03-06-2013, 08:47 PM | #931 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
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तरुवर फल नहि खात है, नदी न संचय नीर । परमारथ के कारनै, साधुन धरा शरीर ।। विद्या ददाति विनयम, विनयात्यात पात्रताम । पात्रतात धनम आप्नोति, धनात धर्मः, ततः सुखम ।। कभी कभी -->http://kadaachit.blogspot.in/ यहाँ मिलूँगा: https://www.facebook.com/jai.bhardwaj.754 |
03-06-2013, 11:21 PM | #932 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
04-06-2013, 02:44 PM | #934 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
ताजगी = ऊर्जा
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05-06-2013, 09:24 PM | #935 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
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06-06-2013, 03:11 PM | #936 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
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06-06-2013, 07:00 PM | #937 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
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06-06-2013, 07:08 PM | #938 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
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07-06-2013, 09:17 PM | #939 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
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08-06-2013, 01:42 PM | #940 |
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Re: जोत से जोत जलाते चलो..
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