27-06-2013, 02:40 PM | #171 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
- फल : वह पुत्र सूर्य के समान तेजयुक्त और पापी प्राणियों का उद्धार करने वाला होगा।
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मैं क़तरा होकर भी तूफां से जंग लेता हूं ! मेरा बचना समंदर की जिम्मेदारी है !! दुआ करो कि सलामत रहे मेरी हिम्मत ! यह एक चिराग कई आंधियों पर भारी है !! |
27-06-2013, 02:41 PM | #172 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
8. आठवां स्वप्न : कमल पत्रों से ढंके हुए दो स्वर्ण कलश।
- फल : वह पुत्र अनेक निधियों का स्वामी निधि*पति होगा।
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27-06-2013, 02:41 PM | #173 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
9. नौवां स्वप्न : कमल सरोवर में क्रीड़ा करती दो मछलियां।
- फल : वह पुत्र महाआनंद का दाता, दुखहर्ता होगा।
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27-06-2013, 02:42 PM | #174 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
10. दसवां स्वप्न : कमलों से भरा जलाशय।
- फल : एक हजार आठ शुभ लक्षणों से युक्त पुत्र प्राप्त होगा।
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27-06-2013, 02:43 PM | #175 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
11. ग्यारहवां स्वप्न : लहरें उछालता समुद्र।
- फल : भूत-भविष्य-वर्तमान का ज्ञाता केवली पुत्र।
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27-06-2013, 02:43 PM | #176 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
12. बारहवां स्वप्न : हीरे-मोती और रत्नजडि़त स्वर्ण सिंहासन।
- फल : आपका पुत्र राज्य का स्वामी और प्रजा का हितचिंतक रहेगा।
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27-06-2013, 02:44 PM | #177 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
13. तेरहवां स्वप्न : स्वर्ग का विमान।
- फल : इस जन्म से पूर्व वह पुत्र स्वर्ग में देवता होगा।
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27-06-2013, 02:45 PM | #178 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
14. चौदहवां स्वप्न : पृथ्वी को भेद कर निकलता नागों के राजा नागेन्द्र का विमान।
- फल : वह पुत्र जन्म से ही त्रिकालदर्शी होगा।
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27-06-2013, 02:46 PM | #179 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
15. पन्द्रहवां स्वप्न : रत्नों का ढेर।
- फल : वह पुत्र अनंत गुणों से संपन्न होगा।
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27-06-2013, 02:52 PM | #180 |
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Re: जानिए जैन धर्म को
16. सोलहवां स्वप्न : धुआंरहित अग्नि।
- वह पुत्र सांसारिक कर्मों का अंत करके मोक्ष (निर्वाण) को प्राप्त होगा।
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