12-01-2011, 07:58 AM | #41 |
Diligent Member
Join Date: Nov 2010
Location: लखनऊ
Posts: 979
Rep Power: 25 |
Re: शाकाहार या मांसाहार?
चूँकि बात भारतीयोँ के मध्य हो रही थी इसलिये मसालोँ की बात भी भारतीय सन्दर्भ मेँ ही की गयी और जिसके बाबत विद्रोही जी ने मेरा पक्ष रख दिया है । विद्रोही जी द्वारा वेदना को मक्खी निगलने से कोरिलेट करने पर आपकी असहमति से मैँ स्वयं सहमत हूँ । माँसाहारियोँ मेँ भी संवेदनायेँ होती है । यदि उनके समक्ष जीवित पशु को कत्ल किया जाये तो शायद उनका करुण क्रन्दन आधे से अधिक लोगोँ को माँसाहार छोड़ने पर विवश कर दे जैसाकि मेरे साथ पूर्व मेँ घटित हो चुका है । हाँ एक बात और कहना चाहूँगा कि माँसाहार के उपरान्त हैवीनेस के कारण मैँ सहज नहीँ महसूस करता जैसा कि शाकाहार मेँ शांतचित्त , सामान्य रहता हूँ । यही असहजता इसके असामान्य होने का द्योतक है । इसके बावजूद मेरी स्वाद ग्रन्थियाँ माँसाहार के लिये मुझे उकसाती हैँ ।
__________________
दूसरोँ को ख़ुशी देकर अपने लिये ख़ुशी खरीद लो । |
13-01-2011, 08:40 PM | #42 | ||
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: ♕★ ★ ★ ★ ★♕
Posts: 2,316
Rep Power: 27 |
Re: शाकाहार या मांसाहार?
चर्मशिल्प के लिए कच्चा माल मिलना भी संभव नहीं होगा इतने जानवर रोजाना मरते ही नहीं भाई नायक जी/ मसालों का प्रयोग इस भूभाग में कुछ जादा ही है चाहे वो शाकाहार हो या मांसाहार ...
Quote:
पूर्व में घटित वाकये का जिक्र करें यदि आपको सही लगे तो Quote:
|
||
22-01-2011, 09:11 PM | #43 |
Diligent Member
Join Date: Nov 2010
Location: लखनऊ
Posts: 979
Rep Power: 25 |
Re: शाकाहार या मांसाहार?
युवी भाई , एकबार मैँ एक कस्बे की साप्ताहिक बाजार मेँ कार्यवश बैठा था । तभी मेरे बगल मेँ एक कसाई ( चिकवे ) ने एक बकरे को जिबह किया । मेरे कौतुक ने मुझे अपना ध्यान उस ओर आकृष्ट करने के लिये प्रेरित किया । उस बकरे की दर्दनाक चीखेँ , उसकी छटपटाहट , उस भयानक मंजर ने मेरा ह्रदय विदीर्ण कर डाला और मैँ कई माह उस जड़ता से मुक्त न हो सका । माँसाहार तो दूर उस खौफनाक दृश्य की कल्पना मात्र से ही मेरे रोँगटे खड़े हो जाया करते थे । लेकिन वक्त भूलने की कारगर दवा है ।
__________________
दूसरोँ को ख़ुशी देकर अपने लिये ख़ुशी खरीद लो । |
23-01-2011, 05:49 PM | #44 |
Special Member
|
Re: शाकाहार या मांसाहार?
बहुत नरम दिल वाले हो अनिल भाई
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
23-01-2011, 10:42 PM | #45 |
Special Member
Join Date: Nov 2010
Location: ♕★ ★ ★ ★ ★♕
Posts: 2,316
Rep Power: 27 |
Re: शाकाहार या मांसाहार?
|
26-01-2011, 03:41 PM | #46 |
Diligent Member
Join Date: Nov 2010
Location: लखनऊ
Posts: 979
Rep Power: 25 |
Re: शाकाहार या मांसाहार?
सही कह रहे हो निशाँत भाई । दूसरे का दर्द मुझसे देखा नहीँ जा पाता । उस दर्द को मैँ भी उसी शिद्दत से महसूस करने लगता हूँ ।
__________________
दूसरोँ को ख़ुशी देकर अपने लिये ख़ुशी खरीद लो । |
05-02-2011, 02:14 AM | #47 |
VIP Member
|
Re: शाकाहार या मांसाहार?
मांसाहार और शाकाहार किसी बहस का मुद्दा नहीं है
ना ही यह किसी धर्म विशेष की जागीर है और ना ही यह मानने और मनवाने का विषय है| कुल मिला कर इन्सान का जिस्म इस क़ाबिल है कि वह सब्जियां भी खा सकता है और माँस भी, तो जिसको जो अच्छा लगे खाए | इससे न तो पर्यावरण प्रेमियों को ऐतराज़ होना चाहिए, ना ही इससे जानवरों का अधिकार हनन होगा | अगर आपको मासं पसंद है तो माँस खाईए और अगर आपको सब्जियां पसंद हों तो सब्जियां | आप दोनों को खाने के लिए अनुकूल हैं|
__________________
Disclaimer......! "फोरम पर मेरे द्वारा दी गयी सभी प्रविष्टियों में मेरे निजी विचार नहीं हैं.....! ये सब कॉपी पेस्ट का कमाल है..." click me
|
17-04-2011, 07:20 PM | #48 |
Senior Member
Join Date: Feb 2011
Location: खानाबदोश
Posts: 669
Rep Power: 26 |
Re: शाकाहार या मांसाहार?
मेरी नजर में यदि नैतिकता (धार्मिक लोगों के लिए ) तथा पशु के लिए सहानुभूति वाली बात हटाकर सोचा जाए तो मांस से कोई वैसा नुक्सान नहीं है /
मांस खाने के फायदे में केवल प्रोटीन ही शामिल नहीं है इसके अतिरिक्त बिटामिन (बी ६),पोटेशियम ,फास्फोरस आदि भी प्राप्त होतें हैं तार्किक बात तो यह है की वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार मानव शरीर के उचित पोषण के लिए एनिमल प्रोटीन आवश्यक है ( हालांकि दूध में भी ये मिलता है ) मानव शरीर की बनावट वैसी नहीं है ये कहना उपयुक्त नहीं है /आधुनिक विकसित मानव के विकास के ५ लाख वर्ष के इतिहास में मात्र इधर के ५००० वर्षों में ही इसने ठीक से कृषि करना सिखा है /इसके पूर्व उनका आहार मुख्य रूप से मांस ही रहा है / और जहां तक मेरी जानकारी है आग के आविष्कार के पूर्व तो मांस को पकाकर भी नहीं खाया जाता था /अगर मनुष्य के पाचन तंत्र की बनावट वैसी नहीं होती तो इनका अस्तित्व ही नहीं होता / नैतिक रूप के कहें तो मै भी इसका समर्थन नहीं करता पर डार्विन के सिद्धांत याद आती है तो सब भूल जाता हूँ और मजे से खाता हूँ /
__________________
ये दिल तो किसी और ही देश का परिंदा है दोस्तों ...सीने में रहता है , मगर बस में नहीं ...
|
17-04-2011, 08:54 PM | #49 |
Diligent Member
|
Re: शाकाहार या मांसाहार?
कुल मिलकर एक बात स्पष्ट होती है , यह बहुत तार्किक विषय है ! खाने वालो के अपने तर्क और ना खाने वालो के अपने ! कुल मिलकर जमात दोनों में से किसी की कम नहीं है , कुपोषित वो भी होते हैं जो इसका इस्तेमाल करते हैं और वो भी जो शाकाहारी हैं ! अब ये कहना उचित नहीं है की किसी एक पक्ष के समर्थन में जाया जाए !
परन्तु व्यक्तिगत रूप से मै इसके विरोध में हूँ , और अपने आप को हमेशा विरोध में ही रखना चाहूँगा !
__________________
( वैचारिक मतभेद संभव है ) ''म्रत्युशैया पर आप यही कहेंगे की वास्तव में जीवन जीने के कोई एक नियम नहीं है'' |
18-04-2011, 01:59 PM | #50 | |
Special Member
|
Re: शाकाहार या मांसाहार?
Quote:
''म्रत्युशैया पर आप यही कहेंगे की वास्तव में जीवन जीने के कोई एक नियम नहीं है' फिर जो जिसके मन में आये करो
__________________
घर से निकले थे लौट कर आने को मंजिल तो याद रही, घर का पता भूल गए बिगड़ैल |
|
Bookmarks |
|
|