03-12-2011, 08:25 AM | #1 |
VIP Member
|
इनके हौसले की कहानी पढ़ सबको लेनी चाहिए एक '&a
फरीदाबाद में एसोसिएशन के माध्यम से यादव की देखरेख में इन्हें पैरों पर खड़ा करने के लिए कई तरह के रोजगारपरक कोर्स चलाए जा रहे हैं। नेत्रहीनों की शादी कराई जा रही है।एसजीएम नगर में रहने वाले यादव ने बताया कि आंखों की रोशनी जाने के बावजूद उनका आत्मविश्वास कभी कम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अशक्तता मैं अभिशाप नहीं मानता है। यह वरदान है। जरूरत है लोगों के सहारे की।यदि अक्षम लोगों को शुरू में बेहतर सहयोग मिल जाए तो वे बेहतर मुकाम हासिल कर सकते हैं। हेम सिंह यादव को पिता एसएस यादव व मां भगवती देवी ने हर मोड़ पर बेहतर करने की प्रेरणा दी। आज इसका परिणाम सबके सामने है। यादव अपने बड़े भाई किशन कुमार यादव को आदर्श मानते हैं। हेम सिंह के मुताबिक भाई की बदौलत ही वे लाइट इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर पाए। इस कोर्स के बाद 1985 में बतौर क्वालिटी इंस्पेक्टर एस्कॉर्ट में उन्होंने काम शुरू किया। यह आज भी बदस्तूर जारी है। इसके साथ ही नेत्रहीनों को सबल बनाने वाली संस्था नेशनल एसोसिएशन फॉर द ब्लाइंड से भी वे जुड़े हुए हैं। वे एसोसिएशन के ऑल इंडिया वाइस प्रेसीडेंट हैं। इनके कंधों पर एसोसिएशन के उत्तर भारत के कार्यालयों की जिम्मेवारी है। सीबीएसई संबद्ध स्कूलों में सातवीं की कक्षा में यादव की जीवनी भी पढ़ाई जाती है। यादव के जीवन का फलसफा है परिश्रम सफलता की कुंजी है, भाग्य नहीं। वे कहते हैं जीवन आगे बढ़ने का नाम है। किसी वस्तु के लिए निराश नहीं होना चाहिए। शरीर से अक्षम हो या सक्षम लक्ष्य तय कर ईमानदारी से उसके लिए प्रयास करना चाहिए।सफलता जरूर कदम चूमेगी
__________________
Disclamer :- All the My Post are Free Available On INTERNET Posted By Somebody Else, I'm Not VIOLATING Any COPYRIGHTED LAW. If Anything Is Against LAW, Please Notify So That It Can Be Removed. |
Bookmarks |
|
|