21-05-2012, 06:04 AM | #8581 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार और घोटालों के लिए केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की आलोचना की है। संघ के मुखपत्र आर्गनाइजर ने अपने ताजा अंक के संपादकीय में लिखा है कि हर हफ्ते नए घोटाले सामने आ रहे हैं। जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी ने 2 जी स्पेक्ट्रम घोटाले में केन्द्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम की संलिप्तता को पूरी तरह उजागर कर दिया है। आर्गनाइजर ने कृषि मंत्री शरद पवार की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने माह भर पहले ही आलू की जबरदस्त पैदावार का दावा किया था। कहा यह गया था कि किसान आलू की फसल को सड़कों पर बर्बाद कर रहे हैं लेकिन अब इसकी खुदरा कीमतें अचानक दो से तीन गुना बढ़ गर्इं और सरकार पाकिस्तान से इसके आयात के बारे में सोच रही है। पत्रिका के अनुसार एक तरफ तो अनाज सड़ रहा है और दूसरी ओर देश की लगभग 70 प्रतिशत आबादी खाली पेट सोने को मजबूर है। बड़ी संख्या में बच्चे कुपोषित और महिलाएं खून की कमी की शिकार हैं। सरकार ने बांग्लादेश से जूट की चार लाख बोरियों के आयात का आदेश दिया है जबकि दिल्ली के व्यापारियों के पास इसकी भरमार है। आर्गनाइजर के अनुसार सेना प्रमुख जनरल वी के सिंह ने रक्षा सौदों में जो भ्रष्टाचार उजागर किया है, वह बानगी भर है। उसने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम और अन्य सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:08 AM | #8582 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
काशी विश्वनाथ मंदिर में अब मिलेगा ‘पवित्र’ खाद
वाराणसी। आमतौर पर लोग मंदिर में चढ़ावा चढ़ाते हैं लेकिन विश्वप्रसिद्ध काशी विश्वनाथ मंदिर आने वाले लोग अब अपने साथ ‘पवित्र’ खाद ले जा सकेंगे। इस सम्बंध में मंदिर प्रशासन और स्थानीय किसान श्रीप्रकाश रघुवंशी ने एक अनोखे सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। मंदिर में प्रतिदिन करीब एक टन फूल, पत्ती, दूध, शहद एवं नारियल आदि चढ़ाए जाते हैं। इनका उपयोग खाद बनाने में किया जाएगा। स्वदेशी बीजों की 100 से ज्यादा किस्में विकसित करने के लिए रघुवंशी को राष्ट्रपति द्वारा दो बार सम्मानित किया जा चुका है। रघुवंशी ने बताया कि फूल, बेल पत्र, धतूरा और दूध से बने सामान जैसे अपघटीय पदार्र्थों को अंतत: गंगा नदी में प्रवाहित किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि मैंने मंदिर प्रशासन से प्रस्ताव किया कि वह ऐसे पदार्थ मुझे दे दें ताकि मैं अपने फार्म में उससे खाद बना सकूं। रघुवंशी ऐसे चढ़ावे के लिए सांकेतिक 211 रु पए देंगे और उससे वह नगर में स्थित अपने संयंत्र में इससे खाद तैयार करेंगे। देश के 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक काशी विश्वनाथ मंदिर में प्रतिदिन एक से दो टन का चढ़ावा होता है और त्योहारों तथा खास दिनों में यह बढ़कर पांच से सात टन तक हो जाता है। रघुवंशी की योजना जरूरतमंद किसानोंं को यह खाद मामूली कीमत पर मुहैया कराने की है। उन्होंने कहा कि जल्दी ही वह अपने लोगों को मध्य प्रदेश में प्रशिक्षण मुहैया कराएंगे। मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भी ऐसा ही होता है लेकिन वहां एक सरकारी एजेंसी खाद तैयार करती है। उन्होंने कहा कि बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय कुछ समय तक ऐसे चढ़ावे का उपचार करता रहा लेकिन उसके पास पर्याप्त सुविधा नहीं है और वह बड़े पैमाने पर ऐसा नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि चढ़ावे से खाद बनाने से एक ओर जहां किसानों को फायदा होगा वहीं गंगा नदी को भी बचाने में मदद मिलेगी।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:08 AM | #8583 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
लंदन में हुसैन, रजा के चित्रों की नीलामी होगी
लंदन। एम. एफ. हुसैन, एस. एच. रजा और एफ. एन. सुजा सहित दक्षिण एशिया के कलाकारों की पेंटिंग की अगले महीने नीलामी होगी। सात जून को होने वाले आधुनिक एवं समकालीन दक्षिण एशियाई कला की नीलामी में जैमिनी राय, रविन्द्रनाथ टैगोर, अविनाश चंद्र, बी. प्रभा, जॉर्ज केट, सादेकैन, जमील नक्श और ए. आर. चुगतई की कलाकृतियां भी शामिल होंगी। नीलामी में भारत के सबसे आधुनिक कलाकार जहांगीर सबावाला की पेंटिंग ‘वेसपर्स वन’ की भी नीलामी होगी।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:11 AM | #8584 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
फ्रांस में रैली कार दुर्घटनाग्रस्त, दो की मौत
ली-प्लान-डी-ला-तूर (फ्रांस) फ्रांस के दक्षिणी हिस्से में रविवार को एक कार रैली के दौरान दुर्घटना होने से दो लोगों की मौत हो गई और करीब 15 घायल हो गए। कार रैली का आयोजन मॉरेस क्षेत्र में किया गया था। इसी दौरान एक कार के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से 20 वर्षीय एक दर्शक और रेस मार्शल की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि घायलों में चार की हालत गंभीर है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:15 AM | #8585 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
जी-8 देशों ने ईरान पर दबाव बढ़ाया
कैंप डेविड (अमेरिका)। ईरान पर दबाव बढ़ाते हुए विश्व के 8 सबसे शक्तिशाली देशों (जी-8) के नेताओं ने उसे अपने परमाणु कार्यक्रम से सम्बंधित सभी बाकी मुद्दों को तेजी से हल करने को कहा है। साथ ही जी-8 देशों ने यह सुनिश्चित करने का वादा किया है कि ईरान पर तेल निर्यात पाबंदी के बावजूद देशों को कच्चे तेल की पूरी और समय पर आपूर्ति होगी। जी-8 देशों ने अपने ‘कैंप डेविड घोषणा पत्र’ में सीरिया के लिए कोफी अन्नान की समाधान योजना का भी समर्थन किया है और उत्तर कोरिया को उकसावे की कार्रवाई से बाज आने की चेतावनी दी है। सम्मेलन में शामिल नेताओं ने यूरोपीय संघ में साझा मुद्रा अपनाने वाले यूरो क्षेत्र के वित्तीय संकट पर भी विचार किया और जोर दिया कि यूनान को यूरो-जोन में बने रहना चाहिए। ईरान पर पाबंदियों के मद्देनजर जी-8 नेताओं ने कहा कि वैश्विक तेल आपूर्ति में बाधाओं से विश्व अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम पैदा होगा। संयुक्त बयान में कहा गया कि तेल बिक्री में आगे बाधाएं पैदा होने की आशंका व आगामी महीनों में मांग बढ़ने की संभावना को देखते हुए हम स्थिति पर पैनी नजर रखे हुए हैं और तेल की समय पर व पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उचित कदम उठाने के वास्ते अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी से आव्हान करने को तैयार हैं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:16 AM | #8586 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
प्रधानमंत्री पद के लिए मनमोहन सिंह सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति : खुर्शीद
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को कमजोर बताकर की जाने वाली हरेक आलोचना को सिरे से खारिज करते हुए विधि मंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि सिंह इस पद के लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति हैं और उन्होंने विचारों तथा दर्शन से पूर्ण नेतृत्व दिया है। खुर्शीद ने टीवी चैनल में प्रसारित करण थापर के कार्यक्रम डेविल्स एड्वोकेट को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि मुझे नहीं लगता कि ऐसे समय पर, जब हम तनाव में हैं, तो हमारे पास उनसे बेहतर व्यक्ति कोई दूसरा हो सकता था। हमारे पास कई सवाल रहे हैं कि भारत का प्रशासन कैसा होना चाहिए और अभी कैसा प्रशासन है। उन्होंने कहा कि सिंह ने ऐसे समय पर नेतृत्व प्रदान किया जब भारतीय अर्थव्यवस्था पर गहरे बादल छाए हैं और यह सवाल है कि महत्वपूर्ण आर्थिक बदलावों के साथ देश आगे कैसे बढेþगा। खुर्शीद ने कहा कि सिंह से बेहतर व्यक्ति प्रधानमंत्री पद के लिए दूसरा कोई नहीं हो सकता था। तृणमूल कांग्रेस जैसे घटक दलों के साथ समस्याओं और उन्हें मनाने में सिंह की विफलता के बारे में पूछने पर खुर्शीद ने कहा कि उन्हें अकेले ही जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। भारत में और विदेशों में भी मीडिया के एक वर्ग ने सिंह को कमजोर प्रधानमंत्री कह कर उनकी आलोचना की है। जब खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर कांग्रेस तृणमूल को नहीं सहमत कर पाई थी, तब वाल स्ट्रीट जर्नल ने लिखा था कि सिंह का अपमान हुआ। खुर्शीद ने इस पर सिंह का पक्ष लेते हुए कहा कि अगर हमारे सहयोगियों को उस खास दिशा में तेजी से जाने में दिक्कत है, जहां हम उन्हें ले जाना चाहते हैं तो यह बात सिर्फ प्रधानमंत्री से नहीं जुड़ती बल्कि पूरी सरकार से जुड़ती है। हम प्रधानमंत्री को पार्टी से और पार्टी को सरकार से अलग- थलग न करें। हम सब आखिर एक साथ हैं। विधि मंत्री ने कहा कि सहयोगी दलों में मतभेद हो सकते हैं लेकिन ‘रास्ता खोजने के लिए हम सब साथ-साथ हैं और वह हमारा नेतृत्व करते हैं। खुर्शीद ने कहा कि नेतृत्व के लिए नेताओं का तरीका अलग-अलग होता है और उसी के अनुसार प्रधानमंत्री के कामकाज का आकलन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिंह अत्यंत शालीन हैं। पर इस बात को उन्होंने गलत बताया कि मंत्री सिंह की उपेक्षा करते हैं। विधि मंत्री ने कहा कि एक खास परिदृश्य में कुछ फैसले नहीं किए जा सकते। खुर्शीद ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह दिखावा नहीं करते। उन्होंने विचारों और दर्शन से परिपूर्ण नेतृत्व दिया है। मंत्रिमंडल की बैठकों की वह अध्यक्षता करते हैं। कुछ लोग अपने काम का श्रेय नहीं लेना चाहते। यह पूछे जाने पर कि सिंह पर नेतृत्व के अभाव का आरोप लगने पर उन्होंने क्यों उनका बचाव नहीं किया, खुर्शीद ने कहा कि जब प्रधानमंत्री को बचाव की जरूरत ही नहीं है तो मुझे क्यों उनका बचाव करना चाहिए। विधि मंत्री ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष के साथ मतभेदों से इंकार करते हुए कहा कि आप नहीं जानते कि हमारे रिश्ते कितने अच्छे हैं... क्रिसमस तक इंतजार करें। ममता ने खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, बांग्लादेश के साथ तीस्ता नदी के जल बंटवारे और अन्य मुद्दों को लेकर सरकार की खुलकर आलोचना की थी। खुर्शीद ने कहा कि ममता के पास खुद अपने लिए और देश के लिए बंगाल में महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि वाम मोर्चा के बरसों के शासन के बाद वह बंगाल का पुनर्निर्माण कर रही हैं। उन्हें इसका अधिकार है और हमें इसका सम्मान करना चाहिए। विधि मंत्री ने जोर दे कर कहा कि संप्रग सरकार के फैसलों पर ‘वीटो’ का अधिकार ममता को नहीं है। खुर्शीद ने कहा कि यहां उनके विचारों के बारे में संवेदनशीलता है। हम या तो उन्हें साथ लेकर चल सकते हैं या नहीं। हमने उन्हें एक सहयोगी के तौर पर अपने साथ लेकर चलने का फैसला किया। उन्होंने इस बात से भी इंकार किया कि कांग्रेस के सहयोगी उसे अपने इशारों पर चलाते हैं। उन्होंने कहा कि मतभेदों के बावजूद गठबंधन में रिश्ते मजबूत हैं और ‘हम इन्हें मजबूत बनाए रखना चाहते हैं।’ प्रधानमंत्री से पहले ममता से मिलने के अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के फैसले को सामान्य बताते हुए खुर्शीद ने कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं है। हिलेरी अगर ममता की राय जानना चाहती थीं तो इसमें गलत क्या है। उन्होंने हालांकि माना कि वर्ष 2011 संप्रग सरकार के दूसरे कार्यकाल के लिए अच्छा वर्ष नहीं था। उन्होेंने कहा कि लेकिन यह भी विकास का हिस्सा रहा, उस परिदृश्य का, कि दुनिया में क्या हो रहा है। भारत गहन तार्किक देश है जो अच्छी बात है। लोकतंत्र लोगों की सोच विकसित कर रहा है। उनकी मांग बढ़ रही है और अपेक्षाएं भी। खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जैसे मुद्दों पर सहयोगियों के साथ मतभेद और फिर पैर पीछे खींच लेने की कथित नीति के बारे में खुर्शीद ने कहा कि क्या आपको लगता है कि आप मुझसे हां में जवाब लेंगे। नहीं वर्तमान समय में इस देश का प्रशासन बहुत- बहुत कठिन है, लेकिन हमारी सरकार अच्छा काम कर रही है। उन्होंने माना कि सरकार कुछ चीजों को होते नहीं देखना चाहती लेकिन वह सब हमारे कारण नहीं बल्कि हमारे होने के वाबजूद भी होती हैं। खुर्शीद ने कहा कि हमें उन्हें हमारी व्यवस्था से दूर करना होगा। इसमें कोई शक नहीं है कि भारत में प्रशासन करना कठिन होता जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा लक्ष्यों को हासिल नहीं करती। उन्होंने कहा कि अगर हमें वह करने में लंबा समय लग रहा है जो हम कम समय में करना चाहते थे तो यह भी एक सच है। विधि मंत्री ने कहा कि खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश पर सरकार अब भी सहमति बनाने के लिए काम कर रही है। हमें लगता है कि यह देश के लिए अच्छा है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:17 AM | #8587 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
अपराधी किशोरों को मुख्यधारा में लाने की पहल
नई दिल्ली। बाल सुधार गृहों में रहने वाले बच्चों के लिए पुनर्वास एवं रोजगार कार्यक्रमों के अभाव के कारण इन गृहोंं से निकलने के बाद ज्यादातर बच्चे या तो अपराध में लिप्त हो जाते हैं या भीख मांग कर गुजारा करने को विवश हो जाते हैं। बाल अधिकारों के लिए काम करने वाले स्वयं सेवी संगठनों एवं कार्यकर्ताओं का कहना है कि बाल गृहों के किशोरों को सार्थक जीवन जीने लायक बनाने के लिए उन्हें रोजगारपरक एवं व्यवसायोन्मुख शिक्षा एवं प्रशिक्षण देने के कार्यक्रम चलाए जाने की जरूरी है। स्वयं सेवी संगठन प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर के महासचिव आमोद कंठ का कहना है कि ज्यादातर बाल गृहों में बच्चों के लिए रोजगार या व्यावसायिक शिक्षा के कार्यक्रम नहीं चलाए जाते और ऐसे में जब वे 18 साल की उम्र पूरी करने के बाद बाल सुधार गृहों से बाहर निकलते हैं तो उनके सामने कोई रास्ता नजर नहीं आता और ऐसे में वे या तो अपराध की दुनिया में सक्रिय हो जाते हैं या नशे के शिकार हो जाते हैं या भीख मांगने पर विवश हो जाते हैं। दिल्ली बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व अध्यक्ष कंठ ने बताया कि प्रयास ने इस समस्या को ध्यान में रखते हुए विभिन्न बाल गृहों में रोजगार परक प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं। ताकि बच्चे बडेþ होने पर जब बाल गृहों से बाहर निकलें तो वे कोई न कोई रोजगार कर सकें। उन्होंने यह भी बताया कि प्रयास ने इस उद्देशय के लिए ‘युवा कनेक्ट’ कार्यक्रम शुरूकिया है। कंठ ने कहा कि किशोरों द्वारा किए जाने वाले अपराधों एवं हिंसा में बढ़ोतरी होने का एक प्रमुख कारण इन किशोरों के लिए रोजगार की कमी है। ऐसे में वें जीविकोपार्जन के लिए चोरी, छीना-झपटी आदि का सहारा लेते हैं। प्रयास से जुड़ी बाल अधिकार कार्यकता प्रियंका पाठक बताती हैं कि उनका संगठन बच्चों को उनकी रूचि एवं दिलचस्पी के अनुसार नौकरी या रोजगार की व्यवस्था भी करता है। जो बच्चे बडेþ होकर अपना कोई कारोबार या रोजगार करना चाहते हैं, उन्हें भी हर तरह की सहायता उपलब्ध कराई जाती है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:21 AM | #8588 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
राष्ट्रपति ने नौकर की मौत की सजा आजीवन कारावास में तब्दील की
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील ने एक घरेलू नौकर को सुनाई गई मौत की सजा को आजीवन कारावास में तब्दील कर दिया है। उसने 18 साल पहले देहरादून में एक सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर और उसके परिवार के दो सदस्यों की हत्या कर दी थी। उच्चतम न्यायालय ने ओम प्रकाश को फांसी की सजा सुनाते हुए कहा था, वह समाज के लिए समस्या है और हमें ऐसा लगता है कि इस मामले में मौत की सजा सबसे अधिक उचित है। उच्चतम न्यायालय ने इस दलील को मानने से इंकार कर दिया था कि जिस वक्त अपराध किया गया उस वक्त प्रकाश काफी युवा था। उन्होंने कहा कि अपराध समाज और अदालत की चेतना को झकझोर देता है और इस मामले में सामने आए तथ्य और परिस्थितियां अदालत को इस प्रबल भावना के साथ छोड़ती है कि भले ही वह युवा हो लेकिन उसे सुधारा नहीं जा सकता। भीलवाड़ा के कार्यकर्ता एस एस राणावत द्वारा दायर आरटीआई आवेदन के जवाब में हालांकि, पाटील ने पाया कि यह माफ किए जाने के लिए उपयुक्त मामला है और इस सम्बंध में 29 अप्रेल को आदेश जारी किया। इसके साथ प्रकाश का मामला 27वां मामला हो गया जिसपर उनके कार्यकाल के दौरान दया की गई है। अपने कार्यकाल के दौरान पाटील ने पांच लोगों की याचिकाओं को खारिज कर दिया है। इसमें राजीव गांधी के तीन हत्यारों संतम, मुरुगन और अरिवू, खालिस्तान के आतंकवादी देविंदर पाल सिंह भुल्लर और असम के महेंद्र नाथ दास शामिल हैं, जिसे ट्रक ड्राइवर्स एसोसिएशन के नेता की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था। भुल्लर को 1993 में दिल्ली में विस्फोट के मामले में दोषी ठहराया गया था। विगत तीन दशकों में पाटील सबसे दयालु राष्ट्रपति के तौर पर उभरी हैं। उन्होंने 27 याचिकाकर्ताओं की मौत की सजा को आजीवन कारावास में तब्दील किया है। 1981 से किए गए कुल क्षमादान का यह 90 फीसदी से अधिक है। प्रकाश सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर श्याम लाल खन्ना के वसंत विहार स्थित आवास में घरेलू नौकर के तौर पर काम करता था और उसने 1994 में खन्ना, उनके पुत्र सरित और रिश्तेदार बिश्ना माथुर की हत्या कर दी थी। हमले में खन्ना की पत्नी रामा गंभीर रूप से घायल हो गई थीं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:23 AM | #8589 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
अंगोला में भारतीय मजदूरों की रोंगटे खड़े कर देने वाली गाथा
केंद्रपाड़ा (ओडिशा)। ओडिशा के केंद्रपाड़ा जिले से काम की तलाश में अंगोला गए मजदूरों की ओर से लौटने के बाद सुनाई गई आपबीती रोंगटे खड़े कर देने के लिए काफी है लेकिन अब ये लोग स्वदेश लौट कर उस सारी पीड़ा को भूल जाना चाहते हैं। इन कुशल श्रमिकों में से बहुत से अभी भी श्रमिकों के आंदोलन का शिकार हुए सीमेंट संयंत्र में फंसे पड़े हैं और उनके परिजनों को उनकी चिंता सता रही है। जिला श्रम अधिकारी प्रदीप्त मोहंती ने बताया कि इनमें से दो सुरक्षित लौट आए हैं। लेकिन बहुत से प्रवासियों को अभी भी घर वापसी का इंतजार है । हम अंगोला में फंसे इन लोगों की मदद के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। राजनगर के गोबिंदपुर गांव के 28 साल के अब्राहम समाल ने बताया कि मैं केवल भगवान के आशीर्वाद से जिंदा हूं। मैं उम्मीद खो चुका था कि मैं कभी अपनी मातृभूमि पर लौट सकूंगा। समाल बताते हैं कि इस त्रासद कहानी की शुरूआत इस महीने की शुरूआत में हुई। सीमेंट का कारखाना भारतीय मजदूरों के बल पर चल रहा था। वहां कार्यरत 1800 मजदूरों में से एक हजार भारतीय मूल के थे। भारतीय मजदूरों के साथ खराब व्यवहार किए जाने तथा उन्हें कम वेतन दिए जाने से असंतोष पैदा हुआ। नौ अप्रेल की बात है कि भारतीय मजदूर संयंत्र के प्रशासनिक कार्यालय में शांतिपूर्वक एकत्र हुए और अपने वेतन तथा ओवरटाइम के भुगतान की मांग डॉलर में समय से किए जाने की मांग करने लगे। समाल ने बताया, कि विरोध जताने के लिए हुई बैठक में मैं भी था। अचानक मालिकों ने सशस्त्र पुलिस बलों को शांतिपूर्वक एकत्र हुए मजदूरों पर कार्रवाई करने का हुक्म दिया और गोलियों की बौछार हो गई। हम सभी अपनी जान बचाने के लिए भागे। करीब छह किलोमीटर तक भागने के बाद हमने खुद को घने जंगल में पाया। दो दिन तक हम लोग जंगल में घूमते रहे। हमें जंगली जानवरों के हमले का डर सताता रहा। हमने जंगली कंदमूल खाकर गुजारा किया। जंगलों के बीच बहते पहाड़ी झरने से पानी पीकर प्यास बुझाई। उन्होंने बताया कि जंगल से लौटने के बाद कइयों को अंगोला पुलिस ने पकड़ कर जेल में डाल दिया। पासपोर्ट जब्त कर लिए गए। लेकिन इस मामले में मैं खुशकिस्मत था कि मैं वह प्रताड़ना सहने से बच गया। मैं भारतीय दूतावास अधिकारियों का अहसानमंद हूं कि उन्होंने हमारी सुरक्षित वापसी के लिए तेजी से काम किया। वहां फंसे भारतीय मजदूरों की सूची में से मेरा नाम छांटा गया। मैं उन 46 भारतीयों में शामिल था जो सरकार के त्वरित हस्तक्षेप के बाद लौटे हैं। मोहंती ने बताया कि प्रशासन के आकलन के अनुसार, केंद्रपाड़ा के कम से कम 14 मजदूर अभी भी अंगोला के शहर लुआंदा शहर से 600 किलोमीटर दूर सुम्बे में फंसे हैं। केन्द्र की पहल पर जिले के केवल दो प्रवासी मजदूर सुरक्षित लौटे हैं। प्रदेश के करीब 120 मजदूरों को सुम्बे के सीमेंट संयंत्र में नौकरी मिली थी। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार को इस मामले में केन्द्र से हस्तक्षेप किए जाने की मांग की थी।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
21-05-2012, 06:31 AM | #8590 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
कार्टून विवाद को लेकर सांसद और नागरिक समाज आमने-सामने
नई दिल्ली। देश के राजनीतिक दलों का कहना है कि कार्टून विवाद अब समाप्त हो गया है, लेकिन कार्टूनिस्ट और शिक्षाविदों समेत समाज के अन्य तबके का मानना है कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का गला घोंटने की दिशा में काले अध्याय की शुरुआत है और यदि इसका जमकर विरोध नहीं किया गया तो आने वाले दिन खतरनाक साबित हो सकते हैं। भारतीय जनता पार्टी के नेता रविशंकर प्रसाद ने संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के कार्टून को लेकर उपजे विवाद पर कहा कि हास्य और व्यंग्य लोकतंत्र का अहम हिस्सा है और यह अभिव्यक्ति की आजादी से भी जुड़ा मसला है। इसलिए कार्टून को लेकर कोई विवाद ही नहीं है। प्रसाद पाठ्य पुस्तकों में कार्टून को शामिल किए जाने के पक्षधर हैं। लेकिन उनका कहना था इसके चयन में सावधानी बरती जानी चाहिए। अंबेडकर के विवादास्पद कार्टून पर आपत्ति व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि इससे सही संदेश नहीं जा रहा है। उन्होने कह कि बच्चों का मन मस्तिष्क अपरिपक्व होता है और इस कार्टून से उनके मन में अंबेडकर के प्रति के असम्मान पैदा होने की गुंजाइश है। राज्यसभा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि जहां तक निजी अभियव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का सवाल है हम उसके पक्षधर हैं, लेकिन असली मुददा यह है कि क्या राज्य प्रायोजित पाठ्यपुस्तकों में इसे शामिल किया जाना चाहिए। इसका जवाब जानने के लिए इसकी समीक्षा के लिए गठित समिति की रिपोर्ट का इंतजार किया जाना चाहिए। लोकसभा में समाजवादी पार्टी के नेता शैलेंद्र कुमार ने कहा कि कार्टून का हर व्यक्ति अपने तरह से मतलब निकालता है। इसलिए बडे-बडे नेताओं और महापुरुषों को बख्श दिया जाना चाहिए। उनका कहना था कि बच्चे आमतौर पर अखबार नहीं पढ़ते हैं, लेकिन पाठ्यपुस्तकों में कार्टून होने से नेताओं के प्रति उनके मन में असम्मान पैदा हो सकता है। अनुसूचित जाति एवं जनजाति आयोग के अध्यक्ष एम एल पूनिया ने इस पूरे प्रकरण को दलितों के अपमान से जोड़ते हुए कहा कि पाठ्यपुस्तकों में वस्तुनिष्ठ जानकारी होनी चाहिए। उन्होंने बाबासाहेब के कार्टून पर सख्त आपत्ति जताते हुए कहा कि यह संदर्भ से इतर है। इसके अलावा कार्टून का हर व्यक्ति अपने हिसाब से मतलब निकाल सकता है, जिसमें उसके पूर्वाग्रह भी शामिल हो सकते हैं। इन सभी नेताओं का कहना है कि कार्टून विवाद अब उनके लिए समाप्त हो चुका है। लेकिन पद्मश्री पुरस्कार प्राप्त कार्टूनिस्ट सुधीर तैलंग ने कहा कि सरकार सुनियोजित तरीके से अभिव्यक्ति की आजादी का गला घोंटने की कोशिश कर रही है। नेताओं को हर वह चीज नागवार गुजरती है, जिससे उनकी आलोचना होती है। यदि अभी इसका विरोध नहीं किया गया तो आगे स्थितियां और खतरनाक होंगी। कार्टून से बच्चों के मन में नेताओं की छवि खराब होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि छवि इससे नहीं बल्कि सदन में माइक और कुर्सियां फेंकने अभद्र भाषा का इस्तेमाल करने और नित नए घोटालों से होती है। पाठ्यपुस्तकों में कार्टून शामिल करने के सवाल पर उन्होंने कहा कि दुनिया भर में स्कूली किताबों को रोचक बनाने के लिए अभिनव तरीके इस्तेमाल किए जा रहे हैं जिनमें कार्टून अहम है। शिक्षाविद एवं राष्ट्रीय पाठ्यक्रम फेर्मवर्क 2005 समीक्षा समिति के अध्यक्ष रहे प्रोफेसर यशपाल ने सांसदों की इस पूरी कवायद को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि हमारे राजनेता आलोचना मात्र से भड़क जाते हैं, वे असहिष्णु होते जा रहे हैं । मामूली चीजों को प्रतिबंधित किया जा रहा है। पाठ्यक्रम की समीक्षा करने के खिलाफ सांसदों को आगाह करते हुए उन्होंने कहा कि सब कुछ चौपट हो जाएगा । पीपुल्स यूनियन फार सिविल लिबर्टीज, जनवादी लेखक संघ राष्ट्रीय ज्ञान-विज्ञान समिति और सेंटर फार दलित राइटस जैसे दलित संगठनों ने इस समूचे प्रकरण को अभिव्यक्ति की आजादी के साथ-साथ बाबासाहेब पर भी हमला बताते हुए कहा है कि कार्टून के खिलाफ सांसदों का विरोध वोटबैंक की राजनीति से प्रेरित है। राइटस के प्रमुख पी एल मिमरोत ने कहा कि एनसीईआरटी की किताबों में पहली बार बाबासाहेब को इतनी प्रमुखता से स्थान मिला है और संविधान निर्माण में उनके प्रयासों को सराहा गया है। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर एवं एनसीईआरटी के सलाहकार सतीश देशपांडे का कहना है कि कार्टून प्रतिबंधित करने से पाठ्यपुस्तकें फिर पहले जैसी नीरस हो जाएंगी और उनमें से वह जरिया ही निकल जाएगा जिसकी मदद से आज दलित अपना पक्ष सशक्त तरीके से रख पा रहे हैं।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
Bookmarks |
Tags |
current affairs, current news, hindi news, indian news, latest news, local news, online news, taza khabar |
|
|