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#1 |
Diligent Member
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![]() ■■■■■■■■■ सफर में जिंदगी के मैं बहुत नाकाम हो जाता नशे में डूबकर मैं भी बहकती शाम हो जाता तू इतनी खूबसूरत है कसम से क्या बताऊँ मैं तुझे इग्नोर ना करता तो मैं बदनाम हो जाता मुक्तक- आकाश महेशपुरी दिनांक- 06/03/2023 ■■■■■■■■■■■■■■■ वकील कुशवाहा 'आकाश महेशपुरी' ग्राम- महेशपुर पोस्ट- कुबेरस्थान जनपद- कुशीनगर उत्तर प्रदेश पिन- 274309 मो- 9919080399 |
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