17-04-2012, 12:05 AM | #6521 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
काबुल। अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों ने राजधानी काबुल में तालिबान द्वारा किए गए भयावह हमले को 18 घंटे के बाद सोमवार सुबह समाप्त करते हुए संसद के पास दो इमारतों में छिपे सभी आतंकवादियों को मार गिराया। इस काम में नाटो के हेलीकॉप्टरों ने हवाई निशाना साधा। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने केंद्रीय राजनयिक इलाके से आतंकवादियों का सफाया कर दिया है और शहर के पश्चिमी भाग में स्थित संसद के पास गोलीबारी कर रहे आखिरी हमलावर को भी मार गिराया। अधिकारियों के अनुसार संघर्ष में कम से कम 32 आतंकवादी और एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई। पांच नागरिकों समेत 30 लोग जख्मी हो गए हैं। काबुल निवासियों को आज दूसरे दिन भी विस्फोटों और गोलीबारी की आवाज सुनते हुए दहशत में रहना पड़ा। लेकिन अफगान बलों ने उन दो स्थानों पर आतंकवादियों को निशाना बनाया और उनका खात्मा कर दिया जहां वे रात भर छिपे रहे। साफ तौर पर नाटो और अफगान सुरक्षा बलों के आत्मविश्वास को कमजोर करने के लिहाज से रची गई साजिश के तहत किए गए हमले पर सुबह तक विराम लगा दिया गया। आतंकवादियों के मारे जाने के बाद शहर में सन्नाटा पसर गया और मुख्य सड़कों पर कारतूसों के खोल देखे जा सकते थे। अफगानिस्तान के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सिद्दीक सिद्दीकी ने बताया कि काबुल में लड़ाई खत्म हो चुकी है। काबुल में सभी तीन स्थानों को खाली करा लिया गया है तथा सभी आतंकवादी मारे गए हैं। उन्होंने कहा कि काबुल के समयानुसार आज सुबह 7.20 बजे संघर्ष समाप्त हो गया और सभी सड़कें अब खोल दी गई हैं। काबुल तथा तीन अन्य अफगान शहरों को कल आत्मघाती हमलों का निशाना बनाया गया था जिनमें दूतावासों और नाटो के अड्डों को प्रमुख रूप से निशाना बनाया गया। इन हमलों को लेकर तालिबान ने कहा है कि ये उसके हमले की शुरुआत है। राजधानी की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार अफगान सुरक्षा बलों ने हमले पर जवाबी कार्रवाई की कमान संभाली। जैसे ही आतंकवादियों ने शहर के राजनयिक इलाके पर हमला बोला तो शहर में छह महीने से अधिक समय बाद किए गए पहले बड़े हमले में अमेरिकी, ब्रिटिश, जर्मन तथा जापानी दूतावास परिसरों पर भी गोलीबारी हुई। हालांकि किसी भारतीय ठिकाने पर निशाना नहीं साधा गया। बताया जाता है कि सभी दूतावासों में लोग सुरक्षित हैं। दिल्ली में विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार काबुल में सभी भारतीय नागरिक सुरक्षित हैं। आतंकवादियों ने राजधानी के वजीर अकबर खान इलाके में काबुल स्टार होटल पर हमला बोला और कुछ ने रॉकेट दागते हुए अफगान संसद में घुसने का प्रयास किया लेकिन सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक लिया और पीछे खदेड़ दिया। उस समय संसद का सत्र चल रहा था और कुछ सांसदों ने सुरक्षा बलों के साथ मिलकर आतंकवादियों का मुकाबला करने का दावा किया। सांसद मोहम्मद नईम ललाई के हवाले से बताया गया कि उनके समेत कुछ सांसदों और उनके अंगरक्षकों ने भी उग्रवादियों से लोहा लिया। आतंकवादियों ने तीन प्रांतीय शहरों जलालाबाद , लोगार तथा पकतिया में भी हमले किए। संवाददाताओं को भेजे संदेश में तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए धमकी दी कि ये हमले शुरुआत हैं। उसने कहा कि आत्मघाती हमलावरों ने काबुल में तथा तीन प्रांतों की राजधानियों पकतिया, नांगरहार और लोगार में अफगान व नाटो के ठिकानों पर निशाना साधा। मुजाहिद ने कहा कि इन सभी हमलों में हल्के एवं भारी हथियारों, आत्मघाती बेल्टों, आरपीजी, रॉकेटों, भारी मशीन गनों तथा हथगोलों के साथ दसियों मुजाहिदीन लड़ाके निशाना बनाए गए स्थानों पर हमले कर रहे हैं। अफगान अधिकारियों ने कहा कि उन्होंने दो हमलावरों को गिरफ्तार भी कर लिया है जो दूसरे उपराष्ट्रपति मोहम्मद करीम खलीली को मारने के इरादे से आए थे।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:05 AM | #6522 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
यूरोपीय संघ ने हमलों की निंदा की
बु्रसेल्स। यूरोपीय संघ के विदेश नीति मामलों की प्रमुख कैथरीन एस्टोन ने अफगानिस्तान में हुए हमलों की निंदा की है। लेकिन उन्होंने कहा है कि उस देश में यूरोपीय संघ के कर्मचारी सुरक्षित हैं। एस्टोन कार्यालय ने एक बयान में कहा कि काबुल और अफगानिस्तान के सरकारी प्रतिष्ठानों एवं अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के परिसरों पर तालिबान तत्वों द्वारा किए गए हमलों की उन्होंने कड़ी निंदा की है। बयान में बताया गया है कि यूरोपीयन एक्सटरनल एक्शन सर्विस वहां मौजूद अपने कर्मचारियों के साथ संपर्क में है और वे लोग सुरक्षित हैं। इसमें कहा गया है कि यूरोपीय संघ अफगानिस्तान सरकार द्वारा स्थिरता और लोकतंत्र के लिए किए जा रहे प्रयास का समर्थन करता है। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में और देश के अन्य हिस्सों में कथित तौर पर तालिबानी विद्रोहियों ने कई हमले किए थे। आतंकवादियों ने शहर के राजनयिक इलाके में स्थित अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी और जापानी दूतावास परिसरों पर हमला किया और संसद में घुसने का प्रयास किया। राष्ट्रपति करजई को सुरक्षा बल सुरक्षित इलाके में ले गए है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:06 AM | #6523 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
काबुल हमलों में हो सकता है हक्कानी नेटवर्क का हाथ: मोहम्मदी
काबुल। अफगानिस्तान के गृहमंत्री का कहना है कि काबुल में दूतावासों और संसद पर आत्मघाती हमलों में पाकिस्तान के हक्कानी नेटवर्क का हाथ होने का संदेह है। गृहमंत्री बिस्मिल्ला मोहम्मदी ने कहा कि अफगानिस्तान की राजधानी और तीन अन्य शहरों में किए गए हमलों के दौरान गिरफ्तार एक आतंकवादी ने अधिकारियों को बताया कि अलकायदा से जुड़ा हक्कानी नेटवर्क हमलों के पीछे हो सकता है। मंत्री ने संवाददाताओं को बताया कि आतंकवादियों के सफाए के लिए 18 घंटे तक चले अभियान में 36 आतंकवादी और अफगान सुरक्षा बलों के आठ सदस्य मारे गए। मोहम्मदी ने कहा कि नांगरहार प्रांत में पकड़े गए एक अन्य आतंकवादी ने भी हक्कानी नेटवर्क के शामिल होने की पुष्टि की है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि हमलों पर हक्कानी नेटवर्क की छाप दिखाई दे रही थी जिनमें अफगान सरकार और विदेशी ठिकानों पर निशाना साधा गया। न्यूयॉर्क टाइम्स ने अधिकारियों के हवाले से कहा है कि पाकिस्तान स्थित यह नेटवर्क वाशिंगटन और इस्लामाबाद के बीच तनाव का कारण है। अधिकारियों के मुताबिक अमेरिकी सेना का ध्यान अब हक्कानी नेटवर्क पर बना हुआ है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:06 AM | #6524 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
अमेरिका में गूगल पर 25 हजार डॉलर का जुर्माना
वाशिंगटन। इंटरनेट सर्च इंजन की दिग्गज कंपनी गूगल इंक पर बिना अनुमति के निजी जानकारी एकत्र करने और एजेंसियों के साथ सहयोग नहीं करने पर अमेरिका में 25 हजार डॉलर का जुर्माना ठोका गया है। संघीय संचार आयोग ने एक कहा है कि कंपनी स्ट्रीट व्यू प्रोजेक्ट के तहत बिना अनुमति के निजी जानकारी एकत्र कर रही है। इसके अलावा ऐसे भी सबूत मिले है कि कई मामलों की जांच में कंपनी ने जानबूझ कर जांच अधिकारियों के साथ सहयोग नहीं किया है। संचार आयोग ने 13 अप्रेल को जारी एक बयान में कहा है कि गूगल ले अपने किसी कर्मचारी को पहचाननें और कोई ई मेल भेजने से साफ इंकार किया है। कंपनी ने न ही सम्बंध में कोई नोट जारी किया है। ऐसा करके कंपनी संचार अधिनियम और उसके प्रावधानों का उल्लंघन कर रही है। गूगल का कोई अधिकारी इस टिप्पणी करके लिए उपलबध नहीं हो पाया है। वर्ष 2007 से वर्ष 2010 के बी. गूगल ने अमेरिका और संपूर्ण विश्व में स्ट्रीट व्यू प्रोजेक्ट के तहत वाई फाई के लिए आंकडेþ एकत्र किए थे। इससे गूगल मैप सर्विस पर जानकारी दी जाती है। संचार आयोग का कहना है कि इस दौरान गूगल ने इंटरनेट इस्तेमाल करने वाले लोगों के पासवर्ड और अन्य जानकारी एकत्र की थी जिसकी कोई जरूरत नहीं थी और न ही इस सम्बंध में लोगों को कोई जानकारी दी गई। मई 2010 में गूगल ने इस सम्बंध में जानकारी सार्वजनिक की। इसके बाद संघीय संचार आयोग ने इस मामले की जांच शुरूकर दी।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:07 AM | #6525 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
नए रॉकेट प्रक्षेपण पर कार्य करेगा उत्तर कोरिया
सोल। पिछले सप्ताह के विफल प्रक्षेपण के बावजूद उत्तर कोरिया अपने पांच साल के अंतरिक्ष कार्यक्रम के तहत नए तथा बड़े रॉकेट प्रक्षेपण की दिशा में काम करेगा। उत्तर कोरिया समर्थक एक जापानी दैनिक ने यह रिपोर्ट दी है। उत्तर कोरिया ने पिछले सप्ताह एक विफल रॉकेट प्रक्षेपण किया था जो प्रक्षेपण के तुरंत बाद ही बीच आसमान में नष्ट हो गया था और सागर में गिर गया था। इससे उत्तर कोरिया को काफी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा था। इस प्रक्षेपण की अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी ने कड़ी निंदा की थी लेकिन इसके बावजूद प्योगयांग ने जोर देकर कहा था कि प्रक्षेपण का मकसद शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए उपग्रह को अंतरिक्ष की कक्षा में स्थापित करना था। दी चोसोन सिनबो दैनिक ने अज्ञात सूत्रों के हवाले लिखा है कि उ कोरिया अधिक बड़े रॉकेट को विकसित करेगा।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:07 AM | #6526 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
नकदी घोटाले के बाद बांग्लादेश के रेल मंत्री का इस्तीफा
ढाका। बांग्लादेश के रेल मंत्री सुरनजीत सेनगुप्ता ने पिछले सप्ताह सामने आए नकदी घोटाले के चलते पद संभालने के चार महीने बाद आज इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने सहायक निजी सचिव की कार से भारी मात्रा में नकदी मिलने से उठे विवाद का जिक्र करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मंै निष्पक्ष जांच की खातिर इस्तीफा दे रहा हूं। सत्तारूढ़ अवामी लीग के वरिष्ठ नेता और अनुभवी सांसद सेनगुप्ता ने कहा कि वह देश के 40 साल के इतिहास में सभी विफलताओं की जिम्मेदारी अपने कंधे पर लेकर एक मिसाल पेश करने के लिए इस्तीफा दे रहे हैं। इससे पहले उन्होंने आज प्रधानमंत्री शेख हसीना को अपना इस्तीफा सौंप दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री हसीना उनके फैसले से सहमत हैं। उन्होंने कैबिनेट को छोड़ने की इच्छा व्यक्त कर दी थी। सेनगुप्ता ने उम्मीद जताई कि जांच से सचाई सामने आएगी। उन्होंने पिछले साल 28 नवंबर को मंत्री पद की शपथ ली थी। एक हफ्ते पहले ही सेनगुप्ता का एक सहयोगी और रेलवे के दो अधिकारी आधी रात के करीब उनके घर जा रहे थे तभी कार चालक अचानक से वाहन को उच्च सुरक्षा वाले बार्डर गार्ड बांग्लादेश के पीलखाना मुख्यालय की ओर ले गया और उन लोगों ने जवानों को बताया कि कार में रिश्वत में मिला धन रखा है। यह राशि करीब 70 लाख टका बताई जाती है जिसका कोई स्रोत नहीं पता चला। सुरक्षाबलों ने उन्हें रातभर पूछताछ के बाद अगली सुबह धन के साथ छोड़ दिया था। कार में सवार लोगों की पहचान के बाद धन मिलने के मामले में सनसनी फैल गई थी। उन लोगों ने बयान दिया था कि वे मंत्री के घर जा रहे थे। सेनगुप्ता ने कहा कि उनका इस धन से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कोई लेनादेना नहीं है।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:08 AM | #6527 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
जुड़ी हुई है बांग्लादेश और भारत की किस्मत : मोनि
लंदन। भारत के साथ अपने रिश्ते इस समय सर्वश्रेष्ठ बताते हुए बांग्लादेश ने कहा है कि दोनों पड़ोसी देशों की किस्मत आपस में जुड़ी हुई है और दोनों राष्ट्र असहयोग को बर्दाश्त नहीं कर सकते। बांग्लादेश की विदेश मंत्री दीपू मोनि ने यहां संवाददाताओं से कहा, कि भारत-बांग्लादेश के रिश्ते फिलहाल 1971 की तरह सर्वश्रेष्ठ स्तर पर हैं। हम लगभग सभी क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। बांग्लादेश और भारत के बीच तीस्ता जल विवाद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पानी एक बड़ा मुद्दा है। हमें उम्मीद है कि यह बहुत जल्दी सुलझ जाएगा। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कुछ बयानों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमारा केवल अतीत समान नहीं था बल्कि हमारा भाग्य भी आपस में मिला हुआ है। उन्होंने यहां ब्रिटेन और यूरोप के भारतीय पत्रकार संघ के सदस्यों से बातचीत में कहा कि असहयोग की कीमत बहुत ज्यादा है। हम इसे सह नहीं सकते। ना तो भारत और ना ही बांग्लादेश इसे सह सकता है। पानी एक बड़ा मुद्दा है और बांग्लादेश इसके लिए भारत को पूरी तरह सहयोग देने के लिहाज से सभी कदम उठा रहा है। मोनि ने कहा कि हमारे आंतरिक क्षेत्रों में भी पानी बड़ा मुद्दा बन गया है और ऐसा ठीक भी है। हम केवल यही उम्मीद करते हैं कि यह मसला जल्दी से जल्दी सुलझ जाएगा। बांग्लादेश-भारत सीमा पर आतंकवादी गतिविधियों के सम्बंध में सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के समाज में आतंकवाद और उग्रवाद के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए। अब इस पर काबू पा लिया गया है। हम अब मदरसों के सुधार तथा आधुनिकीकरण की दिशा में सोच रहे हैं। विवादास्पद बांग्लादेशी लेखिका तसलीमा नसरीन के बारे में पूछे जाने पर मोनि ने कहा कि निजी तौर पर मुझे उनकी कुछ कविताएं पसंद हैं। मुझे नहीं लगता कि वह बांग्ला की इतनी बड़ी लेखिका हैं कि उन पर इतना ध्यान दिया जाए। यह नितांत निजी राय है। बांग्लादेश में तख्तापलट की कोशिशों की हालिया खबरों पर उन्होंने कहा कि मझले दर्जे के कुछ अधिकारियों ने करीब 19 बार ऐसा किया।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:08 AM | #6528 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
ओबामा चाहते हैं खुफिया सेवा की कड़ी जांच
कार्टाजेना। कोलंबिया में अमेरीकी उपमहाद्वीपीय देशों के सम्मेलन के दौरान खुफिया सेवा के गुप्तचरों के सैक्स स्कैंडल में फंसने के मामले में ओबामा ने कड़ी जांच करने को कहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर ये आरोप सच साबित हुए तो वे बहुत क्रोधित होंगे। अमेरिकी खुफिया एजेंसी के 11 और मिलिट्री सेवा के पांच सैनिकों पर यह आरोप है कि वे बुधवार देर रात में कार्टाजेना स्थित अपने होटल के कमरों में यौनकर्मियों को लेकर आए। इन्हीं में से एक महिला के साथ पैसों को लेकर उनका विवाद हो गया। इस घटना ने कोलंबिया में हो रहे इस सम्मेलन में ओबामा और अन्य स्थानीय नेताओं की आपसी बातचीत पर काफी बुरा प्रभाव डाला है। अमेरिकी खुफिया सेवा ने घटना के सामने आने के बाद सैनिकों को ओबामा की सुरक्षा ड्यूटी से हटाकर उन्हें उनके मूल ड्यूटी स्थल पर भेज दिया था। सम्मेलन के अंत में कोलंबियाई राष्ट्रपति जुआन मेनुएल सेंतोस के साथ हुए अपने प्रेस सम्मेलन में ओबामा ने कहा कि हम यहां पर संयुक्त राज्य अमेरिका का प्रतिनिधित्व करने के लिए आए हैं। जितने अच्छे बर्ताव की अपेक्षा मैं अपने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से रखता हूं वैसी ही अपेक्षा मैं सुरक्षा कर्मियों से भी रखता हूं। इस मामले में पूरी और कड़ी जांच चाहता हूं। अगर आरोप सच साबित हुए तो मुझे बहुत क्रोध आएगा। अमेरिकी खुफिया एजेंसी के अलावा सेना इस मामले की अलग से जांच कर रही है। सेना ने इस मामले में आरोपित जवानों की सेवाओं को फिलहाल निलंबित कर दिया है। इस मामले के संभावित खतरों के बारे में बताते हुए अमेरिकी सांसद पीटर किंग ने बताया, बेशक कोलंबिया के जिस इलाके में यह घटना घटी वहां देहव्यापार को मान्यता प्राप्त है लेकिन ऐसा करना एजेंसी के कायदों के खिलाफ है। इस तरह से कुछ लोग हमारे एजेंटों को ब्लैकमेल कर सकते हैं, साथ ही इस तरीके से हमारे सुरक्षा चक्रों में दुश्मन के किसी भेदिए के घुसने की भी पर्याप्त आशंका है। हालांकि इनमें से किसी भी सुरक्षाकर्मी को ओबामा की सुरक्षा ड्यूटी में सीधे तौर पर नहीं लगाया गया था।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:09 AM | #6529 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
खीरसरा बना प्रमुख हड़प्पाकालीन स्थल
अहमदाबाद। पश्चिमी कच्छ में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा तीन साल तक खुदाई के बाद खीरसरा हड़प्पा कालीन प्रमुख स्थल के तौर पर सामने आया है जहां देखा जा सकता है कि करीब 4600 साल पहले भी गुजरात का यह हिस्सा कितना आधुनिक हुआ करता था। वड़ोदरा में एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद डॉ. जितेंद्र नाथ ने कहा कि खीरसरा पश्चिमी कच्छ में हड़प्पन लोगों का सबसे प्रमुख स्थल बनकर उभरा है। इससे पहले धोलाविरा और जूनीकुरन के तौर पर कच्छ में दो प्रमुख हड़प्पा कालीन स्थल सामने आए थे। उन्होंने कहा कि वहां पिछले तीन साल में हुई खुदाई से पता चलता है कि करीब 4600 साल पहले गुजरात के इस हिस्से से कितना आधुनिक कामकाज हुआ करता था। खीरसरा भुज-नारायण सरोवर मार्ग पर भुज से करीब 85 किलोमीटर दूर है। स्थानीय तौर पर इसे ‘गढ़वाली वाड़ी’ के नाम से जाना जाता है। नाथ ने कहा कि हड़प्पन लोगों के खीरसरा में बसने का प्रमुख कारण संभवत: आसपास के क्षेत्र में कच्चे माल और खनिजों की उपलब्धता और उन तक आसानी से पहुंच हो सकता है। उन्होंने कहा कि खुदाई के दौरान हमने खीरसरा में एक अनोखा भंडारण गृह, एक कारखाना, किला, मुहरें और सिंधु घाटी सभ्यता से जुड़ी अनेक प्राचीन कालीन वस्तुएं मिलीं। यह जगह करीब 310 मीटर लंबी और 230 मीटर चौड़े आकार में किले की तरह है। नाथ ने कहा कि भंडारगृह का ढांचा देखकर लगता है कि इसे लकड़ी आदि से बनाया गया होगा। समांतर दीवारों के बीच जगह देखने से लगता है कि यहां रखे जाने वाले सामान की सुरक्षा के लिहाज से खुली हवा के लिए जगह छोड़ी गई होगी। उन्होंने कहा कि खारी नदी से खीरसरा की नजदीकी से निश्चित रूप से समुद्री व्यापार में मदद मिली होगी। नाथ के मुताबिक इस जगह पर बड़ी भट्टियों, तंदूर, बर्तनों, पानी के छोटे टैंकों और अन्य धातुओं की चीजें मिलने से संकेत मिलता है कि यहां कभी निर्माण कार्य होता होगा। गुजरात सरकार के पुरातत्व विभाग को सबसे पहले 1969-70 में खीरसरा के बारे में जानकारी मिली थी। एएसआई वड़ोदरा की उत्खनन शाखा के एक दल ने जुलाई, 2009 में इस जगह का मुआयना किया।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
17-04-2012, 12:10 AM | #6530 |
Super Moderator
Join Date: Nov 2010
Location: Sherman Oaks (LA-CA-USA)
Posts: 51,823
Rep Power: 182 |
Re: एकदम ताज़ा ख़बरें
प्रलेस के नए पदाधिकारियों का चुनाव, नामवर और कुरुप संरक्षक बने
नई दिल्ली। हिन्दी के प्रख्यात आलोचक एवं महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डा. नामवर सिंह तथा मलयालम के प्रसिद्ध लेखक ओवीएन कुरुप को अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ का संरक्षक बनाया गया है। लेखक संघ के 75 वर्ष पूरे होने पर गत दिनों यहां आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में दिल्ली विश्वविद्यालय में उर्दू के सहायक प्रोफेसर डा. अली जावेद को नया महासचिव बनाया गया। प्रलेस का कोई नया अध्यक्ष नहीं चुना गया बल्कि पांच सदस्यीय अध्यक्ष मंडल का चुनाव हुआ। डा. नामवर सिंह प्रलेस के पिछले अध्यक्ष थे। प्रलेस द्वारा यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार यह पहला मौका है जब प्रलेस में संरक्षक का पद बनाया गया तथा किसी को अध्यक्ष नहीं चुना गया। अध्यक्ष मंडल में विश्वनाथ त्रिपाठी, डा. खगेंद्र ठाकुर, तमिल लेखक पुन्निलन, गीतेश शर्मा तथा सुखदेव सिंह शामिल है। सचिव मंडल में सतीश कलसेकर, पी.लक्ष्मीनारायण, अमिताभ चक्रवर्ती तथा राजेंद्र राजन शामिल है। कार्यकारिणी में 31 सदस्य शामिल किए गए है। प्रलेस की स्थापना 1936 में हुई थी जिसका उद्घाटन मुंशी प्रेमचंद ने किया था।
__________________
दूसरों से ऐसा व्यवहार कतई मत करो, जैसा तुम स्वयं से किया जाना पसंद नहीं करोगे ! - प्रभु यीशु |
Bookmarks |
Tags |
current affairs, current news, hindi news, indian news, latest news, local news, online news, taza khabar |
Thread Tools | |
Display Modes | |
|
|