26-12-2010, 09:56 AM | #21 |
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Re: समाचार
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ईश्वर का दिया कभी 'अल्प' नहीं होता,जो टूट जाये वो 'संकल्प' नहीं होता,हार को लक्ष्य से दूर ही रखना,क्यूंकि जीत का कोई 'विकल्प' नहीं होता. |
26-12-2010, 09:55 PM | #22 |
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Re: समाचार
अपनी कलात्मक बल्लेबाजी के लिए मशहूर भारत के वी.वी. एस. लक्ष्मण ने रविवार को सीरीज के दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच में पहली पारी में साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन की गे
ंद पर स्क्वॉयर लेग पर छक्का लगाया, जो 119वें टेस्ट मैच में उनका पांचवां छक्का है। लक्ष्मण ने टेस्ट मैचों में यह पांचवां छक्का लगाने के लिए लगभग पांच साल और नौ महीने इंतजार किया तथा इस बीच उन्होंने 55 टेस्ट मैच खेले। उन्होंने टेस्ट मैचों में अपना आखिरी छक्का पाकिस्तान के खिलाफ मार्च, 2005 में कोलकाता में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में स्पिनर दानिश कनेरिया की गेंद पर जड़ा था। लक्ष्मण वैसे दुनिया के उन कुछेक बल्लेबाजों में शामिल है, जिन्होंने टेस्ट मैचों में 1000 से ज्यादा चौके जड़े हैं। लक्ष्मण के नाम पर स्टेन पर छक्का जड़ने से पहले तक 1020 चौके दर्ज हैं। लक्ष्मण ने टेस्ट मैच में अपना पहला छक्का अपने 23वें टेस्ट मैच में जिंबाब्वे के खिलाफ जून 2001 में बुलवायो में लगाया था। उन्होंने यह छक्का मध्यम तेज गेंदबाज ब्रायन वताम्ब्वा की गेंद पर जड़ा था। इसके बाद उन्होंने नवंबर 2001 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ ब्लोंमफोंटेन में शॉन पोलक की गेंद पर छक्का जमाया था। न्यूजीलैंड के खिलाफ अहमदाबाद में अक्टूबर 2003 में खेले गए पहले टेस्ट मैच में लक्ष्मण ने पॉल वाइजमैन की गेंद पर छक्का जमाया था। टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक 100 छक्के ऑस्ट्रेलियाई एडम गिलक्रिस्ट ने लगाए हैं। भारत की तरफ से यह रेकॉर्ड वीरेंद्र सहवाग (85 छक्के) के नाम पर दर्ज है।
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26-12-2010, 10:00 PM | #23 |
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Re: समाचार
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26-12-2010, 10:03 PM | #24 |
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Re: समाचार
दाऊद को मारने गया था मैं: डॉन बंटी
कई बार कुछ लोग इतनी हांकते हैं कि सामनेवाले को यकीन करना मुश्किल होता है। डॉन बंटी पांडे भी इन्हीं लोगों में से एक है। पिछले महीने वियतनाम में गिरफ्तार बंटी ने खुद को बड़ा डॉन बताने के लिए सीनियर इंस्पेक्टर नितिन अलकनुरे और संजीव धुमाल को दाऊद इब्राहिम से जुड़ी कई ऐसी कहानियां सुनाईं , कि क्राइम ब्रांच को उससे मुस्करा कर कहना पड़ा - दोस्त , बात कुछ हजम नहीं हुई। बंटी के मुताबिक कुछ साल पहले वह फरीद तानशा व विक्की मल्होत्रा के साथ दाऊद को मारने कराची गया था। उसने एक मस्जिद में दाऊद को नमाज पढ़ते हुए भी देखा। उसका इरादा दाऊद को मस्जिद से बाहर निकलते ही मारने का था , लेकिन दाऊद को मारने के लिए हथियार लाने वाला शख्स समय पर उस ( बंटी ) तक हथियार नहीं पहुंचा पाया , इसलिए अपने सामने होते हुए भी बंटी दाऊद को नहीं मार पाया। हालांकि बंटी का बयान अधिकृत तौर पर रिकार्ड कर लिया गया है , पर मुंबई क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार उन्हें नहीं लगता कि बंटी के दावे में जरा भी सच्चाई है। ऐसा लगता है जैसे बंटी कोई सपना देखकर दाऊद से जुड़ी यह कहानी सुना रहा है। दूसरे क्राइम ब्रांच के अधिकारी के अनुसार यह सच है कि दाऊद को मारने के लिए छोटा राजन ने अपने दो खास आदमी फरीद तानशा और विक्की मल्होत्रा को कराची में कुछ साल पहले भेजा था , लेकिन इन दोनों ने कभी भी पूछताछ में यह नहीं बताया था कि बंटी भी उनके साथ कराची गया था। इस अधिकारी के मुताबिक दाऊद को मारने की साजिश तब रची गई थी , जब दाऊद की एक बेटी की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी। उस वक्त फरीद और विक्की को बोला गया था कि दाऊद बेटी की मौत के 40 दिन बाद होनेवाली शोक बैठक ( चालीसवां ) में जब आएगा , तो उसे भून देना। उस बैठक में अनीस व दाऊद के परिवार के अन्य लोग आए , पर जब विक्की और फरीद को वहां दाऊद नहीं दिखा , तो फरीद ने राजन को फोन कर पूछा कि अनीस हमारे सामने है , क्या हम उसे खत्म कर दें , लेकिन राजन ने फरीद को निर्देश दिया कि नहीं , तुम लोगों को सिर्फ दाऊद को मारना है , किसी और को नहीं। फरीद ने क्राइम ब्रांच अधिकारियों को बताया था कि दाऊद को मारने के लिए इसके बाद भी वो और विक्की कई दिनों तक पाकिस्तान में रुके थे , लेकिन दाऊद उन्हें वहां कहीं दिखा नहीं था। फरीद तानशा के इस खुलासे से स्पष्ट है कि दाऊद के बारे में बंटी पांडे द्वारा बताई गई कहानी कोरी गप लगती है। यहां बताना जरूरी है कि यह वही फरीद है , जिसका कुछ महीने पहले तिलक नगर में उसके घर में घुसकर भरत नेपाली के लोगों ने मर्डर कर दिया था। नेपाली के अब बैंकाक में मारे जाने पर तरह - तरह की कहानियां चल रही हैं। बंटी ने क्राइम ब्रांच अधिकारियों को नेपाली सांसद मिर्जा दिलशाद बेग के नेपाल में हुए मर्डर के बारे में भी विस्तार से कहानी सुनाई। बंटी के मुताबिक उस मर्डर की सुपारी रोहित वर्मा को छोटा राजन ने दी थी और उस मर्डर की साजिश में रोहित वर्मा ने फरीद तानशा , संजय घाटी , विनोद मटकर , रमया वटकर , रवि पुजारी के अलावा खुद बंटी पांडे को भी लगाया था। रमया को अब एटीएस में सीनियर इंस्पेक्टर महेश देसाई और अविनाश सावंत ने एनकाउंटर में मारा था , जबकि विनोद मटकर को प्रदीप शर्मा ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। बंटी के मुताबिक बेग के मर्डर के बाद जब वे लोग दिल्ली आए , तो वहां पकड़ लिए गए , पर फरीद ने किसी को फोन करवा कर सबको छुड़वा लिया। इसके बाद सारे लोग दिल्ली के अशोका होटल रुके। यहां सभी शूटरों में किसी बात पर जब तेज बहस शुरू हो गई , तो होटल के किसी आदमी को उन पर शक हुआ और उसने दिल्ली पुलिस को फोन कर दिया। दिल्ली पुलिस कुछ ही मिनट में होटल पहुंच गई , पर इस बार भी फरीद ने दिल्ली में किसी वरिष्ठ अधिकारी को फोन करवा मामला वहीं निपटा दिया। बंटी पांडे ने पूछताछ में यह भी बताया कि वह वियतनाम में भारत से मंगाए गए मजदूरों को लगाकर तो कमिशन के तौर पर मोटी कमाई करता ही था , उसकी केकड़े के कारोबार में भी मोटी कमाई होती थी। वह वियतनाम से सिंगापुर केकड़े भेजकर यह बिजनेस करता था। बंटी के मुताबिक हल्द्वानी में , जहां का वह मूल निवासी है , उसके तीन बचपन के दोस्त हैं - जोगेंद्र , प्रदीप और गंगा सिंह। ये तीनों उसे वहां के व्यापारियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां देते रहते थे। इन जानकारियों के आधार पर बंटी इन व्यापारियों से वहां हफ्ता मांगता था और रुपया न मिलने पर गोलियां चलवा देता था। इन तीन दोस्तों में गंगा सिंह दूध बेचने का बिजनेस करता है , प्रदीप खुद के भाई के मर्डर में जेल में बंद है , जबकि जोगेंद्र एक राजनीतिक पार्टी में शामिल हो चुका है।
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26-12-2010, 10:03 PM | #25 |
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दाऊद को मारने गया था मैं: डॉन बंटी
कई बार कुछ लोग इतनी हांकते हैं कि सामनेवाले को यकीन करना मुश्किल होता है। डॉन बंटी पांडे भी इन्हीं लोगों में से एक है। पिछले महीने वियतनाम में गिरफ्तार बंटी ने खुद को बड़ा डॉन बताने के लिए सीनियर इंस्पेक्टर नितिन अलकनुरे और संजीव धुमाल को दाऊद इब्राहिम से जुड़ी कई ऐसी कहानियां सुनाईं , कि क्राइम ब्रांच को उससे मुस्करा कर कहना पड़ा - दोस्त , बात कुछ हजम नहीं हुई। बंटी के मुताबिक कुछ साल पहले वह फरीद तानशा व विक्की मल्होत्रा के साथ दाऊद को मारने कराची गया था। उसने एक मस्जिद में दाऊद को नमाज पढ़ते हुए भी देखा। उसका इरादा दाऊद को मस्जिद से बाहर निकलते ही मारने का था , लेकिन दाऊद को मारने के लिए हथियार लाने वाला शख्स समय पर उस ( बंटी ) तक हथियार नहीं पहुंचा पाया , इसलिए अपने सामने होते हुए भी बंटी दाऊद को नहीं मार पाया। हालांकि बंटी का बयान अधिकृत तौर पर रिकार्ड कर लिया गया है , पर मुंबई क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार उन्हें नहीं लगता कि बंटी के दावे में जरा भी सच्चाई है। ऐसा लगता है जैसे बंटी कोई सपना देखकर दाऊद से जुड़ी यह कहानी सुना रहा है। दूसरे क्राइम ब्रांच के अधिकारी के अनुसार यह सच है कि दाऊद को मारने के लिए छोटा राजन ने अपने दो खास आदमी फरीद तानशा और विक्की मल्होत्रा को कराची में कुछ साल पहले भेजा था , लेकिन इन दोनों ने कभी भी पूछताछ में यह नहीं बताया था कि बंटी भी उनके साथ कराची गया था। इस अधिकारी के मुताबिक दाऊद को मारने की साजिश तब रची गई थी , जब दाऊद की एक बेटी की बीमारी की वजह से मौत हो गई थी। उस वक्त फरीद और विक्की को बोला गया था कि दाऊद बेटी की मौत के 40 दिन बाद होनेवाली शोक बैठक ( चालीसवां ) में जब आएगा , तो उसे भून देना। उस बैठक में अनीस व दाऊद के परिवार के अन्य लोग आए , पर जब विक्की और फरीद को वहां दाऊद नहीं दिखा , तो फरीद ने राजन को फोन कर पूछा कि अनीस हमारे सामने है , क्या हम उसे खत्म कर दें , लेकिन राजन ने फरीद को निर्देश दिया कि नहीं , तुम लोगों को सिर्फ दाऊद को मारना है , किसी और को नहीं। फरीद ने क्राइम ब्रांच अधिकारियों को बताया था कि दाऊद को मारने के लिए इसके बाद भी वो और विक्की कई दिनों तक पाकिस्तान में रुके थे , लेकिन दाऊद उन्हें वहां कहीं दिखा नहीं था। फरीद तानशा के इस खुलासे से स्पष्ट है कि दाऊद के बारे में बंटी पांडे द्वारा बताई गई कहानी कोरी गप लगती है। यहां बताना जरूरी है कि यह वही फरीद है , जिसका कुछ महीने पहले तिलक नगर में उसके घर में घुसकर भरत नेपाली के लोगों ने मर्डर कर दिया था। नेपाली के अब बैंकाक में मारे जाने पर तरह - तरह की कहानियां चल रही हैं। बंटी ने क्राइम ब्रांच अधिकारियों को नेपाली सांसद मिर्जा दिलशाद बेग के नेपाल में हुए मर्डर के बारे में भी विस्तार से कहानी सुनाई। बंटी के मुताबिक उस मर्डर की सुपारी रोहित वर्मा को छोटा राजन ने दी थी और उस मर्डर की साजिश में रोहित वर्मा ने फरीद तानशा , संजय घाटी , विनोद मटकर , रमया वटकर , रवि पुजारी के अलावा खुद बंटी पांडे को भी लगाया था। रमया को अब एटीएस में सीनियर इंस्पेक्टर महेश देसाई और अविनाश सावंत ने एनकाउंटर में मारा था , जबकि विनोद मटकर को प्रदीप शर्मा ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया था। बंटी के मुताबिक बेग के मर्डर के बाद जब वे लोग दिल्ली आए , तो वहां पकड़ लिए गए , पर फरीद ने किसी को फोन करवा कर सबको छुड़वा लिया। इसके बाद सारे लोग दिल्ली के अशोका होटल रुके। यहां सभी शूटरों में किसी बात पर जब तेज बहस शुरू हो गई , तो होटल के किसी आदमी को उन पर शक हुआ और उसने दिल्ली पुलिस को फोन कर दिया। दिल्ली पुलिस कुछ ही मिनट में होटल पहुंच गई , पर इस बार भी फरीद ने दिल्ली में किसी वरिष्ठ अधिकारी को फोन करवा मामला वहीं निपटा दिया। बंटी पांडे ने पूछताछ में यह भी बताया कि वह वियतनाम में भारत से मंगाए गए मजदूरों को लगाकर तो कमिशन के तौर पर मोटी कमाई करता ही था , उसकी केकड़े के कारोबार में भी मोटी कमाई होती थी। वह वियतनाम से सिंगापुर केकड़े भेजकर यह बिजनेस करता था। बंटी के मुताबिक हल्द्वानी में , जहां का वह मूल निवासी है , उसके तीन बचपन के दोस्त हैं - जोगेंद्र , प्रदीप और गंगा सिंह। ये तीनों उसे वहां के व्यापारियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां देते रहते थे। इन जानकारियों के आधार पर बंटी इन व्यापारियों से वहां हफ्ता मांगता था और रुपया न मिलने पर गोलियां चलवा देता था। इन तीन दोस्तों में गंगा सिंह दूध बेचने का बिजनेस करता है , प्रदीप खुद के भाई के मर्डर में जेल में बंद है , जबकि जोगेंद्र एक राजनीतिक पार्टी में शामिल हो चुका है।
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26-12-2010, 10:06 PM | #26 |
Exclusive Member
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Re: समाचार
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26-12-2010, 10:08 PM | #27 |
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Location: Jhumri Tillaiya
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Re: समाचार
बहुत ही रोचक जानकारी दे रहे है आप..
आप और आपकी मेहनत को अनजान का सलाम. |
26-12-2010, 10:15 PM | #28 |
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Re: समाचार
लंदन।। सनसनीखेज खुलासे करके कई देशों की सरकारों की नींद उड़ाने वाली वेबसाइट विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांज अब 11 लाख डॉलर लेकर अपनी आत्मकथा लिखेंगे। अमेरिकी पब्लिशर अल्फ्रेड ए. नॉफ से उन्हें 8 लाख डॉलर मिलेंगे जबकि ब्रिटेन में उन्होंने कैननगेट के साथ तीन लाख 25 हजार डॉलर की डील साइन की है।
ऑस्ट्रेलियाई जर्नलिस्ट असांज ने संडे टाइम्स अखबार से कहा कि मैं यह किताब नहीं लिखना चाहता था, लेकिन अब मुझे ऐसा करना पड़ेगा। मैं अदालतों के चक्कर में अब तक दो लाख पाउंड फूंक चुका हूं। मुझे अपने आपको बचाने और विकिलीक्स को ऑनलाइन रखने के लिए ऐसा करना पड़ रहा है। याद होगा कि असांज पर स्वीडन की दो महिलाओं ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। इस सिलसिले में उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। असांज ने कहा कि मैं ब्रिटेन में सभी सवालों का जवाब देना चाहता हूं क्योंकि मुझे डर है कि अगर मैं स्वीडन लौटा तो मुझे अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जो बाइडेन पहले ही मुझे हाइटेक टेररिस्ट करार दे चुके हैं
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26-12-2010, 10:18 PM | #29 |
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Re: समाचार
aage aur jankari smachar doga anjan bhai
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26-12-2010, 10:20 PM | #30 |
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Re: समाचार
अभी तक पॉलिटिक्स वाले ही विकिलीक्स की मार से बेहाल हो रहे थे, लेकिन अब बॉलिवुड भी इसके निशाने पर आ गया है। विकिलीक्स द्वारा जारी किए गए दस्तावेजों के मुताबिक यूएस स्टेट डिपार्टमेंट का मानना है कि ब्रिटेन में रह रहे साउथ मुस्लिमों को आतंकवाद के खिलाफ संदेश देने के लिए बॉलिवुड की हिंदी फिल्मों का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस सिलसिले में 2007 में यूएस की असिस्टेंट सेके्रेटरी ऑफ स्टेट फॉर यूरोपियन और यूरेशियन अफेयर्स फराह पंडित ने ब्रिटेन के कुछ एशियन फिल्म प्रफेशल्स से इस बारे में डिस्कस किया था। लेकिन यह प्लानिंग परवान नहीं चढ़ पाई। गौरतलब है कि अमेरिका में जॉन फोर्ड जैसे मशहूर फिल्म निर्माता सरकार के लिए वॉर डॉक्यूमेंटरी बनाते हैं। जबकि भारत में देशभक्ति पर आधारित फिल्में तभी बनती हैं, जब भारत की किसी और देश से लड़ाई चल रही हो। भले ही अमेरिका ने चुपचाप भारतीय फिल्मों के बारे में कॉम्पलिमेंट किया हो, लेकिन इससे भारतीय क्रिटिक्स को जरूर सबक लेने की जरूरत है कि वे काफी पॉपुलर सिनेमा को लेकर अपनी राय बदलें। शायद बॉलिवुड अकेला ऐसा फील्ड होगा, जिसे विकीलीक्स के 'लीक्स' बाद नुकसान की बजाय फायदा हुआ है!
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