 1999 में विजेता टीमों को असली ट्रॉफी दी गई थी। सूत्रों के मुताबिक इस बार आईसीसी विजेता टीम को असली ट्रॉफी देना चाह रही थी। वह ट्रॉफी हिंदुस्तान लाई भी गई थी। उसे दूसरे सेमीफाइनल के लिए श्रीलंका ले जाया गया , वहां से मुंबई लाते वक्त वह ट्रॉफी कस्टम विभाग द्वारा अपनी हिरासत में ले ली गई। सूत्रों के मुताबिक , कप की कीमत निर्धारण के बाद 35% कस्टम ड्यूटी चुकाने के बाद इस रिलीज कर दिया जाएगा। राष्ट्रपति के साथ भी कप लेकर जो खिलाड़ियों ने जो फोटो खिंचवाई है वह भी असली नहीं है। हालांकि , आईसीसी के वर्ल्ड कप के कॉर्डिनेटर धीरज मल्होत्रा ने कहा कि आईसीसी के पास 2 वर्ल्ड कप ट्रॉफी हैं। एक जो आईसीसी अपने पास रखती है और उसका इस्तेमाल प्रमोशनल इवेंट के लिए करती है। दूसरी , जो विजयी टीम को दी जाती है। टीम इंडिया को जो ट्रॉफी दी गई है वह असली है और 2011 के वर्ल्ड कप के लिए बनी थी
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04-04-2011, 06:54 PM | #806 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
अपने 21 साल के लंबे करियर के दौरान सचिन तेंदुलकर छह कप्तानों के साथ खेले लेकिन इस स्टार बल्लेबाज ने महेंद्र सिंह धोनी को अपने तेज दिमाग और शांत व्यवहार के लिए इनमें सर्वश्रेष्ठ करार दिया। तेंदुलकर ने अपने करियर में छह विश्वकप खेले लेकिन धोनी की अगुवाई में ही उनका विश्व चैंपियन टीम का हिस्सा बनने का सपना पूरा हो पाया। तेंदुलकर ने कहा कि मैं जितने भी कप्तानों के साथ खेला उनमें धोनी सर्वश्रेष्ठ है। वह बहुत तेज है और हमेशा सतर्क रहता है। वह स्थिति को अच्छी तरह से भांपता है और उससे खुलकर विचार व्यक्त किए जा सकते हैं वह हमेशा गेंदबाजों, बल्लेबाजों और सीनियर खिलाड़ियों के साथ अलग-अलग विचार विमर्श करता है। उन्होंने कहा कि एक और अच्छी बात है कि वह हमेशा शांतचित रहता है और कभी परेशान नहीं होता है। इन मानवीय गुणों के कारण वह इतना अच्छा कप्तान बन पाया है। वह बेजोड़ कप्तान है। तेंदुलकर से जब निवर्तमान कोच गैरी कर्स्टन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि यह पूर्व दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर अपने पद पर बने रहे। उन्होंने कहा कि निजी तौर पर मैं चाहता हूं कि गैरी अपने पद पर बने रहें लेकिन मैं समझता हूं कि उनके साथ वचनबद्धता जुड़ी होगी और उन्होंने टूर्नामेंट से पहले इस पर विचार किया गया होगा। मैं उनके फैसले का सम्मान करता हूं। तेंदुलकर ने कहा कि उनके साथ काम करने में पूरा मजा आया। वह भी खिलाड़ियों की तरह हमेशा कड़ी मेहनत करते थे। वह गेंदबाजी मशीन की तरह थे और बल्लेबाजों को 200 से 300 गेंद करते थे। उनके साथ रहने का अनुभव शानदार रहा। हमें उनकी कमी खलेगी।
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04-04-2011, 06:57 PM | #807 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
टीम इंडिया की जीत की पार्टी इमोशनल थी। कई खिलाड़ी तो जीत के बाद मैदान पर ही भावुक हो गए और एक-दूसरे को गले लगा लिया। सचिन अपने साथियों को धन्यवाद देते वक्त फूट पड़े थे। उन्होंने कोच गैरी कर्स्टन को थैंक्स कहा और सपोर्ट स्टाफ को भी धन्यवाद दिया। सचिन ने कहा इनके सहयोग के बिना वर्ल्ड कप जीतना मुश्किल था। प्रजेंटेशन समारोह के बाद खिलाड़ियों का जश्न ड्रेसिंग रूम में भी जारी रहा, जहां शैम्पेन की बोतलें खुलीं और सभी खिलाड़ी भीगते रहे।
टीम मैनेजर रंजीब बिस्वाल ने बताया कि खिलाड़ियों के लिए वह काफी इमोशनल वक्त था। ड्रेसिंग रूम में कई खिलाड़ियों की आंखों में खुशी के आंसू थे। शैम्पेन की कोई कमी नहीं थी। खिलाड़ी बार-बार एक दूसरे के गले लग रहे थे। एक-दूसरे के फोटोग्राफ भी लिए। धोनी, सचिन और सहवाग का परिवार भी ड्रेसिंग रूम में टीम के जश्न में शामिल हो गया। विराट कोहली, हरभजन सिंह और जहीर खान की गर्लफ्रेंड्स ने भी पार्टी में हिस्सा लिया। विराट कोहली ने अपनी गर्लफ्रेंड से पूरी टीम को पहली बार मिलवाया। एक-दूसरे को मुबारकबाद देने का सिलसिला खत्म हुआ तो खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रूम में ही डिनर किया और शैम्पेन पी। केक कटने के बाद खिलाड़ियों ने घंटों तक डांस किया। ऐसा सुनने में आया है कि आमिर खान भी सुबह 4 बजे होटेल ताज पहुंचे और खिलाड़ियों के साथ डांस किया। खिलाड़ियों ने उनके साथ ऑल इज वेल गाने पर ताल से ताल मिलाते हुए डांस किया।
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04-04-2011, 06:58 PM | #808 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने महेंद्र सिंह धोनी की बेजोड़ कप्तानी की तारीफ करते हुए भारत को योग्य विश्व चैम्पियन घोषित किया जो इतिहास को झुठलाकर और बेहद दबाव के बीच खिताबी मुकाबले में श्रीलंका के खिलाफ विजेता बना। यहां के अखबारों ने धोनी की नेतृत्व क्षमता और फाइनल में उनकी पारी की खूब तारीफ की है। 'द ऑस्ट्रेलियन' ने भारत ने इतिहास को झुठलाकर 28 बरस में अपना पहला विश्वकप जीता शीर्षक के साथ लिखा है कि हालांकि इसका अंत परिकथा की तरह नहीं रहा लेकिन भारत विश्व चैम्पियन बनने का हकदार है। समाचार पत्र ने लिखा है कि मौजूदा भारतीय टीम ने दिखा दिया है कि वह अब मैच जीतने के लिए सिर्फ सचिन तेंदुलकर पर ही निर्भर नहीं है। इसने साथ ही लिखा है कि टीम ने प्रतिबद्धता और अनुशासन दिखाया। इस समाचार पत्र ने धोनी को सभी जगह जीतने वाला कप्तान करार दिया जो अब लोकप्रियता के मामले में तेंदुलकर का विरोधी है। अखबार ने लिखा है कि यह 29 वर्षीय पहले ही दो साल के लिए रिकॉर्ड चार करोड़ 20 लाख डॉलर में उसके पास आने वाले सभी विज्ञापन करने का करार करके क्रिकेट में सबसे अधिक कमाई करने वाला बन गया है। इसने कहा कि और अब शनिवार रात को घरेलू मैदान पर श्रीलंका के खिलाफ जीत के बाद उसकी ब्रांड वैल्यू की कोई सीमा नहीं है। धोनी की नाबाद 91 रन की पारी और फाइनल जिताने वाले उनके छक्के ने उन्हें मैन ऑफ द मैच बनाया और 33000 लोगों की क्षमता वाले वानखेड़े स्टेडियम में लोगों को जश्न मनाने का मौका दिया। अनुभवी क्रिकेट पत्रकार पीटर रोबक ने सिडनी मार्निंग हेराल्ड में धोनी की उनकी निर्भीक कप्तानी के लिए तारीफ की है। रोबक ने लिखा, यह दिन धोनी का था। जयवर्धने की तरह ही उसका फॉर्म भी बहुत अच्छा नहीं था लेकिन वह इसे पीछे छोड़कर आगे बढ़ने में कामयाब रहा। उसने खुद को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने का साहस भी दिखाया।
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05-04-2011, 09:33 PM | #809 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
भारतीये क्रिकेट टिम के गुरु के विदाइ आप क्या कहेगे इस गुरु के बारे मै कृपया बताये
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05-04-2011, 11:36 PM | #810 |
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Re: 2011 क्रिकेट वर्ल्ड कप
भारत को वर्ल्ड कप दिलानेवाले कोच गैरी कर्स्टन ने टीम इंडिया को अलविदा कह दिया है। इसके बाद वर्ल्ड चैंपियन टीम इंडिया का कोच कौन होगा, यह तो वक्त बताएगा। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और दुनिया के महान स्पिनर शेन वॉर्न ने कहा है कि अगर उन्हें टीम इंडिया के कोच बनने का ऑफर मिला, तो वह गैरी कर्स्टन की जगह लेने के लिए तैयार हैं।
हमारे सहयोगी टीवी चैनल टाइम्स नाउ ने खबर दी है कि महान स्पिनर शेन वॉर्न ने कहा है कि अगर उन्हें भारतीय टीम के कोच का ऑफर मिलता है, तो वह उसे खुशी-खुशी स्वीकार करेंगे। उन्होंने कहा है कि वह टीम इंडिया से कोच के तौर पर जुड़ना चाहते हैं। इससे पहले भारतीय क्रिकेट टीम को अलविदा कहने की घोषणा कर चुके कोच गैरी कर्स्टन ने कहा कि टीम इंडिया के साथ करार आगे न बढ़ाने का फैसला काफी मुश्किल था और भारत को छोड़कर जाते हुए काफी दुख हो रहा है। निवर्तमान कोच ने कहा कि जिस टीम को उन्होंने 3 साल तक संवारा, उसे अलविदा कहना सबसे मुश्किल विदाइयों में से एक है। उन्होंने कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने (धोनी) न सिर्फ उदाहरण पेश करते हुए टीम की अगुवाई की बल्कि मैदान पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश भी की। कर्स्टन ने कहा,'धोनी ने कप्तानी में उदाहरण पेश किया। मैंने कभी ऐसा खिलाड़ी नहीं देखा जो प्रत्येक मैच में जीत के लिए हर संभव कोशिश करता है। वह एक संपूर्ण व्यक्ति हैं। मैंने कभी उन्हें अपना आपा खोते हुए नहीं देखा। वह जिम्मेदारी लेना पसंद करते हैं और जब टीम हारती है तो सबसे अधिक दुखी वही होते हैं। उन्होंने कहा कि धोनी एक महान कप्तान हैं।'
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