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Old 01-10-2018, 12:24 PM   #1
dipu
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Default प्रभावशाली अध्यापक कैसे बने ?

प्रिय छात्र-अध्यापकों एवं अध्यापकों आज हम इस पोस्ट में ये जानेगें कि ऐसे कौन से गुण मैं अपने में विकसित करू जिससे मैं एक प्रभावशाली शिक्षक (Effective Teacher) बन सकू| आज हम ये जानेगें कि कौन से चार गुण (4 main attributes of effective teacher) ऐसे है जो मुझे एक प्रभावशाली अध्यापक बना देगा |
हर एक अध्यापक का एक सपना होता है कि वो स्कूल या कॉलेज में बच्चो में बीच लोकप्रिय हो | बच्चे उससे पढना पसंद करे, उसकी बात माने, उससे प्रश्न पूछे इत्यादि | किसी भी स्कूल या कॉलेज की कक्षा में शांत वातावरण केवल दो प्रकार के शिक्षकों की कक्षा में होता है, क्या आप बता सकते है, चलो मैं बताता हूँ :

ऐसा अध्यापक जिससे बच्चे डरते है
ऐसा अध्यापक जिससे बच्चे पढ़ते है
भाई मुझे तो ऐसा अध्यापक नहीं बनाना जिससे बच्चे डरे , मुझे तो ऐसा अध्यापक बनाना है जिससे बच्चे पढ़ना चाहते हो | तो चलिए मैं अब आपको उन चार गुणों के बारे में बताता हूँ जिनको करने से आप बच्चो में लोकप्रिय हो जायेंगे |

4 main attributes of effective teacher:-
Communication Skill यानि संप्रेक्षण कौशल
Presentation यानि प्रस्तुतिकरण
Knowledge of Subject यानि विषय का ज्ञान
Teaching skills यानि शिक्षण कौशल
कहने का मतलब है कि यदि मैं उपरलिखित चारों गुणों को करना सीख जाता हूँ तो मैं एक अध्यापक के रूप में बच्चों में लोकप्रिय हो जाऊँगा कि ये अध्यापक अच्छा पढाता है या इस अध्यापक का हमें अच्छा समझ आता है |

इन चार गुणों को यदि अध्यापक अपने व्यवहार में ढाल ले तो उसको एक फायदा और होगे कि वह कम मेहनत (Energy) लगा करे आसानी से बच्चों को विषय समझा सकता है |

तो अब मैं इन चार गुणों को समझा देता हूँ (इन चारों गुणों पर अलग से भी पूरी पोस्ट लिखूंगा, अभी आप सिर्फ इनको समझ लीजिये)

Communication Skill (संप्रेक्षण कौशल ) : –
किताबी अर्थ में संप्रेक्षण को विचारों का आदान प्रदान कहा जाता है , लेकिन हम यहाँ इसका मतलब लेते है कि

मैं किसी शब्द को कैसे बोलता हूँ मतलब उच्चारण कैसे करता हूँ ,
मैं व्याकरणीय गलती तो नहीं करता हूँ , मेरी भाषा में सभ्यता होनी चाहिए मतलब प्यार से बोलना
मेरे पास शब्द भंडार (Vocabulary) कैसा है, मतलब मेरे पास शब्दों कि कमी नहीं होनी चाहिए (इससे समझाने में आसानी होती है )
बच्चों के मानसिक स्तर के अनुसार मुझे बोलना चाहिए
संप्रेक्षण कौशल किसी पुस्तक से नहीं सीखने की आवश्यकता, इसके लिए आप दुसरे व्यक्तिओं को देखिये कि वो कैसे बोलते है, शब्दों का उच्चारण कैसे करते है , बड़ों के सामने किस प्रकार के शब्दों का इस्तेमाल करते है वैगेरा वैगेरा | तो इस गुण को आप Self Training द्वारा प्राप्त करे सकते है, बाकि मैं इस पर पूरी पोस्ट भी जल्द ही लिख करे पोस्ट करे दूंगा |

Presentation (प्रस्तुतीकरण)
किसी भी उपविषय (जो पढाया जाना है) को मैं कक्षा में इस प्रकार प्रस्तुत करूं कि बच्चों को आसानी से समझ आ जाए तो कहेगें कि प्रस्तुतीकरण प्रभावशाली था | वैसे भी अध्यापक का कार्य बच्चों को नई नई जानकारियां देना होता है तो अगर अध्यापक नई जानकारी को पुरानी जानकारी (जो बच्चा पहले से सीख चूका है) जोड़ पाता है और बच्चा भी सही से समझ लेता है, तो कहेंगे कि प्रस्तुतीकरण प्रभावशाली रहा | प्रभावशाली प्रस्तुतीकरण करने के लिए प्रैक्टिस की जरुरत होती है | तो जितना अधिक हम पढ़ाने का अभ्यास करते चले जायेंगे उतना ही इम्प्रूवमेंट होगा (विस्तार से अलग पोस्ट में डालूँगा)

Knowledge of Subject (विषय का ज्ञान )
जिस भी विषय का अध्यापक हो उसे उस विषय का ज्ञान होना चाहिए अगर नहीं है तो इसे कभी भी बढाया जा सकता है| अगर मैं चारों गुणों में से पहला , दूसरा और चौथा गुण अपने मैं विकसित कर लेता हूँ तो विषय का ज्ञान मैं कक्षा में जाने से आधा या एक घंटे पहले पढ़ कर भी अच्छा पढ़ा सकते है |

Teaching Skills (शिक्षण कौशल )
शिक्षण कौशल एक ऐसा गुण है जिस पर सारी शिक्षण प्रक्रिया जुडी हुई है| अगर आप ये गुण अपने में विकसित कर ले तो समझ लो 50 % काम तो पूर्ण कर लिया, इस विषय पर पूर्ण रूप यहाँ लिख देना अन्याय होगा तो इसके लिए एक अलग पोस्ट लिखूंगा | फ़िलहाल तो ये जान ले कि ये गुण शिक्षक के लिए आक्सीजन है | यहाँ कुछ ऐसे पश्नों का जवाब मिल जाएगा जैसे:

प्रश्न कैसे बनाये जाते है ?
प्रश्न कैसे पूछे जाते है ?
किसी टॉपिक की व्याख्या कैसे करें?
कक्षा का आकर्षण कैसे उप विषय पर लायें ?
बच्चों को उत्साहित कैसे करें ?
कक्षा कक्ष के नियम कैसे बनायें ?
उदहारण कैसे दें ?
चाक बोर्ड का इस्तेमाल कैसे करें ?
दृश्य श्रव्य सामग्री का इस्तेमाल कैसे करें ?
इसी प्रकार के ना जाने कितने प्रश्नों के उत्तर इस शिक्षण कौशल में छिपे है , वो सभी उत्तर मैं यही इसी वेबसाइट पर लिखूंगा |

तो अंत में मैं यही कहना चाहूँगा कि उपरोक्त चारों गुण यदि मैं अपने व्यवहार में ढाल लेता हूँ तो अवश्य ही एक प्रभावशाली अध्यापक बन जाऊँगा पर यही मैं इन गुणों पर पर आज से ही कार्य करना शुरू कर दूँ तो |

आप सब मुझे कमेंट बॉक्स में बता सकते है कि आपको पोस्ट कैसी लगी | किसी अन्य विषय का सुझाव भी जरुर दे | धन्यवाद |
__________________



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